शाह मोहम्मद
कानपुर ।अंजुमन मासूमिया के तत्वावधान में कदीमी सब्बेदारी वा 72 ताबूत का आयोजन जामा मस्जिद हैदरी हाल मकबरा ग्वालटोली कानपुर में मनाया गया
जिसमे शानिवार की मध्य रात को तिलावते कुरान पाक हुई उसके बाद मौलाना जनाब कल्बे रूसैद साहब दिल्ली ने मजलिस में इमाम हुसैन की ज़िंदगी और उनके बताए हुवे रास्ते पर चलने को कहा तथा जुवा, सराब, सट्टा आदि चीजो से दूर रहने को कहा।
इमाम हुसैन की ज़िंदगी की बारे में बताया कि यजीद ने उन पर पानी बंद कर दिया अनेक प्रकार की परेसानी दिया लेकिन उन्होंने हार नही माना और अल्लहा रब्बुल इज़्ज़त का शुक्र अदा किया ऐसी बहुत सी बातों के बारे में खिताब फरमाया।
मजलिस के बाद सब्बेदारी का सिलसिला जारी हुवा जिसमे सभी मुकामी अंजुमने मोहम्मदी मनाउल अजा, अंजुमन फिरदौसिया, अंजुमन जाफरीया, अंजुमन शब्बीरया, आदि लोग थे
हैदरी हाल जामा मस्जिद से आलम ए मुबारक निकला और मक़बरा मैदान में गश्त करते हुवे जफर मेहंदी के इमाम बाड़े पहुचा। इसके बाद 72 ताबूत का सिलसिला शुरू हुवा जिसे लखनऊ से आये मौलाना कौसर जौनपुरी एक एक सहीद का वर्णन शुरू किया ।
बाद जुलूस अमारी अल विदाई मजलिस शुरू हुई जिसे कानपुर के इमाम जुमा ए जमात अली, जनाब मौलाना अली अब्बास खाँ साहब नजफी ने खिताब फरमाया निसे सुन कर सब रो पड़े।
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