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शाह मोहम्मद
कानपुर । अलीगढ़ मे हुए दो फर्ज़ी एनकाउंटर की सीबीआई जाँच कराकर पीड़ित परिवारों को इंसाफ व आर्थिक मदद दिलाने व फर्ज़ी एनकाउंटर करने वालें अलीगढ़ जिला प्रशासन पर कड़ी कार्यवाही को लेकर मुस्लिम वेलफेयर एण्ड एजूकेशनल संस्था की एक मीटिंग संस्था के सचिव इखलाक अहमद डेविड की अध्यक्षता मे कर्नलगंज मे हुई जिसमें होम मिनिस्टर जनाब राजनाथ सिंह जी, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जनाब अमित शाह जी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष जनाब राहुल गाँधी जी, बीएसपी की राष्ट्रीय अध्यक्षा कु० मायावती जी, एसपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जनाब अखिलेश यादव जी से पीड़ित परिवार को इंसाफ व आर्थिक मदद दिलाने की गुहार लगाई। मीटिंग के बाद इसी से सम्बंधित स्पीड पोस्ट, ई-मेल द्वारा सभी कोे मांग पत्र भेजे।
वक्ताओं ने कहा कि अलीगढ़ मे यूपी पुलिस ने मीडिया को बुलाकर लाईव एनकाउंटर कर अपनी पीठ थपथपाने व प्रदेश सरकार को खुश करने की नाकाम कोशिश मे स्वयं फंसती नज़र आ रही है पहले तो लाईव एनकाउंटर की न तो कानून न संविधान इजाज़त देता और यह मानवाधिकारों का भी खुला उल्लंघन था जिस पर पुलिस पर कोई कार्यवाही अभी तक न होना हैरान करने वाला व प्रदेश सरकार के संरक्षण में किया गया कदम लग रहा है। पुलिस एनकाउंटर मे मारे गये नौशाद और मुस्तकीम की क्रिमिनल हिस्ट्री पेशकर रही है। इसके ठीक उलट एनकाउंटर मे मारे गये नौशाद की माँ शाहीन व मुस्तकीम की माँ शबाना ने प्रेस क्लब मे मीडिया से वार्ता करतें पुलिस पर इल्ज़ाम लगाकर कहती है कि एनकाउंटर के 5 दिन पहले पुलिस उनके बेटों को उठा ले गयी थी नौशाद व मुस्तकीम की माँ का कहना है कि वह गरीब परिवार से है मेहनत मज़दूरी करके दो वक्त की रोटी जुटाने मे परिवार की मदद करते थे उन पर कभी कोई भी क्रिमिनल केस नही लगा पुलिस ने झूठी कहानी बताकर मेरे बेटो को फर्ज़ी तरीके से एनकाउंटर मे मारा है दोनो की माँ ने योगी जी मोदी जी से इंसाफ की गुहार लगाई।
वक्ताओं ने कहा पुलिस की कहानी मे छेद ही छेद है पुलिस का कहना है कि एनकाउंटर अगर फर्ज़ी होता तो उसमे इंस्पेक्टर कैसे ज़ख्मी होता पुलिस ने आगे कहा अपराधियों ने 30 राउंड फायर किये हालात को काबू करने मे करीब 2 घंटे लगे लेकिन जब सब कुछ स्क्रीप्टेड नही था तो पुलिस ने ऐसे भागमभाग मे इतने मीडिया वालोँ को वहां बुलाकर लाइव फिल्म की शूटिंग की तरह एनकाउंटर के लिए कैसे बुलाया ? एनकाउंटर पर समाजिक संगठनों ने अपना विरोध दर्ज कराना शुरु कर दिया है फर्ज़ी एनकाउंटर की सीबीआई व उच्चस्तरीय न्यायिक जाँच की माँग लगातार हो रही है प्रदेश सरकार का अपराधियों पर लगाम लगाने के कार्यों का प्रदेश की आवाम खुला समर्थन करती है लेकिन पुलिस अपनी पीठ थपथपाने के लिए फर्ज़ी एनकाउंटरों का सहारा ले रही जिसका प्रदेश की योगी सरकार भी आँखमूँद कर भरोसा कर रही है अलीगढ़ फर्ज़ी एनकाउंटर की गूँज पूरे भारत मे सुनाई दे रही है नौशाद व मुस्तकीम की माँ इंसाफ के लिए दर-दर भटक रही है उनकी कोई सुनवाई नही हो रही है एनकाउंटर की जाँच की माँग करने वालों पर बजरंग दल के कार्यकर्ता/पदाधिकारी निशाना बना रहे है। मोदी सरकार का नारा सबका साथ सबका विकास की हवा निकालने मे स्वयं प्रदेश की पुलिस व कट्टर हिंदूवादी संगठन शामिल है।
सभी वक्ताओं ने एक स्वर मे होम मिनिस्टर जी से अलीगढ़ एनकाउंटर की सीबीआई जाँच कराने पीड़ित परिवार को इंसाफ व 25-25 लाख की आर्थिक मदद दिलाने व अलीगढ़ पुलिस पर कार्यवाही करने, अमित शाह जी से प्रदेश की भाजपा सरकार से कानून व्यवस्था दुरुस्त कराने का दबाव बनाने, राहुल गाँधी जी, मायावती जी, अखिलेश यादव जी से अलीगढ़ एनकाउंटर की सीबीआई जाँच कराने, पीड़ित परिवार को इंसाफ व 25-25 लाख की आर्थिक मदद दिलाने के लिए भाजपा की केंद्र व राज्य सरकार पर दबाव बनाने व इंसाफ दिलाने के लिए आन्दोलन चलाने की गुहार लगाई। मीटिंग के बाद इसी से सम्बंधित स्पीड पोस्ट/ई-मेल के द्वारा पत्र सभी को भेजे गये।
मीटिंग में इखलाक अहमद डेविड, डा० अमानउल्ला खाँ, अब्बास अंसारी, मोहम्मद आसिफ खान, हाजी निज़ामुद्दीन, अफज़ाल अहमद, एजाज़ रशीद, मोहम्मद इस्लाम खान, मोहम्मद तौहीद, हाजी मोहम्मद जमील, मोहम्मद परवेज़, मोहम्मद जावेद, हाजी रईस अहमद, मोहम्मद हफीज़, रौनक अली अंसारी, मोहम्मद शाहिद, शफाअत हुसैन, गुलज़ार आलम, अब्दुल रहमान आदि थे।
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