सारे जहाँ से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा के रचयिता को पेश की खिराज ए अकिदत
कानपुर । एमएमए जौहर फैन्स एसोसिएशन द्वारा मशहूर शायर राष्ट्रीय गीत “सारे जहाँ से अच्छा हिन्दुस्तां हमारा” के रचियता अल्लामा इकबाल की जयंती के अवसर पर एक गोष्ठी का आयोजन प्रेमनगर स्थित कार्यालय में किया गया । राष्ट्रीय अध्यक्ष हयात ज़फ़र हाशमी की अध्यक्षता में आयोजित गोष्ठी का संचालन प्रदेश प्रवक्ता मोहम्मद शारिक मंत्री ने किया,
राष्ट्रीय अध्यक्ष हयात ज़फ़र हाशमी ने कहा कि अल्लामा इकबाल दूरदर्शी सोच के व्यक्ति थे उन्होंने अपनी इंकलाबी शायरियो के ज़रिए अंग्रेज़ी हुकुमत के चुलें हिला दी थी ।
दयारे इश्क में अपना मुकाम पैदा कर, नया जमाना नए सुबह हो शाम पैदा कर, मेरा तरीका अमीरी नही फकीरी है खुदी ना बेच गरीबी में नाम पैदा कर “अब हवांए खुद करेंगी रोशनी का फैसला, जिस दिये जान होगी, वह दिया रह जाएगा । अल्लामा की इन पंक्तियों से उन्हें खिराज ए अकीदत पेश की गई।
हज़ारों साल नरगिस अपनी बेनूरी पर रोती है ।
बड़ी मुश्किल से होता है चमन में दिदावर पैदा।
विचार गोष्ठी मे राष्ट्रीय अध्यक्ष हयात ज़फ़र हाशमी,मोहम्मद शारिक मंत्री, अज़ीज़ अहमद चिश्ती,हाफिज़ मोहम्मद फैसल जाफरी,सैय्यद सुहेल,मोहम्मद इलियास गोपी,एहसान निजामी,मोहम्मद सुफियान, फैज़ बेग, मोहम्मद वसी आदि मौजूद रहे ।
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