कानपुर । एम के यू लिमिटेड हेलमेट यूनिट में आपदा प्रबंधन के मुख्य प्रशिक्षक लखन शुक्ला ने कोरोना से बचाव एवं अग्नि सुरक्षा का प्रशिक्षण दिया सुभारम्भ सुमित खंडेलवाल डारेक्टर ने किया । कोरोना की पहचान जिसके संक्रमण से जुकाम से लेकर सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्या हो सकती है. इस वायरस को पहले कभी नहीं देखा गया है. इस वायरस का संक्रमण दिसंबर में चीन के वुहान में शुरू हुआ था. डब्लूएचओ के मुताबिक, बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ इसके लक्षण हैं । अब तक इस वायरस को फैलने से रोकने वाला कोई टीका नहीं बना है इसके लक्षण इसके संक्रमण के फलस्वरूप बुखार,जुकाम,सांस लेने में तकलीफ, नाक बहना और गले में खराश जैसी समस्या उत्पन्न होती हैं । यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है इसलिए इसे लेकर बहुत सावधानी बरती जा रही है । यह वायरस दिसंबर में सबसे पहले चीन में पकड़ में आया था । इसके दूसरे देशों में पहुंच जाने की आशंका जताई जा रही है बचाव हेतु हाथों को साबुन से धोना चाहिए । अल्कोहल आधारित हैंड रब का इस्तेमाल भी किया जा सकता है । खांसते और छीकते समय नाक और मुंह रूमाल या टिश्यू पेपर से ढककर रखें । जिन व्यक्तियों में कोल्ड और फ्लू के लक्षण हों उनसे दूरी बनाकर रखें अंडे और मांस के सेवन से बचें जंगली जानवरों के संपर्क में आने से बचें शुक्ला ने बताया अग्नि सुरक्षा के उपकरण लगा लेना ही महत्वपूर्ण नहीं है । अपितु उसकी जानकारी होना भी आवश्य्क है उसके चलने का तरीका सबको आना चाहिये शुक्ल ने बताया आग ऑक्सीजन ईंधन तथा उचित ताप के मिलने पर ही लगती है । इन तीन तत्व में किसी एक को कम या हटा दे तो आग पर काबू पाया जा सकता है साफ सफाई का सुरक्षा से गहरा सम्बन्ध है। जितनी बेहतर सफाई होगी हम उतना सुरक्षित होगे।
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