*देश भर की सूफी खानकाहों को आपस में जोडऩे का काम शुरू कर दिया गया है।*
*अजमेर शरीफ के नायब दीवान देश की खानकाहों को जोड़ रहें*
*जल्द ही लखनऊ व अजमेर शरीफ में राष्ट्रीय स्तर का सेमिनार*
मोहसिन सिद्दीकी की रिपोर्ट
कानपुर: गलतफहमियों को दूर करने, मोहब्बत का पैगाम देने, तसव्वुफ की तालीम को आम करने, खानकाही निजाम को कायम करने तथा मुस्लिमों की अन्य समस्याओं को दूर करने के लिए सूफी खानकाहों के सज्जादनशीनों ने कमान संभाल ली है।
देश भर की सूफी खानकाहों को आपस में जोडऩे का काम शुरू कर दिया गया है। इसके लिए आल इंडिया सूफी सज्जादगान कौसिंल का गठन भी कर लिया गया है। इसके संरक्षक अजमेर शरीफ के दीवान सय्यद जैनुल आबेदीन हैं।संगठन के बैनर तले जल्द ही उत्तर प्रदेश में सज्जादानशीनों का एक सेमिनार आयोजित किया जायेगा।
इसमें देश भर मशहूर खानकाहों के सज्जानशीनों को आने का न्यौता भी दिया जा रहा है। सज्जादगान कौंसिल के कनवीनर अजमेर शरीफ के नायब दीवान सय्यद नसीरुद्दीन ने सज्जादानशीनों से सम्पर्क कर रहे हैं। हजरत अब्दुल समद मखदूम शाह सफी के उर्स के दौरान संगठन को लेकर खानकाह सफविया के नायब सज्जादानशीन मौहम्मद अफजाल फारूकी की अध्यक्षता में एक अहम बैठक आयोजित की गयी ।
बैठक में प्रदेश की कई खानकाहों के सज्जादानशीनों से शिरकत की। इस दौरान अजमेर शरीफ के नायब दीवान सय्यद नसीरुद्दीन ने मौजूदा वक्त मे इसकी अहमियत और कार्यो पर रोशनी डाली।
उन्होने दूसरी खानकाहों के सज्जादानशीनों से राय मशविरा भी किया। कौंसिल को लेकर सवाल व जवाब का दौर भी चला। सय्यद नसीरुद्दीन ने बताया कि मौजूदा वक्त में मुस्लिमों, खासकर सूफी खानकाहों को लेकर दूसरे धर्मो में काफी गलतफहमियां हैं। इसके साथ ही सूफी खानकाहों के भी अपने मसले हैं। देश में जिस तरह के हालत है उसमें अपनी बात को रखने तथा सूफियों की कै पैगाम को आम करने की बहुत जरुरत है।
कौंसिल का एक सेमिनार नवम्बर में लखनऊ में आयोजित किया जायेगा। इसके बाद अजमेर शरीफ में जनवरी में राष्ट्रीय स्तर पर सेमिनार आयोजित किया जायेगा।
अफजाल अहमद फारूकी सफवी ने बताया कि मस्जिदों के इमामों से सम्पर्क कर उनसे जुमे की तकरीरों में दीन के लिए सूफियों की खिदमत पर रोशनी डालने तथा नौजवानों को तसव्वुफ की अहमियत बताने की अपील की जायेगी।
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