कानपुर । मंगलवार सरकार ने शराब की दुकानों को करोना काल में एक बार फिर से खोल दिया है दुकान खुलते ही नशे ब़ाज़ो में खुशी की लहर दौड़ गई । वहीं आम आदमी ने इस पर चिंता व्यक्त की है इन लोगों का मानना है कि शराब की दुकानें खोलने से करोना संक्रमण का दायरा बढ़ सकता है सरकार को ऐसी स्थिति में शराब, देसी ठेके, अंग्रेजी बियर की दुकानों नहीं खोलनी चाहिए । इस पर विपक्ष पार्टी सपा युवा सिख मोर्चा के अध्यक्ष कमलजीत सिंह मोनू ने विरोध जताया सपा नेताओं ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया कहा कि कॅरोना की पहली लहर में शराब की दुकानें खोल दी थी सरकार का यह तर्क था कि शराब से करोना हारेगा किंतु करोना नहीं हारा शराब पीकर कुछ लोग मर जरूर गए और कारोना दूसरी खतरनाक लहर में जा पहुंचा ।
उ0प्र 0सरकार ने अपनी अर्थव्यवस्था तो संभाल ली जनता को छोड़ा भगवान भरोसे” समाजवादी युवा सिख मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कवलजीत सिंह मानू ने बताया करोना लॉकडाउन का सरकार पालन करवा रही है । वहीं दूसरी ओर शराब की दुकानें खुलने से लॉकडाउन की धज्जियां उड़ाते हुए लोग एक ऊपर एक चढ़कर दारू खरीदते नजर आए व्यापारी परेशान है दुकान का किराया देना, बिजली का बिल देना है, स्कूल की फीस देनी है, त्यौहार के लिए किया गया स्टॉक बेचने में दिक्कत हो रही है । व्यपारी द्वारा लिया लोन पर ब्याज पड़ रहा है सरकार अपनी अर्थव्यवस्था को संभालते हुए देसी शराब, भांग और अंग्रेजी ठेके खोलने का आदेश को मध्यम व निम्न वर्ग पर “कोढ़ में खाज” का काम किया है । शराब की दुकानें बंद रहने से ग्रहणी जहां खुश थी पर शराब की दुकानें खुलने से उनका घरेलू बजट बिगड़ जाएगा सरकार से विनती है कि आम आदमी का ध्यान रखते हुए प्रत्येक तरह की दुकानों को दिन में कुछ समय के लिए खोलने की इजाजत दी जाए सरकार को शराब के ठेके बंद कर देनी चाहिए ।
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