कानपुर । किसान आंदोलन को 6 महीने पूरे हो गए एक ओर करोना महामारी के कारण पूरा भारत बंद है आर्थिक व व्यवसायिक गतिविधियां रुकी हुई है वहीं दूसरी ओर देश का अन्नदाता अपनी जान की परवाह किए बगैर अन: उगा कर हमारी थाली तक पहुंचा रहा है । विगत 6 माह से तीन काले कानूनों के विरोध में सर्दी,गर्मी, बरसात की परवाह किए बगैर किसान धरने पर बैठा है । देश में कोई अभिनेता की मृत्यु हो जाती है या किसी अभिनेत्री का छज्जा टूट जाता है देश के बड़े-बड़े नेता,अभिनेता, क्रिकेटर अपने ट्विटर अकाउंट से उनको श्रद्धांजलि देते हैं,रोष प्रकट करते हैं महीनों उन पर टीवी पर डिबेट चलती रहती है । देश के सैकड़ों अन्नदाता काले क़ानून का विरोध करते करते शहीद हो गए किसी ने उनकी सुध नहीं ली । इसलिए हम समाजवादी युवा सिख मोर्चा आज के दिन को काला दिवस के रूप में मना रहे हैं अपने घरों पर काला झंडा विरोध स्वरूप लगाया है ।
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