कानपुर । मोहम्मदी यूथ ग्रुप के अध्यक्ष इखलाक अहमद डेविड ने मुल्क के कुछ सूबों में अज़ान को लेकर मुस्लिमों में व्यक्त शंका पर प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से मामले को संज्ञान में लेकर सूबे के मुख्यमंत्रियों से अज़ान पर रोक लगाने वाली घटनाएं को रोकने की मांग की और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी और गृहमंत्री अमित शाह जी को ई-मेल, ट्विटर के माध्यम से पत्र भेजा।
इखलाक अहमद डेविड ने कहा कि रमज़ान के पवित्र माह के शुरु होने के साथ ही मुल्क के कई सूबो से खबरे समाचार पत्रों,न्यूज़ पत्रिकाओं व सोशल मीडिया में वीडियो के माध्यम से लगातार आ रही है कि मस्जिदों में लाउडस्पीकर से अज़ानों पर प्रतिबंध लगा दिया है जिसमें मुल्क के दिल्ली,हरियाणा व उत्तर प्रदेश मुख्य सूबे है । कुछ जगहो पर पुलिसकर्मियों मौखिक व कुछ जगहों पर मस्जिदों के दरवाजों पर नोटिस चस्पा किये गये है,मस्जिदों के पेश इमामों व क्षेत्रों की आवाम ने जब पूछा किसके आदेशों पर नोटिस चस्पा व अज़ानों पर रोक लगाने की बात कही जा रही है तो पुलिसकर्मी मौखिक आदशों का हवाला देकर अपना पल्ला झाड़ कर चले जाते पुलिस द्वारा अज़ान पर रोक के कई वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे है रमज़ान में इबादतों को रोकने की यह साजिश ने मुस्लिमों की मज़हबी जज़्बातों को तकलीफ पहुंचाई है ।
दिनांक 26 अप्रैल,2020 को मन की बात में प्रधानमंत्री जी ने कहा कि रमज़ान के पवित्र माह में इस बार पहले से ज़्यादा इबादत करें ताकि ईद आने से पहले दुनियां कोरोना मुक्त हो जाये और हम पहले की उमंग और उत्साह के साथ ईद मनाएं । जिसका देश की आवाम के साथ पूरी दुनियां की आवाम ने सरहाना की। लेकिन हमारे ही मुल्क के कुछ सूबों की सरकारों ने रमज़ान के पवित्र माह में इबादतों मे खलल डालने व मुसलमानों के मज़हबी जज़्बातों को भड़काने के मद्देनज़र पुलिस के माध्यम से यह कार्य हो रहा है,दिल्ली मे LG और हरियाणा-उत्तर प्रदेश में DM-SSP के मौखिक आदेशों का हवाला दिया गया है जिससे मुसलमानों में बहुत नाराज़गी व गुस्सा है रमज़ान में लाउडस्पीकर से अज़ाने अफ्तार-सहरी-शबे कद्र का ऐलान की आवाज़ न आने से इबादते कैसे करेगे धीरे-धीरे यह बात पूरे देश मे फैलती जा रही है जिससे देश की कानून व्यवस्था पर बुरा प्रभाव पड़ सकता जो मुसलमानों को इबादत से रोकना चाहते है आखिर उनका क्या मकसद है केंद्र व राज्य के आदेशों के बिना यह क्यों हो रहा है जाँच का विषय है । यह आदेश मन की बात में कहे संदेश पर कटाक्ष है । इखलाक अहमद डेविड ने प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से मामले को संज्ञान में लेकर सूबे के मुख्यमंत्रियों से अज़ान पर रोक लगाने वाली घटनाएं को रोकने की मांग की और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी और गृहमंत्री अमित शाह जी को ई-मेल,ट्विटर के माध्यम से पत्र भेजा।
Leave a Reply