कानपुर । हम में से हर एक व्यक्ति अपने जीवन में सफलता प्राप्त करना चाहता है | परन्तु कामयाबी की कोई निश्चित परिभाषा नहीं होती , पर अपने जीवन में तय किये गए लक्ष्यों की प्राप्ति ही सफ़लता कहलाती है | ज़्यादातर लोगो की यह समस्या होती है कि सफल होने के लिए कौन सा मार्ग अपनाया जाये | क्या कोई अच्छी सी नौकरी करके कामयाब बना जाये या फिर कोई व्यापार किया जाये | ये अक्सर देखा जाता हैं कि अगर एक रास्ते पर चलकर कोई व्यक्ति सफ़ल हुआ है तो दूसरा भी उस रास्ते पर चलकर सफ़ल ही होगा | ऐसे हजारों उदाहरण हमारे सामने हैं जहाँ पर लोगों ने अलग – अलग क्षेत्रों में सफ़लता मिली है | आपको यह भी बता दें कि लक्ष्य भी उसी को प्राप्त होता है जो उसके लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध रहता है तथा उसके प्रति त्याग दिखाता है । बहुत से छात्र-छात्राएं दसवीं की पढ़ाई के बाद से कॉमर्स की पढ़ाई की तरफ रुख कर लेते हैं। ऐसा इसलिए नहीं कि उन्हें मैथ्स या फिर साइंस से डर लगता है।वास्तव में यही हमारे जीवन का उद्देश्य होना चाहिये | यदि हम ऐसा कर लेते हैं, तभी सही मायने में हम सफ़ल हो पायेंगे | जीएसटी यानी गुड्स एंड सर्विस टैक्स के लागू होने बाद रोजगार के मौकों पर भी इसका असर है। जीएसटी ने जॉब के मौके बढ़ाए हैं । नए परिदृश्य में टैक्स और टेक्नॉलजी से जुड़े प्रफेशनल्स की मांग में इजाफा देखा जा रहा है और जीएसटी प्रैक्टिशनर के लिए खूब मौके दिखयी दे रहे हैं ।चूंकि आज के समय में जीएसटी प्रैक्टिशनर एक बेहद डिमांडिंग फील्ड बन चुका है । हमारे देश में निजी कंपनियों के विस्तार और बहुराष्ट्रीय कंपनियों के लगातार आगमन से जीएसटी प्रैक्टिशनर ,सीए, आइ सी डब्ल्यू ए, सी एस, कंप्यूटर एकाउंटेंसी के जानकारों की लगातार डिमांड बढ़ रही है । अगर आप भी जीएसटी प्रैक्टिशनर बनने में रुचि रखते हैं तो सबसे पहले आपको जान लेना चाहिए कि जीएसटी प्रैक्टिशनर के क्षेत्र में जाने के लिए आपको किस तरह की जानकारी और कहां तक की शिक्षा आवश्यक है । यदि आप कॉमर्स विषय से हैं तो यह आपको आगे काफी सहायता कर सकता है। इसके अलावा ऑडिटिंग, कॉमर्शियल लॉ, अकाउंटेंसी के साथ-साथ कॉमर्स विषय से ग्रेजुएशन पूरा करने वाले छात्र भी इसे कर सकते हैं। जीएसटी प्रैक्टिशनर सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त वह व्यक्ति होता हैं जिसको करदाता अपने जीएसटी सम्बंधित कार्य करने की अनुमति देता हैं | अब प्रश्न ये उठता है कि कौन व्यक्ति जीएसटी प्रैक्टिशनर हो सकता है तो अब हम आप को बता रहे है कि जीएसटी प्रैक्टिशनर बनने के लिए क्या योग्यताएं आवश्यक हैं सबसे पहले वह भारत का नागरिक हो | उसका मानसिक संतुलन सही हो | वह दिवालिया ना हो और न्यायालय द्वारा किसी भी ऐसे अपराध में दोषी न पाया जाना जिसमें कम से कम दो वर्ष की सज़ा हो तथा कॉमर्स, लॉ, बैंकिंग, ऑडिटिंग, बिज़नेस मैनेजमेंट आदि में ग्रेजुएट या पोस्ट ग्रेजुएट हो | जीएसटी प्रैक्टिशनर और अनुभवी टैक्स कंसल्टेंट फैज़ुल नबी ने बताया कि जी एस टी क़ानून के तहत किसी भी करदाता को विभिन्न प्रकार के कार्य करने होते हैं । जैसे जीएसटी का रजिस्ट्रेशन करना, जीएसटी के रिटर्न फाइल करना आदि| जीएसटी कानून के अनुसार कोई भी करदाता चाहे तो इस प्रकार के काम जीएसटी प्रैक्टिशनर के द्वारा भी करवा सकता हैं | जीएसटी प्रैक्टिशनर एक टैक्सपेयर की जीएसटी से जुडी अनिवार्यताओं को पूरा करने में मदद करता है। एक टैक्सपेयर अपनी जीएसटी से जुडी कंप्लायंस को पूरा करने के लिए किसी जीएसटी प्रैक्टिशनर की मदद ले सकता है। अगर कोई व्यक्ति जीएसटी प्रैक्टिशनर बनना चाहता है, तो यह जरुरी है कि वह बेसिक कंडीशन को पूरा करे। जीएसटी प्रैक्टिशनर के लिए ऑनलाइन अप्लाई किया जा सकता है। ऑनलाइन अप्लाई करने के लिए www.gst.gov.in पर जाना होगा और इसके बाद ऑनलाइन फॉर्म पी सी टी 01 रजिस्ट्रेशन के लिए भरना होगा । जीएसटी प्रैक्टिशनर के लिए रजिस्टर होने के लिए वैलिड मोबाइल नंबर,वैलिड ईमेल आई डी,पेन नंबर ,एड्रेस प्रूफ,आपकी योग्यता के सम्बन्ध में सपोर्टिंग डाक्यूमेंट्स और एक की फोटो की आवश्यकता होगी. संवादाता दानिश खान..
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