कानपुर । चिन्हितकरण,पंजिकरण एवं नामांकन कार्यक्रम के सम्बंध में कलेक्ट्रेट सभागार में कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी डॉ0 ब्रह्म देव राम तिवारी महोदय ने कड़े निर्देश देते हुए कहा कि मेरी बैठकों में केवल जिला स्तरीय अधिकारी जिनको बैठक में बुलाया गया हो वो ही उपस्थित रहे,अपने प्रतिनिधि को बिना मुझे अवगत कराएं न भेजे आज बैठक में अल्पसंख्यक अधिकारी,पंचायत राज विभाग ,समाज कल्याण विभाग तथा ए0एल0सी0 द्वारा स्वयं न उपस्थित हो कर अपने प्रतिनिधि को बैठक में भेजने पर सभी का स्पस्टीकरण मांगने के निर्देश दिये।बैठक के दौरान समस्त अधिकारी उपस्थित हो गए थे।उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि परिषदीय विद्यालयों के बच्चों तथा पब्लिक स्कूलों के बच्चों को 2 माह में एक बार इन बच्चो के आपस मे स्कूलों का भ्रमण कार्यक्रम बनाया जाए जिससे बच्चों की कुछ मानसिकता बदलेगी जैसे परिषदीय स्कूल के बच्चों को पब्लिक स्कूलों का भ्रमण कराया जाए,पब्लिक स्कूलों में किस तरीके से बच्चे पढ़ते है बैठते है वहा कैसा वातावरण है उसके लिए उनका भ्रमण कराया जाए ।इसी तरह पब्लिक स्कूलों के बच्चों को परिषदीय स्कूलो व ग्रामीण क्षेत्रों का परिवेश उन्हें पता चल सके इसके लिए उनको,खेल,खलियान,बाग,बगीचों ,तालाबों,कुओं नहरों आदि प्राकृतिक संसाधनों का भ्रमण कर उन्हें विस्तार से बताया जाये कि उनकी धरोहर हमारी संस्क्रति के एक रूप यह भी है जिसका हमारे जीवन मे कितना महत्व है उन्हें पता चल सके साथ ही उन्होंने कहा कि यह विजिट प्रतिकूल मौसम में ही कराया जाए,इसके लिए एक कार्य योजना बनाने के लिए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया।जिलाधिकारी ने निर्देशित करते हुए कहा कि समस्त पब्लिक स्कूलों में यह सुनिश्चित किया जाए कि गरीब बच्चों के लिए जो सरकार द्वारा योजना चलाई जा रही है उनको अपने विद्यालय में पंजीकरण कराना सुनिश्चित किया जाये जिसके तहत गरीब बच्चों का एडमिशन पब्लिक स्कूलों किया जाना है जिसे समस्त स्कूल प्रबंधन कराना सुनिश्चित करें यदि जिन भी विद्यालय की शिकायत प्राप्त होती है कि उनके द्वारा एडमिशन नही लिया गया तो उनका पंजीयन निरस्त कर दिया जाये उक्त निर्देश जिला विद्यालय निरीक्षक को दिये समस्त स्कूलो को यह अवश्य जानकारी रहे कि सरकार की योजना का पालन न करने वाले विद्यालयों की मान्यता निरस्त करा दी जाये।उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि समस्त एबीएसए अपने-अपने क्षेत्रों में बृहद अभियान चलाकर बिना मान्यता प्राप्त संचालित स्कूलों को तत्काल बंद कराए यदि बिना मान्यता के स्कूल चलते मिले तो उनके खिलाफ एफआइआर भी दर्ज करायी जाये।उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए प्रदेश सरकार विभिन्न लाभकारी योजनाएं चला रही है जिसके तहत कायाकल्प योजना के अंतर्गत समस्त विद्यालयो में बेहतर वातावरण करते हुए उनका कायाकल्प कराये जाने के निर्देश दिये।समस्त विद्यालय में वृहद वृक्षारोपण कराते हुए उनमें शौचालय,पेयजल व्यवस्था तथा समस्त विद्यालयों में बच्चों के लिए लाइब्रेरी बनाई जाए। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि अभियान चलाकर बच्चों की उपस्थिति सुनिश्चित करते हुए उनकी टैगिंग करते हुए उनका पंजीकरण कराया जाये साथ ही उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि ईट,भट्टो,खदानों,कंस्ट्रक्शन क्षेत्रों में श्रमिकों के बच्चों के लिए एक क्लास रूम बनाया जाये जिसमे प्राथमिक विद्यालय के अध्यापको द्वारा उनको बढ़ाया जायेगा ।उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि शिक्षा मित्र,अध्यापक,प्रधानाचार्य घर घर जाकर पंजीकरण हेतु अभिभावकों को जागरूक करें ग्रामीण क्षेत्रों में अभिभावकों , ग्राम पंचायत अधिकारी, ग्राम प्रधान के साथ बैठक करते हुए उन्हें शिक्षा के महत्व के विषय में बताएं और छुटे बच्चों की उपस्थिति कराते हुए पंजीकरण कराना सुनिश्चित कराएं। उन्होंने कहा कि शारदा ऐप व प्रेरणा ऐप के माध्यम से विद्यालयों में कराई जाने वाली एक्टिविटी की जानकारी उसमें अपलोड की जाए तथा समस्त अध्यापकों की ट्रेनिंग भी कराई जाये जिन अध्यापकों की ट्रेनिंग हो उनका टेस्ट पेपर भी अवश्य कराया जाए ताकि यह पता हो सके कि उन्होंने किस गुणवत्ता का प्रशिक्षण प्राप्त किया है।उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि समस्त सरकारी विद्यालयों के बच्चों का आधार कार्ड बनाया जाए यह सुनिश्चित किया जाए साथ ही प्राइवेट स्कूलों में भी बच्चों के आधार कार्ड बनाने हेतु कैंपों का आयोजन किया जाए। सभी प्राथमिक विद्यालयों में खेलों का आयोजन होता रहे यह सुनिश्चित किया जाए ताकि बच्चों में खेल की भावना भी रहे। उन्होंने कहा कि परिषदीय स्कूलों व प्राइवेट स्कूलों के बच्चों में आपसी तालमेल हो इसके लिए बच्चों को एक दूसरों के विद्यालयों का भ्रमण कराया जाए ताकि उन्हें एक दूसरे के विद्यालयों के विषय में पता चल सके। उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्रों के बच्चों में मूलभूत जानकारी उन्हें प्राकृतिक विषय की नहीं होती है इसके लिए इन बच्चों को प्राइमरी स्कूलों में भ्रमण कराया जाए तथा उन्हें खेत खलियान बाग बगीचा तालाबों आदि में घुमा कर उन्हें प्राकृतिक संसाधनों के विषय में उन्हें बताया जाए। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि इसी क्रम में प्राइमरी बच्चों को भी शहरी परिवेश हेतु उन्हें भी प्राइवेट स्कूलों का भ्रमण कराया जाए ताकि उनका मस्तिक विकसति हो सके। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि कायाकल्प योजना के तहत स्कूलों को मॉडल स्कूल के रूप में विकसित किया जाए जिसमें प्राइवेट स्कूलों की सुविधाए बधाई जाये जिसके क्रम में प्रथम फेस में फाइव स्टार स्कूलों का निर्माण कराया जाए इसके बाद धीरे-धीरे समस्त विद्यालयों को इसी आधार पर विकसित किया जाएगा। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि प्राइवेट स्कूल और परिषदीय स्कूलों के अध्यापकों का एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया जाए ताकि आपस में सामंजस्य भी रहे। उन्होंने कहा कि दीक्षा ऐप के माध्यम से बच्चों को आधुनिक तरीके से शिक्षा देने के लिए समस्त अध्यापक इस ऐप को डाउनलोड करते हुए इसको देखें और उसी आधार पर बच्चों को आधुनिक तरीके से शिक्षा दे । बैठक में मुख्य विकास अधिकारी श्री सुनील कुमार सिंह,जिला विद्यालय निरीक्षक बेसिक शिक्षा अधिकारी,समस्त एबीएसए, तथा प्राइवेट स्कूलों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
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