मो0 नदीम सिद्दीकी
कानपुर 03 नवंबर 2018
एक ओर देश के प्रधानमंत्री पूरे देश मे स्वच्छ भारत अभियान के तहत सम्पूर्ण रूप से स्वच्छता अभियान को सफल बनाने के लिए विभागीय अधिकारियो से लेकर आमजन मानस से सहयोग की अपील कर रहे है वही दूसरी ओर छावनी क्षेत्र में स्वच्छता अभियान को लेकर बोर्ड।अधिकारी व सभासद पूर्ण रूप से उदासीनता बरतने में कोई कसर नही छोड़ रहे है
बताना चाहेंगे छावनी बोर्ड अंतर्गत मीरपुर छावनी वार्ड नं0 2 स्थित कमेला पर लगभग कुछ माह पूर्व एक कूड़ेघर का निर्माण किया गया था कूड़ेघर का उद्देश्य था कि आसपास के इलाको का कूड़ा यहां इकट्ठा किया जाएगा जिसे बाद में बोर्ड कर्मचारियों द्वारा उठवाया जाएगा परन्तु आठ माह बीत जाने के बाद अभी तक कोई भी बोर्ड कर्मचारी नजर नही आया है उल्टा पीपल्स या पाथे नामक कम्पनी के कर्मचारी ये कहकर गाड़ियों में भरकर कूड़ा फेक जाते थे कि इकट्ठा होने के बाद बड़ी गाड़ियों से कूड़ा उठवाया जाएगा कूड़ा डम्प होने की वजह से क्षेत्र में गंदगी फैलने लगी है जिससे लोगो को स्वास्थ्य सम्बन्धी शिकायतो का सामना करना पड़ रहा था मामले की गम्भीरता को देखते हुए लोगो ने क्षेत्रीय सभासद चोखे लाल को समस्या से अवगत कराया चोखे लाल ने साफ शब्दों में कह दिया कि यहां का वोट नही है हम कुछ नही कर सकते है इस पर लोगो ने कहा वोट नही है तो क्या हुआ हम इंसान नही है क्या हम इस देश के नागरिक नही है गन्दगी से सभी वोटर भी परेशान है ये सुनकर चोखे लाल बगले झागते हुए वहां से खिसक लिए गन्दगी की चपेट में आकर आसपास का वातावरण दिन प्रतिदिन दूषित हो रहा है जिसके कारण लोगो को कई तरह की बीमारियों से भी जुझना पड़ रहा है बदलते मौसम में डॉक्टरों के यहां लम्बी कतारे इस ओर इशारा करती है बोर्ड अधिकारी ऐसी कोई तैयारियां नही करते है जिससे गंदगी से पैदा होने वाली बीमारियों से निपटा जा सके
*कूड़े की चपेट में आकर दो गायो की हुई थी मौत*
जब से कुड़ेघर का निर्माण हुआ है तब से लोगो की परेशानियां कम होती नही दिख रही है कूड़ा ना उठने की वजह से पूरे क्षेत्र में फैला रहता है जिससे आसपास के लोगो को बदबू के मारे सास लेना भी दूभर सा हो गया है इसलिए लोगो ने कूड़े से निजात पाने के लिए कई बार कूड़े को जलाया भी है परन्तु इसके बावजूद कूड़े से लोगो को निजात नही मिल रही है अक्सर भोजन की तलाश में यहां पर जानवरो का झुंड मौजूद रहता है कुछ माह पूर्व सड़ा गला भोजन व कूड़ा खाकर दो गायो की मौत भी हो चुकी है इसकी जानकारी बोर्ड सफाई अधीक्षक प्रवीन गुप्ता को दी गई थी तो उनका कहना था कि उनकी जानकारी में ये कूड़ाघर नही है ना हि किसी ने उनको जानकारी दी है उनको ये भी बताया गया कि कूड़े की चपेट में आकर दो गायो की मौत भी हो चुकी है उसके बाद भी अभी तक सफाई अधीक्षक ने कोई कार्यवाही नही की है अब अधिकारी ही उदासीनता की चादर ओढ़ लेंगे तो कर्मचारियों का क्या हाल होगा
बहरहाल मामला कुछ भी हो अगर जल्द ही बोर्ड अधिकारी उदासीनता की ओढ़ी हुई चादर उतारकर नही फेकेंगे तो आज गन्दगी की चपेट में जानवर आए है कल इंसान भी आ सकते है इसका ज़िम्मेदार कौन होगा ये बताने की जरूरत नही
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