कानपुर । भूखे तड़पती हुई जनता का दर्द कोई नहीं समझ सकता एक तरफ कोविड-19 की वैश्विक महामारी की वजह से गरीब, असहाय जनता भुखमरी की कगार तक पहुंच चुकी है ऐसी स्थिति में सरकार वादे खूब कर रही है लेकिन सत्यता यह है कि झुग्गी झोपड़ी मे रहने वाले लोगों का कोई पुरसा हाल नहीं हैं कुछ लोगों को अनाज पहुंच जाता है, लेकिन वह लोग जिनको पहुँच नहीं पता वह अपने पेट की आग कैसे बुझाएं कहावत है कि जिसका कोई नहीं उसका खुदा है यारों कुछ ऐसी ही मिसाल देखने को मिली कानपुर सेंट्रल स्टेशन के बाहर झुग्गी झोपड़ी में बैठे लोगों को समाजवादी पार्टी की महिला प्रदेश सचिव उजमा इकबाल सोलंकी अपने समर्थकों के साथ गरीब, असहाय, रूप से लड़ रहे लोगों के बीच पहुंचकर भोजन वितरण किया खाने के पैकेट देखते ही नन्हे-मुन्ने बच्चे, बुजुर्ग महिलाएं चेहरों पर खुशी की लहर दौड़ गई मानो के ईश्वर ने धरती भी कोई फरिश्ता भेज दिया हो ईश्वर करे ऐसे ही कुछ फरिश्ते एक दूसरे की मदद और दर्द को समझे गरीब इंसान भूखा ना रहे । उजमा इकबाल सोलंकी ने कहा कि समाजवादी रसोई के द्वारा शहर के अलग जगहों पर भोजन वितरण कार्यक्रम किया जा रहा । इस अवसर पर सपा प्रदेश महासचिव उजमा इकबाल सोलंकी, हसन सोलंकी कमलजीत मानु, मुमताज मंसूरी, एजाज शाह आदि लोग मौजूद रहे ।
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