कानपुर । संतुलित फीस की मांग को लेकर अखिल भारतीय पीड़ित अभिभावक महासंघ,उन्नाव अभिभावक संघ,मायरा फाउंडेशन ट्रस्ट के सदस्यों ने बच्चों की बंदूक लेकर जोरदार प्रदर्शन किया । राकेश मिश्रा निडर,शाकिर अली उस्मानी, सुनीत तिवारी,शबाब हुसैन,नवीन अग्रवाल,एड.अवधेश पांडे, विवेक दुबे,एड,विवेक हिंदू,केसी शर्मा,मोहम्मद शारिया, महताब,जीशान,एस के साहू,पंकज यादव,हरिशंकर प्रजापति, रमाकांत,सोनू शुक्ला,एड.उषा मिश्रा,एड सचिन तिवारी,एड बृजेंद्र श्रीवास्तव,दिलीप सिंह बागी,मोहम्मद अच्छे,जितेन्द्र बाजपेई ने जोरदार नारे लगाए । शिक्षा अब बट्टा है,स्कूल के हाथ में कट्टा है । डीएम,सीएम से यारी है,फर्जी विद्यालय जारी है । शिक्षा का अधिकार कार्यकर्ता ने कहा कि सरकार ने चलचित्र ग्रहों का कर माफ कर दिया है परंतु अभिभावकों द्वारा संतुलित फीस की मांग को नजरअंदाज किया जा रहा है । उन्होंने आगे कहा कि निजी विद्यालय पहले फीस,कॉपी, किताबों के नाम पर लूट करते थे परंतु अब डकैती डाल रहे हैं । फर्जी विद्यालय जिला अधिकारी,जिला विद्यालय निरीक्षक ,जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी की मिलीभगत से संचालित हो रहे हैं । उन्होंने बिल्ला बाग कंगारू किड्स स्कूल 15/63 सिविल लाइन,द कंगारू किड्स प्रीस्कूल एंड क्लब किदवई नगर,बिल्लाबाग हाई इंटरनेशनल स्कूल 124 कैंट, कानपुर को अमान्य विद्यालय बताया और स्पष्ट शब्दों में कहा इन स्कूलों के पास मान्यता ही नहीं है परंतु जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी मान्यता प्रत्याहरण की बात कर रहे हैं जोकि पूर्णतया हास्यप्रद है । उनके द्वारा मांग की गई कि शासन जांच करके बताएं कि किन-किन प्रशासनिक राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय के तर्ज पर ऑनलाइन शिक्षा का शुल्क निजी विद्यालयों द्वारा लिया जाए । जो विद्यालय वार्षिक 20000 से अधिक किसी भी मद में शुल्क ले रहे हैं उनकी ऑडिटेड बैलेंस शीट उपलब्ध कराई जाए । 19 अक्टूबर से निजी विद्यालय खोलने हेतु उनके द्वारा अभिभावकों की अपने बच्चों को स्कूल भेजने की जो स्वीकृति मांगी जा रही है,उस विषय पर निजी विद्यालयों को भी जिम्मेदारी के दायरे में लाया जाए और निजी विद्यालयो द्वारा बच्चों की सुरक्षा हेतु और उससे संबंधित तैयारियों के आशय से एक शपथ पत्र लिया जाए ।
Leave a Reply