कानपुर । इस वर्ष भारत ने एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में 73 साल पूरे किए हैं,इसलिए भारत में 74 वां स्वतंत्रता दिवस 2020 मनाया जाएगा । इस संबंध में पी पी एन इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य राकेश कुमार यादव ने बताया कि स्वतंत्रता दिवस राष्ट्रीय पर्व को कोरोना महामारी के साए में मनाया जाएगा । सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए मास्क पहनना अनिवार्य किया गया है । कोरोना महामारी को देखते हुए छात्रों को कार्यक्रम में आमंत्रित नहीं किया जाएगा । 15 अगस्त 1947 भारत के लिए बहुत भाग्यशाली दिन था । इस दिन अंग्रेजों की लगभग 200 वर्ष गुलामी के बाद हमारे देश को आजादी प्राप्त हुई थी । भारत को आजादी दिलाने के लिए कई स्वतंत्रता सेनानियों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी ।स्वतंत्रता सेनानियों के कठिन संघर्ष के बाद भारत अंग्रेजी की हुकूमत से आजाद हुआ था । देश के हर व्यक्ति के लिए बेहद महत्व रखता है । इस दिन को झंडा फहराने के समारोह,सांस्कृतिक आयोजन मास्क पहनने के साथ-साथ सामाजिक दूरी का ध्यान रखते हुए किए जाने का दिशा निर्देश सरकार द्वारा जारी किया गया है । कोरोना महामारी के चलते स्कूल और कॉलेज 31 अगस्त 20 तक सरकार के दिशा निर्देश के अनुसार बंद है । ऐसी परिस्थिति में छात्रों को ऑनलाइन स्टडी विद्यालय द्वारा कराई जा रही है,इसलिए इस बार 15 अगस्त को छात्रों को ऑनलाइन स्टडी ग्रुप के माध्यम से स्वतंत्रता दिवस पर कविता लेखन, निबंध प्रतियोगिता, पोस्टर प्रतियोगिता,स्लोगन प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा।हमारे देश में युवाओं में राष्ट्र बदलने की शक्ति है।यह माना जाता है कि किसी देश का भविष्य युवा पीढ़ी पर टिका है। इसलिए यह हमारा कर्तव्य बनता है कि हम राष्ट्र की सेवा करें तथा अपने देश को बेहतर बनाने के लिए हर संभव प्रयास करें।स्वतंत्रता दिवस मनाने का मुख्य उद्देश युवा पीढ़ी को इस देश के लिए,उनके लिए एक बेहतर जगह बनाने के लिए स्वतंत्र सेनानियों के द्वारा किए गए बलिदानों से अवगत कराना है।देश भक्ति में सराबोर हुए आजादी के दीवानों का जत्था जिनकी कुर्बानियों के आगे अंग्रेजी हुकूमत को यहां से विदा होना पड़ा।हम याद करें मंगल पांडे की कहानी जिन्होंने निस्वार्थ भाव से अंग्रेजों के विरुद्ध अलख जगाकर आजादी की जंग छेड़ दी थी।राम प्रसाद बिस्मिल,भगत सिंह,आजाद आदि के त्याग एवं बलिदान की कहानी को इतनी जल्दी कैसे भूल गए?आज गांधी,बाल गंगाधर तिलक के साथ-साथ देश की आजादी की जंग में सक्रिय भूमिका निभाने वाले अनेक गुमनाम शहीद हर भारत से पूछ रहे हैं क्यों भारत के इसी स्वरूप के लिए हमने बलिदान दिया? हमारा देश तेजी से विकास कर रहा है।देश तीव्र गति से तकनीकी, शिक्षा ,खेल ,वित्त और कई दूसरे क्षेत्रों में विकास कर रहा है जो बिना आजादी के संभव नहीं था। परमाणु ऊर्जा और समृद्ध देशों में भारत एक है।ओलंपिक,कामनवेल्थ,गेम्स एशियन गेम्स जैसे खेलों में भारत सक्रिय रुप से भागीदार है।आज भारत का गौरव विश्व में और भी ऊंचा हो रहा है। भारत में उद्योग बढ़ रहा है और दुनिया भर की कंपनियां निवेश कर रही है । शिक्षा के क्षेत्र में देश ने नई ऊंचाइयों को छुआ है ।
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