शाह मोहम्मद
कानपुर । महिला महाविद्यालय किदवईनगर कानपुर में गांधी जयंती के 150 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में मानव संसाधन विकास मंत्रालय भारत सरकार के निर्देशानुसार महाविद्यालय की एकेडमी कमेटी के द्वारा विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का आरम्भ महाविद्यालय की प्राचार्या डा. बी. आर. अग्रवाल ने गांधी जी की प्रतिमा पर माल्यापर्ण एव दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया।
तत्त्पश्चात प्राचार्या डा. बी. आर. अग्रवाल ने अपने वक्तव्य में छात्राओं को सम्बोधित करते हुवे कहा कि सृजनात्मक से न केवल आत्मविश्वास में वृद्धि होती है बल्कि आत्मविश्वास को द्रढ़ता भी मिलती है। ‘स्वच्छता पखवाड़ा’ के अन्तर्गरत आयोजित कार्यक्रमो के माध्यम से शांति स्वच्छता अहिंसा सभी से सम्बंधित प्रतियोगिताओं का मुख्य उद्देश्य छात्राओं एंव समाज मे अधिक से अधिक लोगो को गांधी जी के व्यक्तित्व और उनके विचारों से अवगत कराना है। वर्तमान परिपेक्ष में महात्मा गांधी के संदर्भ में प्राचार्य जी ने कहा महात्मा गांधी के लिए ये नारा की स्वच्छता ही सेवा है।सर्वाधिक प्रासंगिक है यदि प्रेत्यक व्यक्ति स्वच्छता के प्रति सचेत हो जाये तो आधी से ज़्यदा बीमारी स्वतः समाप्त हो जाएंगी ।
स्वच्छता पखवाड़ा के अंतर्गत संगीत विभाग की छात्राओं ने गांधी जी के भजनों रघु पति राजा राम, तथा जन तो तेने कहिये, की मनोहर प्रस्तुति से सभी श्रोताओं को मन्त्रमुग्ध कर दिया। चित्रकला विभाग की छात्राओं ने अपने चित्रांकन में स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारत शांति एंव प्रेम से सराबोर चित्रण कर भाईचारे का संदेश दिया तथा उत्कृष्ट कलाकृतियों की सराहना की गई। इतिहास तथा राजनीति शास्त्र विभाग के द्वारा ,गांधी एक यात्रा, लघु नाटक का मंचन किया गया तथा साथ ही निबंध प्रितियोगिता, प्ररनोत्तर प्रितियोगिता का आयोजन किया गया।
इसी श्रीखला के अंतर्गत गांधी स्वच्छता पखवाड़ा समापन समारोह में शैक्षणिक समिति के द्वारा एक भाषण प्रितियोगिता भी आयोजित की गई जिसका विषय सत्य अहिंसा के रास्ते पर चल कर ही भारत पुनः विशवगुरु बन सकता है।
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