कानपुर । रेलवे चाइल्ड लाइन कानपुर विगत 3 वर्षों में 4159 बच्चों की मदद कर सेंट्रल स्टेशन पर केक काटकर मनाई । तीसरी वर्षगांठ 10 जनवरी 2021 सुभाष चिल्ड्रन सोसायटी द्वारा संचालित कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर बच्चों की मदद के लिए संचालित चाइल्ड हेल्प डेस्क का संचालन विगत 10 जनवरी दो हजार अट्ठारह से किया जा रहा है । जिस क्रम में आज 10 जनवरी 2021 को रेलवे चाइल्डलाइन कानपुर की तीसरी वर्षगांठ पर कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर स्थित चाइल्ड चाइल्ड हेल्प डेस्क में रेलवे स्टेशन के पास रहने वाले लगभग 50 से अधिक बच्चों के साथ रेलवे चाइल्ड लाइन कानपुर की टीम व रेलवे अधिकारियों व पुलिस अधिकारियों ने केक काटकर वर्षगांठ मनाई । कार्यक्रम के दौरान रेलवे चाइल्ड, लाइन के निदेशक कमल कांत तिवारी जी ने बताया कि विगत 3 वर्षों की सफलता के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि रेलवे चाइल्ड लाइन द्वारा विगत 3 वर्षों में कुल 4159 बच्चों को मदद पहुंचाई गई जिसमें 1761 बच्चों को परिजनों से मिलाया गया व 99 बच्चों को बाल कल्याण समिति के आदेश अनुसार सरकारी व गैर सरकारी आश्रय ग्रहों में आश्रय दिलाया गया हुआ कोविड-19 के दौरान 2105 बच्चों को भोजन मास्क सेनीटाइजर की मदद पहुंचाई गई साथ ही कार्यक्रम के दौरान बच्चों को केक बिस्कुट चॉकलेट गुब्बारे समोसे आदि का वितरण किया गया और लोगों से अपील की गई कि स्टेशन परिसर में बाल हितैषी वातावरण बनाने की अपील की गई साथ ही उपस्थित लोगों को रेलवे चाइल्ड लाइन के कार्यक्रम के प्रति जागरूक किया गया रेलवे चाइल्ड लाइन के निदेशक कमल कांत तिवारी ने बताया कि चाइल्डलाइन महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार द्वारा चलाई जाने वाली देश की सबसे बड़ी हेल्प लाइन है । उन्होंने बताया कि यदि समाज में किसी भी व्यक्ति को कोई बच्चा भूला भटका घायल गुमशुदा या ऐसा बच्चा जो अपनी पारिवारिक स्थिति के कारण शिक्षा एवं अन्शिक्षा एवं अन्य मूलभूत सुविधाओं को नहीं प्राप्त कर पा रहा है इन सभी दशाओं में उक्त बच्चों की मदद करने हेतु हमें चाहिए कि हम किसी भी फोन से 10 98 नंबर डायल करके ऐसे बच्चों की सूचना नजदीकी चाइल्डलाइन में कार्यरत स्वयंसेवी को दें ताकि चाइल्डलाइन सदस्य बच्चों की त्वरित उचित मदद कर सके साथ ही कार्यक्रम के दौरान स्टेशन अधीक्षक अनिल कुमार तिवारी व क्षेत्राधिकारी जीआरपी कमरुल हसन खान ने रेलवे चाइल्ड लाइन कानपुर के कार्यों की सराहना की और कहा कि रेलवे चाइल्ड लाइन को जिस समय भी उनकी मदद की आवश्यकता होगी वह साथ में होंगे । साथ ही रेलवे चाइल्ड लाइन कानपुर के समन्वयक गौरव सचान ने सभी को नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं दी वह बताया कि बच्चों के पुनर्वासन की प्रक्रिया के बारे में विस्तृत जानकारी दी जिसके साथ ही कहा कि बच्चे अपने परिवार की विभिन्न परिस्थितियों व समस्याओं से जूझते हुए आर्थिक तंगी से परेशान परिजनों से नाराज बच्चे ट्रेन को सरल माध्यम मानते हुए पलायन कर जाते हैं और रेलवे स्टेशन पर आकर विभिन्न अराजक तत्वों के संपर्क में आकर गलत संगति व नशे की प्रवृत्ति में लिप्त हो जाते हैं और अपने जीवन को नरकी बना लेते हैं और चाइल्डहेल्प डेस्क योजना भारत की बहुत ही महत्वपूर्ण योजना है जो कि बच्चों को परिजनों से भी छोड़ने व बच्चों को गलत संगत में लिप्त होने से रोकने में कारगर सिद्ध हो रही है और मैं लोगों से अपील की अगर किसी को कोई भी मुसीबत में फंसा हुआ बच्चा दिखाई दे तो उसकी मदद के लिए 1098 नंबर डायल कर उस बच्चे की मदद कर सकते हैं । इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से रेलवे चाइल्ड निदेशक कमल कांत तिवारी समन्वयक गौरव सचान काउंसलर मंजू लता दुबे संगीता सचान रीता सचान दिनेश सिंह अनामिका मिश्रा अमिता तिवारी नारायण दत्त त्रिपाठी, रामानंद पाठक सेंट्रल स्टेशन अधीक्षक अनिल कुमार तिवारी क्षेत्राधिकारी जीआरपी कमरुल हसन खान जीआरपी स्पेक्टर राममोहन राय विपिन कुमार यादव आरपीएफ स्पेक्टर पी के ओझा एसआई कीर्ति प्रकाश कनौजिया नसीमा व 50 से अधिक बच्चे उपस्थित रहे ।
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