मो० अनीस/ अकबर अली
कानपुर । आज 2 अक्टूबर जिसे हम गाँधी जयन्ती के रूप में मनाते हैं।
आखिर मनाएं भी क्यों न वो राष्ट्र पिता हैं हमारे।
आज के दिन पुर देश मे चारों दिशाओं में गाँधी को नमन करने की फिजायें बानी हुईं हैं। हर्षोल्लास से गांधी जी क जन्म दिवस मनाया जाता है।
आपको बताते चलें कि आज गाँधी जी का 150 वाँ जन्म दिवस है, परन्तु आज भी गाँधी जी हमारे जीवन मे अपने उच्च विचारों व अपने आदर्शों में साथ उपस्थित हैं, जिससे हम देशवासियों में खुशी वयाप्त रहती है ।
गाँधी जी ने अपने पूरे जीवनकाल को देश के लिए समर्पित कर दिया ,मानो ये देश उनका अपना एक परिवार है और इस परिवार की रक्षा और सुरक्षा बनाये रखना चाहते थे, इस कारण उन्हें राष्ट्र पिता कहा जाता है।
गाँधी जी ने अपने जीवनकाल में अपने देश भारत की अखंडता व भाईचारा बनाये रखने के लिए अनेको नेक आंदोलन चलाये जो इस देश की जनता की भलाई के लिये ही थे, और यदि उनकी बनाई नीतियों का पालन होता रहा तो जन्म जन्मान्तर तक भविष्य में कभी कोई परेशानी जनता के सामने नहीं आएगी।इसी बात को मद्दे नज़र रखते हुए उनके द्वारा चलाये गए आन्दोलनों में से सिर्फ एक का वर्णन करता हूँ, जो उस समय भी उपयोगी था और आज भी उपयोगी है और भविष्य में भी रहेगा।।
स्वच्छ भारत आंदोलन मैं इसी आंदोलन की बात कर रहा हूँ
दस दशकों से भी अधिक पुराना ये आंदोलन आज भी चल रहा है।
नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के उन के द्वारा एक बार फिर ये अभिया चलाया गया जी आज का सत्र 2018 ,में ये आंदोलन काफी अच्छी तरह से फल फूल रहा है पूरे देश मे सफाई अभियान युद्ध स्तर पर चलाया जा चुका है और हर समय पर चलाया जाता रहता है। झाड़ू तो यहाँ सभासद से लेकर राष्ट्रपति तक स्वयं अपने हाथों से लगाते हैं।
अब आप ही बताएं कि जिस देश में राज्य मंत्री यहां तक पूरा मन्त्रिमण्डल झाड़ू अपने हाथों में लेकर कर *स्वछ भारत अभियान* चलाए, तो मजाल है कि भारत का एक भी कोना गंदा रह जाए ?
होंना तो ऐसा ही चाहिए था परन्तु हुआ कुछ इसका उल्टा होता भी कैसे न कागज़ी नियमों में और हकीकत की ज़िंदगी मे जमीन आसमान का फर्क जो है।
आज सफाई अभियान की सच्चाई किसी भी नागरिक से छुपी नहीं है , देश के ये हालात हैं कि महामारी फैली हुई है, देश के कोने कोने में गंदगी, कूड़ा,सीवर भराव सभी कुछ तो मौजूद है।
मैं अपनी क़लम से पूरे देश मे फैली गन्दगी का विस्तार पूर्वक एक एक जगह का वर्णन तो नहीं कर सकता परंतु एक वाक्य में पूरे देश का दर्द बयां करता हूँ कि हर सरकारी अस्पतालों में रोज़ मरीजों की संख्या में लगातार व्रद्धि हो रही है,और देश में महामारी फैलने का खतरा बना हुआ है।
इसी श्रंखला में मैं आपको बाबू पुरवा के मोहल्ला अजीत गंज वार्ड 36 की दशा का चित्र सहित वर्णन करता हूँ । पूरे बाबूपुरवा क्षेत्र में सीवर भराव इस कदर वयाप्त है की हर गली, मोहल्ला,घर सीवर के पानी से भरा हुआ है।
लोगों के घरों के किचन के अंदर पानी पहुंचा हुआ है। लोगों का खाना पीना दूभर है।
इस समस्या में डूबे लोगों का हाल कुछ इस तरह है जैसे स्वछ भारत मे नहीं बल्कि किसी नाले में जीवन बिता रहे हैं?
क्षेत्रीय लोगों में एक ओर महामारी का डर है तो वहीं दूसरी ओर पार्षद की बेपरवाही से आक्रोश है। जबकि जोन 3 के सभी अधिकारियों को न जाने कितनी बार अवगत कराया जा चुका है फिर भी समस्या का निदान नहीं हो सका ।
– फैसल अंसारी,मुबीन अहमद,बेबी,मुख्तार,गफ्फार,जलीस,आफताब
आदि लोगों ने अपनी समस्या को सामने रख के निदान की गुहार लगाई।।
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