कानपूर । वेलनटाईनडे की बेहयाई लड़के लडकियों का बेहूदगी से मिलना नाजायेज़ तअल्लुक के लिए गिफ्ट का लेनदेन समाज की पवित्रा को खत्म कर रहा है । बेहयाई फ़ैल रही है बहन बेटियों की इज्ज़ते तारतार होती हैं । कभी मर्डर और रेप तक नौबत पहुंच जाती हैं उक्त विचार आल इंडिया गरीबनवाज़ कौंसिल के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मोहम्मद हाशिम अशरफी ने अहमद नगर में काउंसिल के तत्वाधान आयोजित गरीबनवाज़ हफ्ता के ६वे प्रोग्राम में किया । उन्होंने कहा इस्लाम बेहयाई की रोक थाम करने वाला पाकीज़ा और पवित्र मजहब है । उसने इंसानी ख्वाहिशो को पूरा करने के लिए निकाह का जायज़ रास्ता बताया है खुद पैगम्बरे इस्लाम की अज्वाजे मोतहहेरत के साथ जिंदगी मोहब्बत की एक बेहतरीन मिसाल है आप ने बीवी के मुंह में खाने का निवाला डालने को सदका बताया है । समाज तेज़ी से फैलती हुई बेहयाई को रोकने के लिए ज़रूरी है की निकाह को आम और सादा किया जाये बगैर ढोल बजे बारात और लम्बी दावतों के सिर्फ चंद लोगों की मौजूदगी में मस्नूंन तरीके से निकाह करें । इस से अल्लाह और रसूल खुशनूदी हासिल होगी समाज में इज्जत बड़ेगी और गुनाहों से बचेगा और घरेलु ज़िन्दगी में आराम और सकून होगा । इस से पूर्व हाफिज अरशद अशरफी ने कुरान की तिलावत से प्रोग्राम को शुरू किया नात कारी मोहम्मद अहमद ने पढ़ा इस अवसर पर खास तोर से मौजूद रहे कारी मोहम्मद नौशाद, करी मोहम्मद याकूब, कारी कासिम बरकती, सुहैल अहमद, मोहम्मद आदिल, इकबाल अहमद वगैरा इस पूर्व गरीब नवाज़ हफ्ते का पांचवा प्रोग्राम मदरसा महमूदिया तलाक महल में हुआ ।
Leave a Reply