कानपुर । पैथोलॉजी कर्मी सजीत यादव की अपहरण के बाद हुई हत्या के पर्दाफाश की पुलिसिया कहानी को घर वालों ने झूठ करार दिया । इस संदर्भ में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया कानपुर नगर अनुसूचित जाति जनजाति प्रकोष्ठ एवं आर्य नगर प्रभारी प्रभात गहरवार ने अपने निजी कार्यालय मैं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल यादव के निर्देश अनुसार नगर अध्यक्ष आशीष चौबे के नेतृत्व में बैठक संपन्न हुई । प्रभात गहरवार ने बैठक के दौरान कहा कि संजीत के पिता ने एडीजी के सामने निलंबित एसपी दक्षिण अपर्णा गुप्ता और बर्रा थाना इस्पेक्टर रंजीत राय की खूब कलाई खोली पिता ने तो यह भी बता दिया बेटा तो हाथ से गया बेटी को झूठे आरोप में फंसा रहे थे संजीत यादव के पिता की बात से इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है की पुलिसिया रवैया कितना परिवार के साथ खराब रहा।बैठक के दौरान यह विचार विमर्श किया गया कि प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया मांग करती है कि सजीत यादव अपहरण कांड की सीबीआई जांच कराई जाए दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा जाए एवं ₹30 लाख रुपए की रकम जो अपहरण करने वालों को दी गई थी उस धनराशि को पुलिस बरामद आरोपियों से बरामद करके पीड़ित परिवार को सौंपा जाए पीड़ित परिवार को पूरी कानून व्यवस्था दी जाए और साथ ही उनके परिवार को आर्थिक मुआवजा 1 करोड़ रुपए,परिवार के एक सदस्य को दिया जाए सरकारी नौकरी दी जाए! उपस्थिति में प्रभात गहरवार अनुसूचित जाति जनजाति प्रकोष्ठ अध्यक्ष, हरि कुशवाहा, दीपू पांडे सुरेंद्र महतो संजय नारंग राजकुमार प्रवीण गहरवार, सत्यपाल अंबेडकर बाबा चौधरी मनीष हटी, लोग रहे।
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