कानपुर । पी0 पी0 एन इंटर कॉलेज में सरदार वल्लभभाई पटेल की 145 वीं जयंती राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाई गई इस अवसर पर विद्यालय में ऑनलाइन निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया । जिसका शीर्षक आतंकवाद व नक्सलवाद राष्ट्रीय एकता के सबसे बड़े बाधक और राष्ट्रवाद एवं मानवतावाद था जिसमें अधिकतर छात्रों ने इस प्रतियोगिता में अपनी सहभागिता सुनिश्चित की । पी पी एन इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य राकेश कुमार यादव ने बताया कि शासन के आदेशानुसार विद्यालय प्रांगण में सरदार वल्लभ भाई पटेल के चित्र पर माल्यार्पण किया गया और राष्ट्रीय एकता और अखंडता को बनाए रखने के लिए विद्यालय के समस्त शिक्षक एवं शिक्षणेतर कर्मचारीयो और छात्रों ने निम्न शपथ ली । “मैं सत्य निष्ठा से शपथ लेता हूं कि मैं राष्ट्र की एकता अखंडता और सुरक्षा को बनाए रखने के लिए स्वयं को समर्पित करूंगा और अपने देशवासियों के बीच यह संदेश फैलाने का भी भरसक प्रयत्न करूंगा । मैं यह शपथ अपने देश की एकता की भावना से ले रहा हूं । जिसे सरदार वल्लभ भाई पटेल की दूरदर्शिता एवं कार्यों द्वारा संभव बनाया जा सकेगा । मैं अपने देश की आंतरिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपना योगदान करने का भी सत्य निष्ठा से संकल्प करता हूं । शपथ समारोह के साथ ही साथ विद्यालय के प्रधानाचार्य राकेश कुमार यादव तथा शिक्षकों द्वारा बल्लभ भाई पटेल की जीवनी और उनके द्वारा देश सेवा के लिए किए गए योगदान पर भी प्रकाश डाला गया । सरदार वल्लभभाई पटेल का जन्म 31 अक्टूबर 1875 ईस्वी को नडियाद गुजरात के एक पाटीदार जाति में हुआ था । इन्होंने अपनी शिक्षा मुख्यतः स्वाध्याय से ही प्राप्त की । सरदार पटेल को सरदार नाम बारडोली सत्याग्रह के समय वहां के महिलाओं के द्वारा दिया गया था । बाद में सरदार उनके नाम के साथ ही जुड़ गया है । आजादी के बाद ज्यादातर प्रांतीय समितियां सरदार पटेल के पक्ष में थी । भारत के एकीकरण में सरदार पटेल का योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण था इसलिए उन्हें भारत का लौह पुरुष कहा गया है 15 दिसंबर 1950 ईस्वी को उनकी मृत्यु हो गई। प्रतिवर्ष उनके द्वारा किए गए कार्यों के देखते हुए 31अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है ।
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