
संपत्ति के लालच में बेटी ने किया रिश्तों का कत्ल–पुलिस ने महज कुछ ही घंटे में किया दोहरे हत्याकांड का खुलासा
भौतिक और वैज्ञानिक साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने कसा शिकंजा -बेटी और उसके प्रेमी का भाई को भी पुलिस ने किया गिरफ्तार , कुबूला अपराध -प्रेमी भी है घटना की साजिश में शामिल -शक न हो इसके लिये शव के पास बैठकर रोती रही आरोपित बेटी -पुलिस आयुक्त समेत सभी आलाधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर की जांच
शावेज़ आलम
कानपुर : संपत्ति का लालच किसी को इस कदर हैवान बना सकता है , यह किसी ने नहीं सोचा होगा । मकान जमीन का लालच इस कदर हावी हो गया कि गोद ली गई बेटी ने रिश्तों का कत्ल कर डाला । इतने सालों तक पालने पोसने वाले माता और पिता की गला रेतने में बेटी के हाथ एक बार भी नहीं कापे । थाना बर्रा क्षेत्र में हुए दोहरे हत्याकांड को पुलिस ने कुछ ही घंटे में खोल दिया । पुलिस ने आरोपी बेटी और उसके प्रेमी के भाई को गिरफ्तार किया ।
सोमवार रात करीब तीन बजे 112 नंबर पर दोहरे हत्याकांड की सूचना पुलिस को मिली । सूचना पर पुलिस आयुक्त विजय सिंह मीना व अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच गये । घटना स्थल पर मूलरूप से जनपद कानपुर आउटर के थाना महाराजपुर के प्रेमपुर निवासी फील्ड गन फैक्ट्री से सेवानिवृत्त 65 वर्षीय मुन्नालाल उत्तम जोकि करीब 25 वर्ष से 55 वर्षीय पत्नी राजदेवी और बेटे विपिन के साथ बर्रा दो के ईडब्लयूएस 985 स्थित मकान में रहते थे । वहां मुन्नालाल और राजदेवी की गला रेतकर हत्या हो गई थी । जिस वक्त यह वारदात हुई उस वक्त बेटी आकांक्षा और विपिन भी घर पर मौजूद थे । बेटा विपिन घर की तीसरी मंजिल पर और गोद ली हुई बेटी आकांक्षा नीचे मा बाप के साथ सो रही थी । मौके पर पहुंची पुलिस और फोरेंसिक टीम ने घटना स्थल से भौतिक और वैज्ञानिक साक्ष्य जुटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी । मुन्नालाल के बेटे विपिन ने पुलिस को बताया कि सोमवार की रात को आकांक्षा ने अनार का जूस निकाल कर सबको दिया था , जिसे पीने के बाद चक्कर सा आने लगे । उसके बाद वह तीसरी मंजिल पर सोने चला गया । जबकि मम्मी पापा और आकांक्षा नीचे सो गए थे ।
आकांक्षा ने पुलिस और अपने भाई को बताया कि रात करीब दो बजे तीन लोग घर में दाखिल हुए जिसमें भाई विपिन का साला मयंक उत्तम , सुरेश व एक अन्य व्यक्ति था , जिन्होंने माता पिता की हत्या दी । विपिन की तहरीर पर पुलिस ने विपिन के साले मयंक , सुरेश व एक अज्ञात पर मुकदमा अपराध संख्या 484/22 में 302 आइपीसी लिखा गया । इसके बाद जांच के लिये गठित पुलिस टीमें अलग – अलग दिशा में जांच के लिये रवाना हो गई । मयंक और सुरेश को पूछताछ के लिये हिरासत में लिया गया । घटना स्थल पर लगे सीसीटीवी फुटेज को जब देखा गया तो उसमें एक व्यक्ति रात करीब एक बजे दिखा जो कि बेरोकटोक होकर घर में दाखिल हुआ और वही व्यक्ति रात करीब तीन बजे एक बैग लेकर के गेट से पहले बाहर झांका और फिर जाता हुआ दिखाई दिया ।
यह थी वजह👇👇👇
कड़ाई से पूछताछ में आकांक्ष ने बताया मुन्ना लाल और राजदेवी उसके असल माता पिता नहीं है, इसकी जानकारी उसे कुछ साल पहले हुई ।
दोनों का व्यवहार मेरे साथ भेदभाव वाला था । जितने पैसे वह चाहती थी उतने पैसे नहीं देती थी । जबकि भाई की हर डिमांड पूरी होती थी । हर वक्त डाट उपटकर बात करते थे । इससे वह उन्हें रास्ते से हटाकर पूरी संपत्ति पर कब्जा करना चाहती थी । यह बात उसने अपेन प्रेमी राहुल और उसके भाई रोहित को बताई इसके बाद ही हत्या की साजिश रच डाली । वह भाई विपिन के ससुरालीजनों से चल रहे थे विवाद का फायदा उठाकर हत्या का पूरा आरोप उनके सर मंढना चाहती थी
ऐसे हुई वारदात • 👇👇👇
आकांक्षा के प्रेम संबंध मूलरूप से जनपद फतेहपुर के थाना बकेवर के गांव शाहजहांपुर के रहने वाले राहुल उत्तम पुत्र विद्यासागर से थे । जोकि उसकी मौसी का रिश्तेदार है और सेना में एएमसी में है और मुंबई में काम कर रहा है । राहुल का भाई रोहित यह अपराधी प्रवृत्ति का व्यक्ति है और पहले भी चोरी के मुकदमें में 2019 में बकेवर थाने से जेल जा चुका है । राहुल और रोहित के साथ मिलकर आकांक्षा ने अपने मां बाप की हत्या कर भाई को उनकी हत्या में फंसाने के लिये साजिश रची थीं ।
इनकी साजिश के अनुसार मा और बाप को मारकर भाई को नींद की हालत में जहर देकर मार देंगे तथा उसे आत्महत्या का रूप दिखाएंगे । इस संबंध में राहुल के कहने पर रोहित ने लालचवश घटना को आकांक्षा के साथ मिलकर अंजाम दिया । साजिश को पूरा करने के लिए शाम को ही रोहित द्वारा दिया गया नशीला पदार्थ जूस में मिलाकर आकाक्षा ने अपने मां बाप और भाई को दे दिया था जिसको पीकर सबको चक्कर आ रहा था । सभी बेहोश होकर सो गये थे । इनके बेहोश होने पर रात करीब पौने एक बजे व्हाटसअप काल के माध्यम से आकांक्षा ने रोहित को बुला लिया और दरवाजा खोल दिया । अंदर घुसने पर रोहित के कहने पर आकांक्षा ने रोहित के साथ शारीरिक संबंध भी बनाए । इसके बाद दोनों ने मिलकर पहले मुन्नालाल और फिर उनकी पत्नी राजदेवी की गला रेतकर हत्या कर दी व छत पर सोए हुए विपिन को जहर पिलाने का प्रयास किया लेकिन विपिन के हिलने डुलने व आवाज करने से डर गये क्यों कि पास की छत पर ही लोग सोए हुए थे । इसके बाद वह लोग नीचे उतर आए । इसके बाद आलाकत्ल और खून से सने कपड़े बैग में रखकर चला गया । इसके बाद आकांक्षा ने सभी को जगाया और तीन लोगों की कहानी सुनाई । आकांक्षा से मिली जानकारी पर अलग – अलग टीमें बनाई और जांच के लिये रवाना की गई इसके बाद मंगलवार को आकांक्षा को हिरासत में लिया गया । टीम द्वारा आज दोपहर लगभग 12 बजे भोगनीपुर से रोहित को गिरफ्तार किया गया है , जिसने अपनी और अपने भाई राहुल की घटना में संलिप्तता स्वीकार की है ।
यह मिले वैज्ञानिक साक्ष्य 👇👇👇
पुलिस ने दोहरे हत्याकांड की जांच करते हुए जब वैज्ञानिक साक्ष्य जुटाए तो पुलिस और फोरेंसिक टीम ने बेंजाडीन टेस्ट कराया । टेस्ट में आकांक्षा के कपड़ो और शरीर पर मानवरक्त की पुष्टि हुई तथा उसकी पैंटी पर सीमेन मौजूद होने की पुष्टि हुई
Leave a Reply