● दरगाह की इंतज़ामिया कमेटी ने एक गाइडलाइन जारी
करते हुए शाह मदार के मुरीदों से क़ुल शरीफ़ में शिरकत न
करने की गुजारिश की है
● मुरीदों से कहा गया है कि वो अपने स्थान पे रहकर उर्स
की सभी रस्मों को आनलाइन ज़हरा यूट्यूब चैनल पे देख
सकते हैं
● इसी तरह वो प्रसाद भी निःशुल्क आगामी तीस नवंबर तक
आनलाइन पंजीकरण कराकर उनकी जानिब से पा सकते हैं
कानपुर । मदारिया सूफ़ी सिलसिले के बानी हज़रत बदीउददीन ज़िन्दा शाह मदार साहब का 604वां उर्स केंद्र व राज्य सरकारों द्वारा जारी लाकडाउन संबंधी दिशा निर्देशों के तहत 31 दिसम्बर से शुरू होगा जो तीन दिन 2,3जनवरी को संपन्न होगा । इसीलिए दरगाह की इंतज़ामिया कमेटी ने एक गाइडलाइन जारी करते हुए शाह मदार के मुरीदों से क़ुल शरीफ़ में शिरकत न करने की गुजारिश की है । सज्जादानशीन सैयद नुरुल अराफात ज़ाफरी ने जानकारी दी कि मुरीदों से कहा गया है कि वो अपने स्थान पे रहकर उर्स की सभी रस्मों को आनलाइन ज़हरा यूट्यूब चैनल पे देख सकते हैं । इसी तरह वो प्रसाद भी निःशुल्क आगामी तीस नवंबर तक आनलाइन पंजीकरण कराकर उनकी जानिब से पा सकते हैं । गाइडलाइन में यह भी कहा गया है कि कोरोना से आर्थिक रुप से बर्बाद लोगों के लिए लंगर, अलाव एवं कंबल वितरण कम से कम शाह मदार के नाम पर तीन दिनों तक बांटे जाएं । इतिहास गवाह है कि शाह मदार के पीछे लाखों का मजमा चलता था और सभी के खाने का इंतज़ाम कुतुबुल मदार के इशारे पर होता था ।
शाह मदार ने किवदंती के अनुसार 596 वर्ष की आयु पायी। उनका जन्म हलब (सीरिया) में हुआ था । मकनपुर में उन्होंने 838 हिजरी में पर्दा किया था ।
Leave a Reply