कानपुर । खानकाहे हुसैनी में विलादते हज़रत इमाम हुसैन से हुसैनी लंगर 3 शाबान से बदस्तूर जारी हुसैनी लंगर का आज समापन हुआ। हुसैनी लंगर से गरीबों, मज़दूरो, बेसहारों की मदद इंसानियत-मानवता को जिन्दा रखने व लोगो में खिदमते खल्क के जज़्बे के पैगाम को आम किया जा रहा है। हुसैनी लंगर के आज 72 दिन कर्बला के 72 शहीदों की निस्बत से पूरे होने के बाद उनका ज़िक्र कर दुआ के बाद आज समापन किया गया। लाकडाउन में गरीबों-मज़दूरो को खाना खिलाया व प्यासों को पानी पिलाया गया इस्लाम में इंसानियत के कामों मे हिस्सा लेने को सबसे बड़ा सवाब कहा गया है व खिदमते खल्क के कामों में मज़हब ढूंढने को गलत कहा गया। खानकाहे हुसैनी के साहिबे सज्जादा इखलाक अहमद डेविड चिश्ती ने बताया कि लाकडाउन के बीच विलादत ए इमाम हुसैन से हुसैनी लंगर 3 शाबान से खानकाहे हुसैनी मे लंगर तैयार किया जाता है सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए लंगर का वितरण गरीब मज़दूर भूखों को खानकाहे हुसैनी से किया जाता उसके बाद खानकाहे हुसैनी से जुड़े लोग कर्नलगंज, नई सड़क, मूलगंज, चमनगंज, ग्वालटोली, इलाको के मज़दूरो,बेसहारों भूखों को भोजन वितरण कर इंसानियत-मानवता की सेवा कर रहे है । आज 72 वां दिन मे अभी तक 18000 मज़दूरो, बेसहारों भूखो को खाना खिलाया गया है लंगर वितरण विलादते इमाम हुसैन, विसाल खातूने जन्नत, विलादते इमाम हसन व शहादत मौला अली के बीच भोजन अलग-अलग व्यंजनों व मिठास के साथ वितरण किया गया है। दुआ मे खानकाहे हुसैनी के साहिबे सज्जादा इखलाक अहमद डेविड चिश्ती ने अल्लाह की बारगाह अपने हबीब मौला अली हसन हुसैन कर्बला के 72 शहीदों के सदके में हमारे मुल्क सूबे शहर में खुशहाली अमन कायम रहने व जानलेवा वबा से निजात की दुआ की ।
हुसैनी लंगर वितरण में खानकाहे हुसैनी के साहिबे सज्जादा इखलाक अहमद डेविड चिश्ती, हाजी गौस रब्बानी, मोहम्मद शाहिद चिश्ती, परवेज़ आलम वारसी, शमशुद्दीन फारुकी, मुबारक अली बकाई, मुबश्शीर निज़ामी, मोहम्मद हबीब वारसी, मोहम्मद हफीज़, मोहम्मद जावेद नईमुद्दीन फारुकी, मोहम्मद वसीम कादरी, शारिक सूफी आदि लोग रहे ।
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