कानपुर । लॉकडाउन के दौरान निरंतर जनहित के सराहनीय कार्यों को कर रहे ह्यूमन काइंड वेलफेयर के सदस्यों ने कल रात्रि मानवता की एक अनूठी मिसाल को पेश किया ज़ियाउल (भोजयर,ज़िला इस्लामपुर, पश्चिम बंगाल) में रहने वाला एक श्रमिक जो अपनी गर्भवती पत्नी व परिजनों के साथ अहमदाबाद (गुजरात) में रहकर मजदूरी का कार्य करता था।
लॉकडाउन लागू के बाद बेरोजगार हुआ यह श्रमिक मजबूरीवश अपनी गर्भवती पत्नी व परिवारजनों संग बस द्वारा अपने घर वापस जा रहा था, बस के जाजमऊ चेकपोस्ट (कानपुर, उ.प्र) पहुँचने पर इस व्यक्ति की गर्भवती पत्नी को प्रसव पीड़ा होने लगी | महिला की गंभीर हालत को देखकर बस चालक द्वारा तत्काल बस को जाजमऊ चेकपोस्ट (कानपुर, उ.प्र) पर रोक दिया गया और आस – पास के लोगों से मदद की माँग की गयी ।
जाजमऊ चेकपोस्ट (कानपुर, उ.प्र) पर प्रतिदिन की भांति प्रवासी श्रमिकों को राहत सामग्री वितरित कर रहे ह्यूमन काइंड वेलफेयर के सदस्यों को जैसे ही सूचना प्राप्त हुई वे सभी तत्काल उस गर्भवती महिला को अपने वाहन से समीप में स्थित एक निजी अस्पताल लेकर गए ।
अस्पताल के कर्मचारियों ने उस गर्भवती महिला की गंभीर अवस्था को देखने के बाद भी उनको अपने अस्पताल में दाखिल करने से साफ़ मना दिया तो ह्यूमन काइंड वेलफेयर के सदस्यगण तत्काल उस महिला को डफ़रिन अस्पताल लेकर आये और उनको यहां दाखिल कराया ।
लगभग आधे घंटे बाद उस महिला द्वारा सामान्य रुप से एक बच्चे को जन्म दिया गया । प्रसव के पश्चात् अस्पताल के चिकित्सकों द्वारा महिला व उसके नवजात शिशु की स्थिति सामान्य होने पर उस महिला को घर जाने की अनुमति प्रदान करने पर ह्यूमन काइंड वेलफेयर के सदस्यो ने महिला की समस्त दवाओं व खाने – पीने की वस्तुओं का प्रबंध कर वापस अपने वाहन द्वारा जाजमऊ चेकपोस्ट (कानपुर, उ.प्र) पर उनकी बस तक पहुँचाया ।
इस नेक कार्य के लिए उस महिला के समस्त परिजनों और बस में सवार सभी यात्रियों द्वारा ह्यूमन काइंड वेलफेयर के सभी सदस्यो के अभूतपूर्व प्रयासों की भूरि – भूरि सराहना कर आभार व्यक्त किया गया ।
ह्यूमन काइंड वेलफेयर के सदस्यो में प्रमुख रुप से मोहम्मद शकील, अहमद गाज़ी,सैय्यद अबरार,अबुल हसन,अशफ़ाक़ सिद्दीकी व सैय्यद असरार शामिल थे जिन्होंने जनहित के महान कार्य को संपन्न किया ।
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