डेंगू के डंक से लिवर, किडनी एवं हार्ट पर होने वाले दुष्प्रभावों के असर को दूर करती हैं होम्योपैथिक दवाएं
होम्योपैथिक दवाओं की दो डोज से ही डेंगू, चिकनगुनिया, इनफ्लुएंजा, मलेरिया, वायरल निमोनाइटिस व प्लेटलेट बढ़ाने का शर्तिया संपूर्ण उपचार संभव
आरोग्य धाम के निशुल्क होम्योपैथिक चिकित्सा शिविर में उमड़ी भीड़ में 600 से अधिक मरीजों ने प्राप्त की होम्योपैथिक दवाएं
लगातार बुखार, जोड़ों में दर्द, चलने में दिक्कत हो तो ना ले दर्द निवारक दवाएं, हो सकता है चिकनगुनिया
अत्यधिक एंटीबायोटिक, दर्द निवारक दवाएं व स्टेरॉयड खोखला करती शरीर एवं घटाती प्रतिरोधक क्षमता
आरोग्यधाम के शिविर में 150 से अधिक मरीजों में पाए गए डेंगू जैसे लक्षण
सिर दर्द तेज बुखार बेहोशी व शरीर के किसी भाग से रक्तस्राव हो तो हो सकता है डेंगू हेमोरेजिक फीवर
जोड़ों में दर्द, जी मिचलाना, प्लेटलेट्स कम होना, चक्कर व बेचैनी हो सकता है डेंगू एवं चिकनगुनिया का लक्षण
स्टेरॉइड्स, एंटीबायोटिक, दर्द निवारक, दवाएं वायरल जनित बीमारियों में बेअसर
कानपुर । आज श्री दिगंबर जैन पवित्र औषधालय सोसायटी द्वारा सरसैया घाट कानपुर में एक निशुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया जिसमें समिति के अध्यक्ष संतोष जैन, मंत्री संदीप जैन, एवं कोषाध्यक्ष राजीव जैन ने आरोग्यधाम के वरिष्ठ होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ हेमंत मोहन व डॉ आरती डॉक्टर के साथ दंत चिकित्सक डॉक्टर सचिन भल्ला, फिजियोथैरेपिस्ट डॉक्टर उमंग अवस्थी, एवं डॉक्टर नवनीत मिश्रा द्वारा मरीजों को निशुल्क चिकित्सकीय परीक्षण एवं दवा वितरण किया गया । शिविर में आरोग्यधाम ग्वालटोली के वरिष्ठ होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ हेमंत मोहन एवं वरिष्ठ होम्योपैथिक स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर आरती मोहन ने 600 से अधिक मरीजों का परीक्षण करके उन्हें निशुल्क होम्योपैथिक दवाएं प्रदान की। शिविर में 150 से अधिक मरीज ऐसे पाए गए जिनमें डेंगू बुखार जैसे लक्षण थे। इस अवसर पर डॉ हेमंत मोहन ने बताया कि बदलते मौसम में वायरल फीवर, डेंगू, चिकनगुनिया, कंजेक्टिवाइटिस, पीलिया, टाइफाइड , जापानी इंसेफेलाइटिस एवं अन्य अनेक रोगों के होने की संभावना बढ़ जाती है। डॉक्टर आरती मोहन ने बताया कि प्रदूषित पानी एवं खाने-पीने की चीजों से कालरा, गैस्ट्रोएंट्राइटिस, आदि गंभीर रोग हो सकते हैं । ने बताया की इससे बचाव के लिए साफ पानी पिए, बाजार के पैक्ड खाने पीने वाली वस्तुओं से बचें, दस्त आदि होने पर तत्काल ओआरएस का घोल लेना प्रारंभ कर दें । डॉ कार्तिक विश्नोई ने बताया कि डेंगू बुखार से बचने के लिए आसपास की साफ-सफाई पर ध्यान दें, आसपास पानी इकट्ठा ना होने दें, जिससे मच्छर न पनप सके साथ ही मच्छरदानी लेकर सोना चाहिए। कार्यक्रम के अंत में अध्यक्ष श्री संतोष जैन मंत्री श्री संदीप जैन एवं कोषाध्यक्ष राजीव जैन ने डॉ हेमंत मोहन एवं आए हुए अन्य चिकित्सकों का स्मृति चिन्ह देकर सम्मान किया ने शिविर के लिए चिकित्सकों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में फजलगंज इंडस्ट्रियल इंडस्ट्रीज के चेयरमैन श्री विजय कपूर, नमामि गंगे सेवा प्रकल्प के प्रदेश अध्यक्ष श्री कृष्ण दीक्षित बड़े जी, गुरु सिंह सभा के अध्यक्ष हरविंदर सिंह लॉर्ड जी, आशीष यादव, नीतीश पांडे श्रुति सिंह, आर0 एन0 खन्ना, शिवम खन्ना, अनुज अवस्थी उपस्थित रहे।
संवादाता दानिश खान,,,
Leave a Reply