
दानिश खान
कानपुर । आका की आमद और रहमत का कोई सानी नही है, अल्लाह ने खुद कह दिया कुरआन में जो नबी का नही वो हमारा नही है,इसी मसले पर आज कानपुर शहर के ग़रीब नवाज़ हाल में मुस्लिम स्टूडेंट्स ऑर्गनाइजेशन ऑफ इंडिया के बैनर तले एक अज़ीमुश्शान महफ़िल तहफ़्फ़ुज़-ए-नामूस-ए-रिसालत सल्लाहु अलैह वसल्लम महफ़िल का आगाज़ किया गया । इस कार्यक्रम का मक़सद खुसूसी तौर पर प्यारे नबी की बताई हुई बातों को ज़माने के सामने लाना और जो गुस्ताखाने रसूल के बेपर्दा करने के लिए किया गया इस मौक़े खुसीसी मेहमान क़ादरी चिश्ती किब्ला कमर गनी उस्मानी ने कहा कि मौजूदा दौर में नबी की गुस्ताखी करने वालो की हम पुरज़ोर खिलाफत करते है और गुस्ताखी का भी बहुत सारा मामलात है बहुत से नेता व लोग नबी की गुस्ताखी कर चुके है और अल्लाह ने उनका क्या हश्र किया ये हम सबने अपनी आँखों से देखा है,पहले गुस्ताखियां हो रही थी लेकिन मौजूदा दौर में गुस्ताखियां हो नही रही बल्कि गुस्ताखियां पूरी प्लानिंग के साथ करवाई जा रही है,क्योंकि मुसलमान को बर्बाद करने के लिए उनके नबी की शान में गुस्ताखी करने पर वो बर्बाद हो जायेगें दुश्मनों को बखूबी पता है कि अगर मुसलमान को बर्बाद करना हो तो उसके दिल से नबी की मोहब्बत को खत्म करदो वह अपनेआप खत्म हो जायेगा हिंदुस्तान को स्पेन बनाने की भरपूर कोशिशें की जा रही है
इस मौके पर काज़ी-ए शहर साकिब अदीब मिस्बाही ने लोगो से नबी की बातों पे अमल करने व अमन सुकून से रहने की बात कही साथ ही मौजूदा दौर में फैल रही कोरोना और ओमिक्रोन बीमारी के खात्मे की दुवाएं करी
इस मौके पर मौलाना शाह आलम बरकाती,कारी सगीर ,मुफ़्ती वसीम मिस्बाही,मुफ़्ती वसीम हसन,मौलाना यूसुफ रज़ा, कारी नय्यर साबरी, व कलीम दानिश बरकाती ने नात खुवानी करी और कलाम पेश किए,,,
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