20/8/19
रायबरेली । रायबरेली सदर से एक जमाने तक अपना झंडा बुलंद रखने वाले अखिलेश सिंह का निधन हो गया
लखनऊ के पीजीआई से उनका पार्थिव शरीर रायबरेली स्थित पैतृक गांव लालूपुर पहुंचेगा।
वे लम्बे समय से कैंसर से पीड़ित थे. उनकी विरासती सीट पर उनकी पुत्री अदिति सिंह कांग्रेस से विधायक हैं।
अखिलेश सिंह लंबे समय से कैंसर से जूझ रहे थे। उनका इलाज सिंगापुर से भी चल रहा था।
पूर्व विधायक अखिलेश सिंह ने 90 के दशक में अपने राजनीतिक कैरियर की शुरुआत की और विधायक बने। कांग्रेस पार्टी से विवाद के चलते पार्टी छोड़ी फिर निर्दलीय विधायक बने। 2011 में पीस पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव बने और 2012 में पार्टी के विधायक बने। अपनी मर्जी के मालिक विधायक अखिलेश सिंह ने 2014 में पीस पार्टी से विद्रोह कर पार्टी तोड़ दी और विधायक बने रहे। 2016 से विधायक ने कांग्रेस पार्टी में अपने संबंधों का उपयोग करते हुए अपनी बेटी अदिति सिंह को कांग्रेस में शामिल करवाया और 2017 के चुनावों में बेटी को प्रदेश में सबसे ज्यादा वोटों से जितवा कर रिकॉर्ड कायम किया। रायबरेली भले ही कांग्रेस का गढ़ मानी जाती रही है लेकिन जब विधायक अखिलेश सिंह ने पार्टी छोड़ी तो रायबरेली सदर विधानसभा सीट से उनके अलावा कोई दूसरी पार्टी का नेता जीत नही सका। उनके निधन पर जिले में शोक की लहर है।
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