कानपुर। उत्तर प्रदेश के सीएम योगी अदित्यनाथ के आदेश पर यूपी पुलिस अफराधियों के खिलाफ ऑपरेशन क्लीन शुरू किया। कानपुर के एसएसपी अनंत देव तिवारी ने पदभार ग्रहण करने के बाद जिले के सभी थानेवार बदमाशों की लिस्ट तैयार करवाई। सूची में सौ से ज्यादा अपराधी थे, जिनको पकड़ने के लिए तेज-तर्राक पुलिस की टीमें लगा दीं। नवबंर और दिसबंर 2018 तक पुलिस ने 24 शातिरों को मुठभेड़ के बाद घायल अवस्था में पकड़ा। नए साल में भी पुलिस का अभियान जारी रहा । नए साल पे एसएसपी अनंत देव के ऑफिशिएल सोशल एकाउंट से को एक तस्वीर शेयर की गई, जिसके बाद अपराध जगत में हड़कंप मच गया। पोस्ट में उत्तर प्रदेश पुलिस के लोगो के साथ बिना वर्दी के एसएसपी अनंत देव तिवारी की फोटो लगी हुई है। फोटो में लिखा गया है रिजोल्यूशन 2019, कि अपराधियों, कान खोलकर सुन लो। या तो अपराध छोड़ दो या फिर कानपुर नगर, नही ंतो …।।
एसएसपी की फोटो वायरल होने के बाद
कानपुर पुलिस अपराधियों के होश उड़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही थी । अब तक 25 अपराधियों का हाफ एनकाउंटर किया जा चुका था । पुलिस फाइल में नाम दर्ज करा चुके बड़े से बड़े गैंगस्टर भी घर से बाहर निकलने से पहले 10 बार सोच रहे थे । अपराधियों को ऐसा भय हो गया था कि अगले ही पल उनका एनकाउंटर न हो जाए। उन्होंने फोटो के जरिए साफ संकेत दे दिए थे कि अपराधी यदि सुधरे नही तो पुलिस की गोली का शिकार होंगे।
कानपुर में लगभग ’अब तक 93’ हाफ एनकाउंटर हो चुके हैं। पुलिस अधिकारियों की मानें तो अभी टार्गेट 100 अपराधियों को लंगड़ा करने का है। ताकि ये बदमाश अपराध से दूर हो सकें। यदि अपराध करें तो भाग न सकें। पुलिस फाइल में नाम दर्ज करा चुके बड़े से बड़े गैंगस्टर भी घर से बाहर निकलने से पहले 10 बार सोच रहे थे। परन्तु आलाकमान के आदेश को मित्र पुलिस क्षेत्रीय टॉप टेन बदमाशो से मित्रता निभाने में लग गई । अब तक जितने भी हाफ एनकाउंटर हुए कुछ को छोड़ कर कोई भी क्षेत्रीय टॉप टेन बदमाश नही था । जो टॉप टेन अपराधी आपरेशन लँगड़ा के शिकार हुए वो भी दूसरे थानेदार द्वारा कुछ समय के लिए तो टॉप टेन बदमाशो में ख़ौफ़ तो पैदा हुआ लेकिन क्षेत्रीय पुलिस की दोस्ती ने इन बदमाशो को महफूज़ रख्खा । जिस कारण शहर में आपरेशन लँगड़ा के बावजूद चैन लूट, लूट ,डकैती,चोरी,बलात्कार ,हत्या,रंगदारी वर्चस्व को लेकर छेत्रिय फायरिंग आदि बदसूरत जारी है ।
पुलिस और बदमाशो की यारी की थानों में अपराधियों के जन्म दिन बनाते हुए,चौकी में दरोगा की टोपी लगा के ,100गाड़ी चलाते हुए वायरल फ़ोटो काफी हैं । अभी हाल में ही चमनगंज में हुई फायरिंग में क्षेत्रीय बदमाश काशिफ उर्फ बंटू का नाम आया था । जिस को पुलिस पकड़ कर थाने भी ले आई थी। परंतु विभाग के ही लोगों ने उसे थाने से भाग जाने का मौका दिया । ये आरोपी पुलिस के सोशल मीडिया के वॉलिंटियर्स ग्रुप में भी जुड़ा था । इसी तरह फ़र्ज़ी शस्त्र लाइसेंस में जिस तरह से अपराधियो की क्षेत्रीय पुलिस द्वारा लगाई गई रिपोर्ट भी एक उदाहरण है । इसी तरह आला अधिकारियों के आदेश पर बनी क्षेत्रीय टॉप टेन की लिस्ट में खूब मित्रता निभाई गई है ।
अब तो पुलिस अपने को बचाने में भी इन का यूज कर रही है । जिस का उदाहरण अभी हाल ही में नोब्सता थाने में हिरासत में हुई मौत पे अपराधी इमरान टैंकर पोस्टमार्टम हाउस में क्षेत्रीय पुलिस की सफाई दे रहा था
क्षेत्रीय पुलिस और क्षेत्रीय अपराधियों की मित्रता का ही परिणाम है कि शहर के आला अधिकारियों के अपराध के प्रति कड़े तेवर भी शहर को अपराध मुक्त नही कर पा रहे हैं । अगर शहर के आला अधिकारियों ने इस ओर ध्यान नही दिया और ये मित्रता इसी तरह चलती रही तो अपराध मुक्त शहर का सपना सपना ही रहेगा
मित्र पुलिस की ये यारी समाज पे पड़ेगी भारी
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