◆ क़ुर्बानी में किसी भी तरह की दिक़्क़त व परेशानी और क़ुर्बानी के मसाएल के लिए हेल्प लाइन नम्बर भी जारी किया
कानपुर । दिनांक 28 जुलाई को एक प्रेस नोट के ज़रिए क़ाज़ी-ए-शहर हाफ़िज़ व क़ारी मामूर अहमद जामेई ने ईद उल अज़हा(बक़रीद) के मौक़े पर कोरोना वाइरस के बढ़ते हुए हुए मरीज़ों को देखते हुए मुसलमानाने कानपुर से खुसूसी अपील करते हुए कहा कि ज़िला प्रशासन की जानिब से क़ुर्बानी की इजाज़त बापरदा की गयी है । हमारी और आपकी ऐसे कोरोना वाइरस के दौर में ज़िम्मेदारी भी बढ़ जाती है ,जानवरों की ख़रीद व फ़रोख़्त से लेकर क़ुर्बानी तक सोशल डिसटेंसिंग का पूरी तरह पालन करें और जानवरों की क़ुर्बानी का विडीओ सोशल मीडिया पर वाइरल ना करें । जानवरों का खून नालियों में ना बहाएँ बल्कि मिट्टी में दफ़न करें,गोश्त को खुला ना बाटें बल्कि किसी पोलिथिन, कैरी बैग या किसी बर्तन में रखकर ही बाटें । अपने लिए ज़रूरत से ज़्यादा गोश्त ना रखकर ग़रीबों में तकसीम कर दें । क़ुर्बानी वाली जगह पर क़ुर्बानी होने के बाद अच्छी तरह चूना या ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव करें और साफ़ सफ़ाई का पूरी तरह ख़्याल रखें क़ुर्बानी के दिनों में इस बात का ख़याल ज़रूर रखें कि हमारी वजह से किसी दूसरे मज़हब के लोगों को तकलीफ़ ना पहुचने पाए साथ ही इस्लामी क़ानून के मुताबिक़ ही क़ुर्बानी का फ़रीज़ा अंजाम दें अल्लाह तआला हज़रत इब्राहिम अलयहिस्ससलाम के सदके हम सबकी क़ुर्बानी को क़ुबूल फ़रमाए ।
नोट- क़ुर्बानी में किसी भी तरह की दिक़्क़त व परेशानी और क़ुर्बानी के मसाएल के लिए राबता क़ायम करें ! राबता नम्बर- 9161810855
ज़िला प्रशासन की हिदायत पर अमल करें
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