कानपुर । सपा महिला नेता महिला सभा प्रदेश महासचिव उज़्मा इक़बाल सोलकी की अगवाई मे सपाई शव यात्रा निकालने जा रहे थे शव रूपी विधेयक सासद में पास हुए तीन कृषि बिलों का विरोध अब सड़कों पर जोर पकड़ने लगा है । भारतीय किसान यूनियन के समर्थन में उतरी समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने शनिवार 26 सितंबर को संगीत टॉकीज चौराहे के निकट शव रूपी विधेयक की यात्रा निकालने जा रहे इसी बीच पहुंची पुलिस ने शव यात्रा को निकलने नहीं दिया । आरोप लगाते हुए सपा महिला सभा प्रदेश सचिव उज़्मा इकबाल सोलंकी ने बताया कि यह सरकार पूरी तरह निरंकुश हो गई है । सरकार अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए लगातार किसान मजदूर छात्र नौजवानों महिलाओं पर कुठाराघात कर रही है । किसान विरोधी यह तीनों बिलों को केंद्र सरकार ने जबरजस्ती ध्वनि मत से बारिश करा लिया विरोधी दलों की बात भी नहीं सुनी गई विरोध करने पर सांसदों को भी निलंबित कर दिया गया । जहां हमारे देश के महापुरूषों ने जय जवान जय किसान का नारा दिया था उसी जिसमें आज की मोदी सरकार किसानों को किसान बिल के माध्यम से मारने का प्रयास कर रही है यह सरकार सिर्फ हिटलर शाही पर चल रही है । भारत लोकतांत्रिक देश है लेकिन इस सरकार ने लोकतंत्र की हत्या कर दी है सिख युवा मोर्चा अध्यक्ष कमलजीत मानूं ने कहा कि कोई भी अपनी बात कहने के लिए स्वतंत्र नहीं है । विरोध करने के लिए स्वतंत्र नहीं है अगर कोई विरोध करता है।तो उसके ऊपर फर्जी मुकदमे लगा दिए जाते हैं । मुख्य रूप से उपस्थित उज़्मा इकबाल सोलंकी, हाजी हसन सोलंकी, कवलजीत सिंह ,ऋषि पाल टीपु, अभय कुमार, आमिर अंसारी गौरव, शिब्बू, हैदर, इरफान खान आदि लोग मौजूद रहे ।
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