कानपुर । रैगिंग नाम की बीमारी ने न जाने कितने होनहारों की जान ले ली है सीनियर छात्र जहाँ इसे अपना अधिकार मानते हैं लेकिन वो ये भूल जाते है कि वो भी कभी जूनियर थे । शायद इसीलिए ये सीनियर होने के बाद भी रैगिंग को अपना अधिकार मानते हैं रैगिंग को रोकने के लिए शासन- प्रशासन एवं संस्थान की ओर से तमाम प्रयास किए जा रहे हैं । सख्त नियम कानून बनाए जा रहे हैं लेकिन रैगिंग की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही है ।कानपुर शहर के चन्द्र शेखर आज़ाद (सीएसए)कृषि विश्वविद्यालय में छात्रों के साथ जमकर रैगिंग हुई । सीनियर छात्रों ने जूनियरों छात्रों को मुर्गा बनाया और उनके साथ जमकर मारपीट की । इतना ही नहीं उन्होंने जिस गेस्ट हाउस में जूनियर छात्रों को ठहराया गया है वहां पर जमकर तोड़फोड़ भी की । सिक्योरिटी गार्ड्स ने जब इस बात का विरोध किया तो सीनियर छात्रों ने सिक्योरिटी गार्डों को पीट दिया ।बाहर खडी उनकी गाडियों में तोडफोड की और जीप पलटा दी । जिसमें एक गार्ड गंभीर रूप से घायल हो गया जिसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है । वही रैगिंग के बाद हुई मारपीट में छात्रों को भी चोटें आई हैं। आपको बता दें कि बुधवार सुबह तड़के सीनियर छात्र जूनियरों छात्रों की रैगिंग करने पहुंच गए ।सीएसए परिसर में बने फार्मर्स गेस्ट हाउस नए छात्रों को ठहराया गया है ।जहां पहुंच सीनियरों ने गेस्ट हाउस में पथराव और जमकर किया उपद्रव । सीनियर छात्रों की इस हरकत से छात्र आतंकित नजर आ रहे हैं ।रैगिंग और मारपीट की घटना से दहशत में आए छात्र अपने अपने घर वापस जाने की बात कह रहे हैं ।कुछ छात्रों के परिजन भी घटना की जानकारी होने पर अपने बच्चों को घर ले जाने के लिए सीएसए पहुंच गए । वहीं जिम्मेदार कुछ बोलने को तैयार नही
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