कानपुर । मौलिक रूप से हमारा समाज एक पुरुष प्रधान समाज रहा है । महिलाओं को हमेशा यहां दोयम दर्जे का स्थान ही प्रदान किया गया है । पहले महिलाओं के पास किसी भी प्रकार की स्वतंत्रता ना होने के कारण उनकी सामाजिक और पारिवारिक स्थिति एक पराश्रित से अधिक और कुछ नहीं थी । जिसे हर कदम पर एक पुरुष के सहारे की जरूरत पड़ती थी । वैसे तो आजादी के बाद से ही महिला उत्थान के उद्देश्य से विभिन्न प्रयास किए जाते रहे हैं । लेकिन पिछले कुछ वर्षों में महिला सशक्तिकरण की बयार में अत्याधिक तेजी देखी गई है । इन्हीं प्रयासों के परिणामस्वरूप महिलाओं के आत्मविश्वास में कई गुणा बढ़ोतरी हुई है और वे किसी भी चुनौती को स्वीकार करने के लिए खुद को तैयार करने लगी हैं । जहां सरकारें महिला उत्थान के उद्देश्य से नई-नई योजनाएं बनाने लगी हैं, वहीं कई गैर-सरकारी संगठन भी उनके अधिकारों के लिए अपनी आवाज बुलंद करने लगे हैं । नारी सशक्तिकरण के तहत महिलाओं के भीतर ऐसी प्रबल भावना को उजागर करने का प्रयास भी किया जा रहा है कि वह अपने भीतर छिपी ताकत को सही मायने में उजागर कर,बिना किसी सहारे के आने वाली हर चुनौती का सामना कर सकें ।
वार्तालाप में रॉयल प्रेमियर क्लब की सदस्य नीतू शर्मा बताती है कि आज की महिलाएं सिर्फ घर गृहस्थी को संभालने तक ही सीमित नहीं रही हैं,बल्कि हर क्षेत्र में उन्होंने अपनी उपस्थिति दर्ज करा दी है । व्यावसायिक क्षेत्र हो या पारिवारिक,महिलाओं ने यह साबित कर दिया है कि वे हर वो काम कर सकती हैं जो कभी पुरुषों के योग्य समझा जाता था । कुछ समय पहले तक जिन व्यवासायिक क्षेत्रों में केवल पुरुषों का ही वर्चस्व हुआ करता था । अब वहां महिलाओं को काम करते देखकर हमें आश्चर्य नहीं होता है । शिक्षा और आत्म-निर्भर बन जाने के कारण वह अपने ऊपर विश्वास कर, अपने जीवन संबंधी निर्णय लेने लगी हैं । कार्यक्रम के आयोजक सुरेश मिश्रा विपिन कुमार व जितेंद्र शर्मा कानपुर रॉयल प्रेमियर क्लब के फाउंडर अभिनय द्विवेदी,नीतू शर्मा, काजल वर्मा,पूजा कुमारी रॉयल टीम मौजूद थीं ।
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