ध्रुव ओमर
◆ नारायणा अस्पताल मरीजों को राहत पहुचाने के बजाय उन को मुंह चिढ़ाता नज़र आ रहा है
◆ ऑक्सीजन सिलेंडर का इंडस्ट्रियल यूज़ करते हुए वीडियो कैमरे में कैद
◆ इस कमर्शियल यूज़ होते सिलेंडर से कितने मरीजों की सासों को रोका जा सकता था
◆ इस परिस्थितियों की जिममेदारी कौन लेगा
कानपुर । पनकी स्तिथ नारायणा मेडिकल हॉस्पिटल जो कोरोना महामारी से संक्रमित मरीजो के इलाज के लिए कोविड19 अस्पताल बना हुआ है । कोविड मरीजो को राहत पहुचाने के बजाय उन को मुंह चिढ़ाता नज़र आ रहा है
एक तरफ सूबे के मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऑक्सीजन के इंडस्ट्रियल यूज़ पर प्रतिबंध लगा रखा है वही दूसरी ओर नारायणा हॉस्पिटल के लोग इस आदेश को ताक पर रखे हुए । ऑक्सीजन का इंडस्ट्रियल यूज़ करते हुए तीमारदार ने कैमरे में कैद कर हमारे सवांददाता को भेजा ।
इसी अस्पताल में न जाने कितने मरीजों के तीमारदार ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए प्रयत्न शील लेकिन उन को सिलेंडर मिल नही पा रहे न जाने आक्सीजन के सिलेंडर के बिना कितनो को अपनी ज़िंदगी से हाथ धोना पड़ा और दूसरी तरफ इस तरह से खुलेआम सिलेंडर का कमर्शियल यूज़ इस अस्पताल प्रसाशन की मानव के प्रति सवेदना प्रकट करती है । इस कमर्शियल यूज़ होते सिलेंडर से कितने मरीजों की सासों को रोका जा सकता था जब इस सम्बंध में हमारे स्वददाता ने अस्पताल के प्रसंशान से मिलने की कोशिश की तो कोई उपलब्ध नही मिला ।
एक तरफ शहर के उच्चाधिकारी किसी का फोन नही उठाते किसी मरीज को इंजेक्शन नही मिल रहा उसकी कालाबाजारी हो रही उसमे कोई रोकथाम नही हो पा रही लोगो को ऑक्सिजन नही मिल पा रही वहीं दूसरी ओर हॉस्पिटल स्टाफ लोगो की जान से ज्यादा कीमती अपना कार्य करने में लगा हुआ है।
इस परिस्थितियों की जिममेदारी कौन लेगा ।
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