कानपुर । इस वर्ष कोरोना महामारी संक्रमण के चलते लोगों को अपने घर में ही इस्लाम धर्म के दो बड़े त्योहारों में से एक ईद-उल-अजहा का त्यौहार अपने घर से ही मनाना पड़ रहा है । इस संबंध में पी पी एन इंटर कॉलेज कानपुर के प्रधानाचार्य राकेश कुमार यादव ने बताया कि ईद-उल-अजहा का त्योहार ईद की नमाज के साथ शुरू होता है । इस वर्ष कोरोना संक्रमण के कारण ईद की नवाज घर में ही अदा करनी होगी । इस्लामिक मान्यताओं के अनुसार हजरत इब्राहिम को अल्लाह का पैगंबर माना गया है । इब्राहिम हमेशा सभी की भलाई के काम में जुटे रहे और उनका जीवन जन-सेवा में ही बीता । कोरोना महामारी के कारण इस त्यौहार का रंग थोड़ा फीका पड़ गया है,लेकिन सभी लोग अपने दोस्तों, रिश्तेदारों व मित्रों को कोट्स और मैसेज के माध्यम से ईद-उल-अजहा की मुबारक दे रहे हैं और इस दिन के महत्व के बारे में बता रहे हैं । जिंदगी का हर पल खुशियों से कम न हो । आपका हर दिन ईद के दिन से कम न हो ।। ऐसा ईद का दिन आपको हमेशा नसीब हो । जिसमें कोई दुख और गम न हो ।। आप सभी को ईद मुबारक हो । कोरोना महामारी के कारण हमारे जीवन में व्यापक बदलाव आए हैं,न केवल निजी जीवन पर बल्कि हमारे पास पड़ोस मित्रों व रिश्ते पर भी इसका व्यापक प्रभाव पड़ा है । विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक कोरोना वायरस से सुरक्षित रखने के लिए अपने हाथों को समय-समय पर साबुन पानी व सैनिटाइजर से हाथ साफ करते रहना चाहिए । अपनी आंख,नाक व मुंह को हाथ लगाने से बचना चाहिए । सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना चाहिए । मास्क का प्रयोग अवश्य करे । हाथ मिलाने से परहेज करें । यदि श्वास संबंधी व तेज बुखार आदि से कोई परेशानी हो तो तुरंत चिकित्सक से सलाह लें । अपने मन को हमेशा खुश रखें अपने व्यवहार पर नियंत्रण रखें । वर्तमान पर फोकस करें । अपनी नींद को किसी तरह बाधित न होने दें । नियमित व्यायाम व योग करें । खानपान पर विशेष ध्यान दें । अपने परिवार व दोस्तों से वीडियोकॉल व सोशल मीडिया से संपर्क में बने रहें। इस महामारी के दौरान अपने मानसिक स्वास्थ्य का अवश्य ध्यान रखें ।