कानपुर । हिस्ट्रीशीटर बदमाश को उसके गांव पकड़ने गई पुलिस टीम पर गुरुवार आधी रात के बाद बदमाशों ने गोलीबारी शुरू कर दी । दोनों ओर से चली गोलियों में क्षेत्रधिकारी बिल्हौर देवेन्द्र मिश्रा सहित तीन सब इंस्पेक्टर चार सिपाही शहीद हो गए । साथ ही 6 से अधिक पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए हैं जिन्हें रीजेंसी अस्पताल में भर्ती कराया गया है । इनमें से एक पुलिसकर्मी की हालत गंभीर बनी हुई है।
एडीजी जय नारायण सिंह आईजी मोहित अग्रवाल एसएससी कानपुर दिनेश कुमार पी के साथ पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश मौके पर मौजूद हैं । और फोर्स ने गांव को चारों ओर से घेर लिया है ।
एसएसपी के अनुसार राहुल नाम के व्यक्ति द्वारा फायरिंग की सूचना पर सी यू बिल्हौर के साथ थानाध्यक्ष बिल्हौर थानाध्यक्ष बिठूर थानाध्यक्ष शिवराजपुर ने गांव में दबिश दी । जिस पर गांव के लोगों ने तीन तरफ से पुलिस को घेर कर फायरिंग शुरू कर दी जिसमें 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए । वही पुलिस की जवाबी फायरिंग में 3 अपराधी भी मारे गये ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पुलिस हिस्ट्रीशीटर बदमाश विकास दुबे को पकड़ने बिकरु गांव गई थी । विकास दुबे पर शिवली थाने में घुसकर दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री संतोष शुक्ला की हत्या का आरोप था । दबिश देकर सीओ के नेतृत्व में पकड़ने गई थाना चौबेपुर और बिठूर पुलिस टीम पर गुरुवार आधी रात के बाद बदमाशों ने हमला कर दिया घरों की छत से पुलिस पर गोलियां बरसाई गईं दोनों ओर से गोलीबारी में सीओ बिल्हौर देवेंद्र मिश्रा समेत एसओ शिवराजपुर व दो सब इंस्पेक्टर और 4 सिपाही शहीद हो गए वहीं छह से अधिक पुलिसकर्मी घायल हुए हैं जिन्हें रीजेंसी अस्पताल में भर्ती कराया गया है इनमें से एक पुलिसकर्मी की हालत गंभीर बनी हुई है । पुलिस फ़ोर्स ने गांव को चारों तरफ से घेर रखा है और गांव में सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है । हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे का जघन्य अपराधिक इतिहास रहा है । विकास दुबे बचपन से ही अपराध की दुनिया में अपना नाम बनाना चाहता था पहले उसने अपना गैंग बनाया और लूट डकैती हत्याएं करने लगा ।
19 साल पहले उसने थाने में घुसकर दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री की हत्या की थी और इसके बाद उसने राजनीति में एंट्री लेने की कोशिश की लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी ।विकास कई बार गिरफ्तार हुआ एक बार तो लखनऊ में एसटीएफ ने उसे दबोचा था कानपुर देहात के चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरु गांव का निवासी विकास के बारे में बताया जाता है कि उसने कई युवाओं की फौज तैयार कर रखी है।इसी के साथ वह कानपुर नगर से लेकर कानपुर देहात तक लूट डकैती मर्डर जैसे जघन्य अपराधों को अंजाम देता रहा है । जानकारी के अनुसार कानपुर में एक रिटायर्ड प्रिंसिपल सिद्धेश्वर पांडे हत्याकांड में इस को उम्र कैद हुई थी यही नहीं पंचायत और निकाय चुनाव में इसने कई नेताओं के लिए काम किया और इसके संबंध प्रदेश की सभी प्रमुख पार्टियों से है वर्ष 2001 में विकास दुबे ने बीजेपी सरकार में एक दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री संतोष शुक्ला को थाने के अंदर घुस कर गोलियों से भून डाला था इस हाईप्रोफाइल मर्डर के शिवली के डॉन ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया और कुछ माह के बाद जमानत पर बाहर आ गया ।
शहीद हुए पुलिस कर्मियों को गार्ड ऑफ ऑनर में सूबे के मुख्या लगभग शाम 4:30 शहर पहुचें । घायल पुलिस कर्मियों को देखने अस्पताल भी पहुँच कर घायलों और उन की परिजनों से मुलाक़ात कर उन का हाल चाल पूछा । उन्होंने आरोपियों पर सख्त कार्यवाही करने के आदेश दिए हुए हैं ।
यदि रिहाई नहीं की गई तो बड़े आंदोलन के लिए तैयार रहें : कानपुर अल्पसंख्यक कांग्रेस
कानपुर । महानगर काँग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग कानपुर के वाईस चेयरमैन इम्तियाज अहमद के नेतृत्व में सैकड़ों लोगों ने कानपुर नगर के निराला नगर स्थित इन्द्रा पार्क में अनैतिक व दमनकारी गिरफ्तारी के विरोध में एक सांकेतिक धरने का आयोजन करते हुए माननीय राज्यपाल महोदय उत्तर प्रदेश को संबोधित करते हुए एक ज्ञापन श्रीमान जिलाधिकारी महोदय के माध्यम से प्रेषित किया गया । इस मौके पर माननीय अजय कपूर (राष्ट्रीय सचिव) अखिल भारतीय काँग्रेस कमेटी मौजूद रहे जिसमे अजय कपूर जी ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष श्री अजय कुमार लल्लू जी, विधानमंडल दल की नेता श्रीमती आराधना मिश्रा जी की गिरफ़्तारी एवं उत्तर प्रदेश काँग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के अध्यक्ष श्री शाहनवाज़ आलम जी को 30 जून की रात रहस्मय अन्दाज़ में फ़र्ज़ी मुक़दमे के तहत गिरफ़्तार कर लिया गया,जो कि लोकतंत्र के लिए सही नहीं है । संविधान हमें विरोध करने और जनहित में आवाज़ उठाने का अधिकार देता है । इस मौके पर इम्तियाज अहमद ने कहा कि लोकतंत्र को बचाने के लिए महानगर कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग कानपुर मांग करता है कि हमारी आवाज़ को इस तरह न दबाया जाए तथा उत्तर प्रदेश अल्पसंख्यक विभाग के अध्यक्ष श्री शाहनवाज़ आलम की यथा शीघ्र रिहाई सुनिश्चित कि जाए ।
इस मौके पर दीपक त्रिवेदी,अनिल पाण्डेय,इस्लाम अंसारी, इम्तियाज अहमद,मुन्ना काके,इशरत अली खान,मुजीब अन्सारी,उमँग शुक्ला,रामबालक कनौजिया,वसीक अहमद, दिलशाद हाशमी,के के शर्मा,रुखसार अहमद,गौरव दुबे, पीर मोहम्मद खान,मुजफ्फर अब्बास,मुकेश दुबे,अनिल गुप्ता,डॉ जी डी वारसी,रज्जु भटट,कमर अब्बास,शहजादे अहमद, जय सिंह,अंश तिवारी आदि सैकड़ों की संख्या में लोग मौजूद थे ।
राज्यपाल से प्रदेश कांग्रेस चेयरमैन की रिहाई की मांग
कानपुर 02 जुलाई उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग के स्टेट कोआर्डिनेटर/प्रभारी लखनऊ मंडल इखलाक अहमद डेविड के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल उ०प्र० कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग के चेयरमैन शाहनवाज़ आलम का फर्जी मुकदमों में फंसाकर उनकी गिरफ्तारी की उच्चस्तरीय जाँच कराकर बिना शर्त रिहाई को लेकर जिलाधिकारी कार्यालय में जिलाधिकारी की अनुपस्थिति में नगर मजिस्ट्रेट हिमांशु कुमार गुप्ता से मिला व माननीय राज्यपाल के नाम सम्बोधित ज्ञापन प्रेषित किया।
इखलाक अहमद डेविड ने नगर मजिस्ट्रेट को अवगत कराया कि प्रदेश की भाजपा सरकार ने उत्तर प्रदेश पुलिस को दमन का हथियार बनाकर उ०प्र० कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग के चेयरमैन शाहनवाज़ आलम को गिरफ्तार कर फर्ज़ी मुकदमों में फंसाकर उत्पीड़न कर रही है। शाहनवाज़ आलम लगातार जनता की आवाज़ उठाकर जनहित के कार्यों में दिन-रात देश व जनता की सेवा में लगे रहते है जो प्रदेश की योगी सरकार/यूपी पुलिस को नागवार गुज़र रहा था कि सरकार भाजपा की और सेवाभाव का जज़्बा प्रदेश के विपक्ष के कद्दावर नेताओं के पास उनको यह मंज़ूर नही था। राजनीतिक बदले की भावना से की जा रही योगी सरकार की उत्पीड़न की कार्यवाही लोकतंत्र के लिए शुभ नही केंद्र व राज्यों की किसी भी सरकार का आचरण संविधान के अनुरुप होना चाहिए लेकिन उ०प्र० की सरकार पुलिस को हथियार बनाकर दमनकारी नीति अपनाकर सामाजिक/राजनैतिक दलों के कार्यकर्ताओं/पदाधिकारियों को डरा रही है। कांग्रेस चेयरमैन शाहनवाज़ आलम को बिना शर्त रिहा करने व प्रदेश की योगी सरकार के दमनकारी नीति में पुलिस को हथियार बनाने की रणनीति की उच्चस्तरीय जाँच की मांग उ०प्र० की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से की नगर मजिस्ट्रेट से पूरी बात बताने के बाद उनको उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के नाम सम्बोधित ज्ञापन दिया नगर मजिस्ट्रेट हिमांशु कुमार गुप्ता ज्ञापन को आज राजभवन, लखनऊ भेजने का आश्वासन दिया।
ज्ञापन में इखलाक अहमद डेविड, एजाज़ रशीद, गुफरान आलम, अफज़ाल अहमद आदि लोग थे।
प्रखर समाजवादी नेता शरद यादव का जन्म दिवस सामाजिक समता दिवस के रूप में मनाया गया
कानपुर । देश के प्रखर समाजवादी नेता पूर्व केंद्र मंत्री एवं लोकतांत्रिक जनता दल के संरक्षक शरद यादव का आज 73 वां जन्मदिन लोकतांत्रिक जनता दल के कैंप कार्यालय रंजीत पुरवा में मिष्ठान वितरण कर समता दिवस के रूप में मनाया गया। इस अवसर पर उपस्थित दलों के नेताओं व कार्यकर्ताओं ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि 1974 में जबलपुर की जनता उम्मीदवार के रूप में पहला चुनाव जीतने के बाद लगातार उत्तर प्रदेश बिहार से सांसद होते रहे उन्होंने देश के सांसद का अवार्ड प्राप्त किया तथा महात्मा बुद्ध अंबेडकर बाद के विचारों के लिए संसद से सड़क तक सदैव संघर्षरत रहे और जीवन भर ईमानदारी से संघर्ष करते आ रहे हैं शरद यादव जैसा कोई सानी नेता अब भारतीय राजनीति में बच्चे नहीं है मिष्ठान वितरण का संबोधन करने वालों में प्रदीप यादव, प्रदेश अध्यक्ष आदर्श लोकदल शाकिर अली उस्मानी, तिवारी राहुल यादव विनोद पाल चौधरी रतीराम, वारिस अनवर रामपाल सिंह श्रीराम यादव राज किशोर वर्मा राज किशोर कुशवाहा रवि वर्मा मनोज बाल्मीकि इंद्रपाल भारती आदि लोग मौजूद थे ।
कोऑपरेटिव बैंकों में दोहरी व्यवस्था ग्राहकों के लिए घातक
कानपुर । यदि हम सहकारिता अर्थात कोआपरेटिव के इतिहास में जाएं तो 01-03-1966 से पहले राज्य की कोऑपरेटिव सोसाइटी बैंकिंग रेगुलेशन एक्ट 1949 के अंतर्गत कवर नहीं थी और राज्य का रजिस्टार ही केवल एक नियामक था और वही राज्य की कोऑपरेटिव सोसाइटी एवम बैंकिंग व्यवस्था दोनों का सुपरविजन अर्थात पर्यवेक्षण करता था।
बी.आर. एक्ट 1949 के सेक्शन 22 में भारत के कोऑपरेटिव बैंक में डुअल कंट्रोल अर्थात दोहरी व्यवस्था लागू हुई और सन 1994 में सहकारी बैंक में घोटाले का तूफान सा खड़ा हो गया और यही डुअल कंट्रोल अर्थात दोहरी व्यवस्था को भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने उखाड़ फेंका।
1963 में ही मद्रास सरकार के साथ बहस में यह तय हुआ कि किसी भी कोऑपरेटिव बैंक को लिक्विडेट अर्थात नष्ट किया जा सकता है और उसके प्रबंधतंत्र को सुपरसीड किया जा सकता है।
यदि हम भारतीय रिजर्व बैंक की रिपोर्ट दिनांक 07-12-1999 की धारा 8.3 को पढ़ें इसमें वर्णित है कि उस समय 50-60 कोऑपरेटिव बैंक फेल हो गए जमाकर्ता, खाताधारकों कि ऐसी तैसी हो गई। निर्दोष ग्राहकों की जमापूंजी लेकर ये घोटालेबाज फरार हो गए लिहाजा काफी जद्दोजहद के बाद बैंकिंग लाॅ बिल(applicable to cooperative societies) भारत की संसद में पास हुआ और सितंबर 1965 में तत्कालीन राष्ट्रपति महोदय ने इस पर हस्ताक्षर किए और ये दोहरी व्यवस्था 01-03-1966 से सहकारी बैंकों में लागू हुई एवं कोऑपरेटिव बैंकों में लूट-खसोट का धंधा पूरे चरम पर चलने लगा। इन सहकारी बैंकों में घोटालेबाज लूट बड़े ही सुनियोजित ढंग से करते थे और घोटाला होने के उपरांत यह दोनों ही नियामक आर.बी.आई एवं रजिस्ट्रार एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप कर ग्राहकों के पैसे को हजम हो जाने देते थे अर्थात दोहरी व्यवस्था में ग्राहक मर जाता था और 2020 तक यह धंधा चला आ रहा था।
कानपुर तो वैसे भी क्रांतिकारियों का शुरू से ही गढ़ रहा है जिन्होंने फांसी पर लटकना तो स्वीकार तो कर लिया लेकिन अंग्रेजों के दांत ही नहीं खट्टे किए बल्कि गंगा मैया का जल तक रक्त से लाल कर दिया। इस प्रकार की लूट को देखकर कानपुर के कुछ आर.टी.आई एक्टिविस्ट ने सहकारी बैंकों के घोटाले में धीरे-धीरे आर.टी.आई के माध्यम से घुसना शुरू किया और केवल कानपुर में छह बैंकों के घोटालों को भारत सरकार एवं राज्य सरकार के सम्मुख रख दिया। भारत सरकार इन घोटालों को देखकर भौचक्की रह गई।
मोदी की भ्रष्टाचार पर ज़ीरो टॉलरेंस की नीति ने पूरे कॉपरेटिव बैंक से दोहरी व्यवस्था को अध्यादेश के जरिए खत्म कर दिया। आज कानपुर से मनोनीत महामहिम राष्ट्रपति महोदय श्री रामनाथ कोविंद जी ने इस बिल पर हस्ताक्षर कर एक स्वर्णिम इतिहास रच दिया एवं इस व्यवस्था को सदा के लिए खत्म कर दिया। यह कानपुर वासियों के लिए सौभाग्य की बात है कि इस बिल से कोऑपरेटिव बैंक में होने वाले भ्रष्टाचार को खत्म किया जा सकेगा एवं आर.बी.आई को पूरी कमान सौंप दी जाएगी ।
इस अध्यादेश को लाने में भारत की वित्त मंत्री सुश्री निर्मला सीतारमण एवं आर.बी.आई के गवर्नर श्री शशिकांत दास ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई एवं कोरोना की लड़ाई लड़ते हुए सरकार के साथ मिलकर इस अध्यादेश को लागू कर दिया । आर.बी.आई का मुख्यालय स्वयं इस व्यवस्था को खत्म करना चाहता था, आर.बी.आई के गवर्नर को यह पता चल चुका था कि रजिस्ट्रार कार्यालय एवं संबंधित राज्य के अर्बन बैंक डिपार्टमेंट की भूमिका संदिग्ध है कानपुर के आर.टी.आई कार्यकर्ता की आर.टी.आई से सब गड़बड़झाला एवं गोलमाल उनकी नजर में था और वह निश्चित कर चुके थे कि दोहरी व्यवस्था सहकारी से बैंक खत्म होनी चाहिए। जनता के धन का बंदरबाट बंद होना ही चाहिए । आर.बी.आई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ लंबे विचार-विमर्श के बाद वो कर दिखाया जो 1966 से नहीं हुआ था वो 2020 में मोदी 2.0 सरकार में हुआ।
तमाम बुद्धिजीवीयों, सहकारी बैंकों और फेडरेशन के विचार विमर्श के उपरांत एक ही मत से यही तर्क दिया गया कि सहकारी बैंक से दोहरी व्यवस्था खत्म होनी ही चाहिए।
“आसमान में कई आसमान हो सकते हैं जबकि मनुष्य एक ही आसमान देख सकता है, मनुष्य जितने भी तारे आसमान में गिन सकता है उससे भी ज्यादा तारे होते हैं, मनुष्य एक ही समुद्र में तैर सकता है लेकिन समुद्र में कई समुद्र होते हैं, करोड़ों लोग उस आसमान, तारों एवं समुद्र को ज्वाइन एक साथ कर सकते हैं लेकिन जब बैंकिंग में अर्बन कोऑपरेटिव बैंक के सुपरविजन की बात आती है तो उसको शेयर नहीं किया जा सकता, उसको दो अथॉरिटी अर्थात दो नियामक सुपरवाइज करें यह नहीं हो सकता इसी सिद्धांत को लेकर मोदी सरकार कोऑपरेटिव बैंक के घोटालों को संज्ञान में लेकर आगे बढ़ी और सहकारी बैंक से दोहरी व्यवस्था को सदा के लिए खत्म कर दिया ।
ऑल इंडिया बैंक डिपॉजिटर्स एसोसिएशन को यह गलतफहमी थी कि अर्बन कोऑपरेटिव बैंक में जमा धन सुरक्षित है एवम् यदि कोई कॉपरेटिव बैंक फेल होता है तो भारतीय रिजर्व बैंक नियामक के रूप में आगे आएगा जब कि ऐसा नहीं था । इसमें कोई शक नहीं था कि दोहरी व्यवस्था डुअल कंट्रोल घातक थी और इसे तत्काल रिप्लेस करने कि जरूरत थी ।
वीरता रैली निकालकर वीर अब्दुल हमीद के जज्बे को दी सलामी
● शहीद वीर अब्दुल हमीद जैसे जज्बे से ही चीन को दिया जा सकता है जवाब-यूनाइटेड इदरीसी फ्रंट
कानपुर । यूनाइटेड इदरीसी फ्रंट जिला अध्यक्ष मोहम्मद आसिफ कादरी की अध्यक्षता में परमवीर चक्र से सम्मानित अमर शहीद वीर योद्धा वीर अब्दुल हमीद की 87वीं जयंती पर मोतीझील गुरु गोविंद सिंह द्वार से कारगिल पार्क तक सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए शांतिपूर्वक ढंग से वीरता रैली निकाली गई । आसिफ कादरी ने कहा चीन ने जो भी भारतीय सेना के साथ कायराना ढंग से दुस्साहस किया है आज चीन को अमर शहीद वीर अब्दुल हमीद के साहस से ही धूल चटाने का काम करना चाहिए सन 1965 की भारत-पाकिस्तान की लड़ाई में अमर शहीद वीर अब्दुल हमीद ने अपने साहस से पाकिस्तान की सरहद में घुसकर अकेले 7 अमेरिकन पैटर्न टैंकों को नष्ट करने का काम किया था । भारत देश की पवित्र धरती पर साहसी वीर अब्दुल हमीद जैसे देशभक्त सैनिक पैदा होते हैं । वक्त आने पर उसी साहस से चीन को धूल चटाने का काम भारत के सैनिक द्वारा किया जाएगा । कार्यक्रम में उपस्थित सदस्यों ने कारगिल स्थल पर पहुंचकर सभी ने शहीदों को फूल बरसा कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई । इस अवसर पर अब्दुल हमीद इदरीसी,हयात ज़फ़र हाशमी,मोहम्मद आसिफ कादरी,नदीम सिद्दीकी,जीतेन्द्र कुमार जीतू कैथल,मोनू खान,मुहीब इदरीसी,वसीम इदरीसी,सैफ़ अली,अनवार इदरीसी,जान मोहम्मद इदरीसी आदि लोग मौजूद रहे ।
नन्हे-मुन्ने बच्चों के साथ पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का जन्मदिन मनाया
कानपुर । समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के जन्मदिन के अवसर पर विधायक हाजी इरफान सोलंकी व समाजवादी पार्टी के प्रदेश सचिव अजय यादव अज्जू ने केक काटा कर उसके उपरांत नेहरू नगर से बालाजी चौराहे चौराहे पर नन्हे-मुन्ने बच्चों के साथ मिष्ठान वितरण कर जन्मदिन मनाया । संकल्प लिया कि 2022 में अखिलेश यादव की सरकार फिर से बनाएंगे । अजय यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी की पूर्व सरकार में रोजगार नौकरी,बेरोजगारी नहीं जितनी प्रदेश की भाजपा सरकार में दी हुई,सपा सरकार में बेरोजगारी भत्ता,कन्या विद्याधन, वृद्धा पेंशन, स्वास्थ्य वह अन्य कार्य किए गए जनता के हित के लिए किए गए । इस अवसर पर अन्नू गुप्ता बंटी बाल्मीकि मालू गुप्ता साकिब मिस्बा संतोष गुप्ता विकास मिश्रा नीलू शर्मा अमित कटियार पप्पू साहू सनी निगम बाबू आदि लोग उपस्थित रहे ।
सैनिटाइजर मार्क्स वितरण कर मनाया सोनेलाल पटेल का 71 वा जन्मदिवस
कानपुर । अपना दल पार्टी द्वारा स्वं0 सोनेलाल पटेल के जन्मदिन के अवसर पर मकराबर्ट गंज ढाल पर मास्क और सैनिटाइजर का वितरण किया गया । कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे सीसामऊ विधानसभा अध्यक्ष राजन सोनकर ने बताया कि पार्टी संस्थापक सोनेलाल पटेल की जयंती प्रतिवर्ष इस तरह से सेवा भाव के रूप में मनाई जाती है इस वर्ष कोरोनावायरस के चलते मलिन बस्ती के लोगों को सैनिटाइजर व मास्क वितरण कर करोना महामारी से दूर रहने के लिए इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में जिला अध्यक्ष नवीन श्रीवास्तव जिला महामंत्री राजेश सोनकर प्रदेश सचिव रजनीश तिवारी विजय चौरसिया रवि चौधरी सुरेंद्र वर्मा राजेंद्र सोनकर रवि चौधरी प्रेम किशोर कनौजिया अनिल हजारिया दीपक कनौजिया आशुतोष सिंह मुकेश सोनकर आदि लोग मुख्य रूप से कार्यक्रम में मौजूद रहे ।
पेट्रोल डीजल मूल्यवृद्धि के विरुद्ध समाजवादियों का अनूठा विरोध
कानपुर । समाजवादी पार्टी समर्थित उत्तर प्रदेश प्रान्तीय व्यापार मण्डल के प्रदेश अध्यक्ष अभिमन्यु गुप्ता ने सोशल डिस्टेंसिंग सुनिश्चित करते हुए अपने साथियों के साथ आरटीओ में पेट्रोल डीजल मूल्यवृद्धि के विरुद्ध प्रदर्शन कर रजिस्ट्रेशन निरस्त कर शुल्क वापस देने की मांग का ज्ञापन ये कहते हुए दिया की इतने महंगे पेट्रोल डीजल में वाहन का प्रयोग नामुमकिन हो रहा है और व्यापार ठप हो चुका है । उपपरिवहन आयुक्त कानपुर परिक्षेत्र देवेंद्र त्रिपाठी को ज्ञापन देते हुए उत्तर प्रदेश प्रान्तीय व्यापार मण्डल के प्रदेश अध्यक्ष अभिमन्यु गुप्ता ने कहा की साहब हमारा वाहन रजिस्ट्रेशन शुल्क वापस करवा दीजिये । इतने महंगे दौर में वाहन कैसे चलाएं पेट्रोल डीजल मूल्यवृद्धि ने कमर तोड़ दी है और अब वाहन चला पाना असंभव ही दिखने लगा है । हमारा रजिस्ट्रेशन शुल्क वापस कर दीजिए और आगे भी कोई रेजिस्ट्रेशन करवाए तो उससे शुल्क मत लीजियेगा । घर के निजी वाहन और व्यापार में प्रयोग होने वाले ट्रक,छोटा हाथी,टेम्पो आदि सब अब हाथी लगने लगे हैं । अभिमन्यु गुप्ता ने कहा की लॉकडाउन की मंदी की वजह से पहले ही कार,ट्रक,बस आदि की किश्त जमा करने में लाले पड़ गए और अब महँगे पैट्रोल डीज़ल की वजह से गाड़ी वाहन चलाना भी किसी सपने से कम नहीं है।लगातार रोज़ पेट्रोल डीजल की कीमतों बढ़ाई जा रही हैं ।इसकी वजह से भाड़ा भी बढ़ गया है जिसकी वजह से आवश्यक वस्तुएं महंगी होती जा रही हैं और वो भी वापस हम ही प्रयोग करते हैं तो उस महंगाई का शिकार भी हम बन रहे हैं । अंतरराष्ट्रीय बजार में पेट्रोल डीज़ल सस्ता होने के बावजूद भारत सरकार देश को महंगा तेल दे रही है । साथ ही वन नेशन वन टैक्स के वादे के बावजूद पेट्रोल डीजल को जीएसटी में न लाकर देश की जनता के साथ धोखा कर रही है । सोचिये आज देश में डीज़ल अब पेट्रोल से भी महंगा हो गया है जो कि 70 साल में कभी नहीं हुआ।ये सब भाजपा सरकार की देन है । इससे माल-सामान का परिवहन व उत्पादन भी महँगा हो गाया और खेती-किसानी में सिंचाई की लागत भी बढ़ गई । व्यापारी उद्यमी रो रहे हैं क्योंकि वो आर्डर लेकर माल बनाते हैं और कीमत पहले से तय होती है।प्रदेश उपाध्यक्ष बॉबी सिंह ने कहा की अब तेल की कीमतें बढ़ने से लागत बढ़ जाएगी और कीमत पहले की ही मिलेगी।लगभग 20 प्रतिशत भाड़ा बढ़ा दिया है । मतलब व्यापारी ,किसान सबका नुकसान ही नुकसान । अभिमन्यु गुप्ता,बॉबी सिंह,राजेन्द्र कनौजिया,हरप्रीत सिंह बंटी,अमरजीत सिंह लाली,मन्नू सिंह,साजन भल्ला,त्रिलोचन सिंह आदि थे ।
सीजनल अमीनो ने नेत्र दान,देहदान कर राष्ट्रपति से मांगा इच्छा मृत्यु
कानपुर । राजस्व संग्रह सीजनल अमीन कर्मचारी सेवक वेलफेयर एसोसिएशन ने आज विनियमितिकरण,सम्पूर्ण समायोजन,नियमावली संशोधन,आयु सीमा शिथिलता की मांग को लेकर शास्त्री नगर सेन्ट्रल पार्क में जल समाधी लेने से पहले नेत्र दान,देह दान करके राष्ट्रपति से इच्छा मृत्यु की मांग की है । एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष वीरेन्द्र कुमार ने कहा की मुख्यमंत्री ने चार बार मांगो को पुरा करने का आस्वाशन दिया । उसके बावजूद सम्पूर्ण समायोजन,विनियमितिकरण, नियमावली संशोधन नही हुआ और ना ही आयु सीमा शिथिलता हुई । वीरेन्द्र कुमार ने कहा की पिछले डेढ वर्ष से शासन मे मामला लम्बित है । मुख्यमंत्री के आदेशो का पालन नही हो रहा है । शासन में राजस्व विभाग के अधिकारी मांग पत्र पर कार्यवाही करने के बजाय मांग पत्र जिलाधिकारी कानपुर नगर को भेज देते हैं । वीरेन्द्र कुमार ने कहा की पुरा जीवन राजस्व विभाग में बरबाद करने के बाद भी आज सीजनल अमीन व अनुसेवक न्याय के लिए भटक रहे हैं ।उत्तर प्रदेश में सैकड़ो अमीन विनियमितिकरण हुये बिना ही स्वर्ग सिधार गये सैकड़ो सेवानिवृत हो गये ।
वीरेन्द्र कुमार ने चेतावनी दी है की सीजनल संग्रह अमीनो का विनियमितिकरण व आयु सीमा शिथिलता न हुआ तो 15 अगस्त को सरकार की वादा खिलाफी के खिलाफ जल समाधी ले लेगे । सरकार ने सीजनल अमीनो व अनुसेवको को भूखो मरने के लिए छोड दिया है । लाक डाउन मे प्रदेश के सीजनल अमीनो व अनुसेवको को न तो सेवा मे रखा गया और न ही वेतन दिया गया । सरकार अपने वादे से ही मुकर गयी जिससे समस्त सीजनल कर्मचारियों में रोष व्याप्त है ।
आज नेत्रदान,देहदान व इच्छा मृत्यु मागने वालो में प्रदेश अध्यक्ष वीरेन्द्र कुमार के अलावा यशवन्त सिंह,जगजीवन तिवारी,राम चन्द्र शर्मा,तिलक सिंह आदि शामिल थे ।
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