
लखनऊ । कमिश्नरेट से सभी अपहत लापता किशोरियों को 36 घंटे में सकुशल बरामद कर परिजनों को खुशी में सराबोर किया,
Good work की तारीफ हो रही, इंस्पेक्टर दधिबल तिवारी की कार्यशैली की प्रशंसा करते हुए उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल अध्यक्ष मुकुंद मिश्रा ने बधाई दी ।
पारा इंस्पेक्टर उनकी टीम को बहुत कम समय में अपहता लापता युवतियों को सकुशल बरामद करने पर भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश महामंत्री ज्ञानेश मिश्रा ने भी प्रशंसा की,
👉 पुलिस कमिश्नरेट लखनऊ के तेजतर्रार पुलिस आयुक्त डीके ठाकुर के पुलिस उपायुक्त दक्षिणी गोपाल कृष्ण चौधरी के निर्देशन में एडीसीपी साउथ राजेश श्रीवास्तव एसीपी काकोरी आशुतोष कुमार के मार्गदर्शन में तथा जनता में अपनी अच्छाई और मिलनसार कर्तव्यनिष्ठ निरीक्षक शख्सियत से पहचान बना चुके एस एच ओ दधिबल तिवारी के नेतृत्व में थाना पारा क्षेत्र की चार गुमशुदा अपहत बालिकाओं को 36 घंटे के अंदर विशेष अभियान चलाकर बरामद कर परिजनों को सुपुर्द कर उत्तर प्रदेश पुलिस की कामयाबी में चार चांद लगाए ।
इंस्पेक्टर दधिबल तिवारी के नेतृत्व में बरामदगी करने वाली टीम में उपनिरीक्षक सुधांशु रंजन तथा पटेल राठी,राहुल त्रिपाठी एवं महिला पुलिसकर्मी मालती राठौर, शिवानी राठौर, दीप्ति सलोनी और कांस्टेबल हरकेश कुमार सभाजीत रहे ।
किसी परिवार की कि जब कोई बेटी अचानक लापता हो जाती है तो उस परिवार पर क्या गुजरती है हां आपको बताते चलें इस दर्द को दूर करने का काम लखनऊ पुलिस पुलिस कमिश्नरेट के तेजतर्रार इंस्पेक्टर दिवाली तिवारी व उनकी टीम ने किया मात्र 36 घंटों में गुमशुदा नाबालिक किशोरियों को सर्विलांस की मदद से सकुशल वापसी करा कर एक कीर्तिमान स्थापित किया, इंस्पेक्टर दधिबल तिवारी की शख्सियत एक अलग पहचान है सादगी शालीनता के साथ धार्मिक व्यक्तित्व के रूप में जानी जाती है ।
पारा SHO दधिवल तिवारी ने जनता में खासकर युवा किशोरियों के परिजनों से अपील की माता पिता अपने बच्चों को दोस्ताना व्यवहार बनाएं उनकी भावनाओं को समझें उनके सुख-दुख को महसूस करें अगर इस उम्र में आप अपने बच्चों पर बल प्रयोग करते हैं तो वह घर छोड़कर भाग सकते हैं, ऐसी उम्र में बच्चों के माता-पिता को बहुत समझदारी के साथ काम लेना चाहिए ।