ध्रुव ओमर
कानपुर । जब रक्षक ही भक्षक बन जाये ,धरती के भगवान ही हैवान बन जाये तो ऐसी स्थिति में उन से उम्मीद लगाए लोगो का क्या होगा ?
किसी समय समाज सेवा के लिए डॉक्टर बनने के पेशे को बदनाम करने वाले लाला लाजपत राय (हैलट) अस्पताल के जूनियर डॉक्टर पुरानी कहावत “बदनाम हों गए तो क्या नाम न होगा” को सटीक चरितार्थ कर रहे हैं और इस अस्पताल का नाम शहर और प्रदेश में रौशन कर रहे हैं ।
जूनियर डॉक्टरों की दबंगई से पूरा शहर अवगत है। इन की दबंगई को अस्पताल के आला अधिकारी भी नही रोक पा रहे हैं। इन की क्रूरता इतनी बढ़ चुकी है कि ये मरीजो व तीमारदारों के अलावा 100 पुलिस के सिपाहियों एवं क्षेत्रीय पुलिस थाने पे भी हमला करने से नही हिचकिचाते। ऐसे ही एक हमले में क्षेत्रीय थाने के अंदर एक सिपाही का हाथ तोड़ने का रिकार्ड भी इन जूनियर डॉक्टरों के ऊपर दर्ज है।
हमने बचपने में पढ़ा और अब देखा कि एकता से ही किसी बड़े कार्य को कराया जा सकता है लेकिन जब ये एकता किसी अच्छे कार्य के विपरीत कार्य करने लगे तो वो भयावह स्थिति का अंदाज़ा नही लगा सकते (विधायक और जूनियर डॉक्टर की लड़ाई में बेगुनाह मरीज़ों की मौत तो याद ही होगी)
जूनियर डॉक्टरों द्वारा बीमार मरीज़ और परेशान तीमारदार की छोटी छोटी बातों को अपना ईगो बना कर उन से लड़ना मारपीट करना, फिर हड़ताल पे चले जाना, ऐसा करना अपने पेशे से बेईमानी करना है।
इस अस्पताल के न जाने ऐसे कितने किस्से शहर का नाम रोशन कर रहे है और यहां आने वाले मरीजो में भय पैदा कर रहे है। इसी कड़ी में परसो एक महिला तीमारदार को जूनियर डॉक्टरों ने अपनी अभद्रता का निशाना बनाया। उस महिला का क्षेत्रीय थाने में प्रार्थना पत्र देने पे डॉक्टरों का हड़ताल पर चले जाना उस के बाद वहां मौजूद मरीज़ों ,और तीमारदारों के साथ अमानीय व्यवहार तथा कुछ जूनियर डॉक्टरों द्वारा अपने सीनियर डॉक्टरों एवं अस्पताल के आला अधिकारियों की बात न माना एवं उन से अभद्रता करना ये एक सोचनीय विषय है
हर घटना के बाद अस्पताल प्रसाशन एक जांच टीम गठित करती है लेकिन उस का कोई हल नही निकलता इस घटना में भी यही होगा।
उन तीमारदारों से पूछो जो अपने मरीज़ को बचाने की उम्मीद से अस्पताल लाये थे लेकिन वो हड़ताल की भेंट चढ़ गए। किसी एक कि गलतीं की सज़ा किस किस को मिलेगी ऐसी स्थिति में जूनियर डॉक्टरों की एकता को सही कहा जायेगा ?
ऐसी एकता जूनियर डॉक्टर अस्पताल की अव्यवस्था के खिलाफ क्यों नही दिखाते ?
ऐसी एकता मेडिकल लाइन में फैली भ्र्ष्टाचार के खिलाफ क्यों नही दिखाते ?
हैलट अस्पताल में वर्तमान समय मे कोई मरीज़ या उस का तीमारदार जूनियर डॉक्टर को छोड़िए, अस्पताल के चतुर्थ क्षेणी के कर्मचारी से अभद्रता नही कर सकते क्योंकि इन का आतंक जगजाहिर है।
फेसबुक की दोस्ती का भयानक अंजाम
फिल्म पद्मावत देखने के बहाने सिनेमा हॉल के अंदर लड़की से बलात्कार, फेसबुक पर हुई थी दोस्ती
तेलंगाना: सोशल मीडिया की दोस्ती का अंजाम इतना भयानक भी हो सकती है सोशल मीडिया से जालसाज़ी तो आम बात है । लेकिन सोशल मीडिया की दोस्ती किस हद तक नुकसान पहुँचा सकती है इस का उदहारण निजामों के शहर हैदराबाद के सिनेमा हॉल के में 19 साल की एक लड़की से बलात्कार का मामला देखने को मिला खबर के मुताबिक आरोपी से लड़की की दोस्ती सोशल मीडिया पर हुई थी.
पीड़ित महिला की दोस्ती 23 साल के कंदकतला भिक्षापति से दो महीने पहले फेसबुक पर हुई थी. दोनों ने सोमवार को प्रशांत थिएटर में फिल्म पद्मावत देखने का फैसला किया.
पुलिस के मुताबकि, ‘थिएटर में बहुत कम लोग मौजूद थे और उनके आस-पास कोई भी नहीं बैठा था. आरोपी ने इसी बात का फायदा उठाया.’
पुलिस अफसर के मुताबिक पीड़ित लड़की के प्राइवट पार्ट में गंभीर चोटें आईं हैं और उसका अस्पताल में इलाज चल रहा है. वहीं, आरोपी मजदूर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
पुलिस का कहना है कि आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है. साथ ही थिएटर मालिके के ऊपर अनदेखी करने के आरोप में कार्रवाई की जा रही है.
दिवंगत पत्रकार को इंसाफ दिलाने के लिए संघर्ष कर रहे अवनीश दीक्षित का हुआ सम्मान
दिवंगत पत्रकार को इंसाफ दिलाने के लिए संघर्ष कर रहे अवनीश दीक्षित का हुआ सम्मान
*कानपुर 31 जनवरी 2018 (मो0 नदीम)*
आज कानपुर प्रेस क्लब अध्यक्ष श्री अवनीश दीक्षित को दिवंगत पत्रकार नवीन गुप्ता के परिवार को शासन द्वारा आर्थिक मदद दिलाने के सराहनीय कार्य के लिए सम्मानित किया गया दैनिक उद्योग नगरी टाइम्स के संपादक फैसल हयात व मोहसिन टाइम्स के संपादक मोहसिन सिद्दीकी ने अवनीश दीक्षित को पदक चिन्ह एवं पुष्प माला पहनाकर सम्मानित किया इसके अलावा वरिष्ठ पत्रकार मो0 नदीम ने भी पुष्प माला व लड्डू खिलाकर सम्मान किया श्री अवनीश दीक्षित ने अपने वक्तव्य में कहा है कि ये.कोई पहला व आखरी मौका नही है जो मैं पत्रकार के हित के लिए संघर्ष कर रहा हु जब भी किसी पत्रकार को मेरी मदद की जरूरत होगी मैं सदैव उसकी सहायता के लिए उपस्थित रहूंगा मेरे रहते किसी भी पत्रकार का अहित नही होगा
विगत दिनों सच की लड़ाई लड़ते हुए दिवंगत पत्रकार नवीन की हत्या कर दी गई थी हत्यारो को सजा दिलाने व परिवार को आर्थिक स्थिति से उबारने के लिए प्रेस क्लब अध्यक्ष अवनीश दीक्षित एवं पत्रकारों की अन्य संस्थाएं लगातार संघर्ष करते हुए शासन प्रशासन से नवीन के हत्यारो को सजा दिलाने के साथ परिवार को आर्थिक मदद की मांग की थी।परन्तु अवनीश दीक्षित के नेतृत्व में लगातार संघर्ष कर रहे पत्रकारों की मांग को ध्यान में रखते हुए सीएम योगी आदित्य नाथ ने नवीन के परिजनों को दस लाख रु0 की राशि प्रदान करने की घोषणा की जिसे डीएम सुरेंद्र सिंह के हाथो चेक द्वारा नवीन के परिजनों को प्रदान की गई श्री दीक्षित ने कहा है ये लड़ाई यही पर समाप्त नही होगी जब तक हत्यारो का सुराग नही मिल जाता है और हत्यारो को कड़ी से कड़ी सजा ना हो जाए ऐसे ही जारी रहेगी
बताना चाहेंगे ये कोई पहला मौका नही है जब अवनीश दीक्षित किसी पत्रकार को न्याय दिलाने के लिए संघर्ष कर रहे है इससे पहले भी दीक्षित जी ने कई बार पत्रकारों का उत्पीड़न कर रहे समाज के ठेकेदारो के खिलाफ लड़ाईया लड़ी है कुछ वर्ष पूर्व देश की सबसे बड़ी राजनीति पार्टी के कद्दावर नेता ने खबर को लेकर एक अखबार के संपादक को भद्दी भद्दी गालियो के साथ अखबार के दफ्तर को बंद कराने की धमकी दे डाली थी उस वक्त भी दीक्षित जी ने उस संपादक का कंधे से कंधा मिलाकर साथ दिया और उनका सम्मान लौटाया था जिले में हो रहे पत्रकारों के शोषण पर उनका कहना है कि प्रेस क्लब से जुड़ा प्रत्येक पत्रकार मेरे परिवार के सदस्य की तरह है अगर कोई मेरे परिवार की तरफ टेढ़ी नजर से देखेगा तो मैं कतई बर्दास्त नही करूँगा समाज को दिशा दे रहे पत्रकारों का शोषण किसी भी हाल में बर्दाश्त ना किया जाएगा चाहे वो किसी भी संगठन का क्यो ना हो
गणतंत्र दिवस परेड में राहुल को पहली पंक्ति में नहीं मिली जगह, प्रदर्शन के बीच ‘पद्मावत’ रिलीज, दिन भर की 5 बड़ी खबरें
गणतंत्र दिवस परेड में राहुल को पहली पंक्ति में नहीं मिली जगह, प्रदर्शन के बीच ‘पद्मावत’ रिलीज, दिन भर की 5 बड़ी खबरें
नई दिल्ली: गणतंत्र दिवस परेड में राहुल गांधी के बैठने की जगह को लेकर राजनीति गरमा गई है. परेड में राहुल गांधी को चौथी पंक्ति में बेठने की जगह दी गई है. उधर, पद्मावत विवाद में हिंसा को लेकर मुंबई करणी सेना के अध्यक्ष अजय सिंह सेंगर को हिरासत में ले लिया गया है. वहीं गुरुग्राम में करणी सेना द्वारा बच्चों से भरी स्कूल बस पर हमले को लेकर दुख जताया. वहीं, अमरनाथ हमले में 52 तीर्थयात्रियों की जान बचाने वाले बस ड्राइवर को देश के दूसरे सर्वोच्च वीरता पुरस्कार से नवाजा गया है. उधर साउथ अफ्रीका के जोहानिसबर्ग में चल रहे तीसरे टेस्ट में टीम इंडिया संघर्ष करती नजर आ रही है.
1. गणतंत्र दिवस परेड में राहुल गांधी के बैठने की जगह को लेकर राजनीति गरमाई, इस पंक्ति में मिली जगह
देश में चारों तरफ गणतंत्र दिवस की तैयारियां जोरों पर है. दिल्ली के राजपथ पर 26 जनवरी 69वां गणतंत्र दिवस राजपथ में परेड की सारी तैयारियां पूरी हो गई है, मगर परेड में राहुल गांधी के बैठने को लेकर राजनीति गरमा गई है. राहुल गांधी को गणतंत्र दिवस परेड में पहली पंक्ति में बैठने की जगह नहीं दी गई है. इससे कांग्रेस पार्टी नाराज है. हालांकि, राहुल गांधी ने ये साफ कर दिया है कि वह इस कार्यक्रम में शिरकत करेंगे.
2. पद्मावत हिंसा : मुबई करणी सेना का अध्यक्ष अजय सिंह सेंगर हिरासत में, उत्तराखंड में भी विरोध
संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावत गुरुवार को देशभर में रिलीज हो गई है लेकिन कई राज्यों में इस फिल्म को लेकर हुई हिंसा के बाद सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं. पद्मावत फिल्म को लेकर लगभग 75 फीसदी मल्टीप्लेक्स मालिकों का प्रतिनिधित्व करने वाली मल्टीप्लेक्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने कहा कि राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश और गोवा में फिल्म का प्रदर्शन नहीं किया जाएगा. वहीं सुप्रीम कोर्ट में चार राज्यों के खिलाफ अदालत की अवमानना की याचिका दाखिल की गई है. इस मामले में सोमवार को सुनवाई होगी
3. CM अरविंद केजरीवाल बोले, गुरुग्राम की स्कूल बस पर हमले की खबर सुनकर रातभर नहीं सो पाया
दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में राज्यस्तरीय गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि गुरुग्राम के स्कूल में बस में सवार बच्चों पर हमले की खबर सुनकर रात भर मैं सो नहीं पाया, यह डूब मरने वाली बात है. आज अगर भगवान राम जिंदा होते तो ऐसे लोगों को रावण से बदतर सज़ा देते. आपको बता दें कि पद्मावत फिल्म का विरोध कर रहे कुछ लोगों ने एक स्कूल बस पर हमला किया था और उस वक्त उस बस में बच्चे सवार थे.
4. अमरनाथ हमले में 52 तीर्थयात्रियों की जान बचाने वाले बस ड्राइवर को मिला उत्तम जीवन रक्षक पदक -अमरनाथ यात्रा के दौरान आंतकी हमले के बीच जान पर खेलकर श्रद्धालुओं की जान बचाने वाला वो ड्राइवर तो याद ही होगा. जी हां, वही गुजरात के रहने वाले बस ड्राइवर शेख सलीम गफूर, जिन्होंने अपनी सूझबूझ और धैर्य का परिचय देते हुए 52 तीर्थयात्रियों की जान बचाई थी, उन्हें केंद्र की मोदी सरकार ने देश के दूसरे सर्वोच्च वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया है. केंद्र सरकार ने गुरुवार को 13 लोगों को ‘उत्तम जीवन रक्षा पदक’ सम्मान देने की घोषणा की, जिसमें ड्राइवर शेख सलीम गफूर का नाम टॉप पर है.
5. IND vs SA दक्षिण अफ्रीका दौरे में भारतीय बल्लेबाजों का निराशाजनक प्रदर्शन तीसरे टेस्ट में जारी रहा. जोहानिसबर्ग टेस्ट के पहले दिन भारतीय टीम अपनी पहली पारी में 187 रन बनाकर आउट हो गई. कप्तान विराट कोहली (54) और चेतेश्वर पुजारा (50) ने अर्धशतकीय पारी खेली लेकिन शेष बल्लेबाजों ने बुरी तरह से निराश किया.
दक्षिण अफ्रीका दौरे में भारतीय बल्लेबाजों का निराशाजनक प्रदर्शन तीसरे टेस्ट में जारी रहा. जोहानिसबर्ग टेस्ट के पहले दिन भारतीय टीम अपनी पहली पारी में 187 रन बनाकर आउट हो गई. कप्तान विराट कोहली (54) और चेतेश्वर पुजारा (50) ने अर्धशतकीय पारी खेली लेकिन शेष बल्लेबाजों ने बुरी तरह से निराश किया. निचले क्रम में भुवनेश्वर ने 30 रन की उपयोगी पारी खेलते हुए टीम को 200 रन के करीब पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई..जवाब में पहले दिन स्टंप्स के समय दक्षिण अफ्रीका का स्कोर छह ओवर में एक विकेट पर 6 रन था. मैच के दूसरे दिन भारतीय गेंदबाजों पर निगाह होगी.केपटाउन में पहला टेस्ट 72 रन से और सेंचुरियन में दूसरा टेस्ट 135 रन से जीतकर मेजबान टीम सीरीज पहले ही अपने नाम कर चुकी है.दूसरे दिन चाय के बाद 62.2 ओवर में दक्षिण अफ्रीका की पहली पारी का स्कोर आठ विकेट पर 175 रन है. एंडिले फेलुकवायो और मोर्ने मोर्केल क्रीज पर हैं. डीन एल्गर (4), कागिसो रबाडा (30), एबी डिविलियर्स (5), फाफ डु प्लेसिस (8), क्विंटन डिकॉक (8),हाशिम अमला (61) और वर्नोन फिलेंडर (35) दूसरे दिन आउट होने वाले बल्लेबाज हैं.हाशिम अमला 61 समेत पूरी टीम 194 पे सिमटी
आईरा के राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव बनाए जाने पर श्री पुनीत निगम का पदाधिकारियो ने क्या सम्मान
मो. नदीम
कानपुर 24 जनवरी 2018
पत्रकार संगठन आईरा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के रूप में पत्रकारों के हितों की रक्षा हेतु सदैव तत्पर रहे श्री पुनीत निगम को आईरा का राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव घोषित किया गया है पद की घोषणा आईरा के राष्ट्रीय चेयरमैन व अध्यक्ष श्री तारिक जकी ने की है
पद की घोषणा सुनते ही आईरा के प्रदेश संगठन मंत्री मो0 नदीम के साथ सैकड़ो सदस्यो व पदाधिकारियो ने श्री पुनीत निगम को पुष्प माला पहनाकर सम्मानित किया
बताना चाहेंगे आज से कुछ वर्ष पूर्व में पत्रकारों को शासन प्रशासन को सच का आईना दिखाना लोहे के चने चबाने के समान था हर कोई पत्रकारों की आवाज को दबाना चाहता था बड़े वाले भी कोई मौका नही चूकते थे प्रशासन को उचकाने का धीरे धीरे पत्रकारिता समाज को दिशा देने के बजाय भय में प्रवतित होने लगी ऐसी विकट स्थिति में भी कोई था जो पत्रकारों के हो रहे शोषण से विचलित हो रहा था हर सम्भव कोशिश में लगा था कैसे पत्रकारों को संगठित किया जाए कैसे इन्हें एक थागे में पिरोकर माला का रूप दिया जाए समय बीतता गया आखिकार इंतजार की घड़ियां एक दिन हुई खत्म तीतर बितर होकर भटक रहे पत्रकारो को एक थागे में पिरोकर माला का रूप मिल ही गया संगठित हुए पत्रकारों के समूह ने एक विशाल संगठन का रूप ले लिया जो आज आईरा के नाम से पूरे देश मे फैला हुआ है जो पत्रकारों की हर को लड़ने में सक्षम हो चुका है एक विशाल वृक्ष की तरह भुजाए फैलाए मानो कह रहा हो है कोई सुरमा जो मेरे सामने किसी भी पत्रकार का शोषण करके निकल जाए
पत्रकारों को संगठित करके एक परिवार का रूप देने का अदभुत कारनामा करने वाले व्यक्ति कोई और नही (आईरा) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री पुनीत निगम है जिन्हें आईरा राष्ट्रीय अध्यक्ष तारिक जकी की अध्यक्षता में आईरा का प्रमुख महासचिव घोषित किया गया है पद की घोषणा के बाद श्री पुनीत निगम ने अपने वक्तव्य में कहा कि आईरा से जुड़े सभी पत्रकार बन्धु मेरे परिवार के सदस्य की तरह है मेरे रहते मेरे परिवार की तरफ कोई आँख उठाकर भी नही देख सकता है आईरा पूरे देश मे फैला हुआ है अगर देश मे कही पर भी पत्रकारों का शोषण होगा तो मैं सदैव सहायता के लिए उसके साथ खड़ा रहूंगा ये मेरा दृढ़ संकल्प है श्री पुनीत निगम को पद मिलने की खुशी में सभी पदाधिकारियो व सदस्यो ने आईरा कार्यालय जाकर उनको फूल माला पहनाकर सम्मान किया पुनीत निगम ने सभी को तहे दिल से धन्यवाद दिया
सम्मान करने वालो में मंडल उपाध्यक्ष फैसल हयात,मंडल कार्यकारिणी सदस्य मोहसिन सिद्दीकी, गोपाल गुप्ता अमित राजपूत,ध्रुव ओमर,जिलाअध्यक्ष आशीष त्रिपाठी,जिला महामंत्री दिग्विजय सिंह,विकास अवस्थी निजामुद्दीन आशु खान, मनीष गुप्ता, ,संजय शर्मा,सूरज वर्मा विशाल तिवारी,अमित कश्यप शाहवेज आलम अशवनी,आरिफ खान, पप्पू यादव सैय्यद आतिफ आदि लोग मौजूद थे
संदिग्ध परिस्थितियों में वृद्धा आश्रम से बुजर्ग महिला हुई लापता
कानपुर । फ़िल्म ‘बागबां’ में अमिताभ बच्चन द्वारा बोला गया डायलॉग ” मां-बाप मिल कर 6 बच्चे पाल लेते हैं लेकिन 6 बच्चे मिल कर बूढ़े मां-बाप को नही रख सकते” ये डायलॉग इन घटना को चरितार्थ करता हुआ दिख रहा है ।जिस माँ ने अपने 3 बेटों को पाला हो जिन को बोलना सिखाया हो आज वही बेटे गर्ज के बोल रहे हों वो नन्ही आँखे बड़ी हो कर उस मां को डरा रही हों दिन रात जग कर बेटो को पालन पोषण कर बड़ा किया और उनकी शादी की अब वही बच्चे अपनी माँ को वृद्धा आश्रम में रखने के लिए छोड़ देते है l दरसल वृद्धा आश्रम में रहने वाली वाली 65 वर्षीय बुजुर्ग महिला अचानक लापता हो गई l लेकिन बात का खुलासा तब हुआ जब महिला के बच्चे अपनी माँ से मिलने के पहुचे l तो उन्हें पता चला कि वह 9 जनवरी 2018 से लापता है l यह सुनते ही उनके होश उड़ गए और वृद्धा आश्रम के कर्मचारियों द्वारा उन्हें लगातार गुमराह किया गया l इससे नाराज परिजनों ने वृद्धा आश्रम में जमकर हंगामा किया l
नौबस्ता थाना क्षेत्र स्थित के ब्लाक किदवाई नगर में वृद्धा आश्रम सार्वजानिक शिक्षोन्न्यन संसथान है l कल्यानपुर थाना क्षेत्र की रहने वाली श्याम दुलारी (65) बीते साल से वृद्धा आश्रम में रह रही थी l श्याम दुलारी के तीन बेटे है धीरज गौतम ,अरविन्द गौतम ,राहुल गौतम तीनो की शादी हो चुकी है और अपने-अपने परिवार के साथ रहते है l लेकिन तीनो बेटो मे से कोई माँ को दो वक्त की रोटी खिलाने में असमर्थता जताई और बुजुर्ग माँ को वृद्धा आश्रम में रहने के लिए छोड़ दिया l
बीते 14 जनवरी मकरसंक्रांति के दिन श्याम दुलारी का बड़ा बेटा धीरज पत्नी शशि के साथ वृद्धा आश्रम पहुचे थे l जब उन्होंने माँ से मिलने के लिए कहा वृद्धा आश्रम के कर्मचारियों ने बताया कि वह तो यहाँ है नही बीते नौ जनवरी को वह बच्चो से मिलने की बात कह चली गई थी l यह सुनते ही उनके होश उड़ गए l
धीरज गौतम ने बताया कि वृद्धा आश्रम जब यह बात पता चली की माँ हम लोगो से मिलने के गई तो मैंने और सभी भाइयो से इस समबन्ध में बात की सभी ने बताया कि माँ घर आई ही नही l इसके बाद और सभी रिश्तेदारों से पूछा तो उन्होंने भी बताया कि वह नही आई है l इसके बाद मै दो दोबारा व्रद्दा आश्रम गया तो मुझे वहा से भगा दिया l इसके बाद मैंने पुलिस को सूचना दी और लिखित तहरीर एसएसपी को भी l
धीरज ने बताया कि माँ को वृद्धा आश्रम में इस लिए भेजा था क्यों कि माँ की बहुओ से पटती नही थी l मै माँ सी हर माह मिलने के लिए आता था l कोई भी त्यौहार होता था तो उनको अपने साथ ले जाते थे और त्यौहार के बाद उन्हें छोड़ जाते थे l
वही वृद्धा आश्रम की केयर टेकर नीलेंद्र के मुताबिक श्याम दुलारी के रजिस्टर में सिग्नेचर है l जब बीते कई दिनों से कह रही थी की बच्चो की बहुत याद आ रही थी मुझे उनसे मिलने के लिए जाना है l 7 जनवरी को वह छत से कूद जाने की धमकी दे रही थी कि मुझे जाने दो वर्ना मै छत से कूद कर जान दे दूंगी l
एसपी साउथ अशोक कुमार वर्मा के मुताबिक वृद्धा आश्रम से एक बुजुर्ग महिला वृद्धा आश्रम से लापता हो गई है l उनके परिजनों ने तहरीर दी है इस सम्बन्ध में जाँच कर कार्यवाई की जाएगी और उनकी तलाश की जा रही है l
हज सब्सिडी की हकीकत
आम तौर पर दिल्ली से जेद्दाह की वापसी टिकट 30,000 रूपये के आस पास होता है। और वह भी तब जब आप एक महीने के लिए बुक करें और आपने सिर्फ एक टिकट खरीदने के लिए 30,000 रूपये से सीधे सऊदी एयरवेज का टिकट मिल जाए सोचिए जब आप 6 महीने पहले 1,75,000 रूपये का टिकट बुक करेंगे तो क्या ₹ होना चाहिये? दरअस्ल रेट ₹ होना चाहिये बीस हजार के आस पास।
हज कमैटी ने पिछले साल ये टिकट एयर इंडिया से 80 हजार का खरीदा था, इसका सिंगल पार्टी टेंडर होता है। हर साल एयर इंडिया की भीड़, एक तरह से खाली सीटों को तर्क देकर 20,000 रूपये के टिकट और 80,000 में बेचती हैं। यानी एक टिकिट पर 60,000 रूपये बढ़ा दिये जाते हैं। जिसमें 700 करोड़ की सब्सिडी मिलती है। यानी 175,000) 40,000 / – प्रति हज यात्री को बीस हजार का नुकसान हुआ। और ऊपर से भारत सरकार का अहसान का बोझ भी अपने सर पर लाद लिया।
हज सब्सिडी का खत्म होना, एक छलावा, एक फ्राड का खत्म होने जैसा है. जिसका लाभ हजयात्रियों के बजाये एयर इंडिया की डूबती नैया को आक्सिजन देने जैसा रहा है. अब एयर इंडिया बिक ही जाना है तो हज सब्सिडी के छलावे की जरूरत ही क्या.
✈ हज सब्सिडी की हकीकत ✈
सब्सिडी हाजियों को या एयर इंडिया को
लेकिन क्या वाक़ई सब्सिडी हाजियों को दी जाती है ?
आइये ज़रा हिसाब देंखे।
🔻कैलकुलेशन ऑफ़ सब्सिडी🔻
फिलहाल मक्का शरीफ से इंडिया के लिये हाजियों का कोटा एक लाख छत्तीस हज़ार (1,36,000) का है । (इस साल 5000 और बढ़ गए है )
पिछले साल हमारी गवर्नमेंट ने सालाना बजट में 691 करोड़ हज सब्सिडी के तौर पर मंज़ूर किये थे ।
691 करोड़ ÷ 1.36 lakh = 50.8 हज़ार
यानी एक हाजी के लिए 50000 रुपये ।।
◀ अब ज़रा खर्च जोड़ लेते हैं ▶
एक हाजी को हज के लिए गवर्नमेंट को एक लाख अस्सी हज़ार (1,80,000) देने पड़ते हैं ।
जिसमे चौतीस हज़ार (34,000) लगभग 2100 रियाल मक्का पहुँचने के बाद खर्च के लिए वापस मिलतें हैं ।
1.8 लाख – 34000 = 1.46 लाख
यानि हमें हमारी गवर्नमेंट को एक लाख छियालीस हज़ार (1,46,000) रुपये अदा करने पडतें हैं ।।
मुम्बई से जद्दाह रिटर्न टिकट 2 महीने पहले बुक करतें हैं तो कुछ फ्लाइट का किराया 25000 रुपये से भी कम होगा । फिर भी 25000 रुपये मान लेतें हैं । (irctc पर चेक कर लीजिये)
खाना टैक्सी/बस का बंदोबस्त हाजियों को अलग से अपनी जेब से करना होता है ।
गवर्नमेंट को अदा किये एक लाख छियालीस हज़ार रुपये (1,46,000) में से होने वाला खर्च ___
फ्लाइट = 25,000
मक्का में रहना(25दिन) = 50,000
मदीना में रहना(15दिन) = 20,000
अन्य खर्चे = 25,000
कुल खर्च हुआ =1,20,000
मतलब एक हाजी से लिये 1,46,000 रुपये और खर्च आया 1,20,000 रुपये मतलब एक हाजी अपनी जेब से गवर्नमेंट 26,000 देता है ।
अब असल मुद्दा ये है की जब हाजी सारा रुपया अपनी जेब से खर्च करता है और उसके ऊपर भी 26,000 रुपये और गवर्नमेंट के पास चला जाता है मतलब लगभग एक हाजी से सब्सिडी मिला कर गवर्नमेंट के पास 76,000 हज़ार हो जाता है तो ये पैसा जाता कहाँ है ।।
26,000+50,000 × 1,36,000= 10,33,60,00,000 (दस अरब तेतीस करोड़ साठ लाख रुपया)
याद रहे की एयर इंडिया कंपनी फिलहाल 2100 करोड़ के घाटे में चल है ।।
कोई शक नही की ये रुपया एयर इंडिया कंपनी और पॉलिटिशियन के जेब में जाता है । I
इस के बाद सब से बड़ी रकम सरकार को हज फार्म के ₹ से आती है हज फार्म की कीमत 300₹ है जो वापस नही होती इस साल 2018 हज के लिए 3,55000 लोगो ने हज फार्म भरे इस से सरकार को 10 करोड़ 65 लाख ₹ की आमदनी हुई
और रही बात हज की तो याद रखिये, एक हाजी को सब्सिडी ले कर भी जितना खर्च करना पड़ता है उससे ज्यादा खर्च हजयात्रियों को नहीं पड़ने जा रहा. लिहाजा स्वागत कीजिए. सुप्रीम कोर्ट का, जिसने इस फरेब के मक्कड़ जाल से मुसलमानों को निकाल दिया.
हज सब्सिडी की हकीकत
जीजा ने दो नाबालिग अपने सगे सालों को हंसिए से मौत के घाट उतारा
कानपुर । घाटमपुर कोतवाली क्षेत्र के सजेती थाना में देर रात जीजा ने दो नबालिग सालों को हाशिए से काटकर मौत के घाट उतारते हुए फरार हो गया सूचना पर पहुंची पुलिस के आलाधिकारीयों ने फारेंसिक टीम को बुलाकर घटनास्थल से साक्ष्य जुटाकर शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और आरोपी जीजा की तलाश में जुट गई लेकिन पुलिस से पहले ही मृतकों के परिवारीजनों ने उसे परास मोड़ से पकड़कर पुलिस के सुपुर्द कर दिया है
सजेती थानाक्षेत्र के बरी बड़ी माताइन गॉव निवासी रमेश जोशी मजदूर है उसके घर पर उसकी पत्नी शिवकली जो कि शादी ब्याह कार्यक्रमों में महाजन का काम करती है रमेश व शिवकली के दो बेटे सुमित 15 वर्ष व अतुल 9 वर्ष व बेटी रचना है रमेश ने रचना की शादी अयाना थाना औरैया निवासी मनोज उर्फ भूरे से की थी मनोज नशे का लती है जिसके चलते रचना और मनोज आये दिन लड़ाई झगड़ा हुआ करता था भाई दूज को रचना अपने मायके आ गई और तब यही पर थी कल बुधवार मनोज रचना को लेने गॉव पहुंचा तो रचना ने ससुराल जाने से मना करते हुए माँ शिवकली के साथ खाना बनाने के लिए मांगलिक कार्यक्रम में चली गयी रमेश ने बताया कि वो घर के बाहर सोया हुआ था और घर के अंदर सुमित व अतुल के साथ मनोज सोया हुआ था जब देर रात रमेश की नींद खुली तो घर के दरवाजे खुले हुए थे जब रमेश घर के अंदर पहुंचा तो उसके दोनों बेटों के शव खून से लथपथ बिस्तर पर पड़े हुए थे पास में ही खून से सना हसियां भी था लेकिन मनोज फरार था ये देख रमेश के पैरों तले जमीन खिसक गई डबल मर्डर की सूचना पर पहुंची सजेती पुलिस ने आलाधिकारियों को जानकारी देते हुए फारेंसिक टीम को सूचना दी सूचना मिलते एसपी ग्रामीणों सीओ सर्किल व फारेंसिक टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य जुटाकर दोनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजते हुए आरोपी जीजा की तलाश में जुट गई थी इधर अपने दोनों भाइयों की दर्दनाक मौत के बाद बहन रचना परिवारीजनों के साथ जगह जगह अपने हत्यारें पति की खाक छान रही थी और तभी दोपहर 2.30 बजे रचना की नजर परास मोड़ पर बैठे मनोज पर पड़ी और उसने मनोज को पकड़ लिया पहले तो आरोपी दोनों सालो की हत्या न करने की बात कहता रहा फिर देखते ही देखते बेहोस होने का ड्रामा करते हुए सड़क पर लेट गया परिवारीजनों ने उसे बाइक में बैठाकर पुलिस के सुपुर्द कर दिया है और पुलिस हत्यारे जीजा से पूछतांछ में जुट गई है .
वाया फ़ैज़ खान
भन्नाना पुरवा हत्या कांड के विरोध में व्यापारियों का रोड जाम,बैठक
धुरुव ओमर/आजम महमूद
कानपुर । शहर के चमन गंज थाना क्षेत्र के भन्नाना पुरवा में अज्ञात बदमाशो ने कारखाने में घुस कर कारोबारी की लूट कर गोली एवं धारदार हथियारों से हत्या कर दी थी
घटना को अंजाम देकर हत्यारे बड़ी आसानी से फरार हो गए थे। व्यापारी की हत्या के बाद व्यापारियों में गुस्सा देखने को मिल रहा है। आज मृतक व्यापारी के पोस्टमार्टम में देरी होने पर व्यापारियों ने जाम लगा कर हंगामा किया। स्वरूप नगर थाना के सामने मृतक के परिजनों और व्यापारियों ने सड़क पर गाड़ी एवं मानव श्रृखंला बना कर जाम लगा दिया। इस दौरान जिन राहगीरों ने वहां से निकलने का प्रयास किया उनके साथ व्यापारियों ने मारपीट की। व्यापारियों का कहना है कि पुलिस की लापरवाही से उनके साथी की हत्या हो गयी। इसके बाद भी पुलिस किसी प्रकार का सहयोग नही कर रही है। पोस्टमार्टम के लिए 12 बजे तक कागज नही भेजा गया। जबकि कोई वीआईपी होता तो प्रशासन एक पैर पर खडा होकर पोस्टमार्टम कराता।
इसी कड़ी में एक्सप्रेस रोड पर कानपुर प्लास्टिक एसो की अहम बैठक अध्यक्ष इखलाक मिर्ज़ा की अध्यक्षता में एसो के कार्यालय एक्सप्रेस रोड पर हुई जिसमें भन्नाना पूर्वा में कल प्लास्टिक व्यापारी विमल गुप्ता की लूट के बाद निर्मम हत्या कर दी गयी थी जिससे प्लास्टिक कारोबारियों में बेहद आक्रोश है कानपुर प्लास्टिक एसो के अध्यक्ष ने कहा यदि जल्द हत्या लूट का खुलासा न हुआ तो कानपुर के प्लास्टिक व्यापारी आन्दोलन के लिए बाध्य होंगे कानपुर प्लास्टिक एसो ने 2 मिनट का मौन रखकर मृतक की आत्मा की शान्ति के लिए प्रार्थना की महामन्त्री विष्णु डालमिया ने कहा प्रदेश की कानून व्यवस्था में कोई भी व्यापारी सुरक्षित नही है नोट बन्दी G S T की मार से व्यापारी पहले ही बेहाल है ऊपर से असुरक्षा से व्यापारी पलायन को मजबूर होगा बैठक का संचालन कोषाध्यक्ष परमानन्द राठौर ने किया बैठक में अध्यक्ष इखलाक मिर्ज़ा महामन्त्री विष्णु डालमिया परमानन्द राठौर अनिल जैसवाल वरिष्ठ उपाध्यक्ष रोशन गुप्ता सुरेश केशरवानी बिन्दु जैसवाल भरत केसरवानी मनोज गुप्ता प्रेम गुप्ता शैलेन्द्र गौड़ दीपक गुप्ता बंटी गुप्ता अमन अग्रवाल अरुण पोद्दार अमन अरोड़ा सुशील जैसवाल आदि व्यापारी प्रमुख रूप से मौजूद रहे
भन्नाना पुरवा में व्यापारी की हत्या
भन्नाना पुरवा में व्यापारी की हत्या
रियाज़ खान रिज़वी
कानपुर । शहर के चमन गंज थाना क्षेत्र के भन्नाना पुरवा में अज्ञात बदमाशो ने कारखाने में घुस कर कारोबारी की हत्या कर फि
घटना को अंजाम देकर हत्यारे बड़ी आसानी से फरार हो गए । वही घटना की सूचना पा कर मौके पर पहुंची पुलिस ने छानबीन की वही फॉरेन्सिक टीम भी मौके पर साक्ष्य संकलन के लिए पहुंची आपको बता दें कि किदवई नगर के रहने वाले विमल गुप्ता का चमनगंज के भन्नानापुरवा में प्लास्टिक का कारोबार है शनिवार रात वह कारखाना बन्द कर घर के लिए निकलने वाले थे तभी वहां पहले से घाट लगाए बदमाशों ने उनकी ह्त्या कर दी
। सूचना पा कर मौके पर पहुंची स्थानीय थाने की पुलिस व्यापारी को लेकर हैलट अस्पताल पहुंची जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया मृतक के रिश्तेदारों ने किसी भी प्रकार की रंजिश से इनकार किया उन का आरोप है कि लूट के इरादे से ही विमल की हत्या गोली मार कर की गयी हैं क्योंकि कारखाने से तकादे का रुपया व उन के गले की सोने की चेन व मोबाइल सब गायब है वही क्षेत्रीय लोगो से मिली जानकारी के अनुसार क्षेत्र में लाइट नही आ रही थी जिस कारण अंधेरा था गोली चलने की आवाज़ नही सुनाई दी बस कुछ चिल्लाने एवं कुछ लोगो के भागने की आवाज़ सुनाई दी अंधेरा होने के कारण कुछ दिखाई नही दिया वहीं पुलिस मृतक के रिश्तेदारों की तहरीर पर मामला दर्ज करने की बात कह रही है तथा हत्या किन हथियारों से की गई है ये पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मालूम होगा हत्या किन कारण से की गई है की जांच सभी बिन्दुओं पर की जा रही है वहीं
इस घटना से व्यापसरियों में रोष है उन का आरोप है कि योगी सरकार में व्यापारी सुरक्षित नही हैं