कानपुर । काका देव थाना के अंतर्गत स्तिथ कब्रिस्तान के पास कल मिली लावारिस कार में सीटों पर मिले खून की गुत्थी में पुलिस को दो युवकों के हत्या की घटना का पता चला है। घटना की जांच कर रही पुलिस व क्राइम ब्रांच की टीम ने कार मिलने के रहस्य को लेकर शनिवार कब्रिस्तान के बाद एक खाली प्लाट में खुदाई कराते हुए हत्या के बाद दफन सगे भाईयों के शवों को निकाला गया। पुलिस इस विदारक घटना की जांच करते हुए खुलासा व हत्यारों का पता लगाने में जुट गई है। डबल मर्डर की घटना ने जिले में सनसनी फैला दी है।
काकादेव इलाके में स्थित स्वराज पब्लिक स्कूल के पास बीते शुक्रवार की सुबह एक वैगन आर कार लावारिस हालत में मिली। कार के अंदर जहां 20 से अधिक सिम कार्ड व पचास हज़ार नकद मिले वहीं कार की चालक व उसके बगल की सीट पर खून पड़ा होने से पुलिस को शक हुआ। जिसके बाद पुलिस ने मिली कार पास स्थित एक खाली प्लाट में सलीम अहमद नाम के व्यक्ति से क्रब खोदने वाले को बुलाकर ज़मीन की खुदाई कराई गई । लेकिन उस वक़्त खुदाई में पुलिस को कुछ नहीं मिला। शनिवार को जनपद में पुलिस महानिदेशक ओ0पी0 सिंह के जाते ही पुलिस अधीक्षक पश्चिम संजीव सुमन ने खाली प्लाट में फिर से जांच करने पुलिस बल के साथ पहुंचे। यहां पर फिर से कब्र खुदाई करने वाले सलीम को बुलाकर एक जगह लगे पौधों को हटाकर खुदाई कराई गई। खुदाई के दौरान करीब सात फुट नीचे दो युवकों के शव मिले। जिनकी शिनाख्त एम ब्लॉक काकादेव निवासी हरपाल के बेटे व सगे भाई प्रिंस व मोनू के रूप में की गई। मृतक को बड़ी ही बेरहमी से ईटो से कूच-कूच कर हत्या की गई थी। जांच के दौरान प्लाट में बने एक कमरे के अंदर जांच के दौरान जमीन व दरवाजे पर खून के छीटें मिलें। जिससे अुनमान लगाया जा रहा है कि सगे भाईयों को यहीं पर मारपीट के बाद शवों को जमीन में दफना दिया गया। इलाके में डबल मर्डर कर शव दफनाये जाने की सूचना मिलते ही लोगों में दहशत फैल गई।
पुलिस अधीक्षक संजीव सुमन ने बताया कि मृतक सगे भाई फर्जी आधार कार्ड के जरिये सिम बेचने व एक्टीवेट करने का काम करते थे। इनके शव सात फुट गहरे गड्डे से बरामद किये गये हैं। शव को गड्डे में डालने के बाद चार फुट मिट्टी डाली गई और फिर दो फुट ईटें लगाने के बाद ऊपर मिट्टी डालकर पौधे लगा दिये गये। ताकि किसी को शक न हो सके। बरामद कार मृतक युवकों की है। डबल मर्डर को लेकर शुरूआती जांच में गहरी साजिश व चार से पांच व्यक्तियों द्वारा घटना को अंजाम दिए जाने की आशंका है। आला अधिकारियों ने जांच करते हुए पुलिस टीमों को निर्माय घटना के खुलासे के लिए लगाया गया है।
कानपुर स्थित सेंट्रल स्टेशन के इर्द गिर्द होटल बने प्रेमी जोड़ों के ऐशगाह !
अमित कश्यप
कानपुर । समय के साथ बदलते हिंदुस्तान में लोगों की मानसिकता भी बदलती जा रही है । जहां लोग जल्द से जल्द अमीर बनने के लियें कई अनैतिक कार्य करने से भी नहीं चूक रहे और शायद इन कार्यों में हमारा शासन प्रशासन भी अप्रत्यक्ष रूप से सहयोग कर रहा है ।
हम बात कर रहे है एक ऎसे व्यवसाय की जो हाल के कुछ दिनों में बहुत तेजी से बढ़ा है । अमूमन तो होटल दूर दराज से आये लोगों के लियें सर छुपाने क़ा एक ठिकाना होता है जहां आप कुछ पैसे क़ा भुगतान कर सर छुपा सकते है । लेकिन आज इन होटलों क़ा उपयोग अमानवीय कामों के लियें किया जा रहा है । आज इन होटलों में प्रेमी प्रेमिका अपनी हवस मिटाने क़ा कुकृत्य कर रहे है जिसके लियें होटल वाले कुछ घंटों क़ा 1000से लेकर कर 2000हजार रूपये चार्ज करते है। अब इन होटलों की परिभाषा ही बदल गयी है जहां देखो जिस शहर में देखो लगभग होटलों क़ा उपयोग ऎसे ही कामों के लियें किया जाता है।
उत्तर प्रदेश राज्य में एक ऎसा ही शहर है कानपुर जो इन दिनों इन सब कामो के लियें पायदान दर पायदान चढ़ता जा रहा है । कानपुर स्थित घंटाघर रेलवे स्टेशन के इर्द गिर्द आज ऎसे सैकड़ों होटल है पाये जाते है जहां रोजाना सैकड़ों की तादात में प्रेमी प्रेमिका आस पास के गांवों से आते है और अपनी हवस की आग बुझाने के लियें इन होटलों क़ा इस्तेमाल करते है जिसके लियें 1000 से 2000 रूपये तक सुविधा शुल्क लिया जाता है । आप इसी से अंदाजा लगा सकते है की जहां आज से कुछ सालों पहले सुतरखाने क्षेत्र में कुछ गिने चुने होटल हुआ करते थें वहीं आज पैसे की हवस के चलते कई लोगों ने गली कूचों में अपने घरों कों होटल क़ा रूप दे दिया । गत दो सालों में इन होटलों की संख्या बेतहाशा बढ़ गयी और बढ़ती ही जा रही है । इन होटलों में हो रहे अमानवीय काम से क्षेत्र के लोगो कों काफी समस्या हो रही है ऎसा नही है कि क्षेत्र के लोगों ने इसके खिलाफ आवाज नही उठाई।जब भी कोई आवाज़ उठाई गई, इन होटलों के कारोबार में रसूखदारों क़ा हाथ होने के कारण लोगों की आवाज दबा दी जाती है और जो आवाज दबती नही उसे हमेशा के लियें शांत कर दिया जाता है । क्षेत्र में एक ऎसा ही परिवार है जो पिछले 2016से इन होटलों के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है नाम न छापने की शर्त पर परिवार के मुखिया ने बताया की उन्होंने चौकी से लेकर राष्ट्रपति तक़ शिकायत की पर आजतक कोई कार्यवाही नही हुई। कार्यवाही के नाम पर प्रशासन ने उल्टा परिवार के मुखिया के ऊपर 156/3क़ा मुकदमा दर्ज करा दिया । इस परिवार कों निरंतर जान से मारने की धमकी मिल रही है और ये दबाव बनाया जा रहा है की वह अपना मकान बेच कर कहीं और चले जाये इसी के चलते जब परिवार ने अपने घर पर सुरक्षा की दृष्टि से कई बार कैमरे लगवाये तो होटल संचालक उनका कैमरा तोड़ देते है या कैमरे क़ा तार काट देते है। होटल संचालक ऎसा इस लियें करते है क्योंकि कैमरे में उनके होटल में आने जाने वाले जोड़ों की पूरी कवरेज होती है जिससे उनके खिलाफ सबूत इकठ्ठा हो सकते है । ऎसा नही है कि इन होटलों में जोड़े अपनी मर्जी से ही आते है कभी कभी कुछ अराजक लोग जबरन लड़कियों कों लाते है फिर इन्हीं होटलों क़ा सहारा लेकर कर उसके साथ जबरजस्ती की जाती है । एक ऎसी घटना आज से तकरीबन डेढ़ साल पहले हुई थी जिसमें रामदेवी से एक लड़की कों बेहोशी की हालत में चार पांच लोग लाये थें और उसके साथ कुछ गलत किया गया था जिसकी चर्चा क्षेत्र में हुई थी पर उस मामले कों क्षेत्रीय पुलिस द्वारा दबा दिया गया था ।
तड़के सुबह से ही यहां होटलों में स्कूल की नाबालिग छात्रायें भी अपने प्रेमियों के साथ आती जाती आसानी से देखी जा सकती है । क्षेत्र के लोग ये सारा तमाशा बेबस देखते रहते है और उन के मन मे ये सवाल उठते रहते है कि आखिर कबतक़ ये सब चलता रहेगा ?कब तक़ शासन यूं ही मूक दर्शक बना ये अमानवीय काम होने देगा? ये समाज के ठेकेदार कब तक सब जानकर भी अनजान बने रहेंगे ? कब ऑन लाइन शिकायतों पर कार्यवाही होगी या सरकार द्वारा बनाई ये ऑन लाइन सुविधायें महज एक छलावा मात्र है? सरकारी निर्देशों के अनुसार हर होटल संचालक कों ये निर्देश दिये गये है की होटल में ठहरने वाले हर व्यक्ति क़ा पहचान पत्र जमा करवाना अनिवार्य है पर पैसों के लालच में कई होटल संचालक ऎसा नही करते ऎसी स्थिति में इन होटलों में कई अराजक तत्व या आतंकवादी भी आसानी से घुस सकते है जो देश की सुरक्षा के लियें घातक हो सकता है । 15 अगस्त आने वाली है । सुरक्षा के नाम पर एक दिन खानापूर्ति की जायेगी उस के बाद फिर वही काम वही जाम
बगैर नगर निगम अनुमति से इक़बाल लाइब्रेरी रोड को घोषित कर दिया आलम मार्केट
मो०नदीम एम एम सिद्दीकी कि रिपोर्ट
👉🏻बगैर नगर निगम अनुमति से इक़बाल लाइब्रेरी रोड को घोषित कर दिया आलम मार्केट
👉🏻बॉसमंडी मे आलम कि दबंगई
👉🏻आये दिन मारपीट से लोगो मे खौफ
👉🏻आलम के वर्चस्व के आगे पुलिस बेबस
👉🏻विवादो से पुराना नाता
👉🏻मिठाई कि दुकान मे कुछ वर्ष पूर्व मारपीट
👉🏻जिम मे हुई मारपीट
👉🏻आलू मंडी केस्को जे ई खालिद से हुई मार पीट
👉🏻जाम कि वजह से कई बार हो चुकी है दुकानदारो और राहगीरो मे मारपीट आलम दुकानदारो को देते है संरक्षण बताते है अपने ताल्लुकात टॉप नेताओ और अपराधियो से
👉🏻जब जब किसी विभाग ने कि कारवाई तब तब लगवाया वसूली का आरोप
👉🏻बगैर जी एस टी के बेच रहे है कपड़े टैक्स कि कर रहे है बड़ी चोरी राज्य जी एस टी अधिकारी भी मौन लाखो का हो रहा टैक्स चोरी सरकारी राजस्व को हो रहा भारी नुकसान
कानपुर:कभी जिम संचालक के नाम से मशहूर रहे आलम अब बांसमंडी मे रेडीमेड कपड़ो कि कई दुकाने है। उनकी दबंगई से पूरा ईलाका परेशान कई बार विवादो से घिर चुके आलम एक बार बिजली चोरी मे भी धरे जा चुके है जिसको लेकर हंगामा खड़ा कर दिया था और भीड़ एकत्र कर ली थी ऐसे मे जे ई खालिद को अपनी जान बचाने के लिए एक घर मे घुसना पड़ा गया था ये तो सिर्फ एक केस है इसी तरह मिलते जुलते कई मामलो मे उनका सम्बन्ध रहा है । मारपीट करना और लोगो मे खौफ पैदा करना इनके लिए आम बात है आलम कि दबंगई से पूरा इलाका खौफ खाता । यहा तक कि पुलिस भी बेबस नज़र आती है नेताओ और अपराधियो मे अच्छी पैठ होने कि वजह इनका कोई कुछ नही बिगाड़ पाता है अभी कुछ अरसे पहले कि बात है आलम और उनके भाई मिठाई दुकानदार ने एक वृद्ध को बेरहमी से पीटा था । इस दौरान इलाके के लोग एकजुट हो गये थे और इनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया था इसके बाद कई माह तक इनकी मिठाई कि दूकान बन्द रही तथा क्षेत्र के प्रभावशाली व्यक्ति ने बीच मे हस्तक्षेप कर समझौता कराया तब जा कर दुकान खुल सकी आलम मार्केट मे ज़्यादातर दुकाने आलम की है फुटपाथ तक दुकाने फेला राखी है इसके आगे गाड़िया खड़ी कर दी जाती है जिससे सड़क संकरी हो गई है। ऐसे मे रोज़ जाम कि समस्या बनी रहती है । राहगीरो के विरोध करने पर आलम और उनके कर्मचारी मारपीट पर उतारू हो जाते है और पुलिस भी इनके रुसूक कि वजह से बेबस बनी रहती है कई बार चेकिंग अभियान के दौरान पुलिस से भी मुआचाओ हो चूका है । जिन विभागीय कर्मचारियो से इनकी नोक झोक हो चुकी है दबाव बनाने के लिए अधिकारियो से वसूली कि फ़र्ज़ी शिकायत कर देते है ।*
अपहरण कांड का वांछित अपराधी रेलबाजार पुलिस की गिरफ्त में
मो0 नदीम व निजामुद्दीन
*कानपुर 02 मई 2018*
रातो रात अमीर बनने के सपने को पूरा करने के लिए दिनदहाड़े सनसनीखेज अपहरण की वारदात को अंजाम दे छू मंतर हुआ वांछित आया रेलबाजार पुलिस की गिरफ्त में चार अभियुक्तो को पहले ही जेल भेजा जा चुका है
हाल ही में थाना नजीराबाद स्थित जेके टेम्पल के पास नहरिया रोड पर ई रिक्शा से स्कूल जाते समय दिन दहाड़े छात्र नन्दू का अपहरण कर लिया गया था नंदू को छोड़ने के एवज में 5 करोड़ की मांग की गई थी घटना की सूचना पुलिस को होते ही एस पी साउथ ने तत्काल एक्शन में आते हुए सभी थाने के फोर्स व बार्डर के सभी थानों को चैकिंग तलाशी अभियान में लगा दिया था साथ ही अपहरणकर्ताओं के आने जाने वाले सभी सम्बन्धित मार्गो पर चौकसी बढ़ा दी गई थी पुलिस की तेज सरगर्मी देखकर अपहरणकर्ताओं के हाथ पैर फूल गए आनन फानन उन लोगो ने छात्र नन्दू को बस में बैठाकर वहां से भाग खड़े हुए थे छात्र नंदू की सुरक्षित घर वापसी के बाद एस पी साउथ द्वारा गठित टीम ने नंदू की निशान देही पर चार अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था उक्त घटना में शामिल फरार सोनू उर्फ मामा की खोज में तेजी लाते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने 25000 हजार का इनाम घोषित कर दिया था
पुलिस अधीक्षक (पूर्वी)अनुराग आर्य के मार्गदर्शनीय पथ पर चलकर थाना रेलबाजार अंतर्गत टाटमिल चौराहे पर प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार रघुवंशी पुलिस बल के साथ तलाशी अभियान के दौरान सोनू उर्फ मामा निवासी मनीपुर को तमंचा व एक ज़िंदा कारतूस सहित गिरफ्तार किया पूछताछ में पता चला हाल ही में हुए छात्र अपहरणकांड में वांछित है सोनू उर्फ मामा ने बताया रवि शर्मा व विक्की यादव छात्र नन्दू के पिता के सामने वाले घर मे रहकर NEET की तैयारी कर रहे थे रवि शर्मा के अमीर बनने के सपने लंबे खर्च व महंगे शौक के चलते विक्की के साथ मिलकर नन्दू के अपहरण का प्लान बनाया था रवि के मुताबिक नन्दू के पिता एक मोटी आसामी है उनके 20 से 25 हॉस्टल चलते है पाँच छै करोड़ तो आसानी से मिल ही जाएंगे फुलप्रूफ प्लानिंग के तहत घटना को अंजाम भी दे दिया गया लेकिन कहते है झूठ के पैर ज्यादा लम्बे नही होते है सारे मंसूबो पर पानी फेरते हुए पुलिस के मजबूत शिकंजे ने आखिर उन्हें दबोच ही लिया
गिरफ्तार करने वाली टीम का नाम
*थाना रेल बाज़ार* श्री मनोज कुमार रघुवंशी प्रभारी निरीक्षक वरिष्ठ उप निरीक्षक अब्दुल कलाम उप निरीक्षक अतुल कुमार सिंह उप निरीक्षक धर्मेंद्र सिंह उप निरीक्षक रवि शंकर पांडे उप निरीक्षक राजेश कुमार सिंह उप निरीक्षक अनूप कुमार हमराही विपिन कुमार कांस्टेबल परवेज खान कांस्टेबल सुशील कुमार सिंह आदि
कानपुर से लाखों का माल पार कर नटवरलाल मेरठ में बाँसमण्डी प्रभारी के हत्थे चढ़ा
(मो0 नदीम) व निजामुद्दीन*
*कानपुर 30 अप्रैल 2018*
हमारे देश मे नटवर लालों की कोई कमी नही है लोगो को विश्वास में लेकर बड़ी ही चतुराई से ठगी करके निकल जाना इनके लिए कोई बड़ी बात नही है लुभावने वादों का पिटारा लेकर घूम रहे ठगों का शिकार अक्सर भोले भाले लोग ही होते है कुछ नटवरलाल ठग तो इतने शातिर होते है कि वो अपने ताम झाम के साथ ठगी की दुकान तक खोल देते है फिर मौका लगते ही लाखो करोड़ो का माल पर कर ऐसे गायब हो जाते है जैसे वो मिस्टर इंडिया हो
ऐसा ही एक मामला सामने आया है थाना अनवर गंज अंतर्गत हमराज काम्प्लेक्स में शिफा फैशन रेडीमेड गारमेंट्स के नाम से मोहसिन दानिश व चार अन्य ने मिलकर लगभग दो माह पूर्व व्यापार शुरू किया था हमराज के थोक विक्रेताओं से माल लेकर व्यापार की शुरुवात करने वाले मोहसिन दानिश ने विक्रेताओं को विश्वास में लेने के लिए शुरूआती दौर में माल का भुगतान करने लगे लेकिन माह बीतते ही अपना रंग दिखाते हुए विक्रेताओं का माल लेकर डम्प करने लगे देखते ही देखते ही विक्रेताओं का नब्बे नब्बे लाख का माल उधारी चढ़ गया था व्यापारी जब तक जागते उससे पहले ही मोहसिन दानिश अपने साथियों के साथ रातो रात नब्बे लाख का माल पार करके चम्पत हो गए इस बारे में जब व्यापारियों को पता चला तो उनमे काफी रोष व्याप्त था
उक्त मामले को लेकर व्यापारियों ने थाना अनवर गंज में मुकदमा पंजिकृत कराया इतनी बड़ी ठगी की घटना को चुनौती के रूप में स्वीकार करते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने अनवर गंज से एक पुलिस टीम गठित की पुलिस अधीक्षक पूर्वी व क्षेत्राधिकारी के मार्ग दर्शन से गठित टीम की बागडोर संभाले बासमण्डी चौकी प्रभारी मो0 अतीफ ने बेहद ही कुशलता का परिचय देते हुए गैर जनपद मेरठ से अथक परिश्रम के उपरांत उक्त मुकदमे में नामित अभियुक्त माल सहित गिरफ्तार किया माल बरामदगी से प्रसन्न व्यापारियों ने मो0 अतीफ व टीम की भूरि भूरि प्रशंसा की साथ ही समूचे पुलिस विभाग को बधाई दी घटना के शीर्घ हुए खुलासे व पूर्ण बरामदगी होने पर पुलिस अधीक्षक ने टीम को पुरुस्कृत करने की घोषणा की है
पुलिस की मामले को लेकर गम्भीरता सक्रियता से इतने बड़े ठगी के मामले का खुलासा इस बात का सबूत है कि अगर पुलिस अपने पर आए तो मजाल है कोई अपराधी वारदात करने के बाद बच जाए इस प्रकरण से जनता के बीच पुलिस की एक अच्छी छवि निकलकर सामने आई है
सिस्टम की भेंट चढ़ता महिलाओं का सम्मान
मो. शोएब/अकबर
कानपुर । महिलाओं के सम्मान में,…… मैदान मे, बेटी बचाओ,बेटी पढ़ाओ ये स्लोगन सुनने और लगाने में अच्छे लगते हैं । ये स्लोगन सिर्फ बेईमानी हैं बीते फरवरी माह के मुकाबले मार्च माह में जिस तरह से महिला उत्पीड़न के मामले सामने आए हैं वो युवतियों के लिये अच्छे संकेत नही हैं तथा शहर के आला अधिकारियों के लिए ये एक चिंता का विषय है। अगर इस ओर ध्यान नही दिया गया तो और भी भयावह स्तिथि हो सकती है । शहर में तो महिला उत्पीड़न के बहुत मामले हैं लेकिन दो मामले एक ही थाने (कल्याण पुर)ऐसे हुए जो आत्मा को झकझोर देने वाले हुए पहला एक मजदूर की माँ अपने बेटे की लाश (संदिग्ध परिस्तिथियों में मौत) सड़क पे रख के विरोध प्रदर्शन कर रही थी उस को तत्कालीन थाना अध्यक्ष उस बूढ़ी मां का पीछे से गिरेबाँ पकड़ कर बीच सड़क पे खींचते हुए ले गए थे जिस का फोटो और वीडियो सोशल मीडिया के वायलर हुआ था महिलाओं की दुहाई देने वाले तथा मातहत अधिकारी अगर उस घटना को महिला सम्मान की दृष्टि से देख कर सख्त कार्यवाही की होती तो शायद उसी थाने में ऐष्वर्य वाली ह्रदयविदारक घटना ना होती
ऐश्वर्या वो एक होनहार छात्रा थी। अभी उस ने इस कठोर दुनिया को 24 साल ही देखा था वोअपने मां बाप की दुलारी…वो अपना और अपने बाप का नाम रोशन करना चाहती थी उस ने कंप्यूटर इंजीनियर बनने का सपना देखा था । अपने सपने को साकार करने के लिए वो तेजी से आगे भी बढ़ रही थी, लेकिन अचानक उसके सारे सपने चकनाचूर हो गए। क्योंकि उस के साथ के ही सहपाठी की ओझी हरकतों ने उस का ने जीना दूभर कर दिया..उस ने उन लड़कों को सबक सीखाने के लिए आवाज़ उठाई उस की आवाज़ उठाने में उस के प्यारे पापा उस के साथ थे जो उस को हौसला दे रहे थे । हर कदम पर उसने अपनी आवाज उठाई,अपनी तकलीफ बताई जिम्मेदार पद पर बैठे लोगों को उनकी ड्यूटी याद दिलाई अफसोस ज़िम्मेदार पद पर बैठी एक महिला ने भी उस का दर्द नही समझा लेकिन उसे क्या पता था कि वह जिसे आवाज़ दे रही है वो मातहत लोग सोए हुए हैं वो खाली आवाज़ से नही उठते और बिल्कुल वैसा ही हुआ । क्योंकि वो नादान लड़की नही जानती की आवाज़ बिना सुविधा शुल्क,बिना खादी या कोई एप्रोच के ऊपर तक पहुँचने के बजाय उस के घर तक सीमित रह जायेगी ।और उस की आवाज़ घर की चार दीवारी में ही रह गई और चली गई दुनिया को अलविदा कह कर। उस ने आत्म हत्या नही की बल्कि लोकतंत्र,सिस्टम की हत्या हुई है
बताते चले की मृतका ऐश्वर्या शर्मा पुत्री डा० दिनेश शर्मा निवासी आदर्श नगर कानपुर यूनिवर्सिटी की बीसीए द्वितीय वर्ष की छात्रा थी| लड़की के ही क्लास मे पढ़ने वाला अनिकेत दीक्षित और बीसीए तृतीय वर्ष का अनिकेत पांडे मृतिका से काफ़ी समय से उससे दोस्ती करने का दबाव बना रहे थे और विरोध करने पर उसका पीछा करते हुए उसपर अश्लील फब्ब्तिया करते थे जिससे तंग आकर लड़की ने घर मे आत्महत्या कर ली|
पीड़ित परिवार के अनुसार बीते फ़रवरी माह की 6 तारीख को यूनिवर्सिटी के दो छात्र अनिकेत दीक्षित और अनिकेत पांडे के खिलाफ यूनिवर्सिटी प्रशासन और पुलिस मे भी शिकायत दर्ज कराई थी| लेकिन यूनिवर्सिटी की एचओडी ममता तिवारी ने लड़की के उपर ही दबाव बनाया और उसको दोषी लड़को के साथ सस्पेन्ड करने की धमकी दी जिससे ऐश्वर्या बुरी तरह से डर गयी थी| यूनिवर्सिटी प्रशासन के साथ ही चौकी इंचार्ज ने भी ऐश्वर्या के उपर दोषी लड़को के साथ समझौता करने का दबाव बनाया तथा उस के पापा से ज़बरदस्ती समझौता लिखा लिया जिससे से उस की इंसाफ की आखरी उम्मीद भी टूट गई और बीते 2 अप्रैल को आत्महत्या का रास्ता चुन लिया|
उक्त मामले में शासन स्तर पर भी कार्यवाही को ले कर भारी दबाव था जिस कारण पुलिस ने बीसीए विभागाध्यक्ष डॉ ममता तिवारी,विश्वविद्यालय चौकी इंचार्ज अजय मिश्रा एवं आरोपी अनिकेत दीक्षित तीनों को गिरफ्तार कर लिया कोर्ट ने इन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया फरार आरोपी अनिकेत पांडेय पर दस हज़ार ₹ का इनाम घोषित किया गया । इसी मामले में पूर्व विवेचक व कल्याण पुर इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया गया है । तथा शहर में कैंडिल मार्च, शौक सभा का दौर चालू है
हर बड़ी घटना के बाद सरकारी जन तंत्र कुछ समय के लिए जाग उठता है ऐसा ही कुछ इस ह्रदयविदारक घटना के बाद होता नजर आ रहा है एसएसपी ने इस मामले की जांच कल्याण पुर से बिठूर थाना प्रभारी तुलसीराम पांडेय को ट्रांसफर कर दी है । तथा पूरे मामले में पुलिस की भूमिका की जांच सीओ कर्नलगंज मनोज गुप्ता को सौपी है ।छात्राओं के उत्पीड़न और समस्याओं को सुनने के लिए ऐश्वर्या के नाम से एक कमेटी के गठन के लिए कुलपति ने सहमति दी है तथा कैंपस में महिला पुलिस की तैनाती का भी आश्वासन मिला है ये सब कितना सही साबित होते है ये समय के गर्भ में है
नशे की आग में सुलगता युवा
ध्रुव ओमर
कानपुर । बदलते परिवेश में ,व्यापार की प्रतिस्पर्धा में जहाँ नगरवासियों को लाभ होता है वही कुछ व्यापारी इस प्रतिस्पर्धा का गलत फायदा उठाते है । वर्तमान समय मे शहर में नशाखोरी का मकड़ जाल फैलता जा रहा है नशे का व्यापार करने वाले युवाओं को नशे का लती बनाने के लिए नए नए हथकंडे अपना रहे हैं । नशे की तपिश में जहां कानपुर का युवा सुलग (बर्बाद हो) रहा है, । शहर की हर गली के नुक्कड़ में नशे की दुकान सज रही है और समाज का हर तबका खुलेआम इस का शिकार हो कर अपने भविष्य को डुबो रहा है। वहीं शहर की पुलिस गन्धारी बनी हुई है
शहर में कई बाजारों में खुले आम परचून की दुकानों सहित पान की गुमटियो में छोटे छोटे पैकेट में ब्रांडेड भांग एवं चरस भर के पीने वाला कागज़ खूबसूरत पैकिंग में गोगो के नाम से बिक रहा है। सिगरेट-पान की दुकान चला रहे दुकानदार खुद ही केमिस्ट बनकर भांग के गोले को आयुर्वेदिक दवा बताकर बेचने का गोरखधंधा चला रहे हैं। जनपद की अधिकतर पान और परचून की दुकानों पर ओके, आनन्द, महादेव का गोला, विजया, मुनक्का आदि ब्रांड के नाम से आकर्षित करने वाली चमकीली पैकिंग में भांग का गोला व चरस भरने के लिए खाली सिगरेट बेची जा रही है। पैकेट के ऊपर लिखित में इसे आयुर्वेदिक दवा बताया गया है।
इसी प्रकार शहर के हुक्का बारों में हुक्के में फ्लेवर की जगह चरस और तम्बाकू का सेवन कराया जा रहा है जिन में से कुछ हुक्का बार आला अधिकारियों के कार्यालय की नाक के नीचे गोरख धंधा चला रहे हैं
हमारे एक सवांददाता ने जब ग्राहक बनकर किदवई नगर चौराहा स्तिथ पान की दुकान पर जाकर जब भांग का गोला मांगा तो दुकानदार ने एक मशहूर ब्रांड का पैकेट पकड़ाते हुए कहा कि पैकेट के अंदर पर्याप्त मात्रा में गोले में पूरा नशा है। एक बार इसे खाना शुरू कर दिया तो हर बार इसी ब्रांड के भांग के गोले की डिमांड करोगे। इसी तरह कानपुर के कमला टावर, घंटाघर, कलेक्टरगंज, नयागंज, हरबंसमोहाल, तिलियना, चटाई मोहाल, एक्सप्रेस रोड, बादशाही नाका, सुटरगंज , रेल बाजार सहित जिले के अन्य इलाकों में पान सिगरेट की खुली दुकानों पर भी भांग का गोला अलग अलग ब्रांड के नाम से दो,दो ₹ में बिक रहा है इसी तरह जब हमारे सवांददाता ने चरस भर के पीने वाला कागज़ एक पान की दुकान से खरीदा तो वो एक आकर्षक पैक में दस₹ का मिला उस कागज़ के साथ पैकेट में एक प्लास्टिक का पाइप भी है जिस को उस मे लगा के पीने से हाथों में किसी तरह की बदबू नही आती इस का ₹ शहर की दुकानों में अलग अलग है
भांग का नशा करने वाले एक युवक ने बताया कि उसने भांग का एक गोला खाने से शुरूआत की थी। इसके बाद धीरे-धीरे वो भांग की लत का शिकार हो गया और नशे की डोज बढ़ाता रहा। अब वो दिन में भांग के कई गोले खा लेता है। घर के आस पास ही पान सिगरेट की दुकान पर असानी से मिल जाने वाले भांग के गोले के चलते कम उम्र के युवाओं में इसके नशे का प्रचलन तेजी से बढ़ रहा है। ग्रामीण इलाकों में भी भांग की बिक्री तेजी से हो रही है।
समाज तथा राष्ट्र के निर्माण में किशोर वर्ग तथा नौनिहालों का महत्वपूर्ण योगदान माना जाता है, प्रशासनिक लापरवाही के कारण छोटी सी उम्र से ही नशा की लत में पड़ जाने से उनका भविष्य बर्बाद हो रहा है। जिससे वे राष्ट्र निर्माण के वाहक न रहकर विध्वंस और अव्यवस्था के प्रतीक बन रहे हैं। जनपद में इन दिनों किशोरों की कौन कहे छोटे-छोटे बच्चे में भी नशे की लत चिंता का विषय बनती जा रही है। छोटे-छोटे ये बच्चे भी मादक पदार्थों के आदी होते जा रहे हैं। विद्यालयों के सामने खुली पान-चाय की दुकानों पर विद्यार्थियों की भीड़ इसी का मुख्य कारण है कि वहां आसानी से चरस,गांजा भांग उपलब्ध है । चरस, गांजा, भांग आदि नशीली वस्तुएं जहां इसे खुले आम बढ़ावा दे रही है वही प्रशासनिक अमला इस बात को लेकर उदासीन बना हुआ है।
जब इस सम्बंध में आबकारी अधिकारी अभिमन्यु प्रताप सिंह से बात हुई तो उन्होंने बताया कि ये हमारे विभाग का मामला नहीं है । ये औषधि विभाग से लाइसेंस ले कर दवा के रूप में बेचा जा रहा है
उक्त सम्बन्ध में सवांददाता एस पी क्राइम से मिला तो उन्होंने अपना पल्ला झाड़ते हुए एसएसपी से मिलने को कहा
प्रसाशनिक अमला की उदासीनता का ही उदाहरण है कि शहर में रोज चरस,गांजा,अफीम बड़ी तादाद में पकड़ी जा रही है शहर की पुलिस इस को अपना गुड वर्क मान कर खुद ही अपनी पीठ थपथपा लेती है इस ओर ध्यान नही देती की शहर में इतनी तादाद में नशा क्यों आ रहा है और इसे शहर में कौन मंगा रहा है
फेसबुक की दोस्ती का भयानक अंजाम
फिल्म पद्मावत देखने के बहाने सिनेमा हॉल के अंदर लड़की से बलात्कार, फेसबुक पर हुई थी दोस्ती
तेलंगाना: सोशल मीडिया की दोस्ती का अंजाम इतना भयानक भी हो सकती है सोशल मीडिया से जालसाज़ी तो आम बात है । लेकिन सोशल मीडिया की दोस्ती किस हद तक नुकसान पहुँचा सकती है इस का उदहारण निजामों के शहर हैदराबाद के सिनेमा हॉल के में 19 साल की एक लड़की से बलात्कार का मामला देखने को मिला खबर के मुताबिक आरोपी से लड़की की दोस्ती सोशल मीडिया पर हुई थी.
पीड़ित महिला की दोस्ती 23 साल के कंदकतला भिक्षापति से दो महीने पहले फेसबुक पर हुई थी. दोनों ने सोमवार को प्रशांत थिएटर में फिल्म पद्मावत देखने का फैसला किया.
पुलिस के मुताबकि, ‘थिएटर में बहुत कम लोग मौजूद थे और उनके आस-पास कोई भी नहीं बैठा था. आरोपी ने इसी बात का फायदा उठाया.’
पुलिस अफसर के मुताबिक पीड़ित लड़की के प्राइवट पार्ट में गंभीर चोटें आईं हैं और उसका अस्पताल में इलाज चल रहा है. वहीं, आरोपी मजदूर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
पुलिस का कहना है कि आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है. साथ ही थिएटर मालिके के ऊपर अनदेखी करने के आरोप में कार्रवाई की जा रही है.
जीजा ने दो नाबालिग अपने सगे सालों को हंसिए से मौत के घाट उतारा
कानपुर । घाटमपुर कोतवाली क्षेत्र के सजेती थाना में देर रात जीजा ने दो नबालिग सालों को हाशिए से काटकर मौत के घाट उतारते हुए फरार हो गया सूचना पर पहुंची पुलिस के आलाधिकारीयों ने फारेंसिक टीम को बुलाकर घटनास्थल से साक्ष्य जुटाकर शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और आरोपी जीजा की तलाश में जुट गई लेकिन पुलिस से पहले ही मृतकों के परिवारीजनों ने उसे परास मोड़ से पकड़कर पुलिस के सुपुर्द कर दिया है
सजेती थानाक्षेत्र के बरी बड़ी माताइन गॉव निवासी रमेश जोशी मजदूर है उसके घर पर उसकी पत्नी शिवकली जो कि शादी ब्याह कार्यक्रमों में महाजन का काम करती है रमेश व शिवकली के दो बेटे सुमित 15 वर्ष व अतुल 9 वर्ष व बेटी रचना है रमेश ने रचना की शादी अयाना थाना औरैया निवासी मनोज उर्फ भूरे से की थी मनोज नशे का लती है जिसके चलते रचना और मनोज आये दिन लड़ाई झगड़ा हुआ करता था भाई दूज को रचना अपने मायके आ गई और तब यही पर थी कल बुधवार मनोज रचना को लेने गॉव पहुंचा तो रचना ने ससुराल जाने से मना करते हुए माँ शिवकली के साथ खाना बनाने के लिए मांगलिक कार्यक्रम में चली गयी रमेश ने बताया कि वो घर के बाहर सोया हुआ था और घर के अंदर सुमित व अतुल के साथ मनोज सोया हुआ था जब देर रात रमेश की नींद खुली तो घर के दरवाजे खुले हुए थे जब रमेश घर के अंदर पहुंचा तो उसके दोनों बेटों के शव खून से लथपथ बिस्तर पर पड़े हुए थे पास में ही खून से सना हसियां भी था लेकिन मनोज फरार था ये देख रमेश के पैरों तले जमीन खिसक गई डबल मर्डर की सूचना पर पहुंची सजेती पुलिस ने आलाधिकारियों को जानकारी देते हुए फारेंसिक टीम को सूचना दी सूचना मिलते एसपी ग्रामीणों सीओ सर्किल व फारेंसिक टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य जुटाकर दोनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजते हुए आरोपी जीजा की तलाश में जुट गई थी इधर अपने दोनों भाइयों की दर्दनाक मौत के बाद बहन रचना परिवारीजनों के साथ जगह जगह अपने हत्यारें पति की खाक छान रही थी और तभी दोपहर 2.30 बजे रचना की नजर परास मोड़ पर बैठे मनोज पर पड़ी और उसने मनोज को पकड़ लिया पहले तो आरोपी दोनों सालो की हत्या न करने की बात कहता रहा फिर देखते ही देखते बेहोस होने का ड्रामा करते हुए सड़क पर लेट गया परिवारीजनों ने उसे बाइक में बैठाकर पुलिस के सुपुर्द कर दिया है और पुलिस हत्यारे जीजा से पूछतांछ में जुट गई है .
वाया फ़ैज़ खान
भन्नाना पुरवा हत्या कांड के विरोध में व्यापारियों का रोड जाम,बैठक
धुरुव ओमर/आजम महमूद
कानपुर । शहर के चमन गंज थाना क्षेत्र के भन्नाना पुरवा में अज्ञात बदमाशो ने कारखाने में घुस कर कारोबारी की लूट कर गोली एवं धारदार हथियारों से हत्या कर दी थी
घटना को अंजाम देकर हत्यारे बड़ी आसानी से फरार हो गए थे। व्यापारी की हत्या के बाद व्यापारियों में गुस्सा देखने को मिल रहा है। आज मृतक व्यापारी के पोस्टमार्टम में देरी होने पर व्यापारियों ने जाम लगा कर हंगामा किया। स्वरूप नगर थाना के सामने मृतक के परिजनों और व्यापारियों ने सड़क पर गाड़ी एवं मानव श्रृखंला बना कर जाम लगा दिया। इस दौरान जिन राहगीरों ने वहां से निकलने का प्रयास किया उनके साथ व्यापारियों ने मारपीट की। व्यापारियों का कहना है कि पुलिस की लापरवाही से उनके साथी की हत्या हो गयी। इसके बाद भी पुलिस किसी प्रकार का सहयोग नही कर रही है। पोस्टमार्टम के लिए 12 बजे तक कागज नही भेजा गया। जबकि कोई वीआईपी होता तो प्रशासन एक पैर पर खडा होकर पोस्टमार्टम कराता।
इसी कड़ी में एक्सप्रेस रोड पर कानपुर प्लास्टिक एसो की अहम बैठक अध्यक्ष इखलाक मिर्ज़ा की अध्यक्षता में एसो के कार्यालय एक्सप्रेस रोड पर हुई जिसमें भन्नाना पूर्वा में कल प्लास्टिक व्यापारी विमल गुप्ता की लूट के बाद निर्मम हत्या कर दी गयी थी जिससे प्लास्टिक कारोबारियों में बेहद आक्रोश है कानपुर प्लास्टिक एसो के अध्यक्ष ने कहा यदि जल्द हत्या लूट का खुलासा न हुआ तो कानपुर के प्लास्टिक व्यापारी आन्दोलन के लिए बाध्य होंगे कानपुर प्लास्टिक एसो ने 2 मिनट का मौन रखकर मृतक की आत्मा की शान्ति के लिए प्रार्थना की महामन्त्री विष्णु डालमिया ने कहा प्रदेश की कानून व्यवस्था में कोई भी व्यापारी सुरक्षित नही है नोट बन्दी G S T की मार से व्यापारी पहले ही बेहाल है ऊपर से असुरक्षा से व्यापारी पलायन को मजबूर होगा बैठक का संचालन कोषाध्यक्ष परमानन्द राठौर ने किया बैठक में अध्यक्ष इखलाक मिर्ज़ा महामन्त्री विष्णु डालमिया परमानन्द राठौर अनिल जैसवाल वरिष्ठ उपाध्यक्ष रोशन गुप्ता सुरेश केशरवानी बिन्दु जैसवाल भरत केसरवानी मनोज गुप्ता प्रेम गुप्ता शैलेन्द्र गौड़ दीपक गुप्ता बंटी गुप्ता अमन अग्रवाल अरुण पोद्दार अमन अरोड़ा सुशील जैसवाल आदि व्यापारी प्रमुख रूप से मौजूद रहे