कानपुर । सुभाष जयंती पर नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के आदर्शो को बच्चों एवं जन जन तक ले जाने के उद्देश्य से सुभाष चिल्ड्रेन सोसाइटी के तत्वाधान में प्रैग्मा पब्लिक स्कूल नमक फैक्ट्री चैराहा यशोदा नगर कानपुर के 100 से अधिक स्कूली बच्चों ने नेताजी के चित्रों,राष्ट्रीय ध्वज अपने हाथों में लेकर और अपनी बुलंद आवाज के साथ ‘तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा’,‘जय हिन्द, जय भारत’, त्याग तपस्या और बलिदान की गुहार लगाई और लोगों से उनके आदर्शो एवं सिद्धांतों को अपनाने पर बल दिया ।
कार्यक्रम का आरम्भ प्रैग्मा पब्लिक स्कूल के प्रबंधक रो0 सतीश चन्द्र गुप्ता ने हरी झण्डी दिखाकर “राष्ट्र के लिए दौड़” का उद्घाटन किया । साथ ही उन्होंने उपस्थित बच्चों एवं जनसमुदाय से आहवान किया कि वह नेता जी के आदर्शो व उनके सिद्धान्तों को अपनाए जिससे समाज और राष्ट्र को एक नई दिशा प्राप्त हो ।
यह रैली प्रैग्मा पब्लिक स्कूल नमक फैक्ट्री चौराहा यशोदा नगर कानपुर से देवकी नगर चैराहा होते हुए गुप्ता चैराहा होते हुए वापस प्रैग्मा पब्लिक स्कूल नमक फैक्ट्री चैराहा यशोदा नगर कानपुर में समाप्त हुई । कार्यक्रम में सैकडो स्कूली बच्चों ने भाग लिया और लोगों को नेता जी का संदेश दिया ।
रैली की समाप्ति पर बच्चों को नाश्ता, बिस्कुट, चाकलेट वितरित करने के साथ बच्चों का उत्साहवर्धन किया गया तथा इस अवसर पर राष्ट्र के लिए दौड का नेतृत्व कर रहे लोगा कोें सम्मान पटिका पहनाकर उनका अभिनन्दन किया गया ।
इस कार्यक्रम के अवसर पर सुभाष चिल्ड्रेन सोसाइटी के अध्यक्ष व चाइल्डलाइन कानपुर के निदेशक कमल कान्त तिवारी ने नेता जी के सिद्धांतों और आदर्शंो के बारे बताया। साथ ही यह भी अपील की जिस तरह नेता जी का व्यक्तिव था, उसी तरह हमें भी उनके आदर्शो को अपनाकर समाज के प्रति अपनी नैतिक जिम्मेदारियों को निभाने का प्रयत्न करना चाहिए ।
कार्य्रकम के अंत में चाइल्डलाइन कानुपर द्वारा लकी कूपन के माध्यम से लकी कूपन निकालकर विजेता बच्चों को पुरूस्कृत भी किया गया ।
इस अवसर पर मुख्य रूप से मुख्य अतिथि रोटरी क्लब कानपुर त्रिमूति के अध्यक्ष सतीश चन्द्र गुप्ता, संस्था के अध्यक्ष व चाइल्डलाइन कानपुर के निदेशक कमल कान्त तिवारी, प्रैग्मा पब्लिल स्कूल की प्रधानाचार्या प्रियंका वाजपेयी, अध्यापक- अध्यापिकाओं में दुर्गेश गुप्ता,धनंजय गुप्ता,रचना शुक्ला,दीप्ती गुप्ता,अरूणा गुप्ता,शशी बाल गुप्ता,आकाश राजपूत जे0 एन0 भरद्ववाज,मोहित द्विवेदी,आर0बी0मिश्रा, समन्वयक प्रतीक धवन,रेलवे चाइल्डलाइन कानपुर के समन्वयक गौरव सचान,अंजु वर्मा,सोनाली धुसिया,शांतनु द्विवेदी,आलोक चन्द्र वाजपेयी,ज्योति अगिन्होत्री आदि प्रमुख लोगो ने राष्ट्र के लिए दौड़ में हिस्सा लिया ।
युवा कलाकारों को तकनीकी ज्ञान और काम देता लखनऊ फिल्म क्लब
लखनऊ । जब तक छोटे शहरों के युवाओं को उचित मंच नहीं मिलेगा तब तक सिनेमा का असली मकसद पूरा नहीं होगा । इसी को ध्यान में रखते हुए लखनऊ फिल्म क्लब की स्थापना 5 साल पहले हुई थी ।
बदले हुए परिवेश में इस क्लब का महत्व और भी बढ़ गया है न केवल युवाओं को तकनीकी ज्ञान होना जरूरी है साथ ही साथ उन्हें रियल लाइफ एनवायरमेंट में काम करने का मौका भी मिलना चाहिए ।
लखनऊ फिल्म क्लब के निदेशक तारिक खान के मुताबिक आज जब युवाओं के पास वह सारी चीजें उपलब्ध है, जिनसे वह अपनी प्रतिभा को निखार सकते हैं,उचित मंच के अभाव में युवा टैलेंट न केवल हतोत्साहित हो रहा है, बल्कि अपने टैलेंट पर भी शक कर रहा है । इसी को ध्यान में रखते हुए लखनऊ फिल्म क्लब न केवल युवाओं को लेखन, एक्टिंग और प्रोडक्शन के क्षेत्र में नए ट्रेंड्स के बारे में बता रहा है, बल्कि उससे भी ज्यादा उन्हें काम भी मुहैया करा रहा है ।
लखनऊ फिल्म क्लब के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर डॉ विपिन अग्निहोत्री के मुताबिक आने वाले महीनों में क्लब 8 से 10 लघु फिल्में तथा एक फिल्म फेस्टिवल का आयोजन करेगा जिसके माध्यम से युवाओं को उचित मंच प्रदान किया जाएगा
और अधिक जानकारी के लिए कलाकार लखनऊ फिल्म क्लब की वेबसाइट www.lucknowfilmclub.com पर संपर्क कर सकते हैं ।
नवयुवकों को टेबिल टेनिस खेलने के लिए जागरूक करना चाहिए-संजीव पाठक
टेबिल टेनिस व योगा एकेडमी का उद्घाटन समारोह
कानपुर । रूकमणी विधा मंदिर,यशोदा नगर में आज टेबिल टेनिस व योगा एकेडमी का उद्घाटन समारोह का आयोजन किया गया ।
जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में अन्तरराष्ट्रीय खिलाड़ी व समाज सेवी संजीव पाठक ने शिरकत किया । कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती की प्रतिमा पर दीप प्रज्वलित करके किया गया । मुख्य अतिथि संजीव पाठक ने सम्बोधन में कहा कि आज के परिवेश पर खेल पर प्रकाश डालते कहा कि केंद्र सरकार वर्तमान समय पर खेलकूद पर बहुत ध्यान दे रही है । नवयुवकों को जागरूक करके टेबिल टेनिस खेलने के लिए प्रेरित करना चाहिए ।
केन्द्र सरकार फिट इंडिया मूवमेंट चला कर खेल को बढ़ावा देने का काम कर रही है । भारत देश में प्रतिभा की कमी नहीं है, लेकिन नवयुवकों को सही दिशा नही मिल पा रही है । एंटी करप्शन फाउंडेशन आफ इंडिया के डिस्ट्रिक्ट इंचार्ज व वरिष्ठ पत्रकार दिलीप कुमार मिश्रा ने कहा कि महिला सशक्तीकरण खेल को लेकर केंद्र सरकार खिलाड़ियों को सुविधाएं दे रही है व यह विचार भी कर रही है कि किस तरह से खिलाडी ओलम्पियाड में मेडल जीत सके ।
अन्य वक्ता संजय टंडन, सुधीर शुक्ला, संजय तिवारी ने खेल के महत्व पर प्रकाश डाला ।
कोच प्रियंका शुक्ला ने कहा कि दक्षिण क्षेत्र में खेलों के लिये कोई उचित स्थान नहीं है । कालेज के प्रबंधक आलोक पाण्डेय ने अपना विधालय देकर नवयुवकों को आगे बढ़ाने का अवसर दिया है । कोच प्रियंका शुक्ला ने आये अतिथियों व विशिष्ट अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट किया ।
रूकमणी विधा मंदिर के प्रबंधक आलोक पाण्डेय ने आये अतिथियों व विशिष्ट अतिथियों को धन्यवाद दिया मंच का संचालन रंजन मिश्रा ने किया ।
इस उद्धाटन समारोह में प्रमुख रूप से संजय तिवारी,सुधीर शुक्ला,आलोक पाण्डेय,संजय टंडन आदि लोग मौजूद रहे ।
छात्र-छात्राओं ने जश्न मनाया
कानपुर । कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय ऐसे में सोमवार को तीन दिवसीय छात्र छात्राओं पारस्परिक संवाद और प्रेशर पार्टी के अंतिम दिन छात्र-छात्राओं ने जश्न मनाया । जिस में में हर्ष बाजपाई और चिराग ने अपने लम्हा रॉक बैंड के तले अपनी प्रतिभाओं को दिखाया जिसमें हर्ष चिराग अंकित सिद्धार्थ ने पूरी यूनिवर्सिटी को झूमने पर मजबूर कर दिया अपने,अपने गाने गुलाबी आंखें मेरे सपनों की रानी,ओ मेरे दिल के चैन ओ हो जाने जाना पर पूरी यूनिवर्सिटी को जमकर झूठे उठे । विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजेताओं 3 छात्रों को स्मृति चिन्ह एवं प्रमाण पत्र भी दिए गए ।
“आओ मिले कानपुर गरबा” डिस्को नाइट का आयोजन
कानपुर । अभिवर्षा ए पर्फेक्ट इवेंट मैनेजमेंट सलूशन के डायरेक्टर अभिलाष सिंह सिंगर के नेतृत्व में प्राची बग भवन आर्य नगर में “आओ मिले कानपुर गरबा” डिस्को नाइट का आयोजन किया गया कानपुर के युवक-युवतियों ने पारंपरिक परिधानों से सुसज्जित होकर कार्यक्रम की गरिमा को चार चांद लगाया कहीं पर कहीं पर पारंपरिक वह कहीं पर डीजे के ध्वनि से आई हुई जनता को थिरकने के लिए मजबूर कर दिया। कार्यक्रम का शुभारंभ कांग्रेस महिला प्रदेश उपाध्यक्ष सरिता सिंह सेंगर ने दीप प्रज्वलित किया । अभिलाष सिंह सिंगर ने कहा कि युवक युवतियों के लिए अभिवर्षा ए परफेक्ट इवेंट मैनेजमेंट सलूशन एक ऐसा प्लेटफार्म है डांसिंग सिंगिंग,जहां पर नई दिशा व तरक्की खुला रास्ता है । इस अवसर पर आसीन सरिता सिंह,नरेंद्र सिंह सिंगर,राहुल सलोनिया,डीएन मालवीय,अभीनीत सलूजा,डायरेक्टर अभिलाष सिंह सिंगर,यशवंत सिंह सिंगर,साक्षी शर्मा आदि लोग मौजूद रहे ।
आप में है कोई टैलेंट,तो “पहचान” लेकर आया है आपके लिए “टैलेंट ऑफ द मंथ”
अगर आप में है कोई टैलेंट,तो “पहचान” लेकर आया है आपके लिए सुनहरा अवसर । पहचान शो आकेदेख मार्वलस मीडिया हब प्राईवेट लिमिटेड और W3 डेवलपरस डिजिटल मीडिया एजेंसी द्वारा आयोजित किया जा रहा है| इस शो के को-स्पोंसर्स हैं निष्ठा ध्वनि, बुद्धाज़ लर्निंग, द ड्रीम प्रोडक्शंस, वाई एस आई पी ऐ, वाई एस फिटनेस,ग्रेस मेलोडीज स्टूडियो,ऐ के डी फ्लिक्स,पिंक आर्ट और बंधन बैंड ।
शो में जज के रुप में युवराज सिंह,पल्लवी और एस.के आज़ाद होंगे । इसके साथ ही 200 और जज होंगे जो प्रतियोगियों का चयन करेंगे । शो में 5 वर्ष से 35 वर्ष की आयु तक के लोग हिस्सा ले सकते हैं । शो में सिंगिंग, डांसिंग,मॉडलिंग,एक्टिंग और सोशल वर्कर के ऑडिशंस होंगे । पहचान टैलेंट ऑफ द मंथ का काउंट डाउन शुरू हो चुका है । पहचान टैलेंट ऑफ द मंथ के विजेता को मिलेगा सीधा पहचान टैलेंट ऑफ द ईयर में जाने का सीधा मौका| जहाँ विजेताओं को मिलेंगे नकद इनाम और आकर्षक उपहार| साथ ही विजेताओं को मिलेगा मशहूर डायरेक्टर और प्रोडक्शन हाउस केे साथ काम करने का मौका । कोरोना काल केे कारण सभी कार्य ऑनलाइन किये जायेंगे । आप हमारी वेबसाइट https://pehchan.aakedekh.live/ पर रजिस्टर कर सकते हैं और साथ ही गूगल प्ले स्टोर से पहचान ऍप डाउनलोड करके भी रजिस्टर कर सकते हैं तो देर किस बात की उठाईये अपना फ़ोन और रजिस्टर करके निखारें अपनी प्रतिभा ।
“हम क्या करें” वीडियो सांग एल्बम की लॉन्चिंग
कानपुर । के.डी. पैलेस मैकरॉबर्टगंज कानपुर में आभा रानी प्रोडक्शन “हम क्या करें” वीडियो सॉन्ग एल्बम की भव्य लांचिंग की गई, कैंपस की एक चंचल लव स्टोरी पर आधारित है । जिसमें अभिनेता साहिल आहूजा अभिनेत्री अदवितया वर्मा व टीटू सलूजा ने अपना किरदार बखूबी निभाया है । गीत दीपिका शुक्ला व सिद्धार्थ वर्मा ने अपनी आवाज मे गाया है गीत संगीत कथा व निर्देशक राज गौरव ने किया प्रोड्यूसर वी नूरी शौकत ने समवेत बताया कि यह गीत हर वर्ग को पसंद आएगा इस गीत को सभी देख सकेंगे हमें आशा है कि गीत लोगों के दिलों में अपनी जगह बनाई इस अवसर पर मुख्य रूप से राज गौरव,आभा,नूरी शौकत,जीतू सिंह,अभिनेता साहिल आहूजाआदि लोग मौजूद रहे ।
संगीत ही मेरा जीवन है-अहाना शर्मा
संगीत के क्षेत्र मे नाम कमा चुकी लखनऊ की बिटिया अहाना शर्मा ने सम्वाददाता से बताया कि संगीत के क्षेत्र को ही मैं अपना सबकुछ समझती हूँ । मुझे बचपन से ही संगीत के प्रति विशेष रुचि थी। महज 5 वर्ष की उम्र में ही हर वक़्त कोई न कोई गीत ही गुंनगुनाती रहती थी। यहां तक की स्कूल के प्रोग्राम हो या कोई प्रतियोगिता जिसमें बढ़चढ़ कर हिस्सा लेने के लिए रात रात भर नींद तक नही आती थी। माँ जागने का कारण पूछती तो मैं माँ को बताती हू की प्रोग्राम में अपनी भूमिका को लेकर बेस्ट करने की चाहत रखना चाहती । जिसकी वजह से प्रत्येक जिम्मेदारी को निभाना है । और ये मेरी सुरुवात से ही आदत रही है। और पत्रकारों से बताया कि जिसमे मेरी माँ व परिवार हमेशा से ही सहयोग करता आया है । जिसके बाद मां ने मेरी विशेष रुचि को देखते हुए ही भातखंडे संगीत संस्थान में एडमिशन करवा दिया जिसके बाद मेरा सांगीतिक सफर को माने जैसे उड़ान मिल गई । और हर वक़्त ही किसी भी कार्य को करते समय रागों का रियाज करना यही दिनचर्या रही । और भातखंडे में विशारद की परीक्षा उत्तीर्ण कर। सांस्कृतिक कार्यक्रमों व प्रतियोगिताओ में भाग लेना प्रारम्भ कर दिया ।
जिसमें प्रमुख है क्यों कि मेरा मानना है इंसान जन्म से मृत्यु तक सिर्फ सीखता ही है। और उन्ही अनुभवों के ऊपर अपने लक्ष्यो की प्रतिपूर्ति कर प्राप्त कर पाता है। लेकिन आजकल यदि बात करे उस्तादों की तो इतनी हाई-फाई फीस होने व जुगाड़ की वजह से आगे बढ़ पाने के अवसर दिन पर दिन कम होते जा रहे है। इसलिये अब संघर्ष ज्यादा है।और मैं भारत की जनता के सामने और माँ के आशीर्वाद से जल्द ही बड़े पर्दे पर आऊंगी ।
पर्दे पर महेंद्र सिंह धोनी का किरदार निभाने वाले सुशांत सिंह राजपूत ने की आत्महत्या !
मुंबई । बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत ने आत्महत्या कर ली है. बिहार स्थित पूर्णिया के निवासी सुशांत ने मुंबई स्थित बांद्रा में अपने घर में आत्महत्या की. सुशांत सिंह राजपूत ने ‘किस देश में है मेरा दिल’ नाम के डेली सोप में काम किया पर उनको पहचान एकता कपूर के धारावाहिक ‘पवित्र रिश्ता’ से मिली । मुंबई पुलिस जांच के लिए उनके घर पहुंची है। इसके बाद सुशांत को फिल्में भी मिलने लगीं ‘काय पो छे!’ में सुशांत मुख्य अभिनेता थे और उनके अभिनय की काफी तारीफ भी हुई थी. इसके बाद सुशांत ‘शुद्ध देसी रोमांस’ में वाणी कपूर और परिणीति चोपड़ा के साथ दिखे । क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी की जीवनी पर आधारित फिल्म में रोल किया था । इस चाकलेटी हीरो की आत्महत्या की खबर सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल गई वही इन के चाहने वालो में मायूसी फैल गई
मुंबई पुलिस जांच के लिए उनके घर पहुंची है । रिपोर्ट्स के मुताबिक सुशांत के नौकर ने पुलिस को फोन करके इसकी जानकारी दी है । पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा अभी इस एक्टर के सुसाइसड का कारण नही पता चल सका पुलिस जांच में जुटी है
मेरा अवॉर्ड मेरे गुरुदेव को समर्पित-अजय कुमार (वॉइस ऑफ किशोर कुमार)
मनीष गुप्ता…..
मध्य प्रदेश/जयपुर में सितंबर में अंतरराष्ट्रीय मैत्री सम्मेलन और राष्ट्रीय रेड डायमंड एचीवर अवॉर्ड के लिए मध्यप्रदेश से सुरीली आवाज और अपनी अनूठी बखूबी गायन प्रतिभा के लिए चुने गए “अजय कुमार” जी की हम यहां बात कर रहे हैं । जिन्हे जयपुर में गोल्ड मैडल,अवॉर्ड,और सम्मान पत्र के अलावा और भी बहुत कुछ दिया जाना है । म,प्र, के छतरपुर बुंदेलखंड में १२ सितंबर “डोल गयारस” को जन्मे अजय कुमार को नाना नानी ने घर का प्यार से नाम दिया “डुग्गे” । शुरू से ही ये जिद्दी और कला के शोकीन रहे डुग्गे घर में चार बड़े भाइयों में सबसे छोटे रहने के कारण सभी की डांट भी खाते पर माता पिता से हमेशा प्यार ही पाते पिताजी श्री के एल श्रीवास्तव सिंचाई विभाग में केनाल डिप्टी कलेक्टर रहे जो कि ललितपुर के मेहरोनी जिले में ग्राम चंदावली के थे जो पदोन्नति के चलते छतरपुर होशंगाबाद होते हुए इटारसी आकर बस गए । जिस कारण इन्हें बचपन से लाड़ प्यार के साथ बो सभी मिला जो सबको नहीं मिल पाता शुरू से ही खाली वक्त में पेंटिंग करना और किशोर दा के फिल्मी गीत सुनना ही इन्होंने अपनी दिनचर्या बना ली । जिस कारण पड़ाई में पीछे होते गए जब हाई स्कूल गए तो वहां से ये डुग्गेे , डुग्गेे भाई कहलाने लगे और स्कूल में भी खाली वक़्त में दोस्तों के कहने पर किशोर दा के गीत सुनाते जब ये सिलसिला ज्यादा चल निकला तो १९९० में दोस्तो कि ही सलाह पर इटारसी शहर की ऑर्केस्ट्रा ज्वाइन की । और फिर जो इनकी मांग निकली तो फिर तो हर प्रोग्राम में इनकी विशेष मांग होती किशोर दा के गीतों की और इस तरह ये इस शहर उस शहर और जिले से प्रदेश में और प्रदेश से दूसरे प्रदेश मे संगीत के आकाश पर छाने लगे । किशोर दा को गुरु मान शुरू से ही उनकी पूजा करने वाले अजय भाई बताते हैं कि घर में कोई भी संगीत में रुचि नहीं रखता और पापा जी अधिकारी रहे तो उन्हें तो समय ही नहीं मिलता था और बड़े भाइयों ने शुरू से ही मेरे संगीत में कोई रुचि नहीं दिखाई , और कभी मेरे गाए गीत सुनते तक नहीं थे , हां मेरी मम्मी जी जरूर मेरे गाए गीतों को सुनती हैं । फिर भी मैं चल ही पड़ा था अकेले ही मंजिल पाने, गुरुदेव किशोर दा के गीतों को अपना साथी बनाकर और १९९० से शुरू किया अपना सफर अकेले ही । अवॉर्ड मिलने पर से अजय कुमार बोलते हैं की ये अवॉर्ड अजय कुमार को नहीं ,अजय कुमार में जो शुरू से ही किशोर कुमार ही रचे बसे हैं और इसी कारण मेरी आवाज़ में उनकी जरा सी झलक है उस आवाज़ को अवॉर्ड मिल रहा मेरे उस गुरु किशोर दा को मिल रहा मै तो बस एक जरिया हूं मेरे गुरुदेव का और मुझे शुरू से ही अवॉर्ड या नाम की कोई चाह नहीं ,मुझे तो बस अंतिम समय तक स्टेज पर किशोर दा के गीत ही गाते रहना और कुछ भी नहीं चाहिए । मैंने आज अकेले अपने खुद की, किशोर दा की दम पर इतना कर लिया ये बहुत है । वरना आज तो ऐसे भी जगह जगह एक से एक कलाकार पड़े जिन्हे कोई उनके ही एरिए में नहीं जानता और इस नजरिए से देखा जाए तो,मुझे तो आज कई प्रदेशों में मेरे नाम से जाना जाता है,इतना भी क्या कम है और फिर मेरा सबसे बड़ा अवॉर्ड तो मुझे मिल ही चुका,कि आज मेरे नाम के आगे “वॉइस ऑफ किशोर दा” लगाया जाता , ये मेरे लिए सबसे बड़ा इनाम जो आप सभी मीडिया वाले और श्रोताओं ने दिया । में आप सभी पत्रकार भाइयों और मेरे प्यारे दर्शकों का सदा दिल से आभारी रहूंगा । इन्होंने संगीत की विधिवत शिक्षा कभी किसी से भी नहीं ली और जब भी किशोर कुमार की कभी भी बात होती है वहां अजय कुमार के नाम का जिक्र न हो ऐसा असंभव । जब अजय कुमार को किशोर दा की पूजा का आशीर्वाद स्वरूप प्रसिद्धी मिलते गई तो १४ अप्रैल २०१६ को इन्होंने अपने नाम से “अजय कुमार म्युजिकल ग्रुप” की स्थापना की और शादी,पार्टी में स्टेज शो करने लगे ,मांग बढ़ने लगी और इस प्रदेश से उस प्रदेश ऐसे करते करते आज मेहनत रंग लाई और राजस्थान जयपुर में पहली बार इतना बड़ा मंच, अवॉर्ड और नाम मिलना है । अजय कुमार की हम बात करें तो इनके गले में मा सरस्वती निवास करती ये किशोर दा की आवाज़ के साथ तो पूरा न्याय करते ही पर साथ साथ मुकेश जी,मो रफी साहब जी,हेमंत कुमार जी,और नए गीतों में कु शानू,अभिजीत,विनोद राठौड़,अमित कुमार जी सभी को हूबहू ही गाते । पर अजय जी खुद बताते की मुझे जिसमें सुकून और ऊर्जा मिलती बो मेरे गुरुदेव किशोर दा के गीतों को ही गाने में । अजय जी बताते कि आज मुझे यहां तक लाने का श्रेय मेरे बड़े भाई श्री प्रमोद जी का है ये में कभी नहीं भूल सकता । जिन्होंने मुझे “पैसों और समय ” दोनों ही से हमेशा ही मेरी मदद भी की ,मुझे प्रोत्साहित भी करते आए । अजय कुमार संदेश देते हैं की ” जिस किसी भी गायक के गीत गाओ पर गाने से पहले गीत के भावों को समझो , जानो उस गीत में खो जाओ पर फिर उसने डूबकर गाओ ” सफलता अपने आप कदम चूमेगी ।। मेरे पास मेरे संगीत से बड़ी कोई विरासत नहीं और किशोर दा के गीत से बड़ी कोई बसियत नहीं ।।
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