
कानपुर । छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय का 37वां दीक्षांत समारोह पुलिस आयुक्त बीपी जोगदंड और संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी के निर्देशन में, पुलिस उपायुक्त प्रमोद कुमार एडीसीपी लखन यादव ,एसीपी वीके पांडे , एसीपी सूक्ष्म प्रकाश, दिनेश कुमार शुक्ला ,बृज नारायण सिंह के नेतृत्व में सकुशल संपन्न ,
विश्वविद्यालय एल्यूमीनियाई एसोसिएशन के यूनिवर्सिटी पार्क में पूर्व छात्रों द्वारा जन सेवा के कार्यों को सराहा,
कुलाधिपति, राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में हुआ भव्य समारोह ,
महामहिम राज्यपाल उत्तर प्रदेश श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने प्रख्यात नेत्र विशेषज्ञ डॉ अवध दुबे ,डॉ एस एस प्रसाद , डॉ प्रवीण कटियार, उमंग अग्रवाल,उमेश पालीवाल, शिवाला परिवार के अभिनव तिवारी आदि के द्वारा किए जा रहे समाज सेवा के कार्यों को सराहा,
महामहिम ने एलुमिनियाई पार्क में वृक्षों पर पक्षियों चिड़ियों के लिए बनाए गए घरौंदौ और पानी के लिए लगाए गए वैकल्पिक बर्तनों की सराहाना करते हुए कहा पानी के साथ पक्षियों को खाने के दाने के लिए भी एक बर्तन लगाएं, जिससे पक्षी खाने के बाद पानी अवश्य पिए,
श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने डॉक्टर अवध दुबे द्वारा गांव में सहयोग हेतु 75 गांव में ऑपरेशन तथा एक लाख रुपए के योगदान तथा डॉ एस प्रसाद डॉ अलका शर्मा द्वारा कराए गए डिजीटल गांधीजी की प्रशंसा की,
महामहिम राज्यपाल उत्तर प्रदेश का स्वागत आयुक्त कानपुर मंडल डॉ राजशेखर व जिलाधिकारी विशाख जी ने पुष्पगुच्छ देकर किया,
- आध्यात्मिक गुरू स्वामी चिदानंद सरस्वती रहे कार्यक्रम के मुख्य अतिथि
- सेवा उद्यान और अमृत सरोवर समेत 21 योजनाओं का लोकार्पण/शिलान्यास
- मेधावी छात्रों को कुलाधिपति महोदया ने दिए स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक,
शिक्षा से सेवा का संदेश देते हुए समाज उत्थान की दिशा में बेहतर कार्य करने की प्रेरणा लें। आपकी डिग्री तभी सार्थक है जब आप समाज के विकास के लिए काम करेंगे। आप यह संकल्प लें कि जीवन में कभी गलत नहीं करेंगे। आप अपना विकास करने का प्रयास करें, साथ ही दूसरों का भला भी करें। ऐसा कार्य करें, जो दूसरों के लिए अनुकरणीय हो सके।
ये कहना है कि उत्तर प्रदेश की राज्यपाल एवं सीएसजेएमयू की कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल का।
समारोह की अध्यक्षता करते हुए उन्होने छात्रों को जीवन में आगे बढ़ने का मंत्र दिया। उन्होने कहा कि जो मेडल नहीं हासिल कर सके वह भी निराश न हो। जीवन में हर दिन बेहतर करने का संकल्प लें। अधिक से अधिक श्रम करें और समाज के उत्थान के लिए कार्य करें।
मां सरस्वती को माल्यार्पण करने के बाद दीक्षांत समारोह की शुरुआत विश्वविद्यालय के नवनिर्मित रानी लक्ष्मीबाई सभागार में जल भरो कार्यक्रम के साथ हुई। समारोह की अध्यक्षता आदरणीय कुलाधिपति महोदया श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने की। समारोह में बतौर मुख्य अतिथि परमार्थ निकेतन हरिद्वार के अध्यक्ष, आध्यात्मिक गुरू स्वामी चिदानंद सरस्वती शामिल हुए। मंच पर विशिष्ट अतिथि के तौर पर प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री श्री योगेन्द्र उपाध्याय और उच्च शिक्षा राज्यमंत्री श्रीमती रजनी तिवारी, प्रति कुलपति प्रो सुधीर कुमार अवस्थी एवं कुलसचिव डॉ अनिल कुमार यादव भी मौजूद रहे।
पुलिस कमिश्नरेट के एसीपी विकास कुमार पांडे , एसीपी एल आई यू सूक्ष्म प्रकाश के नेतृत्व में विनय कुमार सिंह, संजीव दीक्षित धर्मेंद्र सिंह आदि सुरक्षा व्यवस्था हेतु अलर्ट नजर आए,
कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने दीक्षांत समारोह में बेटियों की सफलता के लिए उन्हें बधाई दी।
मुख्य अतिथि आध्यात्मिक गुरू स्वामी चिदानंद सरस्वती ने नवरात्र के शुभ अवसर पर हुए इस कार्यक्रम के लिए कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल, कुलपति प्रो विनय कुमार पाठक की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस ऐतिहासिक विश्वविद्यालय के उत्सव में आए हुए सभी छात्र-छात्राओं को राष्ट्र-समाज की बेहतरी के लिए कार्य करना होगा। उन्होने कहा कि डिग्री डिप्लोमा करने के बाद आसमान कोई भी छू सकता है लेकिन आसमान छूने से बेहतर है दिलों को छू लेना। उन्होने कहाकि पशु तक अपनी भाषा से प्यार करते हैं तो फिर हमें अपनी भाषा से प्यार होना ही चाहिए।
वही महामहिम का कार्यक्रम सकुशल संपन्न होने पर विश्वविद्यालय के डॉ सुधांशु राय ने पुलिस कमिश्नरेट के अधिकारियों का आभार व्यक्त किया,
समारोह में विशिष्ट अतिथि के तौर पर बोलते हुए प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने कुलाधिपति , राज्यपाल श्रीमती आनंदी बेन पटेल की तारीफ करते हुए कहा कि आदर्शों की बात करना आसान है पर आदर्शों पर चल कर उन्हे निभाना और खुद उस पर खरे उतरना कठिन है लेकिन राज्यपाल ने आदर्शों पर चल कर दिखाया है।
समारोह में विशिष्ट अतिथि के तौर पर शामिल हुई प्रदेश की उच्च शिक्षा राज्यमंत्री श्रीमती रजनी तिवारी ने कहा कि जीवन में सकारात्मक रहना चाहिए।
दीक्षांत समारोह में कुलपति प्रो विनय कुमार पाठक ने विस्तार से विश्वविद्यालय की प्रगति और कार्यकलापों के बारे में जानकारी दी।प्रो पाठक ने विश्वविद्यालय में हुए डिजिटल डेवलपमेंट की विस्तार से चर्चा करते हुए, डिजिटल मूल्यांकन, फेसलेस सिस्टम, स्टूडेंट्स सपोर्ट सेल एवं ऑनलाइन वेरिफिकेशन से लेकर तमाम पोर्टल के बारे में विश्वविद्यालय द्वारा किए जा रहे प्रयासों के बारे में बताया। समारोह में विश्वविद्यालय के मेधावी छात्र- छात्राओं को कुलाधिपति स्वर्ण, रजत और कांस्य कुल 91पदकों से सम्मानित किया गया। दीक्षांत समारोह कार्यक्रम में कानपुर के परिषदीय स्कूलों के कक्षा 5 से 8 तक के 30 स्कूली बच्चों और 25 आंगनबाड़ी केंद्रों की महिलाओं को भी माननीय कुलाधिपति महोदया ने सम्मानित किया। इसके साथ ही विश्वविद्यालय परिसर के सभागार का नवीनीकरण का उद्घाटन एवं नामकरण भी समारोह में किया गया। समारोह के दौरान विश्वविद्यालय परिसर में सेवा उद्यान और अमृत सरोवर के साथ 21 योजनाओं का लोकार्पण/शिलान्यास भी किया गया।
सेवा उद्यान की प्रशंसा
कुलाधिपति महोदया ने विश्वविद्यालय में यूनिवर्सिटी एलुमिनीयाई एसोसिएशन के पुरातन छात्रों के सहयोग से निर्मित सेवा उद्यान की प्रशंसा की। उन्होने वेस्ट मेटेरियल से बनने वाले उत्पादों की भी सराहना की। सेवा उद्यान विश्वविद्यालय के पुरातन विद्यार्थियों के सहयोग से बनाया गया है। इस उद्यान का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को सेवा के विषय में अवगत कराना है। छात्रों को पढ़ाई के साथ-साथ सेवा कार्यों के लिए प्रेरित करना है,
विश्वविद्यालय के अमृत सरोवर को जल सरंक्षण की दिशा में विश्वविद्यालय की इस पहल की कुलाधिपति ने सराहना करते हुए इस अच्छा कदम बताया।
इस दौरान मुख्य रूप से प्रति कुलपति प्रो सुधीर कुमार अवस्थी, डीएसडब्लू प्रो नीरज सिंह, डीन अकेडमिक प्रो रोली शर्मा, डीन प्रशासन प्रो सुधांशु पांड्या , तथा डॉ प्रवीण कटियार उमंग अग्रवाल संजीव पाठक उमेश पालीवाल डॉक्टर दुबे डॉक्टर एस प्रसाद मुकेश पालीवाल अलका शर्मा ,मोहित पांडे , अलका दीक्षित,अंकित पांडे, प्रणवीर सिंह, आदि विभिन्न कॉलेजों के प्रिंसिपल प्रबंधक मौजूद रहे