हफ़ीज़ अहमद खान
कानपुर । डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट के अनुसार लोगों में यह भ्रम है कि शराब वायरस को मार देती है जबकि लॉक डाउन पीरियड में शराब का सेवन आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को अति न्यून कर देती है जिससे आप वायरस के हमले का शिकार बन सकते हैं, उपरोक्त बात सोसाइटी योग ज्योति इंडिया के तत्वाधान में कोरोना मिटाओ – नशा हटाओ अभियान के तहत ऑनलाइन सेमिनार विषय” क्या शराब वायरस को नष्ट करती है “पर अंतरराष्ट्रीय नशा मुक्त अभियान के प्रमुख योग गुरु ज्योति बाबा ने कही ,ज्योति बाबा ने आगे कहा कि शराब ,सिगरेट ,पान मसाला ,तंबाकू पर सरकार ने सही समय पर प्रतिबंध नहीं लगाया होता तो इस समय कोरोना से मृत लोगों की संख्या 10 गुनी से ज्यादा हो गई होती।जिन यूरोपीय देशों ने शराब प्रतिबंध लगाने में डब्ल्यूएचओ की चेतावनी को नहीं माना ,उनके यहां लगातार मौतों का तीव्र सिलसिला जारी है ।ऑनलाइन स्वास्थ्य योद्धा डॉ शरद बाजपेई नेत्र सर्जन ,दीप कुमार मिश्रा ,सीए के अनुसार डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट यह बताती है कि अल्कोहल लेने वालों को संक्रमण का खतरा अन्य लोगों से 100% ज्यादा होता है ,नशा मुक्त अभियान के उत्तर प्रदेश संयोजक आलोक मेहरोत्रा व दोस्त सेवा संस्थान के रवि शुक्ला ने कहा की लॉक डाउन पीरियड में तनाव से बचने के लिए शराब का सेवन आपके जीवन के लिए खतरा बन सकता है इसलिए शराब का सेवन बिल्कुल ना करें । यह भी देखा जा रहा है शराब और अन्य नशों पर प्रतिबंध होने के बावजूद लोगों की पहुंच में शराब ,पान मसाला सिगरेट पहुंच रही है जो हमारे सिस्टम की नाकामी को दर्शाती है ।ऑनलाइन सेमिनार का संचालन संविधान रक्षक दल के सर्वेसर्वा राजशेखर राजेंद्र ने किया।अंत में सभी ऑनलाइन समाजसेवियों ने नशे की पूर्ति के लिए जहरीली शराब के सेवन से बचने एवं कोरोना को हराने का संकल्प लिया ,और ज्योति बाबा ने सभी को प्रशासन की गाइडलाइंस को मानने ,घरों में रहकर अपनी व दूसरों की सुरक्षा की शपथ दिलाई !