आज़म महमूद
कानपुर । अतिक्रमण ने कानपुर शहर की सूरत बिगाड़ दी है। फुटपाथों पर दुकानदारों ने कब्जा कर लिया है तो सड़कों पर सामान रखा है। कानपुर नगर की ओर से अतिक्रमण मुक्त शहर का दावा सिर्फ जुमला साबित हुआ। शहर के कई मुख्य बाजारों में दुकानदारों ने अतिक्रमण कर रखा है। ऐसे में लोगों का यहां से निकलना भी दूभर हो जाता है।
कानपुर नगर प्रशासन द्वारा शहर को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए बाजार में ना ही कोई पट्टी बनाई गई है। जिसके आगे सामान रखने वाले दुकानदार पर कार्रवाई की जा सके। नाही चालान काटने की कोई प्रतिक्रिया की जाती है। कानपुर प्रशासन की ओर से कोई भी ठोस कदम नहीं उठाया जाता।
फुटपाथ पर दुकान लगने से यहां आने वाले ग्राहक सड़क पर अपनी गाड़ी आड़ा-तिरछा खड़ी कर जाम के कारक बनते हैं। कुछ दुकानदारों ने फुटपाथो की जगह पर पोस्टर बैनर, काउंटर, कपड़े,डैमी लगाकर कब्जा कर रखा है।
फुटपाथ पर जहां दुकानदारों का अवैध स्थाई कब्जा है वही दिन ढलते ही ठेले वाले शाम को सड़कों पर अपनी दुकान सजा लेते हैं *हम बात कर रहे हैं किदवई नगर मार्केट की* इस रोड से रोजाना सैकड़ों लोग गुजरते हैं। यह रोड किदवईनगर से साइड नम्बर 1 को जाने का रास्ता है।
फुटपाथ पर अतिक्रमण की वजह से अराजकता है। लोगों को यहां से शाम के वक़्त गुजरना मुश्किल होता है। इस दुर्दशा के लिए कानपुर प्रशासन पूरी तरह जिम्मेदार है। प्रशासन को अतिक्रमण के खिलाफ सख्ती से निपटना होगा।