
शावेज़ आलम✍️✍️👇👇
कानपुर: माह-ए-रमज़ान की मुकद्दस आमद के मौके पर, कुल हिन्द इस्लामिक इल्मी अकादमी के नामवर मुफ़्तियों और उलमा-ए-किराम ने मुसलमानों से गुज़ारिश की है कि वो इस मुबारक महीने की अहमियत को समझें, इबादत में मसरूफ़ रहें और इंसानियत की ख़िदमत को तरजीह दें।
मुफ़्ती इक़बाल अहमद क़ासमी, मौलाना खलील अहमद मजाहिरी और दीगर मुफ़्तियों ने तवज्जोह दिलाई कि रमज़ान का महीना सिर्फ़ भूखा-प्यासा रहने का नहीं, बल्कि रूह की पाकीज़गी, सब्र-ओ-तहम्मुल और नेक आमाल का महीना है। उन्हों ने ज़ोर दिया कि रोज़े की पाबंदी की जाए, तरावीह की नमाज़ पूरे शौक और तवज्जोह के साथ अदा की जाए, और गरीबों, यतीमों और बेवाओं की मदद को अपना शिआर बनाया जाए।
रोज़ा और तरावीह की अहमियत
उलमा-ए-किराम ने बताया कि रोज़ा इस्लाम का एक बुनियादी फ़र्ज़ है, जो हर मुसलमान बालिग़ मर्द-ओ-औरत पर लाज़िम है। हां, जो बीमार, मसाफिर या किसी माज़ूरी का शिकार हैं, उनके लिए शरीअत ने सहूलत दी है। रमज़ान में कुरआन-ए-मजीद की तिलावत का एहतमाम करने और तरावीह की नमाज़ को पूरी तवज्जोह से अदा करने की तलकीन की गई है।
ज़रूरतमंदों की मदद और समाजी ख़िदमत पर ज़ोर
रमज़ान में जकात, सदकात और ख़ैरात की अहमियत बहुत बढ़ जाती है। मुफ़्तियों ने तंबीह की कि हर साहिब-ए-निसाब अपने माल की जकात अदा करे और ज्यादा से ज्यादा सदक़ा-ए-फित्र निकालकर नादारों और बेसहारा लोगों की मदद करे। रमज़ान का असल पैग़ाम यही है कि इंसान अपने नफ़्स को काबू में रखे और समाज के हर तबक़े का ख़याल करे।
अल-शरिया हेल्पलाइन का ऐलान
इस मुबारक महीने में लोगों की आसानी के लिए अल-शरिया हेल्पलाइन जारी की गई है, जहां से शरीअती मसाइल और समाजी रहनुमाई हासिल की जा सकती है। नीचे मुफ़्तियों और उलमा-ए-किराम के कॉन्टैक्ट नंबर दिए गए हैं, जिनसे किसी भी शरीअती मसले पर मशविरा लिया जा सकता है।
अल-शरिया हेल्पलाइन नंबरात
- मौलाना मुफ़्ती इक़बाल अहमद कासमी – 9450120937
- मौलाना खलील अहमद मजाहिरी – 9889370978
- मौलाना मुफ़्ती अब्दुर्रऊफ कासमी – 9981418136
- मौलाना अनवारुल हक़ अब्दुल्लाह कासमी – 9839848686
- मौलाना मुहम्मद इस्माइल कासमी – 9935858996
- मौलाना मुफ़्ती मुहम्मद उस्मान कासमी – 8423779585
- मौलाना मुफ़्ती अज़ीज़ुर्रहमान कासमी – 7860334030
- मौलाना मुफ़्ती साद तर कासमी – 9721259870
- मौलाना मुफ़्ती ताजरीर कासमी – 9335899572
- मौलाना मुफ़्ती हिदायतुर्रहमान कासमी – 8953747748
- मौलाना मुफ़्ती रियाज़ सिद्दीक़ी कासमी – 9455054392
- मौलाना मुफ़्ती रफ़ीक़ मुकरी कासमी – 9696314272
- मौलाना मुफ़्ती मुहम्मद नियाज़ कासमी – 9104596698
- मौलाना मुफ़्ती मुहम्मद वारिस कासमी – 8859818632
- मौलाना मुफ़्ती मुहम्मद माज कासमी – 8423123693
- मौलाना मुफ़्ती हबीब इक़बाल कासमी – 9453992692
- मौलाना मुफ़्ती आशिक़ शाहिद कासमी – 8799203760
- मौलाना मुफ़्ती ग़ुलाम क़मर कासमी – 9045137565
- मौलाना मुफ़्ती मुहम्मद हारून कासमी – 8081194740
- मौलाना मुहम्मद जवाद कासमी – 7302601454
- हाफ़िज़ अल्तमास – 9236780084
- मौलाना मुहम्मद हुज़ैफा कासमी – 8187931787
मुफ़्तियों और उलमा-ए-किराम ने रमज़ान के इस मुबारक महीने में पूरे समाज से गुज़ारिश की कि वो सबर, इबादत और परोपकारी को अपनी जिंदगी का हिस्सा बनाएं और इस्लाम की असली तालिमात को आम करें।