कानपुर । वैश्विक महामारी के कारण पिछले 6 महीने से स्कूल बंद है अभिभावक लॉक डाउन समय की फीस माफी की मांग और स्कूल ना खुलने तक ऑन लाइन क्लास के अनुसार फीस निर्धारण की मांग सरकार से कर रहे है लेकिन सरकार अभिभावको की आवाज को अनसुना कर चुप्पी साधे है और प्रदेश के शिक्षा मंत्री निजी स्कूलों के फ़ेवर में बयान दे रहे या यूं कहें सीधा सीधा सरक्षण दे रहे साथ ही जिला प्रशासन के हाथ सरकार के आदेश के साथ बंधे है । साथियो अब प्रश्न यह उठता है कि आखिर अभिभावक करे तो या करे इसका जबाब है जब शासन,सत्ता और न्याय तंत्र एक साथ मिल जाये तो जनता को मतलब अभिभावको को अपने निर्णय खुद करने होंगे चाहे वो 19 अक्टूबर से खोलने के निर्णय पर अपने बच्चों को स्कूल भेजने या ना भेजने का हो या फिर 6 महीने से बंद स्कूलो की फीस देने या ना देने का तभी इन मुद्दों को हल संभव है । क्या प्रदेश का कोई जिम्मेदार अधिकारी या नेतागण बता सकता है तो आओ साथियो मिकलर निर्णय ले और गलत के खिलाफ आवाज उठाये । क्या आपने सोचा कि जिस देश मे 56 ℅ बच्चों के पास ऑन लाइन क्लास लेने के लिए संसाधन मौजूद नही है जो सरकार और निजी स्कूल बच्चों को मोबाइल/लेपटॉप और टीवी स्क्रीन से दूर रहने के लिए संदेश देते थे आज उन्ही ने हमारे बच्चों के स्वास्थ्य को ताक पर रखकर ऑन लाइन क्लास से पढ़ाई करने के लिए झोंक दिया गया वो भी अभिभावको की बिना परमिशन के क्या वाकई इनका उद्देश्य समान शिक्षा के अधिकार का पालन करते हुये प्रत्येक बच्चे को इस महामारी में शिक्षा देने था या निजी स्कूलों को फीस इकट्ठा करने का मौका देना आप सोचे और निर्णय ले । ज्ञापन देने वालों में प्रमुख रूप से राकेश मिश्रा,अवधेश कुमार पांडे,सुनीत तिवारी,संजीव चौहान,सचिन तिवारी,एड वीरेंद्र श्रीवास्तव,एड अमित शुक्ला,विनय दुबे,शाकिर अली उस्मानी, उषा मिश्रा,नवीन अग्रवाल इत्यादि रहे ।
तन्ज़ीम बरेलवी उलमा-ए-अहले सुन्नत के ज़ेरे एहतिमाम बाबूपुरवा मे जिक्रे इमामे हसन मनाया गया
कानपुर । नवास-ए-रसूल शहज़ादए मौलाए काएनात जिगर पारए मख़्दूमए काएनात इमामे उम्मत हज़रते सय्यदना इमामे हसन मुज्तबा रजि अल्लाहु अन्हु की शान इतनी अज़ीम व बुलंद है कि इमामे ज़माना हज़रते इमामे हुसैन रजि अल्लाहु अन्हु भी आपको अपना इमाम तस्लीम फरमाते थे और फरमाते कि जिन्दगी के बहुत से उतार चढ़ाव व दीनी बातें मैंने अपने इमाम (भाई) हसन से सीखी हैं कहा कि
सरकारे इमामे हसन के फज़ाएल में बहुत सी हदीसें वारिद हैं जिनमें आपके बड़े फज़ाएल बयान किये गए हैं ।
आप बड़े ही आबिद व ज़ाहिद और दीने हक़ के सच्चे पासबान थे ।
इससे पहले जलसे का आगाज़ तिलावते क़ुरान पाक से क़ारी तन्वीर निज़ामी ने किया मौलाना इरफान क़ादरी,हाफिज़ ज़ुबैर क़ादरी,मौलाना तौक़ीर ने नात पाक पेश की जलसा सलातो सलाम व दुआ के साथ खत्म हुआ कन्वीनर मोहम्मद फरीद ने आए हुए मेहमानो का शुक्रिया अदा किया इस मौक़े पर हयात ज़फर हाशमी,मोहम्मद शरीफ,मोहम्मद नवाब,मोहम्मद सलीम, मोहम्मद आफ़ाक़,मोहम्मद ज़ीशान,मोहम्मद फरमान, मोहम्मद शमीम,मोहम्मद नसीम,अख्तर रज़ा खाँ आदि लोग मौजूद थे ।
यू पी मे महिलाओं व बालिकाओं के लिए लांच हुआ “मिशन शक्ति” अभियान छह मह तक चलेगा आयोजन
महिला थाना प्रभारी वर्षा श्रीवास्तव व थाना प्रभारी कलेक्टरगंज राजेश पाठक की अगुवाही मे थाना कलेक्टर गंज परिसर मे महिलाओं व बालिकाओं के सुरक्षा व सम्मान के संदर्भ मे मिशन शक्ति कार्यक्रम आयोजन हुआ
शावेज़ आलम
◆ ये मीरा की अमरभक्ति ज़हर सें मर नहीं सकती
◆ ये झांसी वाली रानी हैं कीसी सें डर नहीं सकती
◆ अगर ठान लें तो ऐसा कौन सा काम हैं जो नारी कर नहीं सकती
महिलाओं,बालिकाओं व बच्चों को खुद की सुरक्षा,सम्मान व स्वालंबन के प्रति जागरूक करने के लिए विशेष अभियान ‘मिशन शक्ति’का शुभारंभ नवरात्रि के पहले दिन यानी आज शनिवार से हो गया है । यह अभियान 25 अक्तूबर तक चलेगा । आगामी अप्रैल तक हर महीने यह अभियान एक-एक सप्ताह के लिए चलाया जाएगा ।
हर सप्ताह आयोजित होने वाले कार्यक्रमों के लिए तिथिवार थीम निर्धारित की गई है । महिला कल्याण,बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग की ओर से प्रदेश भर में संयुक्त रूप से इस अभियान को चलाया जाएगा ।
अपर मुख्य सचिव महिला कल्याण,बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार एस.राधा चौहान ने शुक्रवार को विशेष अभियान ‘मिशन शक्ति’ के सफल क्रियान्वयन के संबंध में सभी जिला प्रोबेशन अधिकारियों,महिला कल्याण एवं जिला कार्यक्रम अधिकारियों को निर्देश दिए है ।
इसी क्रम मे आज़ थाना कलेक्टरगंज मे नारी शक्ति मिशन कार्यक्रम का आयोजन क़िया गया और महिलाओं व बालिकाओं क़ो आत्मसुरक्षा के बारे मे बताया गया की किस तरह महिलाओं व बालिकाओं की चुप्पी आगे चल कर उन्के लिए घातक हो जाती हैं । इस लिए उन्के साथ घटी कोइ भी घटना पर चुप्पी नहीं साधनी चाहिए तुरन्त क़ानून की मदद लें कर ग़लत कार्य करने वाले क़ो सज़ा दिलानी चाहिए ।
अपर मुख्य सचिव महिला कल्याण,बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार एस.राधा चौहान नेे बताया कि सरकार द्वारा महिलाओं,बालिकाओं व बच्चों की सुरक्षा,सम्मान एवं स्वावलंबन के संदर्भ में एक व्यापक कार्ययोजना बनाई गई है। शारदीय से वासंतिक नवरात्र के बीच (17 अक्तूबर से अप्रैल 2021 तक कुल 180 दिन) तक ‘मिशन शक्ति’ अभियान का संचालन किया जाएगा ।
उन्होंने बताया कि कार्यक्रम के तहत प्रत्येक माह में एक सप्ताह तक विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा । मिशन के तहत प्रदेश की 24 करोड़ जनता तक पहुंचकर उन्हें महिलाओं तथा बच्चों से संबंधित मुद्दों पर जागरूक किए जाने का लक्ष्य रखा गया है ।‘मिशन शक्ति’ के तहत नियमित अंतराल पर विभिन्न चरणों में ‘थीम वार’ साप्ताहिक कार्यक्रम चलाए जायेंगे ।
उन्होंने बताया कि 17 से 25 अक्तूबर के बीच प्रस्तावित कार्ययोजना के आधार पर प्रत्येक दिन अलग-अलग विभागों को ‘लीड विभाग’ नामित किया गया है । लीड विभाग को मिशन के अंतर्गत निर्धारित दिन पर अपने विभाग से संबंधित गतिविधियों को पूरे प्रदेश में ‘ग्रैंड-इवेन्ट’ के रूप में आयोजित करना होगा ।
इस महीने महिला कल्याण तथा बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग को लीड विभाग’ नियुक्त किया गया है। कार्यक्रम के दौरान महिलाओं, बालिकाओं व बच्चों की सहभागिता एवं सुरक्षा, पॉक्सो एक्ट एवं महिला अपराध संबंधी कानूनों का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाएगा ।
आजके कार्यक्रम मे थाना कलेक्टरगंज मे मुख्य रूप सें थाना प्रभारी कलेक्टरगंज राजेश पाठक, नोडल अधिकारी गीतांजलि सिंह,महिला थाना प्रभारी वर्षा श्रीवास्तव,एस.आई सरिता मिश्रा (पिंक चौकी साउथ )एस.आई नीतू धूरिया प्रभारी महिला सहायता प्रकोष्ट मौज़ूद रहीं ।
फीस माफी को लेकर जिलाधिकारी कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन
कानपुर । संतुलित फीस की मांग को लेकर अखिल भारतीय पीड़ित अभिभावक महासंघ,उन्नाव अभिभावक संघ,मायरा फाउंडेशन ट्रस्ट के सदस्यों ने बच्चों की बंदूक लेकर जोरदार प्रदर्शन किया । राकेश मिश्रा निडर,शाकिर अली उस्मानी, सुनीत तिवारी,शबाब हुसैन,नवीन अग्रवाल,एड.अवधेश पांडे, विवेक दुबे,एड,विवेक हिंदू,केसी शर्मा,मोहम्मद शारिया, महताब,जीशान,एस के साहू,पंकज यादव,हरिशंकर प्रजापति, रमाकांत,सोनू शुक्ला,एड.उषा मिश्रा,एड सचिन तिवारी,एड बृजेंद्र श्रीवास्तव,दिलीप सिंह बागी,मोहम्मद अच्छे,जितेन्द्र बाजपेई ने जोरदार नारे लगाए । शिक्षा अब बट्टा है,स्कूल के हाथ में कट्टा है । डीएम,सीएम से यारी है,फर्जी विद्यालय जारी है । शिक्षा का अधिकार कार्यकर्ता ने कहा कि सरकार ने चलचित्र ग्रहों का कर माफ कर दिया है परंतु अभिभावकों द्वारा संतुलित फीस की मांग को नजरअंदाज किया जा रहा है । उन्होंने आगे कहा कि निजी विद्यालय पहले फीस,कॉपी, किताबों के नाम पर लूट करते थे परंतु अब डकैती डाल रहे हैं । फर्जी विद्यालय जिला अधिकारी,जिला विद्यालय निरीक्षक ,जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी की मिलीभगत से संचालित हो रहे हैं । उन्होंने बिल्ला बाग कंगारू किड्स स्कूल 15/63 सिविल लाइन,द कंगारू किड्स प्रीस्कूल एंड क्लब किदवई नगर,बिल्लाबाग हाई इंटरनेशनल स्कूल 124 कैंट, कानपुर को अमान्य विद्यालय बताया और स्पष्ट शब्दों में कहा इन स्कूलों के पास मान्यता ही नहीं है परंतु जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी मान्यता प्रत्याहरण की बात कर रहे हैं जोकि पूर्णतया हास्यप्रद है । उनके द्वारा मांग की गई कि शासन जांच करके बताएं कि किन-किन प्रशासनिक राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय के तर्ज पर ऑनलाइन शिक्षा का शुल्क निजी विद्यालयों द्वारा लिया जाए । जो विद्यालय वार्षिक 20000 से अधिक किसी भी मद में शुल्क ले रहे हैं उनकी ऑडिटेड बैलेंस शीट उपलब्ध कराई जाए । 19 अक्टूबर से निजी विद्यालय खोलने हेतु उनके द्वारा अभिभावकों की अपने बच्चों को स्कूल भेजने की जो स्वीकृति मांगी जा रही है,उस विषय पर निजी विद्यालयों को भी जिम्मेदारी के दायरे में लाया जाए और निजी विद्यालयो द्वारा बच्चों की सुरक्षा हेतु और उससे संबंधित तैयारियों के आशय से एक शपथ पत्र लिया जाए ।
हैंड वॉश डे के अवसर पर जिलाधिकारी ने सैनिटाइजर,साबुन किया वितरण
कानपुर । आज ग्लोबल हैंड वास डे के अवसर पर जिलाधिकारी कानपुर नगर ने कलेक्ट्रेट प्रांगण में अपने हाथों को साबुन से धोया और उपस्थित लोगों को साबुन तथा सैनिटाइजर वितरण किया । कलेक्ट्रेट प्रांगण में आने वाले फरियादियों के लिए साबुन से हाथ धोने की व्यवस्था की गई । इस अवसर पर उन्होंने जनपद वासियों से अपील करते हुए कहा कि सभी लोगो को लगातार साबुन से अपने हाथों को धोना है,जिससे कोरोना जैसी बीमारी से बचा जा सकता है, साथ ही इस बात का विशेष ध्यान रखे कि बिना मास्क के घरों से न निकले,सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें,क्योंकि कोरोना को हराने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग ही सोशल वैक्सीन है । भीड़ वाले स्थानों में जाने से बचे आप अपने को सुरक्षित रखें,आप स्वस्थ्य है तो अपका परिवार स्वस्थ्य व सुरक्षित रहेगा ।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी कानपुर नगर,एसीएम 7 तथा कलेक्ट्रेट परिवार के सभी कर्मचारी उपस्थित रहे ।
जुलूसए मोहम्मदी को लेकर शहर काजी नूरी का प्रतिनिधि मंडल डीएम से मिला
कानपुर । आने वाले महत्वपूर्ण त्योहार ईद मिलादुन्नबी 12 रबी उल अव्वल जुलूसए मोहम्मदी को लेकर शहर काजी नूरी का एक प्रतिनिधिमंडल जिला अधिकारी कानपुर नगर को संबोधित ज्ञापन एडीएम सिटी अतुल कुमार को सौंपा गया । कलेक्टर स्थित जिला अधिकारी कार्यालय में शहर के उलेमा नायब शहर काजी मुफ्ती साकिब अदीब मिस्बाही के नेतृत्व में पहुंचे ज्ञापन में कहा गया कि भाईचारा सद्भावना देश प्रेम इंसानी हमदर्दी गरीब मजदूरों के मददगार बनकर पूरी दुनिया को इंसानियत का पाठ पढ़ाने,अमन और सुकून का मार्ग स्थापित करने वाले पैग़ंबरे इस्लाम हजरत मोहम्मद मुस्तफा सल्लल्लाहो वाले वसल्लम के जन्मदिवस ईद मिलादुन्नबी के मौके पर मुसलमान खुशी का इजहार कर कानपुर शहर से हर वर्ष जुलूस ए मोहम्मदी सल्लल्लाहो वाले वसल्लम पैगंबर की जन्म तिथि अरबी तारीख 12 रबी उल अव्वल को हर्ष उल्लास के साथ शहर में विगत 100 वर्ष से अधिक समय से निकाला जाता रहा है जिसमें सभी धर्मों के लोग शामिल होकर सद्भावना की मिसाल पेश करते हैं । शहर को यह गौरव प्राप्त है कि शहर से उठने वाले इस ऐतिहासिक जुलूस जुलूस ए मोहम्मदी को एशिया के सबसे बड़े जुलूस होने का दर्जा प्राप्त है जिला प्रशासन से मांग की गई इस वर्ष 12 रबी उल अव्वल 1442 हिजरी यानी 29 का चांद हुआ तो 29 अक्टूबर दिन बृहस्पतिवार या 30 अक्टूबर दिन शुक्रवार को जुलूस ए मोहम्मदी शहर से निकाला जाएगा जिसकी तमाम तैयारियां लगभग पूर्ण हो चुकी है । जिलाधिकारी से यह मांग की गई कि गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी ऐतिहासिक जुलूस को साया ने शान बनाने में हमारी हर संभव सहायता प्रदान की जाए । ज्ञापन देने वालों में मुख्य रूप से नायब शहर काजी मौलाना मुफ्ती साकिब अदीब मिस्बाही,मौलाना असगर यार अल्वी,मुफ्ती रफी अहमद निजामी,कारी सगीर आलम हबीबी महबूब आलम खान,मौलाना जियाउर रहमान,मौलाना गुलाम मुस्तफा,मौलाना जकाउल्लाह,कारी तय्यब,हाफिज कफील, मौलाना मोतिउर रहमान,सरफराज खान आदि थे ।
इमाम अहमद रजा खान बरेलवी एक अज़ीम शख्सियत थे-मुफ्ति शहबाज अनवर नूरी
तनज़ीम पैग़ामे सुबहे अदब कानपुर के ज़ेरे एहतेमाम उर्से रज़वी मनाया गया
कानपुर । तनज़ीम पैग़ामे सुबहे अदब कानपुर के ज़ेरे एहतेमाम मदरसा अशरफिया गयासुल उलूम हाता छोटे मियां कर्नलगंज कानपुर में बाद नमाज़े इशा उर्से रज़वी बनाम महफ़िल रंगे रज़ा का एहतेमाम किया गया जिसकी सदारत हज़रत अल्लामा मुफ्ती मोहम्मद शहबाज अनवर साहब किब्ला मूफ्ति ऐ आज़म कानपुर वा सरपरस्ती हज़रत अल्लामा रियाज़ अहमद हशमती साहब किब्ला क़ाज़ी ऐ शहर कानपुर और कयादत मुखीरे क़ौम अलहाज सय्यद सुल्तान हाशमी ने की- उर्स का आगाज़ तिलावते कलामे रब्बानी से क़ारी शरीफ उवैसी ने किया हज़रत अल्लामा मुफ्ती मोहम्मद शहबाज अनवर साहब किब्ला मुफ्ती ऐ आज़म कानपुर ने अपने सदारती खेताब में फ़रमाया जब हम इस्लामी तारीख पर एक सर सरी नज़र डालते हैं तो हमें इस्लाम के परदा में इस्लाम के एैसे सपूतों की तस्वीर दिखाई देती हैं, जिन्होंने“ओलमाउ वा रसतूल अमबिया “का हक अदा कर दिया_ इमामे आज़म अबू हनीफा, हज़रत इमामे मालिक, हज़रत इमामे शाफई और हज़रत इमाम अहमद बिन हबंल के इलावा इमामे राज़ी वा इमामे गेज़ाली जैसी हस्तियां नज़र आती हैं जिन्होंने इल्मो फन की आबयारी के साथ फिक्री व अमल, इसलाह व तजदीद के अनमट नुक़ूश छोड़े हैं_ऐैसी ही सतोदा सिफात शख्सियतों में एक बहुत हि सुन्हैरा नाम मुफक्किरे इस्लाम ,शेखुल इस्लाम वल मुस्लिमीन इमाम अहमद रजा खान फाज़ले बरेलवी का हैं_ इमाम अहमद रजा खान बरेलवी एक अज़ीम शख्सियत थे आप ने उलूम व फुनून की खेती को सबज़ह ज़ार बना दिया, हिन्दुस्तानियों को अंग्रेजों की गुलामी से आजाद रहने का फहेमो शऊर बख्शा, लोगों में हिम्मत व जुर्रत की रूह फुंकी और इस्लाम की सही तस्वीर पेश फरमाकर इस्लामी क़वानीन की बलादस्ती का बर मला इज़हार फ़रमाया,आला हज़रत इमाम अहमद रजा खान फाज़ले बरेलवी रहमतुल्लाह अलैह अज़ीमुल मरतबत मुफस्सिर, जलीलुल क़द्र मुहद्दिस और बुलंद पाया फक़िह थे, आप की अज़ीम शख्सियत ने तन्हा वह काम अंजाम दिऐ जो एक अंजुमन और तहरीक अंजाम नहीं दे सकती, आप ने अपनी सारी ज़िन्दगी इस्लाम की नशर व अशाअत और देफाऐ अहले सुन्नत के लिए वक़्फ करदी थी, मुकर्रिरे खुसूसी हज़रत अल्लामा मुफ्ती डॉ मोहम्मद यूनुस रज़ा मोनिस उवैसी साहब ने अपने खिताब में फ़रमाया कि जब सरकार आला हज़रत अलैहिर रहमा दूसरी बार हज के लिए तशरीफ़ ले गए तो ज़ियारते मुस्तफा की आरजू लिए रौज़ा ऐ अतहर के सामने देर तक सलातो सलाम पड़ते रहे, मगर पहली रात कीसमत में ये सआदत ना थी, उस मौके पर वह मारूफ नातिआ ग़ज़ल लिखी जिसके मतले में दामने रहमत से वाबस्तगी की उम्मीद दिखाई हैं, वह सुऐ लाला ज़ार फिरते हैं : तेरे दिन ऐै बहार फिरते हैं, लेकिन मकता में मज़कूरा वाक़ेआ की यास अंगेज़ कैफियत के पेशे नज़र नक्शा यूं खिंचा ,कीई क्या पुछे तेरी बात रज़ा : तुझसे कुत्ते हज़ार फिरते हैं (आशिकाने रज़ा अदब में कुत्ते की जगह शैदा कहते हैं)ये ग़ज़ल अर्ज़ करके दीदार के इन्तजार में मोअददब बैठे हुए थे के किस्मत जाग उठी और चशमाने सर से बेदारी में ज़ियारते नबी ए अकरम सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम से मुशर्रफ हुए और आपने अपने खिताब में फ़रमाया कुर्बान जाए उन आंखों पर जिन्होंने आलमे बेदारी में महबूबे खुदा सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम का दीदार किया- क्यूं ना हो आप रहमतुल्लाह तआला अलैह के अंदर इशके रसूल सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम कूट-कूट कर भरा हुआ था और आप रहमतुल्लाह तआला अलैह “फनाफिर रसूल “के आला मनसब पर फाएज़ थे आप रहमतुल्लाह तआला अलैह के नातिआ कलाम इस अमर का शाहिद हैं सरकार आला हज़रत अलैहिर रहमा फ़रमाया करते,अगर कोई मेरे दिल के दो टुकड़े करदे तो एक पर लाइलाहा इल्लल्लाह और दुसरे पर मोहम्मदुर रसूलूल्ला लिखा हुआ पाओ गए– कारी अब्दुल कय्यूम उवैसी पिरिन्सिपल मदरसा हाज़ा अपने खिताब में कहा के मुजद्दिदे आज़म अलैहिर रहमा गुर्बा को कभी खाली हाथ नहीं लौटाते, हमेशा गरीबों की इमदाद करते रहते बल्कि आखिर वक़्त भी अज़ीज़ो अक़ारिब को वसीयत की के गुर्बा का खास ख्याल रखना- उनको खातिर दारी से अच्छे-अच्छे और लज़ीज़ खाने अपने घरों से खिलाया करना और किसी गरीब को ना झिड़कना – आप रहमतुल्लाह तआला अलैह अक्सर तसनीफो तालीफ में लगे रहते- नमाज़ सारी उम्र बाजमाअत अदा की, आप रहमतुल्लाह तआला अलैह की खूराक बहुत कम थी, और रोज़ाना डेढ़ दो घंटे से ज़्यादा ना सोते और शमसुल कमर साहब तर्जुमाने क़ाज़ी ऐ शहर कानपुर ने कहा के अल्लाह तबारक वताअला हमें फाज़िले बरेलवी अलैहिर रहमा के नक्शे कदम पर चलने की तौफीक अता फरमाए और फैज़ाने करम से मालामाल फरमाए उर्स मुफ्ति ए आज़म कानपुर मुफ्ती शहबाज अनवर साहब किब्ला नूरी की दुआ पर इखतेमाम पज़ेर हुआ,उर्स की तकरीब में मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी,कारी तय्यब रज़वी,कारी मोहम्मद सफदर,मौलाना फाज़िल रज़वी, कारी इन्तेखाब कौसर,शब्बीर कानपुरी,कारी अनीस बरकाती, मोहम्मद शहबाज कानपुरी,कारी तारीक अज़हरी,डब्बू भाई, मोहम्मद महबूब, मोहम्मद शरीफ लाइट वाले अज़ीज़ अहमद चिश्ती मिडिया प्रभारी, मोहम्मद असलम उप संपादक दैनिक सहरा टुडे वग़ैरा खास मौजूद रहे निज़ामत की ज़िम्मेदारी मोहम्मद रेहान रज़ा सदर तन्ज़ीम पैगामे सुबहे अदब शाख हाता छोटे मियां ने बहुसन खूबी अन्जाम दी-आखिर में बानी तनज़ीम पैग़ामे सुबहे अदब कानपुर मौलाना हम्माद अनवर बरकाती साहब ने शोरका का शुक्रिया अदा किया ।
फीस की मांग को लेकर अभिभावकों ने अपने बच्चों के स्कूल बैग,कॉपी,किताबे अग्नि में स्वाहा किया
कानपुर । 12 अक्टूबर 2020 को संतुलित फीस की मांग को लेकर अभिभावकों ने अपने बच्चों के स्कूल बैग,कॉपी, किताब,पेंसिल,रबड़,सतीश चंद तिवारी जिला विद्यालय निरीक्षक को सौंपा था । परंतु निजी विद्यालय प्रशासन की शह पर लगातार बच्चों को ऑनलाइन कक्षाओं से वंचित कर रहे हैं । जिलाधिकारी,जिला विद्यालय निरीक्षक एवं जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा कोई कार्यवाही ना किए जाने से हताश होकर अभिभावकों ने अखिल भारतीय पीड़ित अभिभावक संघ के अध्यक्ष राकेश मिश्रा,उन्नाव अभिभावक संघ के अध्यक्ष सुनीत तिवारी,मायरा फाउंडेशन ट्रस्ट के शबाब हुसैन,नवीन अग्रवाल,शाकिर अली उस्मानी,भूतपूर्व सभासद मोहम्मद शारिया,एड.अवधेश पांडे,एड. विवेक हिंदू, एंड मधु यादव,केसी शर्मा,हरिशंकर प्रजापति,संजीव चौहान,मीनाक्षी गुप्ता,महताब के नेतृत्व में बच्चों के स्कूली,बैग,कॉपी किताब सरकार व निजी विद्यालयों से व्यथित होकर अग्नि में स्वाहा कर दिया । निडर ने बताया कि जिस प्रकार से गांधी जी ने अंग्रेजो के खिलाफ विदेशी वस्त्रों की होली जलाई थी उसी प्रकार से पालको ने सरकार व निजी विद्यालयों से व्यथित होकर बैग,कॉपी किताबें स्वाहा कर रहे है । कार्यक्रम में उपस्थित पालकों ने जोरदार नारे लगाए पहले लड़े थे गोरों से,अब लड़ेंगे चोरों से । डीएम बीएसए से यारी है,फर्जी विद्यालय जारी है । फर्जी विद्यालय कैसा हो,कंगारू किड्स जैसा हो । आरटीई कानून जिंदाबाद,शिक्षा माफिया मुर्दाबाद।शिक्षा का अधिकार कार्यकर्ता एड सचिन तिवारी,एड बृजेश श्रीवास्तव,अजीत खोटे ने कहा कि फर्जी विद्यालय प्रशासन ,जिला विद्यालय निरीक्षक,जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी मिलीभगत से संचालित हो रहे हैं । उन्होंने बिल्ला बाग कंगारू किड्स स्कूल 15/63 सिविल लाइन,द कंगारू किड्स प्रीस्कूल एंड क्लब किदवई नगर,बिल्लाबाग हाई इंटरनेशनल स्कूल 124 कैंट,कानपुर को अमान्य विद्यालय बताया और स्पष्ट शब्दों में कहा इन स्कूलों के पास मान्यता ही नहीं है परंतु जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी मान्यता प्रत्याहरण की बात कर रहे हैं जोकि पूर्णतया हास्यप्रद है । उनके द्वारा मांग की गई कि शासन जांच करके बताएं कि किन-किन प्रशासनिक अधिकारियों के बच्चे इन फर्जी विद्यालयों में पढ़ रहे हैं और कब तक यह फर्जी विद्यालय बंद होंगे? यदि फर्जी विद्यालय इतने लंबे समय से संचालित हो रहा था जो बच्चे स्कूल में पढ़ चुके हैं उनकी वैधानिक स्थिति क्या होगी स्कूल के विरुद्ध जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा जो शास्त्ति लगाई गई है उसे कौन वसूल करेगा!अपील वर्तमान शैक्षणिक वर्ष को जीरो सत्र घोषित किया जाए ।
जुलूसए मोहम्मदी के सम्बंध में उलमाओं की बैठक मरकजी दारुल क़ज़ा में सम्पन्न
कानपुर । आज दिनांक 13/10/ 2020 दिन मंगलवार शहर क़ाज़ी कानपुर जनाब मौलाना मोहम्मद आलम रज़ा नूरी की सरक्षता में जुलूसए मोहम्मदी से संबंधित उलमा की एक अहम बैठक मरकजी दारुल क़ज़ा मस्जिद बांस मंडी में आयोजित हुई । जिसमें उलमाओं ने जुलूस मोहम्मदी की तैयारियों पर चर्चा करते हुए रणनीति बनाई । उलमा ने कहा जब भी हालत जुल्मों ज़बर, ताकतवरों का निहत्थों,मज़लूमो पर जुल्म अमीरों का गरीबों पर ग़ालिब होना जुआं,शराब सामाजिक तमाम बुराइयां अपने उरूज पर थी । ऐसे माहौल में अल्लाह ने अपने प्यारे महबूब को दुनिया में भेज कर इन खराबियों का खात्मा करवाया और अमनो अमान की फिजा हमवार हुई । आज भी वैसे ही हालात हैं हमें इस मुबारक महा के वसीले से अल्लाह से रहम तलब करना चाहिए । मौलाना असगर अली यार अल्वी ने कहा उलमा तहरीक चलाकर शहर के हर गली मोहल्ले को सजाने की अपील करें मौलाना मुफ्ती रफी अहमद निजामी ने कहा कि कोरोना महामारी से पूरा मुल्क परेशान है हमें इससे निजात के लिए इस माह में खुसूसी दुआ करनी चाहिए । कारी मोहम्मद सगीर आलम हबीबी ने कहा की 12 रबी उल अव्वल को एक वक्त देखकर दरूद-ओ-सलाम की महफिल से हर मस्जिद गुज़ाकर खुसूसी दुआ करें । मौलाना मुफ्ती साकिब अदीब मिस्बाई नायब शहर काजी कानपुर ने कहा जुलूस सामाजिक दूरी के पालन के साथ पूर्व की परंपराओं पर निकलेगा । जुलूस में उलमा कसीस तादाद में शरीक हो मीटिंग में सर्वसम्मति से तय किया गया कि दिनांक 15 अक्टूबर 2020 को दिन 11:00 बजे जिलाधिकारी महोदय को संबोधित ज्ञापन दिया जाएगा । मीटिंग में हाफिज अब्दुल रहीम,मौलाना जियाउर रहमान,कारी अब्दुल मुलतलिब,कारी तय्यब,कारी मोहम्मद कफील,कारी इरशाद बरकाती,मौलाना जुनैद बरकाती आदि मुख्य रूप से सम्मिलित थे ।
नगर में मनाया गया आला हज़रत का उर्स
कानपुर । आला हज़रत इमाम अहमद रजा खान फाजिल-ए–बरेलवी शरियत ओ तरीकत के संगम थे । आपको लगभग पचास से जियादा इल्म पर महारत प्राप्त थी आपने अपनी ज़िन्दगी में हजारों किताबें लिखकर इल्म का एक बड़ा ज़खीरा दिया । विषेश तौर पर कुरान पाक का उर्दू में अनुवाद किया और फतावा-ए-रिजविया जो 30 मोटे भागों में मौजूद है जिसकी रौशनी में आज भी उलमा फतवा जारी करते हैं ।आपके तर्जुमा-ए-कुरान का नाम कन्जुल ईमान है । आपने इश्क-ए-रसूल की जो शमा हमारे दिलों में रौशन की है वह रहती दुनिया तक कोई निकाल नहीं सकता है उक्त विचार मदरसा अशरफुल मदारिस गद्दियाना में आल इंडिया गरीब नवाज़ कोंसिल के तत्वाधान में आयोजित उर्से आला हज़रत के अवसर पर मौलाना मो. हाशिम अशरफी साहब इमाम ईदगाह गद्दियाना ने किया । अशरफी ने कहा कि मुजद्दीदे दीनो मिल्लत आला हज़रत इमाम अहमद रजा खान फाज़िले बरेलवी 10 शव्वाल 1272 हिजरी मोताबिक 14 जून 1856 को बरेली में जन्मे 04 बरस की छोटी उम्र में कुरान मजीद ख़तम किया 06 बरस की उम्र में लोगों के सामने मंच पर तकरीर की उर्दू अरबी फारसी पढने के बाद अपने पिता हज़रत मौलाना नकी अली खान साहब से उच्च सिक्षा प्राप्त किया 13 बरस की उम्र में फरागत प्राप्त की उसी वक़्त से फतवा लिखना शुरू कर दिया आप ने लगभग 50 विषय पर किताबें लिखी इसी लिए आपके छात्र और प्रशंशक समेत विरोधी भी आप को कलम का बादशाह कहा मक्का मदीना के उलमा ने आप का सम्मान किया 25 सफ़र 1340 हिजरी मोताबिक 1921 इसवी जुमा के दिन आप का निधन हुआ आप का मजार बरेली के मोहल्ला सौदागरान में सभी की आस्था का केंद्र है आप पूरी ज़िन्दगी भाई चारे,शांति,मानवता,इंसानियत का सन्देश देते रहे ।मेहमाने ख़ुसूसी खुर्शीद आलम साहब का हार व फूल से शानदार इस्तिक्बाल किया गया इस से पूर्व जलसे का आगाज़ कारी मो. अहमद अशरफी ने कुरान की तिलावत से किया और युसूफ रज़ा ने नात पढ़ी।संचालन हाफिज मो.नियाज़ अशरफ़ी ने की ।मुल्क की तरक्की और अमनो अमान व् कोरोना से निजात के लिए दुआ की गई।इस अवसर पर प्रमुख रूप से मौलाना शकील रसूल बख्श सुब्बा अली मौलाना सुहैब मिस्बाही,मौलाना महमूद हस्सान अख्तर,हाफिज मो.अरशद अशरफ़ी,हाफिज मसूद रज़ा,मौलाना कलीम अहमद,मौलाना अफज़ल हुसैन,मो.कासिम अशरफी,गुलाम गौस,वासिफ़ रज़ा,हाफिज मुश्ताक आदि उपस्थित थे ।
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