कानपुर । वर्ष 2019 की शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में बंद हो चुके कैफे व मोबाइल नंबर अब अभ्यर्थियों के लिए समस्या बन गए हैं बेरोजगारी के इस दौर में अभ्यर्थियों की नियुक्ति पर खतरा मंडराने लगा है बंद हो चुके इन्हीं मोबाइल व कैफे के नंबरों पर बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा ओ टी पी की दिए जाने को लेकर अभ्यर्थी पशोपेश में है उनकी नियुक्ति एवम आवंटन प्रक्रिया पर बंद कैफे और मोबाइल नंबरों की मानो तलवार लटक रही है प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया वाहिनी कानपुर ग्रामीण के जिलाध्यक्ष आनंद शुक्ला ने शिक्षक भर्ती में आ रही समस्याओं पर चिंता व्यक्त करते हुए यह बात कही । उन्होंने बताया कि शिक्षकों की भर्ती परीक्षा 06 जनवरी 2019 को हुई थी।अभ्यर्थियों द्वारा ऑनलाइन आवेदन किए गए थे आवेदकों ने उस समय अपने मोबाइल नंबर लिखे थे । कुछ आवेदकों द्वारा कैफे के नंबरों को फार्म में लिखा गया था डेढ़ वर्ष का लंबा समय बीत जाने के बाद समस्या यह है कि आवेदकों में से कुछ के मोबाइल नंबर तथा कुछ कैफे बंद हो चुके हैं बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा अभी हाल में शुरू हुई आवंटन प्रक्रिया में इन्हीं बंद हो चुके मोबाइल और कैफे नंबरों पर ओटीपी जारी की जा रही है जिससे अभ्यर्थियों को सूचना मिलपाना असंभव है 18 मई से 26 मई तक आवंटन प्रक्रिया चल रही है यह अत्यंत अल्प समय है इस अवधि में छुट्टियां भी है जिससे अभ्यर्थियों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है अतः सरकार को आवंटन प्रक्रिया का समय बढ़ाना चाहिए उधर सरकार ने ऐसे अभ्यर्थियों के लिए जिनके द्वारा लिखे गए कैफे बंद हो चुके हैं और उनके अपने मोबाइल नंबर भी बदल गए है, को राहत पहुंचाने की दिशा में वेबसाइट जारी की है कहा कि अभ्यर्थी ऑनलाइन आवेदन हेतु वेबसाइट https://upbasiceduboard.gov.in/ पर निर्देशों के क्रम में समस्त वांछित अभिलेखों के साथ उपलब्ध कराते हुए अपना मोबाइल नंबर अपडेट करा सकते हैं । लेकिन अभ्यर्थी का यह कहना है कि जारी की गई वेबसाइट पर कोई जानकारी उपलब्ध नहीं हो पा रही है ऐसी स्थिति में बरसों से नौकरी की आस लगाए बैठे अभ्यर्थी दर-दर भटकने को मजबूर है।
सुहैल अहमद सिद्दीकी बने बहुजन मुस्लिम महासभा के अधिवक्ता सभा के प्रदेश अध्यक्ष
लखनऊ । बहुजन मुस्लिम महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष वली मोहम्मद द्वारा एवं राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं प्रवक्ता शेख ताहिर सिद्दीकी की सहमति से आज दिनांक 19/05/ 2020 को संगठन का विस्तार करते हुए चर्चित समाजसेवी एडवोकेट सुहैल अहमद सिद्दीकी को उत्तर प्रदेश अधिवक्ता सभा का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया श्री सिद्दीकी ने कहा एडवोकेट सुहैल अहमद सिद्दीकी कानून के जानकार युवा अधिवक्ता है समाज में गरीब असहाय लोगों की फ्री विधिक सहायता करते रहे हैं उनके संगठन में जुड़ने से संगठन को कानूनी और सामाजिक विस्तार मिलेगा लॉकडाउन को देखते हुए मनोनयन मेल द्वारा किया ।
एडवोकेट सुहैल अहमद सिद्दीकी के मनोनयन पर जिला अध्यक्ष सलमान मंसूरी प्रदेश अध्यक्ष महिला विंग शबी जी प्रदेश अध्यक्ष युवा विंग नसीम सिद्दीकी नगर अध्यक्ष महिला विंग गुलनाज बानो सचिव महिला विंग अतीकुन प्रदेश संयोजक प्रियंका मिश्रा रहनुमा खान आदि लोगों ने नवनियुक्त अधिवक्ता सभा के प्रदेश अध्यक्ष को शुभकामनाएं देते हुए खुशी जाहिर की एवं सभी लोगों ने कोरोना महामारी देश और विदेश से जल्द खत्म हो ईश्वर से प्रार्थना की ।
भवदीय
शेख ताहिर सिद्दीकी
लॉक डाउन में गरीबो के मसीहा बने अजय यादव अज्जू
कानपुर । लॉक डाउन के कारण जैसे जिंदगी ठहर सी गई है,जिसके कारण गरीबो के साथ मध्यम व निम्न मध्यम वर्ग के सामने भुखमरी की नौबत आ गई, ऐसे में मानवता के रक्षको ने भी मानव सेवा के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी हुई है।मानवता के रक्षक भी अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करते हुए गरीबों के राशन का इंतजाम करते चले आ रहे हैं । इसी क्रम में अजय यादव उर्फ अज्जू यादव ने भी मध्यम व निम्न मध्यम वर्ग के राशन और खाने का इंतजाम कर रहे हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार समाजवादी पार्टी लोहिया वाहिनी के प्रदेश सचिव अजय यादव मध्यम व निम्न मध्यम वर्ग के लोगों के घरों में राशन पहुंचाने का कार्य लॉक डाउन के समय से कर रहे हैं ।
विदित हो कि समाजवादी पार्टी के साथ गीता पार्क रामलीला कमेटी में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभाने वाले अज्जू यादव ने लॉक डाउन के समय से ही मानव सेवा को अपना धर्म समझकर निरंतर कार्य किए जा रहे हैं । अजय यादव ने पत्र को बताया जिस तरह केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकार गरीब मजदूरों पर अत्याचार कर रही है उससे मानवता भी शर्मसार हो गई है । उन्होंने आगे कहा जब तक उनके जिस्म में जान है वह मानवता की रक्षा व मानव सेवा करते रहेंगे उन्होंने कहा जब तक लाक डाउन पूरी तरह खुल नहीं जाता गरीब,मध्यम व निम्न मध्यम वर्ग के लिए उनके दरवाजे खुले रहेंगे उसके लिए उन्हें चाहे कुछ भी क्यों ना करना पड़े ।
दुर्घटना मे प्रवासी मजदूरों की मौत पर मुआवजा व सरकारी नौकरी दे सरकार-प्र0सा0पा
कानपुर । प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया वाहिनी ग्रामीण लोहिया अध्यक्ष आनंद शुक्ला ने कहा कि कोविड-19 की महामारी के चलते गांव घर छोड़कर रोजी रोटी की तलाश में शहरों मैं काम कर रहे मजदूर जो लॉक डाउन हो जाने के कारण अपने परिवार के साथ प्रवासी मजदूर अपने अपने घरों को जा रहे थे दुर्घटना में मौत हो गई केंद्र सरकार व प्रदेश सरकार की जिम्मेदारी बनती है प्रवासी मजदूरों को घर पहुंचाया जाए लेकिन दुर्घटना हो जाने पर कहीं ना कहीं सरकार की खामियां नजर आ रही हैं प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया केंद्र सरकार से मांग करती है कि कोविड-19 की महामारी के चलते आम जनमानस का प्रवासी मजदूरों की समस्याओं को देखते हुए बेरोजगार धंधे बंद हो जाने के कारण मध्यम वर्ग के बच्चों की पढ़ाई और घर के खर्चों को चलाने में समस्याएं उत्पन्न हो रही है प्रवासी मजदूरों की मृत्यु ह्रदय विरदारक है कडी धूप मे पैदल चल रहे हैं इन प्रवासी मजदूरों हो रहे क्रूर हादसों के लिए कौन जिम्मेदार है मजदूरों के प्रति सरकार की इतनी लापरवाही क्यों हो रही है दुर्घटना में मृतक प्रवासी मजदूरों के परिजनों को ₹20 लाख का मुआवजा एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी दी जाए जिससे के परिवार का पालन पोषण हो सके ।
समाजवादी यूथ कार्यकर्ताओं ने रोजेदारों तक पहुँचायी इफ्तारी सामग्री
कानपुर । समाजवादी पार्टी यूथ कार्यकर्त्ताओं द्वारा आज रमजान माह के मुबारक मौके पर इस वर्ष कोरोना महामारी के कारण लागू तालाबंदी में जिला प्रशासन के नियमों का पालन करते हुए रावतपुर,रोशन नगर,आनंद नगर,गणेश नगर,काकादेव आदि क्षेत्रों के रोजेदार जरुरतमंद परिवारों को (सामाजिक दूरी का पालन करते हुए) इफ्तार सामग्री का वितरण किया गया समाजवादी पार्टी यूथ ब्रिगेड के पूर्व प्रवक्ता चन्दन गुप्ता द्वारा बताया गया कि समाजवादी पार्टी द्वारा प्रत्येक वर्ष सामूहिक रुप से संगठन द्वारा इफ्तार कार्यक्रम का आयोजन विशाल स्तर पर किया जाता था परन्तु वर्तमान में फैली वैश्विक महामारी नोवेल कोरोना वायरस कोविड-19 के कारण सरकार द्वारा लागू की गयी तालाबंदी के अभाव में संगठन के युवा कार्यकर्ताओं द्वारा अभी तक नियमित रुप से गरीब व निर्धन परिवारों को राशन व खाद्य सामग्री का वितरण किया जाता रहा है परन्तु वर्तमान में रमजान की परिस्थितियों को देखतें हुए सभी युवा समाजवादी साथियों द्वारा आज जिला प्रशासन के नियमों का पालन कर (सामाजिक दूरी को ध्यान में रखते हुए) रावतपुर,गणेश नगर,आनंद नगर,रोशन नगर,काकादेव, बकरमंडी आदि क्षेत्रों के लगभग 50 से अधिक जरुरतमंद परिवारों को रोजा इफ्तार सामग्री का वितरण किया गया है जिस हेतु क्षेत्रीय जनता द्वारा आभार प्रकट किया गया इस अवसर पर पूर्व प्रवक्ता चन्दन गुप्ता,करन यादव,सौरभ पाण्डेय,अर्पित यादव,ऋषि कनौजिया, मो० साहिब वारसी आदि उपस्थित थे।
कांग्रेसियों ने सौपा जिलाधिकारी को ज्ञापन
कानपुर । महानगर कॉंग्रेस कमेटी के अध्यक्ष हर प्रकाश अग्निहोत्री के नेतृत्व में आज कॉंग्रेस जनो ने जिलाधिकारी से उनके आवास पर भेंट कर उन्हें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम संबोधित ज्ञापन दिया । जिसमें हज़ारों मजदूरों को सही सलामत उनके घर तक पहुंचाने के लिए काँग्रेस पार्टी द्वारा उत्तर प्रदेश की सीमाओं पर खड़ी की गई बसों को तत्काल अनुमति देने मांग की गई है । ज्ञापन में मुख्यमंत्री से कहा गया है कि कानपुर महानगर काँग्रेस कमेटी उनका ध्यान काँग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी द्वारा उन्हें लिखे उस पत्र की ओर आकर्षित करना चाहती है जिसमें प्रियंका गांधी ने उन्हें लिखा है कि भूखे प्यासे सैकड़ों हज़ारों किलोमीटर पैदल चल कर आये प्रवासी मजदूर अभी भी हज़ारों की संख्या में उत्तर प्रदेश की विभिन्न सीमाओं पर खड़े हैं । इन मजदूरों को घर तक पहुंचाने की व्यवस्था प्रदेश सरकार को करनी थी जो उसके द्वारा नहीं की गई । राज्य सरकार द्वारा मजदूरों को उनकी घर वापसी की कोई व्यवस्था न किये जाने से आहत प्रियंका गांधी द्वारा बसों की व्यवस्था स्वयं कर दी गई है।ज्ञापन में यह भी कहा गया है उत्तर प्रदेश की सीमाओं पर खड़े हज़ारों मजदूरों के लिए प्रियंका गांधी की पहल पर काँग्रेस पार्टी ने अपने खर्च पर 1हजार बसों की व्यवस्था कर दी है।यह बसें उत्तर प्रदेश की सभी सीमाओं पर लाकर खड़ी कर दी गई हैं।लेकिन मुख्यमंत्री काँग्रेस पार्टी से अपने राजनीतिक विद्वेष वश इन बसों के संचालन की अनुमति नहीं दे रहे हैं।ज्ञापन में कानपुर महानगर काँग्रेस कमेटी ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि 22 मार्च से लगातार सड़क हादसों का शिकार बन रहे भूखे प्यासे बेबस और लाचार मजदूरों के हित में तत्काल निर्णय लें।कानपुर कॉंग्रेस ने मुख्यमंत्री से यह भी कहा है कि अपनी हठधर्मी व कॉंग्रेस पार्टी से अपना राजनीतिक विद्वेष त्याग कर उत्तर प्रदेश की सीमाओं पर काँग्रेस पार्टी द्वारा लाकर खड़ी की गईं 1000 बसों के संचालन की अनुमति तत्काल प्रदान करें. ताकि सभी मजदूर भाई बहिन अपने अपने घरों को सही सलामत पहुँच जाएं ।
जिलाधिकारी को ज्ञापन सौपने के अवसर पर अग्निहोत्री के साथ इकबाल अहमद,अशोक धानविक,राजीव द्विवेदी,अभिनव भट्ट,तुफेल अहमद खां,संदीप चौधरी साथ थे।
राशन दिलाने की मांग को लेकर राष्ट्रीय विकलांग पार्टी ने तहसीलदार को सौपा ज्ञापन
कानपुर । राष्ट्रीय विकलांग पार्टी ने आज विकलांगो,गरीबो को राशन देने की मांग को लेकर कानपुर नगर के तहसीलदार अतुल कुमार को ज्ञापन सौपा ।
राष्ट्रीय विकलांग पार्टी के जिला महासचिव राहुल कुमार ने कहा की कोरोना महामारी में लाक डाउन के कारण बेरोजगारी की मार झेल रहे विकलांग व गरीब भूखमरी के शिकार है।सरकार व प्रशासन द्वारा अभी तक विकलांगजनो को किसी प्रकार की कोई सहायता नहीं दी गयी है ।
राहुल कुमार ने कहा की प्रशासन जल्द ही विकलांग व गरीब व्यक्तियों को राशन नही उपलब्ध कराता है तो तहसीलदार कार्यालय के सामने धरना दिया जाएगा । आज ज्ञापन देने वालो में जिला महासचिव राहुल कुमार,अल्पना कुमारी,अरविन्द सिंह,अशोक कुमार,जौहर अली,बंगाली शर्मा आदि शामिल थे।
सरकार के दावे हुए फेल जनता को राहत पहुंचाने में रहे असफल-आनंद शुक्ला
कानपुर । कोविड-19 के महामारी के चलते आम जनमानस की समस्याओं को देखते हुए समाजवादी पार्टी लोहिया वाहिनी कानपुर ग्रामीण जिला अध्यक्ष आनंद शुक्ला ने कहा कि लाक डाउन बेरोजगार धंधे बंद होने के कारण वर्ग के बच्चों की पढ़ाई और घर के खर्च चलाने में मुश्किल आ रही है बिजली का बिल लोन में राहत देने की मांग करते हुए कहा का अपराध कितना था कि वह गरीब था और चंद्र रुपए के लिए अन्य राज्यों में परिवार के पालन पोषण हेतु गया था धना दयो के लिए विमान सेवा और मजदूरों को पदयात्रा जो अब वही पदयात्रा शव यात्रा बन रही है सरकार मुआवजा देकर संतुष्ट है जो सरकार के खिलाफ विरोध करता हूं । लॉक डाउन,नोटबंदी,मजदूर,जीएसटी पर सरकार की नीतियां फैल रही है जिससे जनता व्यापारी मजदूर सभी लोग पीड़ित हैं। आगे कहा कि पूरे प्रदेश में मजदूर अपने अपने घरों की ओर जा रहे हैं भूखे प्यासे मजदूर अपने परिवार के साथ निकल पड़े हैं सरकार को मजदूरों के लिए नि:शुल्क ट्रेन की व्यवस्थाएं बस की व्यवस्थाएं करनी चाहिए जिससे वह सकुशल अपने घर की ओर जा सकें लेकिन सरकार की सोची समझी साजिश के तहत पुलिस के लाठी डंडे भी खाकर मजदूर चुप है । प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया केंद्र सरकार के बनाए जा रहे मंसूबों का विरोध करती है ।
आर्य नगर विधायक ने 51 दिन तक रसोई पूर्ण होने पर पूजन हवन का आयोजन
कानपुर । सम्पूर्ण लॉक डाउन के समय कोई भूखा न रहे इस प्रयास के तहत चलाई जा रही रसोई के आज 51 दिन पूर्ण होने पर आर्यनगर विधायक अमिताभ बाजपेयी ने भगवान जगन्नाथ स्वामी जी का पूजन सोशल डिस्टेंसिंग पालन करते हुए किया एवं इस महामारी से विश्व की रक्षा तथा कल्याण हेतु प्रार्थना की। भोजन बनाने से लेकर वितरण तक जितने भी सहयोगी शामिल हुए । गरीबो के बाद अब मध्यमवर्गीय परिवारों के सामने भी रोटी का संकट कोविड-19 की बढ़ती चेन तोड़ने के लिए।एक तरफ अनदेखे दुश्मन कोरोनावायरस से जान का खतरा तो वहीं दूसरी ओर बेरोजगारी के कारण भूख की मार इन दोनों तरफ से पड़ती मार से जनता का हौसला भी अब जवाब देने लगा है। पहले भूख का खतरा गरीबों के ऊपर था परंतु अब वही खतरा निम्न मध्यम वर्ग को अपनी गिरफ्त में ले रहा है। इन सारी मुश्किलात को देखते हुए देश व प्रदेश की सरकारें अपने स्तर से कार्य कर रही हैं तो इस मुश्किल समय में सामाजिक लोग भी अपने फर्ज को पूरा करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। इसी क्रम में आर्य नगर विधायक अमिताभ बाजपेई भी अपने दायित्व का बखूबी निर्वहन कर रही हैं अमिताभ बाजपाई ने अब गरीबों के साथ निम्न मध्यम वर्ग को (जो किसी के आगे हाथ नहीं फैला सकता) चिन्हित कर उनके घरों में राशन पहुंचाने का कार्य शुरू कर दिया है।प्राप्त जानकारी के अनुसार बाजपाई ने निम्न मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए आटा तीन प्रकार की दाल, चावल,कड़वा तेल,चाय की पत्ती,नमक,शक्कर आदि के पैकेट बनाकर उनके घरों में पहुंचाने का कार्य शुरू कर दिया है। सपा अमिताभ बाजपेई ने बताया गरीबों के लिए तो हर कोई काम करता है लेकिन निम्न मध्यमवर्गीय परिवारों की तरफ किसी का ध्यान नहीं जाता।उन्होंने कहा यह ऐसे परिवार होते हैं जो किसी के सामने हाथ फैला कर मदद भी नहीं मांग सकते और लाक डाउन के कारण बंद हुए कारोबार से गरीबों के साथ उन परिवारों के सामने भी पेट भरने की मुश्किल खड़ी हो गई है । अमिताभ बाजपेई ने आगे कहा यही सोचकर उन्होंने यह निर्णय लिया कि गरीबों के साथ उन मध्यमवर्गीय परिवारों की मदद भी की जाए जो इस समय सहायता के असल हकदार हैं,आर्य नगर सपा विधायक अमिताभ बाजपेई ने उन परिवारों को चिन्हित करने और उन तक राशन पहुंचाने का कार्य किया । जो जरूरतमंद परिवारों को चिन्हित कर चुपचाप उनके घरों में राशन पहुंचाएंगे,जिससे उन परिवारों की समाज में इज्जत भी बनी रहे और उनकी मदद भी हो सके।विदित हो कि सपा विधायक ने लाक डाउन शुरू होने के समय से ही अपनी विधानसभा में जनता किचन की स्थापना भी की हुई है जहां रिक्शा चालक दिहाड़ी मजदूर व गरीब परिवार भूख के कारण अपने पेट में लगी आग बुझाते हैं,सपा नेता इस के इस जनता किचन में भी लगभग 3000से 4000लोगों का भोजन तैयार किया जाता है। साथ ही साथ विधायक ने यह भी बताया कि सरकार द्वारा लॉक डाउन के चौथे चरण के दिशा निर्देश के अनुसार रसोई का कार्य किया जाएगा ।
श्रमिकों को मदद करने के लिए हमें 1000 बसों को चलाने की अनुमति दे सरकार-प्रियंका गांधी
●महासचिव प्रियंका गांधी ने योगी आदित्यनाथ को भेजा पत्र, बसें चलाने के लिए कांग्रेस को अनुमति दे सरकार
●राष्ट्रनिर्माता मजदूरों को इस तरह नहीं छोड़ा जा सकता, काँग्रेस पार्टी इनकी मदद करने के लिए प्रतिबद्ध है-प्रियंका गांधी
●प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के नेतृत्व में प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री कार्यालय को दिया महासचिव का पत्र
लखनऊ, 16 मई 2020। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर मजदूरों के लिए बसें चलाने की अनुमति मांगी है।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू और विधायक दल नेता आराधना मिश्रा मोना के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल मुख्यमंत्री कार्यालय पहुंचकर महासचिव का पत्र मुख्यमंत्री कार्यालय को दिया। प्रतिनिधि मंडल में नसीमुद्दीन सिद्दीकी, आरके चौधरी और श्याम किशोर शुक्ला शामिल थे।
पत्र में यूपी प्रभारी महासचिव प्रियंका गांधी ने लिखा है कि लाखों की संख्या में उत्तर प्रदेश के मजदूर देश के कोने-कोने से पलायन कर वापस लौट रहे हैं। लगातार सरकार द्वारा की गई घोषणाओं के बावजूद पैदल आ रहे इन मजदूरों को सुरक्षित उनके घरों तक पहुंचने की कोई व्यवस्था नहीं हो पाई है।
उन्होंने पत्र में कहा है कि प्रदेश में अब तक क़रीब 65 मजदूरों की अलग अलग सड़क दुर्घटनाओं में मौत हो चुकी है जोकि सूबे में कोरोना महामारी से मरने वालों की संख्या से भी अधिक है।
प्रियंका गांधी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेजे गए पत्र में लिखा है कि पलायन करते हुए, बेसहारा प्रवासी श्रमिकों के प्रति कांग्रेस पार्टी अपनी ज़िम्मेदारी निभाने हुए 500 बसें गाज़ीपुर बार्डर गाज़ियाबाद और 500 बसें नोएडा बार्डर से चलाना चाहती है। इसका पूरा खर्चा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (AICC) वहन करेगी। महामारी से बचने के सब नियमों का पालन करते हुए प्रवासी श्रमिकों को मदद करने के लिए हम 1000 बसों को चलाने की आपसे अनुमति चाहते हैं ।
पत्र के अंत में उन्होंने लिखा है कि राष्ट्रनिर्माता मजदूरों को इस तरह नहीं छोड़ा जा सकता है। भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस पार्टी इनकी मदद करने के लिए प्रतिबद्ध है।
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