कानपुर । गत महीने बर्रा थाना क्षेत्र निवासी संजीत यादव के अपहरण युक्त हत्या में परिवार को इंसाफ न मिलने पर संजीत यादव के परिवार ने इंसाफ की आस में सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव से उनके लखनऊ स्थित कार्यालय में मुलाकात कर आपबीती बताई ।
संजीत यादव की हत्या की दास्तान सुनकर सपा सुप्रीमो भावुक हो उठे।उन्होंने पीड़ित परिवार को आश्वस्त किया कि समाजवादी पार्टी पीड़ित परिवार के साथ है।पीड़ित को इंसाफ दिलाने के लिए समाजवादी कार्यकर्ता कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।अखिलेश यादव ने पीड़ित परिवार की ₹2 लाख की आर्थिक सहायता भी की । उन्होंने कहा जिस परिवार का लाल अपराधियों ने छीन लिया हो उसकी ₹2 लाख से तो भरपाई नहीं हो सकती।उन्होंने संजीत यादव की हत्या के बाद लाश ना बरामद होने पर प्रदेश की योगी सरकार को निकम्मा तक कह डाला।उन्होंने प्रदेश सरकार पर हमला बोलते हुए कहा जो सरकार अपराध रोकना तो दूर अपराध के बाद उसका सबूत तक न जुटा सके वह अपराधियों को क्या सजा दिला सकेगी ।
उन्होंने प्रदेश में बढ़ते अपराध पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा जब से प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी है तब से उत्तर प्रदेश अपराध प्रदेश बन गया है । आज देश के किसी कोने का अपराधी,माफिया हो उत्तर प्रदेश उसके लिए सुरक्षित पनाहगाह बन चुका है । पूरे प्रदेश में हत्या,लूट,डकैती व बलात्कार की घटनाएं बढ़ी है । जिस को रोकने में प्रदेश की योगी सरकार पूरी तरह नाकाम हुई है । उन्होंने कहा इसका एक प्रमुख कारण भी है । जिस किसी अपराधी,माफिया या बलात्कारी का नाम आता है उसके पीछे किसी भाजपा नेता का भी नाम जुड़ा होता है । उन्होंने आगे कहा जब सत्ता की चाभी अपराधी,माफियाओं व बलात्कारियों के हाथ में होगी तो पीड़ित को इंसाफ मिलना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन हो जाता है।पीड़ित परिवार को सपा सुप्रीमो से मिलवाने का श्रेय नवनियुक्त सपा नगर अध्यक्ष मोहम्मद इमरान इदरीसी को जाता है।वह पीड़ित परिवार को अपने साथ लखनऊ ले गए जहां उन्होंने पीड़ित परिवार की अखिलेश यादव से मुलाकात कराई । इस मौके पर पीड़ित परिवार के साथ समाजवादी पार्टी के आदि लोग साथ रहे ।
अखिलेश जी का अपमान नहीं बर्दाश्त : अभिमन्यु गुप्ता
कानपुर । समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पुलिस क्षेत्राधिकारी कैंट कार्यालय में फ़िल्म प्रकाश दुबे कानपुर वाला के निर्माता कम्पनी गोल्डन बर्ड पिक्चर्स व निर्देशक आकाश सिंह गहरवार के खिलाफ सपा प्रमुख व पूर्व मुख्यमंन्त्री अखिलेश यादव की साज़िश के तहत सस्ती टीआरपी हासिल करने के लिए छवि धूमिल करने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज करने व फ़िल्म का प्रसारण रोकने की मांग की । सपा के निवर्तमान प्रदेश उपाध्यक्ष अभिमन्यु गुप्ता ने तहरीर देते हुए बताया की कानपुर के बिकरु हत्याकांड व विकास दुबे एनकाउंटर पर गोल्डन बार्ड पिक्चर्स ने ‘प्रकाश दुबे कानपुर वाला’ नाम से फ़िल्म का निर्माण किया है । इसका निर्देशन आकाश सिंह गहरवार ने किया है । इस फ़िल्म के ट्रेलर के दौरान एक हैरान करने वाला झूठ देखने को मिला जब सपा प्रमुख मा अखिलेश यादव जैसी वेशभूषा पहने एक अभिनेता से फ़िल्म में कहलवाया जा रहा है कि “प्रकाश दुबे इनोसेंट है” ताकि फ़िल्म के द्वारा सपा प्रमुख अखिलेश यादव के लिए लोगों को गुमराह किया जा सके । सपा अध्यक्ष मा अखिलेश यादव ने कभी इस तरह का बयान विकास दुबे के लिए नहीं दिया । फ़िल्म में वह शख्स हूबहू अखिलेश यादव जी के चरित्र को बेहद घटिया तरीके से पेश कर रहा है । इस फ़िल्म में विकास दुबे के एनकाउंटर को पुलिस द्वारा जानबुझकर हत्या दिखाया गया है जबकि उत्तर प्रदेश पुलिस के एडीजी से लेकर कानपुर के आईजी,एसएसपी सबने इसको एनकाउंटर ही बताया है न कि हत्या । पुलिस के मुताबिक कानपुर लाते वक़्त विकास ने भागने की कोशिश की थी और उस ही दौरान मुठभेड़ में वो मारा गया । जबकि इस फ़िल्म में दिखाया गया है कि पुलिस ने गाड़ी से उतारकर उसको गोलियां मार दीं । तो यह फ़िल्म पुलिस के सच को ही झूठा साबित कर रही है और पुलिस के आला अफसरों को ही झुठला रही है । सपा नेता अभिमन्यु गुप्ता ने कहा की मा अखिलेश यादव जी जैसे दिखने वाले शख्स से यह कहलवाना एक पब्लिसिटी स्टंट है । अखिलेश यादव की छवि को जानबूझकर नुकसान पहुंचा कर फ़िल्म निर्माता व निर्देशक अपनी टीआरपी बढ़ाना चाहते हैं । यह घटिया स्तर का काम है । अभिमन्यु गुप्ता ने माँग रखी की तत्काल फ़िल्म के प्रसारण पर रोक लगाते हुए फ़िल्म से इस झूठ को हटाया जाए और साज़िश के तहत सपा प्रमुख अखिलेश यादव की छवि धूमिल करने के प्रयास के अपराध में दोषियों पर मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही की जाए । फ़िल्म निर्माता व निदेशक को गिरफ्तार करने की मांग भी रखी गई । अभिमन्यु ने कहा कि कार्यवाही न होने पर सड़क पर उतर के विरोध किया जाएगा । अभिमन्यु ने कहा की अपने जीते जी तो अपने नेता अखिलेश यादव के लिए घटियापन बर्दाश्त नहीं करेंगे । देश के सबसे ईमानदार नेता,करोड़ों गरीबों,युवाओं, किसानों व व्यापारियों की एकमात्र आवाज़ अखिलेश यादव की छवि धूमिल करने की हर साजिश को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा । अभिमन्यु गुप्ता के साथ सहज प्रीत सिंह,मनोज चौरसिया,शेषनाथ यादव,डॉ जुबेर आदि थे ।
एवेंजर्स 4 का ट्रेलर 7 दिसंबर को
मुसद्दीक़ शौकत
हॉलीवुड । अवेंजर्स 4 एक हॉलीवुड मूवी प्रशंसकों को बहुत उत्साहित कर रही हैं और उनके पास होने के सभी कारण हैं। एवेंजर्स 4 का ट्रेलर अब भी किसी भी समय रिलीज हो सकता है, हालांकि, तिथि हर हफ्ते बदल रही है।
इससे पहले, यह कहा गया था कि ट्रेलर 5 दिसंबर को जारी किया जाएगा, लेकिन अब खबर यह हैं कि इसे 7 दिसंबर को स्थानांतरित कर दिया गया है। पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज एच बुश के अंतिम संस्कार को इसके पीछे कारण माना जाता है।
नई तारीख को अंतिम तिथि कहा जाता है। द डिस्नाइडर के स्काईलर शूलर, सुपरब्रोमोवियों से डैनियल आर और एमसीयू कॉस्मिक के जेरेमी कॉनर्ड द्वारा इसकी पुष्टि की गई थी। लेकिन मार्वल ने अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की है।
यह अगले शुक्रवार को 7 दिसंबर
यह अगले शुक्रवार को 7 दिसंबर 2018 को आ रहा है और भारत मे भी 7 दिसंबर को आएगा। कई प्रशंसकों ने कहा कि हम ट्रेलर के अंत में एवेंजर्स 4 का नाम यानि टाइटल भी देखेंगे। अब देखते हैं कि आगे क्या होगा
# एवेंजर्स 4
यूएनटी समाचार
ट्विटर ने अनोखे अंदाज में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दी बर्थ-डे की बधाई
ट्विटर ने अनोखे अंदाज में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दी बर्थ-डे की बधाई
नरेंद्र मोदी आज 68 साल के हो गए हैं। उनके जन्मदिन के खास मौके पर देश के आम से लेकर खास वर्ग तक हर कोई उन्हें इसकी बधाई दे रहा है। उनके मंत्रिमंडल के सदस्यों समेत देश के अलग-अलग राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने भी जन्मदिन की बधाई दी है।
माइक्रो ब्लागिंग वेबसाइट ट्विटर ने भी प्रधानमंत्री को खास अंदाज में बर्थ-डे विश किया है। ट्विटर ने पीएम मोदी को जन्मदिन पर उनके पेज पर बर्थ-डे विश करने वाले रंगीन गुब्बारों से बधाई दी। जब आप @Narendra Modi ट्विटर हैंडल पर विजिट करेंगे तो आपको वहां रंग-बिरंगे बलून बर्थ-डे विश करते दिखेंगे।
बता दें कि ट्विटर पर नरेंद्र मोदी के 43।9 मिलियन यानी चार करोड़ 39 लाख फॉलोअर हैं। वहीं मोदी खुद 2 हजार से ज्यादा लोगों को फॉलो करते हैं। खास बात है कि प्रधानमंत्री जिन्हें फॉलो करते हैं उनमें खास लोगों के अलावा आम लोग भी शामिल हैं, जिन्हें ज्यादातर लोग जानते नहीं हैं। पीएम मोदी राजनीति, समाज, खेल, मनोरंजन जगत सहित जीवन के हर क्षेत्र से जुड़े लोगों को फॉलो करते हैं।
इसके अलावा उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल से अभी तक 2 लाख से ज्यादा मैसेजेस को ट्वीट और री-ट्वीट भी किया है। ट्विटर पर फॉलोअर्स और लोकप्रियता के मामले में मोदी चुनिंदा 3 राजनेताओं में शामिल हैं। इस सूची में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप चोटी पर हैं।
*दूत पर PM Modi News:*
शहर में फल फूल रहा है अवैध सीएनजी गैस किट का कारोबार
आरटीओ, क्षेत्रीय पुलिस बनी गान्धारी
आला अधिकारी कर रहे है किसी बड़ी घटना का इंतेज़ार
ध्रुव ओमर
कानपुर । आज के युग मे हर व्यक्ति अपनी जिंदगी लक्सरी स्टाइल में जीना चाहता है । कहीं हद तक वो कामयाब भी है। लक्सरी जिंदगी जीने के लिए वो सभी सुख सुविधाओ को हासिल करने की कोशिशों में लगा रहता है। इसी लक्सरी ज़िंदगी का एक स्टेटस सिम्बल बन चुकी चार पहिया वाहन । इस प्रतियोगिता के दौर में जहाँ महगें से महगें नए नए चार पहिया वाहन मार्किट में कम्पनियां उतार रहीं हैं । पेट्रोल से चलने वाली ये चार पहिया वाहन ठीक उसी तरह है जैसे की हाथी खरीदना आसान है पर उस को खाना खिलाना मुश्किल । पेट्रोल के बढ़ते दाम जहां आज के व्यक्ति की लक्सरी जिंदगी में व्यवधान पैदा कर रहे हैं । यहां पे अर्थ शास्त्र का वो नियम लागू होता है कि आवश्यकता आविष्कार की जननी है । पेट्रोल के बढ़ते दाम के कारण कुछ समय पहले एलपीजी गैस (घरेलू गैस सिलेंडर) से चार पहिया वाहन चलने लगे इस के फौरन बाद ही 2006 में शहर में सीएनजी गैस से चार पहिया वाहन चलने लगे सीएनजी गैस से गाड़ी चलाने के लिए गाड़ी के इंजन में सीएनजी गैस किट लगने लगी जिस को लगाने के लिए कानपुर शहर में अधिकृत सीएनजी सिलेंडर टेस्टिंग सेंटर्स कुल 11 कंपनियों को मान्यता दी लेकिन यहीं पे लक्सरी ज़िंदगी जीने की इच्छा रखने वाला व्यक्ति अपनी व अपने परिवार की ज़िंदगी मौत से कुछ ₹ की लालच में समझौता कर लेता है। सरकार द्वारा सीएनजी किट रिट्रोफिटमेंट के केंद्रों को लगाने की मान्यता देने वाली कंपनी से न लगवा के अवैध तरह से शहर में लगा रही कंपनियो से लगवा के अपनी व अपने परिवार की जिंदगियों से खिलवाड़ कर रहे हैं । जिस का जीता जागता सबूत है कि आये दिन रोड पे चलती गाड़ियों में आग लगने की सूचना आप सभी को समाचार पत्रों में पढ़ने को मिलती है। अभी बीते दिनों में ही नोबस्ता हमीरपुर रोड पे चलती वैन में अचानक आग लग गई चालक गाड़ी सड़क किनारे खड़ी कर के भाग गया सीएनजी गैस किट लगी होने से सिलेंडर फटने के डर से यातायात रोक दिया गया था । प्रत्यक्षदर्शियों के माने तो वैन चालक घटनास्थल से कुछ कदमदूर सीएनजी पम्प से गैस भरा कर नोबस्ता से हमीरपुर रोड जा रहा था तभी ये हादसा हुआ। इस तरह के हादसे आये दिन होते रहते हैं । लेकिन अफसोस कि बात है इस से सम्बंधित विभाग आरटीओ और उस के अधिकारी एवं क्षेत्रीय पुलिस गान्धारी बने हुए हैं और शहर में अवैध गैस किट लगाने का कारोबार खूब चल रहा है वही इस अवैध कारोबार करने वाले लोगों की जिंदगियों से खिलवाड़ एवं सरकारी राजस्व का नुकसान कर रहे हैं वैसे तो शहर में अवैध गैस किट लगाने वाले हर चौराहे पे मौजूद है लेकिन जो खुले आम और दबंगई से गैस किट लगा रहे हैं उन में से प्रमुख चुन्नी गज स्थित एस. एस. मोटर्स, साईं मोटर्स, हर्ष मोटर्स हैं।आश्चर्य की बात है कि ये सब मैन रोड पे खुले आम ये अवैध कारोबार कर रहे हैं और क्षेत्रीय पुलिस क्यों मूकदर्शक बनी हुई है ?
एस. एस. मोटर्स चुन्नीगंज के मालिक वसीम अहमद व अबरार अहमद है सूत्रों की माने तो इन पे कई आपराधिक मामले दर्ज है । इन की सेटिंग इतनी ऊपर तक है कि ये स्कूल वैनों के मालिकों को अपने यहां गैस किट लगवाने की पूरी जिम्मेदारी लेते हैं कि तुम्हारी वैन को कोई भी आरटीओ अधिकारी नही पकड़ेगा। अब ये इन की सेटिंग है या सुविधा शुल्क
अभी कुछ ही सालों पहले ये दोनों शहर के ही एक अधिकृत डीलर के पास काम करते थे ।काम सीखने के बाद दोनों ने मिल कर इस अवैध कारोबार की शुरूआत की और देखते ही देखते इन दोनों ने कुछ ही समय मे इस अवैध कारोबार से अपनी अकूत सम्पत्ति बना ली है और महंगी कारो को रखना अपना शौक बना लिया है ।
इस मे कोई शक नही की इन के अवैध कारोबार को क्षेत्रीय पुलिस और आरटीओ का वरदहस्त प्राप्त है और जब तक कोई बड़ी घटना नही होगी तब तक शहर के आला अधिकारी नींद से नही जागेंगे और
तब तक इन की दबंगई और इन का ये काला कारोबार फलता फूलता रहेगा।
मेरे संज्ञान में ऐसा कोई मामला नही है । और हमने अपनी वेबसाइट एवं सी.एन.जी. स्टेशन पर रजिस्टर्ड डीलर की जानकारी दे रखी है इसके बाबजूद अगर पब्लिक किसी और कहीं से लगवा ले तो इसके जिम्मेदार हमारे विभाग नही होगा
और अगर कोई आर.टी.ओ.अधिकारी की अगर मिलिभगत से ये हो रहा है तो सख्त कार्यवाही की जाएगी
आदित्य कुमार
ए आर टी ओ (प्रशासन)
ईद के उत्साह में महंगाई की मार पड़ी फीकी चाँद रात में लौटी रौनक
*ईद के उत्साह में महंगाई की मार पड़ी फीकी बाज़ारो में लौटी रौनक*
*(मो0 नदीम) के साथ एम एम सिद्दीकी की रिपोर्ट*
कानपुर-रमजान के पवित्र इबादती महीने के खत्म होने की कगार पर पहुचते ही लोगो मे ईद की तैयारियों में एक अलग ही कौतूहलता नजर आने लगती है हर किसी मे एक अलग ही उत्साह देखने को मिलता है बाज़ारो की रौनक देखते ही बन रही है रेडीमेड कपड़ो की दुकानों से लेकर सेवई सजावट मेवे आदि दुकानों और भीड़ उमड़ पड़ी है ईद पर घरो को सजाने व मेहमानों के सवागत की तैयारियो को लेकर महिलाए तैयारियो में व्यस्त हो गई है ईद के उत्साह में लोगो ने महंगाई को भी दरकिनार कर दिया है मुस्लिम समुदाय में ईद सबसे बड़े त्योहार व रमज़ान में ईश्वर की इबादत के फलस्वरूप मिले तोहफे के रूप में मनाया जाता है इसीलिए ईद पर्व को बड़े धूमधाम से मनाया जाता है बच्चे बूढ़े सभी घुलमिलकर ईद की खुशियां बाटते है माह रमजान में रोज़े रखने के बाद रोज़ेदारों को ईद का बड़ी बेसब्री से इंतजार रहता है इस बार फिर से वो घड़ी आ गई है शहर के प्रमुख बाज़ारो में भीड़ का आलम ये है लोगो को पैर रखने के लिए भी जगह नही मिल रही है यही शहर के छोटे इलाको में लगने वाली बाज़ारो का भी है सबसे ज्यादा भीड़ कपड़े,सेवई,सुतफेनी,चूड़ी वाली दुकानों पर लग रही है
*इस बार फिर बढ़ी बनारसी सिवई की डिमांड*
ईद में जबरदस्त दुकानदारी के मद्देनजर लगभग प्रत्येक गली में सेवइयों की दुकाने सजी हुई है अलग अलग क्वालिटी की सेवइयां व सुतफेनी दुकानदारों ने सजाई हुई है इनके मूल्य भी अलग अलग तय शुदा है वैसे तो बाजार में कई तरह की सिवइयां उपलब्ध है जैसे सादी बादामी किमामी लेकिन बनारसी सिवई इस बार भी लोगो की पहली पसंद बनी हुई है अन्य सिवइयां जहा 50 से 60 रु0 में आसानी से उपलब्ध है वही बनारसी सिवईयो की कीमत इनसे लगभग दुगुनी है 100 से 120 रु0 होने के बावजूद होने के बावजूद लोग धड़ल्ले से इसकी खरीदारी जोरो से कर रहे है दुकानदारों का कहना है अन्य सिवइयों के मुकाबले बनारसी सिवई की डिमांड कई गुना अधिक है
*युवतियो की नजर को भा रहा गाउन रूपी लहंगा*
शहर के बाज़ारो में सबसे अधिक भीड़ कही नजर आएगी तो वो है कपड़ो की दुकानों में बच्चो से लेकर बड़ो तक सभी ईद की खरीदारी में जोर शोर से लगे हुए है महंगाई के बावजूद लोग कपड़ो की खरीदारी में दिल खोलकर खर्च कर रहे है ज़्यादातर दुकानों में महिलाओं संग बच्चो की भीड़ देखी जा रही है चौड़ा पैचा सूट गाउन लहंगा युवतियो की पहली पसंद बना हुआ है हालांकि चौड़ा पैचा सूट नया लुक डिजाइन होने के कारण युवतियां कम ही हाथ रख रही है लेकिन गाउन की कई वैराइटी होने के कारण हाथोहाथ बिक्री हो रही है बच्चो को पठानी सूट भी खूब भा रहे है युवा जीन्स टी शर्ट के साथ डिजाइनर कुर्ते पाजामे खरीदारी करते काफी तादाद में देखे जा रहे है हालांकि, बाज़ारो में बढ़ती महंगाई की मार से कपड़ो की कीमत 1500 सौ से लेकर पाँच हजार से ऊपर तक है फिर भी लोग हँसी खुशी अपनी जेब के हिसाब से दिल खोलकर खर्च कर रहे है
खोया बाजार व्यपार मंडल के आगे मूलगंज पुलिस नतमस्तक
वैसे तो पूरा शहर अतिक्रमण से ग्रस्त है परन्तु सब से ज्यादा दिक्कत जब होती है जब क्षेत्रीय लोगो को उन तंग गलियों से अपने मरीजों को अस्पताल ले जाने की आवश्यकता पड़ती है और क्षेत्रीय पुलिस सुविधा शुल्क के चलते इस जन समस्या की ओर जानबूझ का आंख बंद कर लेती है ।हम बात कर रहे है शहर के सब से पुराने प्लास्टिक के बर्तन,इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, तथा खोया मंडी स्थित बाजारों की । यहां के दुकानदारों द्वारा किये गए अतिक्रमण के कारण से आम जनता और मरीजो को जाम से काफी मशकत उठानी पड़ती है चंद कदम दूर दो अस्पताल रवि टण्डन,ओर योगेश टण्डन दवाखाना होने के बावजूद दुकानदारो द्वारा फुटपाथ घेरकर दुकान सजाना ओर सोने पर सुहागा तब जब दुकान में कस्टमर आने पर दुकान के सामने अपनी वाहन खड़ी कर लेना ।आय दिन व्यपारियो का माल लाने और ले जाने के लिए ई-रिक्शा ,टेम्पो ,ओर ट्राली रिक्शा द्वारा जाम लगाना आम बात है । ये समस्या जब और बढ़ जाती है तब यहाँ खाद्य पूर्ति अधिकारियों का छापा पड़ता है ।
जब आम लोगो द्वारा इसका विरोध किया जाता है तो आम जनता से दुकानदार लड़ने को उतारू हो जाते है ।जब उन व्यापारियों से क्षेत्रीय पुलिस से शिकायत की बात कहो तो बड़े रौब से कहते हैं बुला लो हमारा कुछ नही होगा हमारा थाना बंधा हुआ है । होता भी वैसा ही है जब सूचना पर पुलिस आती है तब उलटा विरोध करने वाले के ऊपर पुलिस द्वारा दबाव बनाकर मामला रफादफा कर दिया जाता है सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार व्यपार मंडल द्वारा शुल्क भी थाने भेज जाता है । यहां का व्यापार मंडल अपने व्यापारियों के लिए तो आम आदमी से लड़ता है लेकिन गाड़ियों की स्टैंड की व्ययस्था की लड़ाई नही लड़ता तथा व्यापारियों द्वारा अतिक्रमण के लिए गन्धारी बन जाता है व्यपारियो ओर पुलिस की मिली भगत के चलते कभी भी थाना अध्यक्ष अपने क्षेत्र का राउंड भी नही करते है । परन्तु जैसे ही तय सीमा से शुविधा शुल्क क्षेत्रीय थाने नही पहुचता है तो वहां खाकी वर्दी की चहल पहल बड़ जाती है क्षेत्रीय निवासी समझ जाते है कि समय सीमा पार हो चुकी है और नज़राना अभी नही पहुँचा है ।
सिस्टम की भेंट चढ़ता महिलाओं का सम्मान
मो. शोएब/अकबर
कानपुर । महिलाओं के सम्मान में,…… मैदान मे, बेटी बचाओ,बेटी पढ़ाओ ये स्लोगन सुनने और लगाने में अच्छे लगते हैं । ये स्लोगन सिर्फ बेईमानी हैं बीते फरवरी माह के मुकाबले मार्च माह में जिस तरह से महिला उत्पीड़न के मामले सामने आए हैं वो युवतियों के लिये अच्छे संकेत नही हैं तथा शहर के आला अधिकारियों के लिए ये एक चिंता का विषय है। अगर इस ओर ध्यान नही दिया गया तो और भी भयावह स्तिथि हो सकती है । शहर में तो महिला उत्पीड़न के बहुत मामले हैं लेकिन दो मामले एक ही थाने (कल्याण पुर)ऐसे हुए जो आत्मा को झकझोर देने वाले हुए पहला एक मजदूर की माँ अपने बेटे की लाश (संदिग्ध परिस्तिथियों में मौत) सड़क पे रख के विरोध प्रदर्शन कर रही थी उस को तत्कालीन थाना अध्यक्ष उस बूढ़ी मां का पीछे से गिरेबाँ पकड़ कर बीच सड़क पे खींचते हुए ले गए थे जिस का फोटो और वीडियो सोशल मीडिया के वायलर हुआ था महिलाओं की दुहाई देने वाले तथा मातहत अधिकारी अगर उस घटना को महिला सम्मान की दृष्टि से देख कर सख्त कार्यवाही की होती तो शायद उसी थाने में ऐष्वर्य वाली ह्रदयविदारक घटना ना होती
ऐश्वर्या वो एक होनहार छात्रा थी। अभी उस ने इस कठोर दुनिया को 24 साल ही देखा था वोअपने मां बाप की दुलारी…वो अपना और अपने बाप का नाम रोशन करना चाहती थी उस ने कंप्यूटर इंजीनियर बनने का सपना देखा था । अपने सपने को साकार करने के लिए वो तेजी से आगे भी बढ़ रही थी, लेकिन अचानक उसके सारे सपने चकनाचूर हो गए। क्योंकि उस के साथ के ही सहपाठी की ओझी हरकतों ने उस का ने जीना दूभर कर दिया..उस ने उन लड़कों को सबक सीखाने के लिए आवाज़ उठाई उस की आवाज़ उठाने में उस के प्यारे पापा उस के साथ थे जो उस को हौसला दे रहे थे । हर कदम पर उसने अपनी आवाज उठाई,अपनी तकलीफ बताई जिम्मेदार पद पर बैठे लोगों को उनकी ड्यूटी याद दिलाई अफसोस ज़िम्मेदार पद पर बैठी एक महिला ने भी उस का दर्द नही समझा लेकिन उसे क्या पता था कि वह जिसे आवाज़ दे रही है वो मातहत लोग सोए हुए हैं वो खाली आवाज़ से नही उठते और बिल्कुल वैसा ही हुआ । क्योंकि वो नादान लड़की नही जानती की आवाज़ बिना सुविधा शुल्क,बिना खादी या कोई एप्रोच के ऊपर तक पहुँचने के बजाय उस के घर तक सीमित रह जायेगी ।और उस की आवाज़ घर की चार दीवारी में ही रह गई और चली गई दुनिया को अलविदा कह कर। उस ने आत्म हत्या नही की बल्कि लोकतंत्र,सिस्टम की हत्या हुई है
बताते चले की मृतका ऐश्वर्या शर्मा पुत्री डा० दिनेश शर्मा निवासी आदर्श नगर कानपुर यूनिवर्सिटी की बीसीए द्वितीय वर्ष की छात्रा थी| लड़की के ही क्लास मे पढ़ने वाला अनिकेत दीक्षित और बीसीए तृतीय वर्ष का अनिकेत पांडे मृतिका से काफ़ी समय से उससे दोस्ती करने का दबाव बना रहे थे और विरोध करने पर उसका पीछा करते हुए उसपर अश्लील फब्ब्तिया करते थे जिससे तंग आकर लड़की ने घर मे आत्महत्या कर ली|
पीड़ित परिवार के अनुसार बीते फ़रवरी माह की 6 तारीख को यूनिवर्सिटी के दो छात्र अनिकेत दीक्षित और अनिकेत पांडे के खिलाफ यूनिवर्सिटी प्रशासन और पुलिस मे भी शिकायत दर्ज कराई थी| लेकिन यूनिवर्सिटी की एचओडी ममता तिवारी ने लड़की के उपर ही दबाव बनाया और उसको दोषी लड़को के साथ सस्पेन्ड करने की धमकी दी जिससे ऐश्वर्या बुरी तरह से डर गयी थी| यूनिवर्सिटी प्रशासन के साथ ही चौकी इंचार्ज ने भी ऐश्वर्या के उपर दोषी लड़को के साथ समझौता करने का दबाव बनाया तथा उस के पापा से ज़बरदस्ती समझौता लिखा लिया जिससे से उस की इंसाफ की आखरी उम्मीद भी टूट गई और बीते 2 अप्रैल को आत्महत्या का रास्ता चुन लिया|
उक्त मामले में शासन स्तर पर भी कार्यवाही को ले कर भारी दबाव था जिस कारण पुलिस ने बीसीए विभागाध्यक्ष डॉ ममता तिवारी,विश्वविद्यालय चौकी इंचार्ज अजय मिश्रा एवं आरोपी अनिकेत दीक्षित तीनों को गिरफ्तार कर लिया कोर्ट ने इन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया फरार आरोपी अनिकेत पांडेय पर दस हज़ार ₹ का इनाम घोषित किया गया । इसी मामले में पूर्व विवेचक व कल्याण पुर इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया गया है । तथा शहर में कैंडिल मार्च, शौक सभा का दौर चालू है
हर बड़ी घटना के बाद सरकारी जन तंत्र कुछ समय के लिए जाग उठता है ऐसा ही कुछ इस ह्रदयविदारक घटना के बाद होता नजर आ रहा है एसएसपी ने इस मामले की जांच कल्याण पुर से बिठूर थाना प्रभारी तुलसीराम पांडेय को ट्रांसफर कर दी है । तथा पूरे मामले में पुलिस की भूमिका की जांच सीओ कर्नलगंज मनोज गुप्ता को सौपी है ।छात्राओं के उत्पीड़न और समस्याओं को सुनने के लिए ऐश्वर्या के नाम से एक कमेटी के गठन के लिए कुलपति ने सहमति दी है तथा कैंपस में महिला पुलिस की तैनाती का भी आश्वासन मिला है ये सब कितना सही साबित होते है ये समय के गर्भ में है
नशे की आग में सुलगता युवा
ध्रुव ओमर
कानपुर । बदलते परिवेश में ,व्यापार की प्रतिस्पर्धा में जहाँ नगरवासियों को लाभ होता है वही कुछ व्यापारी इस प्रतिस्पर्धा का गलत फायदा उठाते है । वर्तमान समय मे शहर में नशाखोरी का मकड़ जाल फैलता जा रहा है नशे का व्यापार करने वाले युवाओं को नशे का लती बनाने के लिए नए नए हथकंडे अपना रहे हैं । नशे की तपिश में जहां कानपुर का युवा सुलग (बर्बाद हो) रहा है, । शहर की हर गली के नुक्कड़ में नशे की दुकान सज रही है और समाज का हर तबका खुलेआम इस का शिकार हो कर अपने भविष्य को डुबो रहा है। वहीं शहर की पुलिस गन्धारी बनी हुई है
शहर में कई बाजारों में खुले आम परचून की दुकानों सहित पान की गुमटियो में छोटे छोटे पैकेट में ब्रांडेड भांग एवं चरस भर के पीने वाला कागज़ खूबसूरत पैकिंग में गोगो के नाम से बिक रहा है। सिगरेट-पान की दुकान चला रहे दुकानदार खुद ही केमिस्ट बनकर भांग के गोले को आयुर्वेदिक दवा बताकर बेचने का गोरखधंधा चला रहे हैं। जनपद की अधिकतर पान और परचून की दुकानों पर ओके, आनन्द, महादेव का गोला, विजया, मुनक्का आदि ब्रांड के नाम से आकर्षित करने वाली चमकीली पैकिंग में भांग का गोला व चरस भरने के लिए खाली सिगरेट बेची जा रही है। पैकेट के ऊपर लिखित में इसे आयुर्वेदिक दवा बताया गया है।
इसी प्रकार शहर के हुक्का बारों में हुक्के में फ्लेवर की जगह चरस और तम्बाकू का सेवन कराया जा रहा है जिन में से कुछ हुक्का बार आला अधिकारियों के कार्यालय की नाक के नीचे गोरख धंधा चला रहे हैं
हमारे एक सवांददाता ने जब ग्राहक बनकर किदवई नगर चौराहा स्तिथ पान की दुकान पर जाकर जब भांग का गोला मांगा तो दुकानदार ने एक मशहूर ब्रांड का पैकेट पकड़ाते हुए कहा कि पैकेट के अंदर पर्याप्त मात्रा में गोले में पूरा नशा है। एक बार इसे खाना शुरू कर दिया तो हर बार इसी ब्रांड के भांग के गोले की डिमांड करोगे। इसी तरह कानपुर के कमला टावर, घंटाघर, कलेक्टरगंज, नयागंज, हरबंसमोहाल, तिलियना, चटाई मोहाल, एक्सप्रेस रोड, बादशाही नाका, सुटरगंज , रेल बाजार सहित जिले के अन्य इलाकों में पान सिगरेट की खुली दुकानों पर भी भांग का गोला अलग अलग ब्रांड के नाम से दो,दो ₹ में बिक रहा है इसी तरह जब हमारे सवांददाता ने चरस भर के पीने वाला कागज़ एक पान की दुकान से खरीदा तो वो एक आकर्षक पैक में दस₹ का मिला उस कागज़ के साथ पैकेट में एक प्लास्टिक का पाइप भी है जिस को उस मे लगा के पीने से हाथों में किसी तरह की बदबू नही आती इस का ₹ शहर की दुकानों में अलग अलग है
भांग का नशा करने वाले एक युवक ने बताया कि उसने भांग का एक गोला खाने से शुरूआत की थी। इसके बाद धीरे-धीरे वो भांग की लत का शिकार हो गया और नशे की डोज बढ़ाता रहा। अब वो दिन में भांग के कई गोले खा लेता है। घर के आस पास ही पान सिगरेट की दुकान पर असानी से मिल जाने वाले भांग के गोले के चलते कम उम्र के युवाओं में इसके नशे का प्रचलन तेजी से बढ़ रहा है। ग्रामीण इलाकों में भी भांग की बिक्री तेजी से हो रही है।
समाज तथा राष्ट्र के निर्माण में किशोर वर्ग तथा नौनिहालों का महत्वपूर्ण योगदान माना जाता है, प्रशासनिक लापरवाही के कारण छोटी सी उम्र से ही नशा की लत में पड़ जाने से उनका भविष्य बर्बाद हो रहा है। जिससे वे राष्ट्र निर्माण के वाहक न रहकर विध्वंस और अव्यवस्था के प्रतीक बन रहे हैं। जनपद में इन दिनों किशोरों की कौन कहे छोटे-छोटे बच्चे में भी नशे की लत चिंता का विषय बनती जा रही है। छोटे-छोटे ये बच्चे भी मादक पदार्थों के आदी होते जा रहे हैं। विद्यालयों के सामने खुली पान-चाय की दुकानों पर विद्यार्थियों की भीड़ इसी का मुख्य कारण है कि वहां आसानी से चरस,गांजा भांग उपलब्ध है । चरस, गांजा, भांग आदि नशीली वस्तुएं जहां इसे खुले आम बढ़ावा दे रही है वही प्रशासनिक अमला इस बात को लेकर उदासीन बना हुआ है।
जब इस सम्बंध में आबकारी अधिकारी अभिमन्यु प्रताप सिंह से बात हुई तो उन्होंने बताया कि ये हमारे विभाग का मामला नहीं है । ये औषधि विभाग से लाइसेंस ले कर दवा के रूप में बेचा जा रहा है
उक्त सम्बन्ध में सवांददाता एस पी क्राइम से मिला तो उन्होंने अपना पल्ला झाड़ते हुए एसएसपी से मिलने को कहा
प्रसाशनिक अमला की उदासीनता का ही उदाहरण है कि शहर में रोज चरस,गांजा,अफीम बड़ी तादाद में पकड़ी जा रही है शहर की पुलिस इस को अपना गुड वर्क मान कर खुद ही अपनी पीठ थपथपा लेती है इस ओर ध्यान नही देती की शहर में इतनी तादाद में नशा क्यों आ रहा है और इसे शहर में कौन मंगा रहा है
गणतंत्र दिवस परेड में राहुल को पहली पंक्ति में नहीं मिली जगह, प्रदर्शन के बीच ‘पद्मावत’ रिलीज, दिन भर की 5 बड़ी खबरें
गणतंत्र दिवस परेड में राहुल को पहली पंक्ति में नहीं मिली जगह, प्रदर्शन के बीच ‘पद्मावत’ रिलीज, दिन भर की 5 बड़ी खबरें
नई दिल्ली: गणतंत्र दिवस परेड में राहुल गांधी के बैठने की जगह को लेकर राजनीति गरमा गई है. परेड में राहुल गांधी को चौथी पंक्ति में बेठने की जगह दी गई है. उधर, पद्मावत विवाद में हिंसा को लेकर मुंबई करणी सेना के अध्यक्ष अजय सिंह सेंगर को हिरासत में ले लिया गया है. वहीं गुरुग्राम में करणी सेना द्वारा बच्चों से भरी स्कूल बस पर हमले को लेकर दुख जताया. वहीं, अमरनाथ हमले में 52 तीर्थयात्रियों की जान बचाने वाले बस ड्राइवर को देश के दूसरे सर्वोच्च वीरता पुरस्कार से नवाजा गया है. उधर साउथ अफ्रीका के जोहानिसबर्ग में चल रहे तीसरे टेस्ट में टीम इंडिया संघर्ष करती नजर आ रही है.
1. गणतंत्र दिवस परेड में राहुल गांधी के बैठने की जगह को लेकर राजनीति गरमाई, इस पंक्ति में मिली जगह
देश में चारों तरफ गणतंत्र दिवस की तैयारियां जोरों पर है. दिल्ली के राजपथ पर 26 जनवरी 69वां गणतंत्र दिवस राजपथ में परेड की सारी तैयारियां पूरी हो गई है, मगर परेड में राहुल गांधी के बैठने को लेकर राजनीति गरमा गई है. राहुल गांधी को गणतंत्र दिवस परेड में पहली पंक्ति में बैठने की जगह नहीं दी गई है. इससे कांग्रेस पार्टी नाराज है. हालांकि, राहुल गांधी ने ये साफ कर दिया है कि वह इस कार्यक्रम में शिरकत करेंगे.
2. पद्मावत हिंसा : मुबई करणी सेना का अध्यक्ष अजय सिंह सेंगर हिरासत में, उत्तराखंड में भी विरोध
संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावत गुरुवार को देशभर में रिलीज हो गई है लेकिन कई राज्यों में इस फिल्म को लेकर हुई हिंसा के बाद सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं. पद्मावत फिल्म को लेकर लगभग 75 फीसदी मल्टीप्लेक्स मालिकों का प्रतिनिधित्व करने वाली मल्टीप्लेक्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने कहा कि राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश और गोवा में फिल्म का प्रदर्शन नहीं किया जाएगा. वहीं सुप्रीम कोर्ट में चार राज्यों के खिलाफ अदालत की अवमानना की याचिका दाखिल की गई है. इस मामले में सोमवार को सुनवाई होगी
3. CM अरविंद केजरीवाल बोले, गुरुग्राम की स्कूल बस पर हमले की खबर सुनकर रातभर नहीं सो पाया
दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में राज्यस्तरीय गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि गुरुग्राम के स्कूल में बस में सवार बच्चों पर हमले की खबर सुनकर रात भर मैं सो नहीं पाया, यह डूब मरने वाली बात है. आज अगर भगवान राम जिंदा होते तो ऐसे लोगों को रावण से बदतर सज़ा देते. आपको बता दें कि पद्मावत फिल्म का विरोध कर रहे कुछ लोगों ने एक स्कूल बस पर हमला किया था और उस वक्त उस बस में बच्चे सवार थे.
4. अमरनाथ हमले में 52 तीर्थयात्रियों की जान बचाने वाले बस ड्राइवर को मिला उत्तम जीवन रक्षक पदक -अमरनाथ यात्रा के दौरान आंतकी हमले के बीच जान पर खेलकर श्रद्धालुओं की जान बचाने वाला वो ड्राइवर तो याद ही होगा. जी हां, वही गुजरात के रहने वाले बस ड्राइवर शेख सलीम गफूर, जिन्होंने अपनी सूझबूझ और धैर्य का परिचय देते हुए 52 तीर्थयात्रियों की जान बचाई थी, उन्हें केंद्र की मोदी सरकार ने देश के दूसरे सर्वोच्च वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया है. केंद्र सरकार ने गुरुवार को 13 लोगों को ‘उत्तम जीवन रक्षा पदक’ सम्मान देने की घोषणा की, जिसमें ड्राइवर शेख सलीम गफूर का नाम टॉप पर है.
5. IND vs SA दक्षिण अफ्रीका दौरे में भारतीय बल्लेबाजों का निराशाजनक प्रदर्शन तीसरे टेस्ट में जारी रहा. जोहानिसबर्ग टेस्ट के पहले दिन भारतीय टीम अपनी पहली पारी में 187 रन बनाकर आउट हो गई. कप्तान विराट कोहली (54) और चेतेश्वर पुजारा (50) ने अर्धशतकीय पारी खेली लेकिन शेष बल्लेबाजों ने बुरी तरह से निराश किया.
दक्षिण अफ्रीका दौरे में भारतीय बल्लेबाजों का निराशाजनक प्रदर्शन तीसरे टेस्ट में जारी रहा. जोहानिसबर्ग टेस्ट के पहले दिन भारतीय टीम अपनी पहली पारी में 187 रन बनाकर आउट हो गई. कप्तान विराट कोहली (54) और चेतेश्वर पुजारा (50) ने अर्धशतकीय पारी खेली लेकिन शेष बल्लेबाजों ने बुरी तरह से निराश किया. निचले क्रम में भुवनेश्वर ने 30 रन की उपयोगी पारी खेलते हुए टीम को 200 रन के करीब पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई..जवाब में पहले दिन स्टंप्स के समय दक्षिण अफ्रीका का स्कोर छह ओवर में एक विकेट पर 6 रन था. मैच के दूसरे दिन भारतीय गेंदबाजों पर निगाह होगी.केपटाउन में पहला टेस्ट 72 रन से और सेंचुरियन में दूसरा टेस्ट 135 रन से जीतकर मेजबान टीम सीरीज पहले ही अपने नाम कर चुकी है.दूसरे दिन चाय के बाद 62.2 ओवर में दक्षिण अफ्रीका की पहली पारी का स्कोर आठ विकेट पर 175 रन है. एंडिले फेलुकवायो और मोर्ने मोर्केल क्रीज पर हैं. डीन एल्गर (4), कागिसो रबाडा (30), एबी डिविलियर्स (5), फाफ डु प्लेसिस (8), क्विंटन डिकॉक (8),हाशिम अमला (61) और वर्नोन फिलेंडर (35) दूसरे दिन आउट होने वाले बल्लेबाज हैं.हाशिम अमला 61 समेत पूरी टीम 194 पे सिमटी