कानपुर । शहर में चल रहे एनआरसी,सीएए,एनपीआर के विरोध प्रदर्शन लगभग 33 दिनों से मो. अली पार्क में चल रहा था । जिस को दो दिन पहले प्रशासन को कुछ महिलाओं ने ज्ञापन दे कर समाप्त करने की घोषणा कर दी थी । वहीं कुछ महिलाओं का कहना था । कि जिस मक़सद से हम लोग इतने दिनों से बैठें हैं ।
उस पर कोई बात नही हुई ये कहते हुए उन औरतों ने 24 घण्टे का धरने की घोषणा करते हुए बैठ गईं थी । जिस को बीते रात को प्रशासन ने पार्क को खाली कराते हुए वहां लगे तम्बू कनाट होल्डिंग हटाते हुए महिलाओं से अभद्रता की रात में ही जैसे जैसे लोगो को पता चलता गया लोग घरों से निकलने लगे मौके की नजाकत को देखते हुए डीएम,एसएसपी मौके पर पहुचें । और भीड़ को समझाने की कोशिश की परन्तु ये लोग नही माने धरने को जारी रखने की बात करते रहे । थक हार कर आलाधिकारी और गणमान्य लोग वहां से चले गए । जैसे जैसे दिन बढ़ता गया औरतों में आक्रोश बढ़ता गया और महिलाओं ने वहीं सड़क पर बैठ के धरना देना शुरू कर दिया । धीरे धीरे ये धरना जो पार्क के 100 मीटर में फैला था वो शाम 4 बजे तक लगभग आधा किलो मीटर तक फैल गया । रोड पर महिलाएं घर से चादर एव अखबार पर ही बैठ गई चहल कदमी करते हुए नारे लगा रही हैं । जिस से हलीम कॉलेज से पी रोड को जोड़ने वाला रास्ता व गलियां बंद हो गई हैं । वही ये महिलाएं योगी डरता है पुलिस को आगे करता है, गोली मारो या लाठी हम नही हटें गए, हम ले कर रहें गए आज़ादी,इंक़लाब ज़िंदाबाद,आवाज़ दो हम एक हैं जैसे नारे लगा रही हैं । वहीं समाचार लिखे जाने तक कुछ महिलाएं हलीम कॉलेज चौराहे पर बैठने की तैयारी कर रहीं थीं वहीं शाम होते होते भीड़ भी कम होती नज़र आ रही थी
हाईस्कूल गणित दिलचस्प विषय है-बलवीर सिंह प्रजापति
Kanpur .
कानपुर । विद्यार्थी गणित को एक ऐसा कठिन विषय मानते हैं, जिससे छात्रों के मन में एक भय उत्पन्न हो जाता है,कि हम पेपर कैसे हल करेंगे।यह भी देखा गया है कि बहुत से परीक्षार्थियों को यह पता ही नहीं होता है, कि गणित की तैयारी कैसे करें और इसकी शुरुआत कहां से करें । इस संबंध में पी पी एन इंटर कॉलेज कानपुर के गणित शिक्षक बलवीर सिंह प्रजापति ने बताया कि सर्वप्रथम परीक्षार्थियों को अपना पाठ्यक्रम अच्छी तरह से समझ लेना चाहिए, समय सीमा के अंदर प्रश्नों की तैयारी कर लेना चाहिए।मैथ बड़ा ही दिलचस्प विषय होता है ,इसकी घबराहट के चलते विद्यार्थी इस विषय को ठीक से नहीं समझ पाते हैं। स्टूडेंट्स को हमेशा गणित विषय में शिकायत रहती है कि तमाम कोशिशो के बावजूद वह कठिन प्रश्नों को नहीं हल कर पाते हैं। जो टॉपिक आप नहीं समझ पा रहे हैं तो उसको छोड़ कर आगे टॉपिक को न पढ़ें क्योंकि एक चैप्टर दूसरे चैप्टर से जुड़ा रहता है, किताबों में दिए गए उदाहरण को जरूर समझने का प्रयास करें,इसको हल करके अवश्य देखें। गणित में फार्मूला याद रखना सबसे ज्यादा जरूरी है,बिना फार्मूले के आप सवाल हल नहीं कर सकते इसलिए फार्मूले के नोट्स अवश्य बनाएं।उन अध्याय को ज्यादा तैयार करें, जिन से ज्यादा प्रश्न पूछे जाते हैं। क्वेश्चन पेपर, मॉडल पेपर पिछले कई सालों के अनसोल्ड पेपर अवश्य हल करें, जिससे आपको अंदाजा लग जाएगा कि परीक्षा में किस तरह के प्रश्न पूछे जाते हैं । बलवीर सिंह प्रजापति ने बताया कि गणित में रिवीजन अवश्य करें ,इससे आप की तैयारी बहुत ही अच्छी होगी जो भी पढ़े उसके साथ नोट्स बनाते चले जाएं ,जिससे परीक्षा के दौरान ,समय की बचत होगी।गणित पाठ्यक्रम में संख्या पद्धति 5 अंक, बीजगणित 18 अंक, निर्देशांक ज्यामिति 5 अंक, ज्यामिति 12 अंक, त्रिकोणमिति 12 अंक, मेंसुरेशन 8 अंक व सांख्यिकी एवं प्रायिकता 10 अंक निर्धारित है बहुविकल्पी प्रश्न को पहले रफ हल कर लेना चाहिए, इसके बाद ही उसका सही उत्तर चुनना चाहिए। गणित में बहुविकल्पी प्रश्न के 6 प्रश्न पूछे जाएंगे जो प्रत्येक 1 अंक का होगा। अति लघु उत्तरीय प्रश्न 4 पूछे जाएंगे जो प्रत्येक 1 अंक का होगा। लघु उत्तरीय प्रश्न आठ के पूछे जाएंगे जो प्रत्येक 2 अंक का होगा। 4 अंकों के प्रश्न आठ पूछे जाएंगे ।छह अंकों के 2 प्रश्न पूछे जाएंगे।पढ़ाई का समय बांटकर करें तो बेहतर होगा ।बीच-बीच में ब्रेक लेते रहे, जिससे आपका मस्तिष्क रिफ्रेश होता रहेगा ।अपने खान-पान और सेहत पर ध्यान देंते रहे । बोर्ड एग्जाम से पहले हो सके तो अपना कई बार टेस्ट भी लें। उससे आपको परीक्षा की तैयारी का अंदाजा लग जाएगा।परीक्षार्थी।गणित केवल प्रश्न पत्र में शुद्धता एवं गतिशीलता पर विशेष ध्यान दें
कम समय में बोर्ड तैयारी कैसे करें-राकेश कुमार यादव
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कानपुर । माध्यमिक बोर्ड परीक्षा हाईस्कूल व इंटर 18 फरवरी 2020 से शुरू हो रही है जब हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षा शुरू होने वाली होती है, तो बहुत से छात्रों को कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता हैं। पी पी एन इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य राकेश कुमार यादव ने बताया कि उनकी यह समस्या होती है कि इस कम समय में ज्यादा से ज्यादा सिलेबस कैसे तैयार करें। इस प्रकार की समस्या उन छात्रों को बहुत अधिक होती है, जिन्होंने पूरा साल कुछ भी नहीं पढ़ा होता है। इस वर्ष इंटर माध्यमिक विद्यालयों का पाठ्यक्रम बिल्कुल बदला हुआ है, हर विषय का केवल प्रश्न पत्र होना है और 3 घंटा 15 मिनट का समय निर्धारित है जिसमें 15 मिनट पेपर को पढ़ने के लिए निर्धारित है। प्रत्येक विषय पाठ्यक्रम में कौन अध्याय कितने अंक के सवाल परीक्षा में आएंगे लिखा हुआ है। अतः किस चैप्टर से सबसे अधिक प्रश्न पूछे जाएंगे ,किस अध्याय से सबसे कम प्रश्न पूछे जाएंगे, किस अध्याय से सवाल सरल तथा किस अध्याय से सवाल कठिन आएंगे ।प्रत्येक विषय में अधिक अंक अर्थात दीर्घ उत्तरीय प्रश्न तैयार कर लेना चाहिए, ताकि लघु उत्तरी प्रश्न, अति लघु उत्तरीय प्रश्न व वस्तुनिष्ठ प्रश्न का उत्तर दीर्घ उत्तरीय प्रश्न से ही निकल आए ।इस समय सही विषयों की समय सारणी बनाकर तैयारी करना चाहिए। पहले आसाम चैप्टर को पहले तैयार करना चाहिए, ताकि आपका मनोबल लेवल बढ़ जाए ।जब भी पढ़ाई करें उनके पॉइंट बनाकर पढ़ें और रिवीजन अवश्य करें। भौतिक विज्ञान ,रसायन विज्ञान, गणित ,जीव विज्ञान आदि विषयों का नियमित अभ्यास करें ।पढ़ाई के समय केवल किताबें ,डिक्शनरी, पानी की बोतल आदि चीजें पास में रखें ,उन चीजों को अपने पास ना रखें जिससे पढ़ाई बाधित हो रही हो। इस समय पढ़ाई के बीच ज्यादा ब्रेक न ले ,अगर आप बोर हो रहे हो तो साथियों के संग ग्रुप स्टडी कर सकते हैं। बार-बार ब्रेक लेने से आपकी एकाग्रता भंग होती है, ग्रुप स्टडी को पहले से प्लान बनाकर करने से ही लाभ होता है ।इस समय आपको ज्यादा पढ़ाई करनी होती है ,इसलिए आपके मस्तिष्क में ज्यादा दबाव रहता है ,इसलिए आपको बैलेंस डाइट व भरपूर नींद लेनी चाहिए । इन टिप्स का ध्यान रखना चाहिए 1 -सभी प्रश्नों को उनके महत्व के अनुसार प्राथमिकता दें। 2- किसी भी उत्तर को जरूरत से ज्यादा शब्दों में लिखने से बचें ।3 -विकल्प में दिए गए प्रश्नों में से कोई एक प्रश्न चुनने में आप दिखाएं सूज बूझ 4-पेपर में दिए गए निर्देशों के अनुसार प्रश्न का चुनाव करें ।
।5-विद्यार्थी अपनी उत्तर पुस्तिका का श्रंगार में समय बर्बाद ना करें ।
6-हर शब्द और हर उत्तर में उचित जगह जरूर छोड़ दें। 7-विद्यार्थी घबराए नहीं बल्कि शांत एवं केंद्रित रहें। 8-हमेशा योजनाबद्ध तरीके से पढ़ाई करें सब कुछ एक ही बार में रखने की गलती न करें।9-स्टडी नोट्स अवश्य बनाएं अपने स्टडी शेड्यूल को भविष्य के लिए ना डालें। 10-तीन या चार दिन की पढ़ाई का रिवीजन जरूर करें। 11-पढ़ाई और हावी दोनों का साथ साथ लेकर चले 12-गणित ,रसायन विज्ञान, भौतिक विज्ञान, जीव विज्ञान में बेसिक कॉन्सेप्ट को अवश्य क्लियर कर ले।
हाईस्कूल चित्रकला अच्छे अंक दिलाती हैं-रानी चौरसिया
सिद्धार्थ ओमर कानपुर । यूपी बोर्ड हाई स्कूल चित्रकला केवल प्रश्न पत्र दिनांक 2 मार्च 2020 सोमवार समय प्रातः 8:00 से 11:15 तक जिसमें 15 मिनट पेपर पढ़ने का समय निर्धारित है। लिखित परीक्षा 70 अंक व 30 अंक का विद्यालय स्तर से प्रोजेक्ट वर्क होगा।
इस संबंध में एस०डी० हायर सेकेंडरी स्कूल हरदासपुर चौबेपुर कानपुर नगर की चित्रकला शिक्षका श्रीमती रानी चौरसिया ने बताया कि चित्रकला का प्रश्न पत्र तीन खंडों में बटा होता है।जिसमें खंड क अनिवार्य शेष दो खंडों में एक खंड करना होता है। खंड क स्मृति चित्रण और भारतीय चित्रकला का खंड ख होता है। अनिवार्य खंड क में प्राकृतिक चित्रण जैसे उषाकाल, संध्याकाल, ग्रामीण व पहाड़ी दृश्य का चित्रण 20 ×15 सेमी माप पर जल रंग या पोस्टल रंगों से रंगना है। आलेखन में चतुर्भुज या वृत्त के पूर्ण इकाई या आलेख बनाएं और माप 15 सेमी से कम न हो, कम से कम तीन रंगों का अवश्य प्रयोग करें। प्राविधिक में अंता स्पर्शी वाह्य स्पर्शी व परिगत आकृतियां, रेखा, क्षेत्रफल, साधारण निर्मेय अवश्य तैयार करें ।खंड ख स्मृति चित्रण में साधारण जीवन में दैनिक उपयोग की वस्तुएं जैसे घरेलू बर्तन, सुराही ,बाल्टी ,लोटा ,केतली, बोतल, गिलास आदि पेंसिल द्वारा रेखांकन करें ।खंड ग भारतीय चित्रकला में 4 प्रश्नों में 2 प्रश्न हल करने होंगे ।एक प्रश्न वस्तुनिष्ठ जो अनिवार्य होगा, जिसमें चित्रकला का प्राचीन उल्लेख ,चित्रकला की विशेषताएं संबंधी प्रश्न पूछे जाएंगे। श्रीमती रानी चौरसिया ने बताया कि परीक्षार्थियों को पाठ्यक्रम को अच्छी तरह समझ लेना चाहिए। चित्रकला स्कोरिंग विषय है इसलिए पूरे पेपर में दिए गए निर्देशों के अनुसार ही प्रश्नों को हल करें ।छात्रों को प्रश्न में दिए गए पूर्णांक का भी ध्यान रखकर ,आलेखन प्राकृतिक चित्रण का अभ्यास कई बार करना चाहिए। निर्मेय का कॉपी पर कई बार अभ्यास करें ,स्मृति चित्रण में घरेलू बर्तन सामने रखकर घर पर चित्र बनाकर अभ्यास करें।
ड्रेस की गुडवत्ता पे फर्मों का डाका
ड्रेस की गुडवत्ता पे फर्मों का डाका
कानपुर । 1 अप्रैल 2010 को “शिक्षा का अधिकार कानून 2009” पूरे देश में लागू हुआ, अब यह एक अधिकार है जिसके तहत राज्य सरकारों को यह सुनिश्चित करना है कि उनके राज्य में 6 से 14 साल के सभी बच्चों को नि:शुल्क और अनिवार्य शिक्षा के साथ-साथ अन्य जरूरी सुविधाएं उपलब्ध हों और इसके लिए उनसे किसी भी तरह की प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष शुल्क नहीं लिया जा सके । इसी कड़ी में
केन्द्र सरकार ने इस साल यूनिफार्म के मद में 50 फीसदी का इजाफा किया है। अब इसके लिए 200 रुपये की जगह 300 रुपये प्रति जोड़ा दिया गया।
बीते सात सालों में महंगाई ने भले ही नए रिकार्ड बनाए हो लेकिन सरकारी स्कूली बच्चों की यूनिफार्म इससे अछूती ही रही। वर्ष 2011 से सरकारी व सहायताप्राप्त स्कूलों में यूनिफार्म के लिए 200 रुपये प्रति जोड़ा ही दिया जाता रहा है। योजना में हर बच्चे को दो जोड़ा यूनिफार्म दी जा रही है।
ये यूनिफार्म विद्यालय प्रबंध समिति बनवाती है। इसके लिए कपड़ा खरीद कर नाप की यूनिफार्म सिलवाने का नियम है । परन्तु अब यहीं से शुरू होता है शिक्षा माफियाओ का खेल जैसा कि बड़े नेता भी मान चुके है कि सरकार द्वारा पात्र लोगों को एक ₹ भेजा जाता है तो उस का 10 पैसा ही उस तक पहुँच पाता है 90 पैसा सरकारी सिस्टम की भेंट चढ़ जाता है ।
यूनिफार्म की गुडवत्ता में आ रही लगातार शिकायतों को देखते हुए गुणवत्ता में सुधार हेतु टैक्सटाइल कमेटी (वस्त्र मंत्रालय भारत सरकार मुंबई )द्वारा मानक निर्धारित करवाकर,,(67%,+33% पॉलिस्टर + कॉटन से मिश्रित कपड़ा बेहतर मटेरियल, बेहतर सिलाई के साथ वितरण के आदेश सुनिश्चित कराएं
जनपद स्तरीय समिति का गठन करके कपड़े की जांच करवा कर सप्लाई सुनिश्चित कराई जाए
बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय से फर्म पास होने में हुआ खेल विभागीय लोगों ने साठगांठ करके करीबियों एवं विभागीय कमर्चारियों एव टीचरों के सगे सम्बन्धियों की फर्म कार्यालय में रजिस्टर करवाई
सूत्रों के अनुसार जब कार्यालय से फर्मों की लिस्ट जारी हुई।तब बाजार में मानक अनुरूप ड्रेस का कपड़ा नहीं था मिल द्वारा कपड़े की सप्लाई 5 से 10 अगस्त ,1 महीने के बाद शुरू हुई।।
दिनांक 1 जुलाई 2019 से प्रारंभ होकर 15 जुलाई 2019 तक ड्रेस वितरण पूर्ण होना था
70% स्कूलों में ड्रेस का पूर्ण वितरण सुदूरवर्ती तथा गांव में अभी तक पूर्ण वितरण नहीं हुआ सहायता प्राप्त स्कूलों में राशि न मिलने से बच्चे पुरानी फटी ड्रेस पहनने को मजबूर हैं !
सरकार द्वारा गुडवत्ता के उठाये गए कदमो को विभाग के कुछ कर्मचारियों द्वारा रोक दिया गया है । उन की शह पे ड्रेस वितरण करने वाली फर्मों ने रेडीमेड घटिया सिलाई वाली यूनिफॉर्म वितरित की और फर्जी टेलर के बिल लगाकर पेमेंट पास करा लिया
जब कि सरकार सरकार द्वारा बनाये गए नियम के अनुसार यूनिफॉर्म सप्लाई की सूचना प्राप्त होने पर तीन दिवस के भीतर किसी अधिकारी द्वारा गुणवत्ता निरीक्षण किया जाना था जो कागज़ों पे ही सिमट गया
सुविधा शुल्क के चलते कुछ विभागीय कर्मचारियों ने बिना किसी गुणवत्ता की जांच हुए बच्चों को पुरानी व घटिया ड्रेस वितरित की गई और सांठगांठ कर रजिस्टर को मेंटेन कर दिया गया।
जब इस सम्बंध में हमारे सवांददाता शहर के जिला अधिकारी से मिले तो उन्होंने फ़र्ज़ी लाइसेंस प्रकरण की तरह बी एस ए के पाले में गेंद डालते हुए उन से सम्पर्क करने को कहा ।
सफीपुर में शानों शौकत से मनाया जा रहा है मख़दूम शाह सफी का उर्स मुबारक
मोहसिन सिद्दीकी
उन्नाव/ सफीपुर। मुल्क की अज़ीम खानकाह दरगाहे सफ़विया में हज़रत मख़दूम शाह सफी का सालाना उर्स कल 20 सितम्बर बरोज़ जुमा को उर्स में कई खानकाहों के सज्जादगान के अलावा बड़ी तादाद में जायरीन शिरकत कर रहे हैं।
*#उर्स की तकरीब में मुल्क भर की खानकाहों से 50 से ज़्यादा सज्जादानशीन शरीक होंगे*
। साथ ही लाखों अकीदतमंद मख़दूम पाक को खिराज ए अकीदत पेश करेंगे और कई सियासी हस्तियां भी उर्स में शिरकत करेंगी।
उर्स प्रोग्राम
20 सितम्बर जुमा को फज्र बाद क़ुरआनख्वानी व 11 बजे से खानकाह में महफ़िले समा और शाम 6 बजे मख़दूम शाह सफी का कुल शरीफ होगा। मगरिब के बाद साहिबे सज्जादा के घर पर फातिहा ख़ास होगा। साथ ही हज़रत नवाज़िश मोहम्मद फारुकी की सदारत और हज़रत अफजाल मोहम्मद फारुकी की कयादत में उर्स में आए हुए तमाम मशाइख़ के साथ ख़ास मीटिंग होगी जिसमें तमाम हज़रात कौम व मिल्लत के हालात पर अपने ख्यालात पेश करेंगे।
21 सितम्बर सनीचर बाद फज्र क़ुरआनख्वानी व ज़ोहर के बाद महफ़िले समा और शाम 5 बजे तमाम सज्जादगान का कुल होगा। मगरिब के बाद पीरे तरीकत एजाज़ मोहम्मद फारुकी का फातिहा और इशा के बाद मजलिसे शोहदाए कर्बला होगी।
इन तमाम तकरीबात के बाद साहिबे सज्जादा के घर में दुआ के साथ उर्स का इख्तेताम होगा।
सफीपुर में शानों शौकत से मनाया जा रहा है मख़दूम शाह सफी का उर्स मुबारक
उन्नाव/ सफीपुर। मुल्क की अज़ीम खानकाह दरगाहे सफ़विया में हज़रत मख़दूम शाह सफी का सालाना उर्स 18 सितम्बर बरोज़ बुध से शुरू हो रहा है। उर्स में कई खानकाहों के सज्जादगान के अलावा बड़ी तादाद में जायरीन शिरकत कर रहे हैं।
*#उर्स की तकरीब में मुल्क भर की खानकाहों से 50 से ज़्यादा सज्जादानशीन शरीक होंगे*
। साथ ही लाखों अकीदतमंद मख़दूम पाक को खिराज ए अकीदत पेश करेंगे और कई सियासी हस्तियां भी उर्स में शिरकत करेंगी।
उर्स प्रोग्राम
20 सितम्बर जुमा को फज्र बाद क़ुरआनख्वानी व 11 बजे से खानकाह में महफ़िले समा और शाम 6 बजे मख़दूम शाह सफी का कुल शरीफ होगा। मगरिब के बाद साहिबे सज्जादा के घर पर फातिहा ख़ास होगा। साथ ही हज़रत नवाज़िश मोहम्मद फारुकी की सदारत और हज़रत अफजाल मोहम्मद फारुकी की कयादत में उर्स में आए हुए तमाम मशाइख़ के साथ ख़ास मीटिंग होगी जिसमें तमाम हज़रात कौम व मिल्लत के हालात पर अपने ख्यालात पेश करेंगे।
21 सितम्बर सनीचर बाद फज्र क़ुरआनख्वानी व ज़ोहर के बाद महफ़िले समा और शाम 5 बजे तमाम सज्जादगान का कुल होगा। मगरिब के बाद पीरे तरीकत एजाज़ मोहम्मद फारुकी का फातिहा और इशा के बाद मजलिसे शोहदाए कर्बला होगी।
इन तमाम तकरीबात के बाद साहिबे सज्जादा के घर में दुआ के साथ उर्स का इख्तेताम होगा।
अध्यापिकाये लगा रही झाड़ू ,प्रधानाध्यापक साफ कर रहे शौचालय
मो. शोएब
कानपुर । विद्यालयों को सरकार ने 25 जून से खोल दिया है जिस से स्कूल की साफ सफाई और स्कूल को सुंदर बनाया जाए । जिस पे बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रवीण मणि त्रिपाठी ने प्रधानध्यापको के साथ बैठक कर के चेतावनी दे चुके है कि अगर 1 जुलाई को स्कूल की सभी व्यवस्थाएं दुरूस्त न हुई तो पूरे स्टाफ पर कार्यवाही होगी । परन्तु सफाई कर्मी स्कूल से नदारद हैं प्रधानाध्यापक पूर्व माध्यमिक विद्यालय खरगपुर ने बताया कि 20 जून को खण्ड शिक्षाधिकारी की बैठक के बाद स्कूल लगातार खोल रहे हैं ग्रामप्रधान से सफाई का निवेदन किया उन्होंने दो सफाई कर्मी भेजने की बात की पर सफाई कर्मी द्वारा स्कूल की वॄह्द वरक्षारोपड के कारण हमेशा विद्यालय सफाई से कन्नी काट ली जाती है ग्राम प्रधान द्वारा प्रधान अध्यापक को बताया गया कि सफाई कर्मी की ड्यूटी बी. डी. ओ. साहब ने लगा दी है वो अब नही आएगा। लगातार तीन दिन से टीचर झाड़ू लगा रहे हैं । पतझड़ ,आंधी के कारण कूड़े का अंबार लगा हुआ है । बगल में काम कर रहे मज़दूरों ने शौचालय का दरवाजा तोड़कर शौचालय को उपयोग कर के बुरी तरह से गन्दा कर दिया है । जिस की6 सफाई स्कूल के प्रधानचार्य मो. शाहिद ने की जब कि जब कि पंचयात राज विभाग तथा मुख्यमंत्री की प्राथमिकता में विद्यालय की सफाई अति आवश्यक है । प्रधानाध्यापक ने बताया की सफाई कर्मी जब बृहद सफाई की आवश्यकता होती है तो वी.आई.पी. ड्यूटी लगा कर नदारद हो जाता है जब परिसर की सफाई हो जाती है तो वापस लौट आते हैं । इस तरह से इस स्कूल के सफाई कर्मी ग्राम प्रधान से मिल कर प्रधान मंत्री के स्वछता अभियान को मुह चिड़ा रहे हैं
प्रधान -9559600895, 7651851183
सफाई कर्मी – 9118499538
प्रधानाध्यपक -9336126253
रेलवे सी टी एम की नाक के नीचे स्टाल धारक के अवैध वेंडरो की जमात रनिंग काम को देती अंजाम
कानपुर 05 मई 2019 नदीम सिद्दीकी
रेलवे विभाग को यू ही नही सोने की मुर्गी कहा जाता है हर कोई चौगुनी कमाई के चक्कर मे जोर आजमाइश कर जुगत भिड़ाने में लगा हुआ है कमाई के चक्कर मे विभागीय अधिकारी भी अपने सीनियरों को गुमराह करके अवैध कार्य करने वालो को फायदा पहुचा रहे है इसी का फायदा उठाकर अधिकृत कार्य करने वाले भी अवैध वेंडरो की लंबी चौड़ी टीम के साथ मोटी कमाई में लगे हुए है रेलवे के नुकसान से उन्हें कोई लेना देना नही है
बताना चाहेंगे कानपुर सेंट्रल रेलवे मे सी टी एम जितेंद्र कुमार की नाक के नीचे प्लेटफार्म न0 5 पर अधिकृत ठेका लिए इलियास नामक स्टाल धारक कमाई के लालच में अवैध वेंडरो की टीम द्वारा प्लेटफार्म व ट्रेनों पर अवैध पानी समोसा व चाय की बिक्री करवा रहा है इसके अलावा लम्वे रूट की बिना पेंट्रीकार की ट्रेनों पर वेंडरो द्वारा माल चढवाकर रनिंग में महंगे दामो पर माल की बिक्री करवा रहा है पूछे जाने पर वेंडरो का हेड कहता है उन सभी वेंडरो का मेडिकल है और हम सब वेंडर प्रयागराज से है कानपुर से हम लोग माल लादकर दिल्ली तक जाएंगे बिना पेंट्रीकार की ट्रेनों पर खाद्य पदार्थ बेचने की परमिशन है वेंडरो का कहना है मेडिकल व ट्रेनों में परमिशन की और जानकारी चाहिए तो खानपान निरीक्षक अशोक भैरवा से बात करो ये कहकर वेंडर बड़ी शान से अपने काम में लग जाते है
इलियास नामक ठेकेदार द्वारा खड़ा किया डमी ठेकेदार कमाई के चक्कर मे रेलवे के नियमो को ताक पर रखे हुए है नियम कहते है स्टाल पर 8 घण्टो में दो व्यक्ति ही डयूटी दे सकते है यानि चौबीस घण्टे में 6 व्यक्ति अलग अलग समय मे ड्यूटी देंगे वो भी वही दो व्यक्ति जिनका मेडिकल होगा लेकिन यहां पर इलियास नामक ठेकेदार ने अवैध वेंडरो की पूरी जमात खड़ी की हुई है मजे की बात तो ये है सी टी एम से लेकर किसी भी रेलवे के आलाधिकारी को ये अवैध कार्य करने व करवाने वाले नजर नही आते है जी आर पी व आर पी एफ को चोर उचक्के तो नजर आ जाते है परन्तु संरक्षण पाए वेंडर नजर नही आ रहे है कारण कारखासो के ठेकेदार है खासमखास वही जब उक्त मामला उच्चाधिकारियों के संज्ञान में आता है उन्हें भी गुमराह करके मामले को सुलटा दिया जाता है इसे कहते है बेईमानी का काम भी सबके साथ मिलकर ईमानदारी से करना
बहरहाल मामला कुछ भी हो अशोक भैरवा का संरक्षण पाए स्टाल धारकों पर सी टी एम जितेंद्र व रेलवे पुलिस ने सख्ती ना कि तो मेडिकल की आड़ लेकर धौस जमा रहे वेंडर घटिया पानी चाय व समोसा परोसकर यात्रियो की जेब एवं स्वास्थ्य पर डाका डालते रहेंगे जिसका सीधा फायदा रेलवे को ना होकर स्टाल संचालक को होता रहेगा
अगले अंक में हम आपको बताएंगे नियम के तहत रेलवे में क्या बिकना चाहिए क्या नही ?
बच्चो के मनोरंजन पे शिक्षा स्टाफ का डाका
*UNT EXCLUSIVE*
कानपुर । जहां सरकार सरकारी स्कूलों में शिक्षा को बेहतर बनाने की कवायद कर रही है । बच्चे स्कूल आएं इस लिए ड्रेस, मिड डे,किताबे आदि का सरकार द्वारा निशुल्क वितरण किया जाता है । लेकिन इस मे भी कुछ विभागीय कर्मचारी अपना फायदा (कंमीशन ) निकाल लेते हैं
ताज़ा मामला ये सामने आया है कि पूर्व माध्यमिक और जूनियर में बच्चों के लिए मनोरंजन के खेल कूद का सामान और स्कूल लायब्रेरी में किताबों के लिए 5000-5000₹- और जूनियर के लिए 10000-10000₹ प्रबन्ध समिति के खाते में आये हैं । अब यहां से शुरू होता है बच्चों के मनोरंजन के सामान पे शिक्षा के उच्च अधिकारियों की शह पे डाका डाला जाने वाला खेल ।
स्कूल के प्रिंसीपिल पे दबाव बना के सभी सी आर सी के कर्मचारी खुद ही खेल कूद का सामान व किताबे स्कूलों में दे रहे हैं जब यूएनटी सवांददाता ने शहर की स्पोर्ट्स की अलग अलग दूकाने से उन समान का कोटेशन लिया तो उस की कीमत बाजार में मात्र 2000-2500₹ है अब सवाल ये उठता है कि ये 3000 ₹ किस की जेब मे जा रहें हैं इन कर्मचारियों का टीचरों और स्टाफ पे इतना आतंक है कि सब जानते हुए भी कुछ बोलने की हिम्मत नही कर पाते
सूत्रों की माने तो कुछ स्कूलों से चेके पहले ले ली गई और सामान बाद में जब इस सम्बंध में प्रेम नगर सी आर सी स्कूल की एक प्रिंसिपल से यूएनटी के सवांददाता ने बात की तो नाम न छापने की शर्त पे बताया कि हम लोग क्या करें हम लोग सब जानते हुए भी आँख बंद करनी पड़ती है । हम लोगो की मजबूरी है क्योंकि हम लोगो का काम इन्ही लोगों से पड़ता है तो पानी मे रह के मगरमछ से बैर क्या लेना । इस बात से प्रतीत होता है कि शिक्षा के मंदिर में कितना भ्र्ष्टाचार फैला है और दुसरों को शिक्षा देने वाले खुद गंधारी बने हैं
जब इस में सम्बंध यूएनटी सवांददाता ने बेसिक शिक्षा अधिकारी से सम्पर्क करना चाहा तो चुनाव के कारण कार्यालय में भेंट नही हो सकी और मोबाइल उठा नही रहे
इसी सम्बन्ध में सी आर सी प्रेमनगर खण्ड शिक्षा अधिकारी पंकज गुप्ता से सम्पर्क करना चाह तो मालूम हुआ कार्यालय में कम आती है । फोन से सम्पर्क करना चाहा तो उन का भी फोन नही उठा
वही जहां आदर्श आचार सहिंता लागू है और शासन-प्रशासन चुनाव कराने में लगा है उसी का फायदा उठा के ये शिक्षा के ठेकेदार उन मासूम बच्चों की बुनियादी ज़रूरतों से अपने जरा से फायदे के लिए वंचित कर रहे हैं
अगर ऐसा ही चलता रहा तो कैसे खेलेगा,पढ़ेगा, आगे बढ़ेगा इंडिया
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