*कानपुर 18 अप्रैल 2019 नदीम सिद्दीकी*
सरकार ने केंद्र व राज्य को एक सूत्रीय योजना के तहत जोड़ने के उद्देश्य से जीएसटी लागू की जिससे जनता एक देश एक टैक्स के साथ सारी झंझटों से छुटकारा पा सके ईमादारी के पथ पर चलने वाले कारोबारियों ने सरकार की इस नीति को सहर्ष स्वीकार कर लिया परन्तु उन धन्ना सेठो की रातो की नींदे उड़ गई जो सरकार को टैक्स के माध्यम से चुना लगाने में तरह तरह की जुगत लगाते थे बिना ई वे बिल के आदान प्रदान किए कोई काम नही होता दिख रहा था लगने लगा था अब सब सिस्टम के हिसाब से होगा सरकार का टैक्स चोरी को लेकर कदम सार्थक साबित होने की उम्मीद दिखने लगी थी परन्तु हुआ उल्टा सिस्टम की ही मिलीभगत से फिर से चालू हो गया टैक्स चोरी का खेल परत परत दर परत मैनेज करके कारोबारी फिर से लय में आ चुके है नियमो का पालन करवाने वाले ही नियमो से खेल कर रहे है
कानपुर सेंट्रल रेलवे टैक्स चोर दलालो का सबसे बड़ा हब बनता जा रहा है सूत्र बताते है रोज़ाना करोड़ो रुपए का टैक्स चोरी का माल पार्सल घरों से बिना एंट्री के ही निकल जाता है जबकि ट्रेन आने के बाद माल उतरकर पार्सल घर मे उसकी इंट्री होनी चाहिए परन्तु दलाल माल को ट्रेन से उतारकर लोडर पर लादकर चलता कर देते है वही कोई भी जीएसटी अधिकारी उस माल का बिल तक चेक नही करता है ना ही कोई ये चेक करने की जरूरत महसूस करता है कि उन बोरो में क्या है जिन्हें बिना चेक किए दलाल आनन फानन लोडर पर लदवाकर चलते बनते है मजे की बात तो ये अवैध माल की ढुलाई करने वाले लोगो से कोई भी पूछताछ नही होती है जबकि अवैध ढुलाई करते पकड़े जाने पर 6 गुना अधिक जुर्माना वसूलने का प्रावधान है बावजूद इसके कारोबारी दलालो की मदद से बिना बिल के ट्रेनों पर माल लोड कर रहे है वही दूसरी ओर अन्य जिलों में जाने के लिए आये ज्यादातर माल को बिना चेक किए पार्सल घर मे इंट्री कराए बगैर ट्रेनों में लाद दिया जाता है (ऊपर वीडियो देखें)पार्सल घर मे बैठे बाबू भी दलालो से सेटिंग के चलते आखो में काला चश्मा लगाकर गांधारी बने हुए है
सोचने का विषय ये है जीआरपी आर पी एफ जीएसटी टीम व कई अन्य विभाग के रहते है दलाल बिना किसी रोक टोक के टैक्स चोरी के माल को कैसे निकाल ले जाते है आखिर रेलवे का इतना बड़ा खुफिया तंत्र होने के बाद भी दलाल इनके रडार में क्यो नही आ रहे है कही ऐसा तो नही दलालो ने पूरे सिस्टम को ही मैनेज किया हुआ है
बहरहाल मामला कुछ भी हो अगर जल्द ही दलालो पर अंकुश नही लगाया गया तो टैक्स चोरी की वारदात में निरन्तर बढ़ोत्तरी होती जाएगी जिससे रेलवे के घाटे में भी सालाना वृद्धि होगी जिसकी भरपाई होना मुश्किल होगा
अगले अंक में हम आपको बताएंगे बिना बिल के माल को बुक करने के लिए दलाल कौन सी धांधली करते है कैसे इतनी आसानी से माल बुक हो जाता है