कानपुर । सीओ,एस0सो दो दरोगा 4 सिपाही समेत 8 जवानों को शहीद करने बाद भूमिगत हुए हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को जल्दी गिरफ्तार करने की कोशिश मे पुलिस द्वारा शहर व शहर के बाहर जिलो मे फोटो चस्पा किए । संदिग्ध ठिकानों पर दबीशो का सिलसिला जारी तमाम प्रयासों के बावजूद चौथे दिन भी पुलिस के हाथ खाली हालांकि उस के गुर्गों को हिरासत में लेकर पूछताछ करने की जानकारी मिली है । हिस्ट्रीशीटर बदमाश को उसके गांव पकड़ने गई पुलिस टीम पर गुरुवार आधी रात के बाद बदमाशों ने गोलीबारी शुरू कर दी थी ।
दोनों ओर से चली गोलियों में क्षेत्रधिकारी बिल्हौर देवेन्द्र मिश्रा सहित तीन सब इंस्पेक्टर चार सिपाही शहीद हो गए ।साथ ही 6 से अधिक पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए हैं जिन्हें रीजेंसी अस्पताल में भर्ती कराया गया है । इनमें से एक पुलिसकर्मी की हालत गंभीर बनी हुई है ।
एडीजी जय नारायण सिंह आईजी मोहित अग्रवाल एसएससी कानपुर दिनेश कुमार पी के साथ पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश मौके पर मौजूद हैं । और फोर्स ने गांव को चारों ओर से घेर लिया है ।
एसएसपी के अनुसार राहुल नाम के व्यक्ति द्वारा फायरिंग की सूचना पर सी यू बिल्हौर के साथ थानाध्यक्ष बिल्हौर थानाध्यक्ष बिठूर थानाध्यक्ष शिवराजपुर ने गांव में दबिश दी । जिस पर गांव के लोगों ने तीन तरफ से पुलिस को घेर कर फायरिंग शुरू कर दी जिसमें 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए । वही पुलिस की जवाबी फायरिंग में 3 अपराधी भी मारे गये ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पुलिस हिस्ट्रीशीटर बदमाश विकास दुबे को पकड़ने बिकरु गांव गई थी । विकास दुबे पर शिवली थाने में घुसकर दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री संतोष शुक्ला की हत्या का भी आरोप था । दबिश देकर सीओ के नेतृत्व में पकड़ने गई थाना चौबेपुर और बिठूर पुलिस टीम पर गुरुवार आधी रात के बाद बदमाशों ने हमला कर दिया घरों की छत से पुलिस पर गोलियां बरसाई गईं दोनों ओर से गोलीबारी में सीओ बिल्हौर देवेंद्र मिश्रा समेत एसओ शिवराजपुर व दो सब इंस्पेक्टर और 4 सिपाही शहीद हो गए वहीं छह से अधिक पुलिसकर्मी घायल हुए हैं जिन्हें रीजेंसी अस्पताल में भर्ती कराया गया है इनमें से एक पुलिसकर्मी की हालत गंभीर बनी हुई है । पुलिस फ़ोर्स ने गांव को चारों तरफ से घेर रखा है और गांव में सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है । हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे का जघन्य अपराधिक इतिहास रहा है । विकास दुबे बचपन से ही अपराध की दुनिया में अपना नाम बनाना चाहता था पहले उसने अपना गैंग बनाया और लूट डकैती हत्याएं करने लगा ।
19 साल पहले उसने थाने में घुसकर दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री की हत्या की थी और इसके बाद उसने राजनीति में एंट्री लेने की कोशिश की लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी ।विकास कई बार गिरफ्तार हुआ एक बार तो लखनऊ में एसटीएफ ने उसे दबोचा था कानपुर देहात के चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरु गांव का निवासी विकास के बारे में बताया जाता है कि उसने कई युवाओं की फौज तैयार कर रखी है।इसी के साथ वह कानपुर नगर से लेकर कानपुर देहात तक लूट डकैती मर्डर जैसे जघन्य अपराधों को अंजाम देता रहा है। जानकारी के अनुसार कानपुर में एक रिटायर्ड प्रिंसिपल सिद्धेश्वर पांडे हत्याकांड में इस को उम्र कैद हुई थी यही नहीं पंचायत और निकाय चुनाव में इसने कई नेताओं के लिए काम किया और इसके संबंध प्रदेश की सभी प्रमुख पार्टियों से है वर्ष 2001 में विकास दुबे ने बीजेपी सरकार में एक दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री संतोष शुक्ला को थाने के अंदर घुस कर गोलियों से भून डाला था इस हाई प्रोफाइल मर्डर के शिवली के डॉन ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया और कुछ माह के बाद जमानत पर बाहर आ गया ।
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