कानपुर । कोविड-19 की महामारी के चलते सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए सिखों के पांचवें गुरु “शहीदों के सरताज” गुरु अरजन देव के शहीदी पर्व को बहुत ही श्रद्धा के साथ मनाया गया । गुरु अर्जन देव जी ने धर्म व देश की रक्षा के लिए अपना बलिदान दिया था मुग़ल शासकों के कहने पर इस्लाम धर्म ना कबूल करने के कारण उनको गर्म तवे पर बिठाकर उनके ऊपर गर्म रेत डालकर उनको शहीद किया गया था । परंतु ऐसी परिस्थितियों में भी वह शांत मन से ईश्वर का नाम जपते रहें इसलिए उनके शहीदी पर्व पर कच्ची लस्सी (मीठा शरबत) बांटकर पूरे विश्व में मनाया जाता है । शरबत वितरण में मुख्य रूप से उजमा इकबाल सोलंकी, कंवलजीत सिंह मानू,हाजी हसन सोलंकी, एजाज शाह सिंपल सिंह उपस्थित रहे ।
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